TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    अजित पवार और उनके चाचा शरद पवार (FILE PHOTO)

    शरद पवार VS अजित पवार: 40 साल बाद शुगर फैक्ट्री चुनाव में उतरे अजित ने दर्ज की बंपर जीत

    कर्नाटक के रोहित वेमुला बिल पर बवाल,  सामाजिक न्याय के नाम पर कांग्रेस ने चली चुनावी चाल!

    कर्नाटक के रोहित वेमुला बिल पर बवाल, सामाजिक न्याय के नाम पर कांग्रेस ने चली चुनावी चाल!

    फेक न्यूज़ सिर्फ बहाना! एक और आपातकाल लगाने की तैयारी कर रही है कांग्रेस?

    फेक न्यूज़ सिर्फ बहाना! एक और आपातकाल लगाने की तैयारी कर रही है कांग्रेस?

    राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक ‘डॉ हेडगेवार’

    आधुनिक भारत को जोड़ने वाले ‘योग पुरुष’ हैं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक ‘डॉ हेडगेवार’

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत

    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत, कैसे घुटनों पर आया बांग्लादेश

    मारन भाइयों की कहानी

    तमिलनाडु की राजनीति और मीडिया के ‘पावर प्लेयर्स’: मारन बंधुओं के संघर्ष और विवाद की पूरी कहानी

    बोईंग शेयर क्रैश

    प्लेन क्रैश के बाद धड़ाम हुए बोइंग के शेयर, प्री-मार्केट में 8% की गिरावट

    GDP

    क्रिसिल का अनुमान: FY26 में फिर घटेंगी ब्याज दरें, भारत की जीडीपी वृद्धि दर 6.5% पर टिकी

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    1991 में हुआ सैन्य सूचना समझौता

    विश्वास के नाम पर खुली रणनीति: 1991 समझौता बना भारत की सुरक्षा में सेंध

    महिला सशक्तिकरण

    जम्मू में लड़कियों के लिए 15 दिवसीय आत्मरक्षा शिविर, घरेलू सामान से रक्षा की ट्रेनिंग पर ज़ोर

    ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट

    क्यों 4 दिनों से भारत में फंसा है ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट?

    Falcon 2000 जेट (Photo- Blade.com)

    भारत में पहली बार बनेंगे Falcon 2000 जेट: रिलायंस और Dassault की ऐतिहासिक साझेदारी

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    ‘मुस्लिम एकता’ की बात करने वाले पाकिस्तान के रास्ते गिराए गए इस्लामी मुल्क ईरान पर बम!

    ‘मुस्लिम एकता’ की बात करने वाले पाकिस्तान के रास्ते गिराए गए इस्लामी मुल्क ईरान पर बम!

    सोनिया गांधी और इज़रायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू

    ईरान के समर्थन में लिखे गए सोनिया गांधी के लेख पर भड़का इज़रायल

    खामेनेई और डोनाल्ड ट्रंप

    ईरान पर अमेरिका का हमला: क्या ‘स्ट्रेट ऑफ हॉर्मुज़’ को बंद कर बदला लेंगे खामेनेई?

    अमेरिका के हमलों को जहां नेतन्याहू ने ऐतिहासिक बताया है तो वहीं ईरान ने इनकी निंदा की है

    ईरान में न्यूक्लियर साइट्स पर US की स्ट्राइक: जानें कहां व कैसे हुए ये हमले और ट्रंप, नेतन्याहू व ईरान ने क्या कहा?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    सिख के वेश में नरेंद्र मोदी (FILE PHOTO)

    कहानी आपातकाल की: जब नरेंद्र मोदी ने सिख के वेश में घूम-घूमकर लोकतंत्र की लौ जलाए रखी

    श्यामा प्रसाद मुखर्जी की रहस्यमयी मृत्यु की जांच को लेकर उनकी मां से क्या बोले थे नेहरू?

    श्यामा प्रसाद मुखर्जी की रहस्यमयी मृत्यु की जांच को लेकर उनकी मां से क्या बोले थे नेहरू?

    बलिदान दिवस विशेष: डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी

    बलिदान दिवस विशेष: डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के राष्ट्रीय एकता के विचारों को कैसे नीतियों के रूप में बदल रहे हैं प्रधानमंत्री मोदी

    पुरी की रथ यात्रा ना केवल एक धार्मिक उत्सव है बल्कि यह एक सांस्कृतिक यात्रा भी है

    हाथी रूप में दर्शन, मौसी के घर विश्राम और रसगुल्ला से मनुहार: पढ़ें पुरी रथ यात्रा की अनकही कहानियां

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    संत प्रेमानंद जी महाराज

    दुर्घटनाओं की वजह से लोगों की हो रही अकाल मृत्यु से बचने के लिए प्रेमानंद महाराज ने बताए 5 उपाय

    ‘शाकाहार को हिंसक’ बताने वाले IIT बॉम्बे के हिंदू विरोधी प्रोफेसर को कारण बताओ नोटिस

    ‘शाकाहार को हिंसक’ बताने वाले IIT बॉम्बे के हिंदू विरोधी प्रोफेसर को कारण बताओ नोटिस

    'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर बढ़ा विवाद; थरूर बोले-'मतभेद पार्टी के भीतर ही उठाऊंगा'

    थरूर ने कांग्रेस से मतभेदों को स्वीकारा, गांधी परिवार से वैचारिक दूरी के दिए संकेत

    घड़े का पानी गले से लेकर आंतों के लिए अच्छा होता है: एक्सपर्ट

    गर्मियों में ‘अमृत’ के समान है घड़े का पानी; मिलते हैं ये फायदे

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    अजित पवार और उनके चाचा शरद पवार (FILE PHOTO)

    शरद पवार VS अजित पवार: 40 साल बाद शुगर फैक्ट्री चुनाव में उतरे अजित ने दर्ज की बंपर जीत

    कर्नाटक के रोहित वेमुला बिल पर बवाल,  सामाजिक न्याय के नाम पर कांग्रेस ने चली चुनावी चाल!

    कर्नाटक के रोहित वेमुला बिल पर बवाल, सामाजिक न्याय के नाम पर कांग्रेस ने चली चुनावी चाल!

    फेक न्यूज़ सिर्फ बहाना! एक और आपातकाल लगाने की तैयारी कर रही है कांग्रेस?

    फेक न्यूज़ सिर्फ बहाना! एक और आपातकाल लगाने की तैयारी कर रही है कांग्रेस?

    राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक ‘डॉ हेडगेवार’

    आधुनिक भारत को जोड़ने वाले ‘योग पुरुष’ हैं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक ‘डॉ हेडगेवार’

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत

    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत, कैसे घुटनों पर आया बांग्लादेश

    मारन भाइयों की कहानी

    तमिलनाडु की राजनीति और मीडिया के ‘पावर प्लेयर्स’: मारन बंधुओं के संघर्ष और विवाद की पूरी कहानी

    बोईंग शेयर क्रैश

    प्लेन क्रैश के बाद धड़ाम हुए बोइंग के शेयर, प्री-मार्केट में 8% की गिरावट

    GDP

    क्रिसिल का अनुमान: FY26 में फिर घटेंगी ब्याज दरें, भारत की जीडीपी वृद्धि दर 6.5% पर टिकी

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    1991 में हुआ सैन्य सूचना समझौता

    विश्वास के नाम पर खुली रणनीति: 1991 समझौता बना भारत की सुरक्षा में सेंध

    महिला सशक्तिकरण

    जम्मू में लड़कियों के लिए 15 दिवसीय आत्मरक्षा शिविर, घरेलू सामान से रक्षा की ट्रेनिंग पर ज़ोर

    ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट

    क्यों 4 दिनों से भारत में फंसा है ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट?

    Falcon 2000 जेट (Photo- Blade.com)

    भारत में पहली बार बनेंगे Falcon 2000 जेट: रिलायंस और Dassault की ऐतिहासिक साझेदारी

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    ‘मुस्लिम एकता’ की बात करने वाले पाकिस्तान के रास्ते गिराए गए इस्लामी मुल्क ईरान पर बम!

    ‘मुस्लिम एकता’ की बात करने वाले पाकिस्तान के रास्ते गिराए गए इस्लामी मुल्क ईरान पर बम!

    सोनिया गांधी और इज़रायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू

    ईरान के समर्थन में लिखे गए सोनिया गांधी के लेख पर भड़का इज़रायल

    खामेनेई और डोनाल्ड ट्रंप

    ईरान पर अमेरिका का हमला: क्या ‘स्ट्रेट ऑफ हॉर्मुज़’ को बंद कर बदला लेंगे खामेनेई?

    अमेरिका के हमलों को जहां नेतन्याहू ने ऐतिहासिक बताया है तो वहीं ईरान ने इनकी निंदा की है

    ईरान में न्यूक्लियर साइट्स पर US की स्ट्राइक: जानें कहां व कैसे हुए ये हमले और ट्रंप, नेतन्याहू व ईरान ने क्या कहा?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    सिख के वेश में नरेंद्र मोदी (FILE PHOTO)

    कहानी आपातकाल की: जब नरेंद्र मोदी ने सिख के वेश में घूम-घूमकर लोकतंत्र की लौ जलाए रखी

    श्यामा प्रसाद मुखर्जी की रहस्यमयी मृत्यु की जांच को लेकर उनकी मां से क्या बोले थे नेहरू?

    श्यामा प्रसाद मुखर्जी की रहस्यमयी मृत्यु की जांच को लेकर उनकी मां से क्या बोले थे नेहरू?

    बलिदान दिवस विशेष: डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी

    बलिदान दिवस विशेष: डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के राष्ट्रीय एकता के विचारों को कैसे नीतियों के रूप में बदल रहे हैं प्रधानमंत्री मोदी

    पुरी की रथ यात्रा ना केवल एक धार्मिक उत्सव है बल्कि यह एक सांस्कृतिक यात्रा भी है

    हाथी रूप में दर्शन, मौसी के घर विश्राम और रसगुल्ला से मनुहार: पढ़ें पुरी रथ यात्रा की अनकही कहानियां

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    संत प्रेमानंद जी महाराज

    दुर्घटनाओं की वजह से लोगों की हो रही अकाल मृत्यु से बचने के लिए प्रेमानंद महाराज ने बताए 5 उपाय

    ‘शाकाहार को हिंसक’ बताने वाले IIT बॉम्बे के हिंदू विरोधी प्रोफेसर को कारण बताओ नोटिस

    ‘शाकाहार को हिंसक’ बताने वाले IIT बॉम्बे के हिंदू विरोधी प्रोफेसर को कारण बताओ नोटिस

    'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर बढ़ा विवाद; थरूर बोले-'मतभेद पार्टी के भीतर ही उठाऊंगा'

    थरूर ने कांग्रेस से मतभेदों को स्वीकारा, गांधी परिवार से वैचारिक दूरी के दिए संकेत

    घड़े का पानी गले से लेकर आंतों के लिए अच्छा होता है: एक्सपर्ट

    गर्मियों में ‘अमृत’ के समान है घड़े का पानी; मिलते हैं ये फायदे

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

जयप्रकाश नारायण: एक over-celebrated एक्टिविस्ट जिन्होंने भारत को 5 दशक का दंश दिया

JP, आप एक उत्कृष्ट आंदोलनकारी हो सकते हैं, परंतु आपकी लोकनायक की छवि पर संदेह है!

Aniket Raj द्वारा Aniket Raj
9 October 2021
in समीक्षा
जयप्रकाश नारायण
Share on FacebookShare on X

मातृभूमि और संप्रभुता सर्वोच्च है। मर्यादा पुरुषोत्तम राम भी “जननी जन्मभूमिश्चा स्वर्गादपि गरीयसी” के माध्यम से भी यही सिद्धान्त प्रतिपादित करते हैं और महाभारत के रण में हस्तिनापुर का रक्षण करते भीष्म भी। अर्थ, तंत्र, व्यवस्था, व्यक्तित्व, सिद्धान्त, सोच और कर्म माटी सबसे बड़ी है। सोने से भी बड़ी। आपका व्यक्तित्व चाहे कितना भी विराट और कर्म चाहे कितना भी सात्विक हो, अगर वो राष्ट्र के लिए पीड़ा का कारण बनता है तो इतिहास आपको उत्तरदायी ठहराएगा। राष्ट्र के उत्थान हेतु यह अनिवार्य भी है। इसी अनिवार्यता को प्रकाश में रखते हुए भारतीय लोकतन्त्र के “भीष्म पितामह” के राजनीतिक जीवन की विवेचना करना अनिवार्य हो जाता है। आपको बता दें कि आज भारतीय राजनीति के “भीष्म” यानी जयप्रकाश नारायण का जन्मदिवस भी है।

जयप्रकाश नारायण एक ऐसे दिग्गज हैं जिनकी एक गलती के कारण इन्दिरा गांधी को मजबूती मिली और साथ ही भारत को 5 दशकों तक दुष्परिणाम झेलना पड़ा।

संबंधितपोस्ट

कहानी आपातकाल की: जब नरेंद्र मोदी ने सिख के वेश में घूम-घूमकर लोकतंत्र की लौ जलाए रखी

और लोड करें

11 अक्तूबर 1902 को घाघरा नदी के तट पर बसे सिताबदियारा के हरसू दयाल और फूल रानी देवी के यहाँ जयप्रकाश नारायण का जन्म हुआ। उनके पिताजी ने अच्छी शिक्षा-दीक्षा हेतु उन्हें पटना भेज दिया जहां जयप्रकाश भविष्य के भावी नेताओं जैसे अनुग्रह नारायण सिंह और कृष्ण सिंह के सानिध्य में रहे। यहीं से जयप्रकाश नारायण के मन मष्तिस्क में राजनीति, क्रांति और आंदोलन के बीज अंकुरित हुए। उनकी अर्धांगिनी भी मशहूर स्वतन्त्रता सेनानी प्रभावती देवी बनी।

साम्यवाद का संक्रमण

ऐसे परिवेश के कारण जेपी एक महान देशभक्त और आंदोलनकारी बनने की राह पर तो अग्रसर हुए परंतु, राष्ट्रवाद और राजनेता के गुण पीछे छूट गए। इसका कारण था कांग्रेस में मौजूद तथाकथित उच्च और कुलीन राजनेताओं से उनकी संगति। जयप्रकाश नारायण ने असहयोग आंदोलन के समय मौलाना आज़ाद को सुना और फिर राजेंद्र बाबू द्वारा स्थापित भारतीय विद्यापीठ में दाखिला ले गांधीवादी अनुग्रह नारायण सिंह के शिष्य बने। यही घटनाक्रम उनके राष्ट्रवादी सिद्धान्त पर कुठाराघात था। वो ब्रिटीश राज के विरोधी तो थे, लेकिन उन्हें राष्ट्र की संस्कृति के साथ समन्वयता पर संदेह होता था। जयप्रकाश नारायण ने अमेरिका से अपनी शिक्षा पूरी की और विंकिंसन विश्वविद्यालय में वो पहली बार साम्यवाद के संक्रमण में आए। दास कैपिटल के अध्ययन ने उन्हें साम्यवाद का रोगी बना दिया और इसी अवस्था में वो 1929 में भारत लौटे। भारत तो उनके इस विचार का आज भी भुक्तभोगी है परंतु, उस समय ब्रिटीश राज के खिलाफ चल रहे “भारत छोड़ो आंदोलन” ने उन्हें लोकप्रियता तो दे ही दी। हालांकि, वो अपने चरमोत्कर्ष पर “सम्पूर्ण क्रांति” के कारण पहुंचे।

और पढ़ें: नरेंद्र मोदी के 20 साल बेमिसाल

जनांदोलन को जेपी ने व्यक्तिगत लड़ाई में परिवर्तित कर दिया

सम्पूर्ण क्रांति वास्तव में जेपी द्वारा अपनी राजनीतिक प्रासंगिकता को बनाए रखने के लिए एक विरोध प्रदर्शन मात्र था। इन्दिरा शासन के खिलाफ द्रवित जनता और सत्तलोलुप राजनेताओं से इसे समर्थन मिला और यह विरोध धीरे-धीरे इन्दिरा शासन के खिलाफ जयप्रकाश नारायण की व्यक्तिगत लड़ाई में परिवर्तित हो गया। जेपी इन्दिरा को पुत्री समान मानते थे परंतु, इन्दिरा गांधी द्वारा उन्हें स्वतंत्र भारत के “गांधी” सम सम्मान न मिलने के कारण, उन्होंने पूरे देश को रोक दिया। उनमें भारतीय राजनीति का शिखर पुरुष बनने की बड़ी ही तीव्र अभिलाषा थी। लोगों में भ्रम है कि उन्हें पद का मोह नहीं था परंतु वास्तविकता तो यह है कि वो तो बिना किसी पद के शासन का संचालन करना चाहते थे क्योंकि पद ज़िम्मेदारी और जवाबदेही सुनिश्चित करता है। भारतीय राजनीति के “भीष्म” ने अपनी इस व्यक्तिगत लड़ाई में कौरवों का खूब साथ लिया और दिया भी।

कहतें है आपातकाल के पीछे कुछ हद तक जयप्रकाश नारायण भी जिम्मेदार थे क्योंकि रामलीला मैदान में अपने भाषण के दौरान उन्होंने सेना तक को इन्दिरा के खिलाफ विद्रोह के लिए उकसाया। जेपी के अनुसार, ‘अगर शासन निरंकुश हो जाये तो सेना को बगावत करने में संकोच नहीं करना चाहिए। यही उनका राजधर्म है।’ बांग्लादेश के शेख मुजीबुर रहमान की दुर्गति ने इन्दिरा को इस आवाहन में चुनौती देखने के लिए मजबूर कर दिया। रेल, कृषि, दिल्ली, राज्य प्रशासन और अंततः पूरे देश को उन्होंने ठप कर दिया और इसी कारण इन्दिरा ने राष्ट्र को बंदी बना लिया।

और पढ़ें: नियम बदलने से कश्मीर नहीं बदलेगा, बदलेगा तो बस तेवर बदलने से

दूरदर्शिता का अभाव

दो राजनेताओं की शत्रुता से कोई भी देश इतने वृहद स्तर पर प्रभावित नहीं हुआ, ना ही किसी राजनेता ने अपने व्यक्तिगत लड़ाई में सैन्य विद्रोह का आवाहन किया है। खैर, इन्दिरा गांधी की सत्ता चली गयी। जयप्रकाश नारायण के मार्गदर्शन में जनता पार्टी की सरकार बनी। ये जेपी की तीसरी सबसे बड़ी गलती थी। अक्षम और अकर्मण्य लोगों को अपने हित के लिए सत्तासीन कर दिया जबकि इन्दिरा गांधी के खिलाफ भाषणों में “सिंहासन खाली करो जनता आती है” का नारा लगाते थे। उनके इस नारे के कारण जनता आई और संघर्ष भी किया, लेकिन सिंहासन पर स्थान उन्होंने दुर्योधन और कौरवों को ही दिया। जयप्रकाश नारायण ने प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में किसी भी दिग्गज को इंदिरा गांधी की जगह लेने के लिए पेश नहीं किया। यह आंदोलन इस बात पर नहीं टिका कि सत्ता में आने पर उसका मंत्रिमंडल क्या होगा। उनके पास सत्ता में आने के बाद का कोई रोडमैप नहीं था। इनमें से किसी पर भी ज्यादा विचार नहीं किया गया, जिसकी कीमत 1980 में इंदिरा गांधी के सत्ता में वापस आने पर आंदोलन ने चुकाई। जनता वापिस चली गयी.. लालफ़ीताशाही का वर्चस्व बढ़ा.. जनता पार्टी में सत्ता हिस्सेदारी का संघर्ष बढ़ा। मोरारजी देसाई और चौधरी चरण सिंह एक दूसरे से राजनीतिक वर्चस्व के लिए इतने संघर्षरत हुए कि देश पर उनका ध्यान ही नहीं रहा। राजनीतिक दलाली बढ़ी और इतना ही नहीं, यहीं से इन्दिरा की वापसी के लिए बड़े जनमत से सत्तासीन करने की नींव भी पड़ी।

जयप्रकाश नारायण ने देश में तीन दंश को जन्म दिया

जेपी ने एक और गलती की जिसकी चर्चा आवश्यक है क्योंकि उनकी इस गलती का दंश देश आज भी झेल रहा है। जयप्रकाश नारायण ने अपने राजनीतिक स्वार्थ और इन्दिरा शासन के प्रति वैयक्तिक दुराग्रह हेतु अपने आंदोलनो में कुछ ऐसे सिद्धान्त और विषबेल पनपने दिये जिस कारण भारत आज भी कमजोर हो रहा है और सतत गर्त की ओर गमन कर रहा है। जेपी ने देश में तीन दंश को जन्म दिया- जातिवाद, क्षेत्रवाद और वंशवाद और साथ ही साम्यवाद को नई ऊंचाई दी। शायद, उदाहरण से और भी स्पष्ट हो जाएगा। जेपी आंदोलन से ही जातिवाद और वंशवाद के पुरोधा लालू यादव, राम विलास पासवान और मुलायम सिंह यादव निकले। क्षेत्रवाद के प्रणेता चंद्रबाबू और रघुवंश बाबू भी उन्हीं की देन हैं। उन्होंने वंशवाद और जातिवाद के ऐसे सिद्धान्त को पल्लवित किया जो भारत को आने वाले समय में और भी कमजोर करेगा। नितीश कुमार, शरद यादव तथा सुशील मोदी उन्हीं की देन हैं, जिन्होंने बिहार को ऐसे समाजवाद की पेंच में फंसाया कि आने वाले कई वर्षों तक बिहार इस समाजवाद की जकड़ से बाहर नहीं आ पाएगा।

और पढ़ें: क्यों एयरलाइन व्यवसाय वास्तव में कभी लाभ नहीं कमाते हैं?

सामाजिक न्याय और विकास के नाम पर जनता को छलने और एक अकर्मण्य शासक को सत्तारूढ़ करने के अलावा जयप्रकाश नारायण ने कुछ नहीं किया। क्षमा करिएगा जेपी आप एक उत्कृष्ट आंदोलनकारी हो सकते हैं परंतु आपकी लोकनायक की छवि पर संदेह है। आप आदर्शवादी हो सकते हैं परंतु यथार्थवादी होने पर संदेह है। आप देशभक्त और गांधीवादी भी हो सकते हैं परंतु आपके राष्ट्रवादी होने पर संदेह है। आप सिर्फ एक साम्यवादी हैं जिन्होंने जनता को मूर्ख बनाकर अपने अहंकार की पूर्ति की और वंशवाद, क्षेत्रवाद तथा जातिवाद का सृजन किया। आपकी समकालीन सोच और दूरदृष्टि सदा सर्वदा संदेह के घेरे में रहेगी। आपके द्वारा भारतीय राजनीति को तो जनता के संघर्ष से मथा गया परंतु, उससे सिर्फ हलाहल निकला। हे भारतीय राजनीति के भीष्म!! आप जीवन में अनवरत युद्धरत रहे परंतु सिर्फ कौरवों के लिए।

Tags: जयप्रकाश नारायणजेपी
शेयर12ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

चीन का विदेशी मुद्रा भंडार तेजी से खत्म हो रहा है, उसकी गिरती विश्वसनीयता से भी कई गुना तेज

अगली पोस्ट

धान खरीदी पहली बार MSP नहीं भूमि अभिलेखों से हो रही है, यह क्रांतिकारी कदम है!

संबंधित पोस्ट

फेक न्यूज़ सिर्फ बहाना! एक और आपातकाल लगाने की तैयारी कर रही है कांग्रेस?
राजनीति

फेक न्यूज़ सिर्फ बहाना! एक और आपातकाल लगाने की तैयारी कर रही है कांग्रेस?

23 June 2025

25 जून 1975 को देश में कांग्रेस की सरकार थी और दिल्ली के उन इलाकों में बिजली काट दी गई थी, जहां बड़े मीडिया हाउस...

राजा रघुवंशी की बहन सृष्टि रघुवंशी
समीक्षा

राजा रघुवंशी की बहन सृष्टि के इंस्टाग्राम रील्स: न्याय की लड़ाई या फॉलोअर्स का खेल?

13 June 2025

इंदौर के कारोबारी राजा रघुवंशी की उनकी पत्नी सोनम रघुवंशी द्वारा हत्या किए जाने का मामला लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। इस हत्याकांड में...

राकेश शुक्ला की पुस्तक ‘तानसेन का ताना-बाना’
इतिहास

संगीत सम्राट तानसेन के जीवन के अज्ञात पहलुओं को जानने का खजाना है राकेश शुक्ला की पुस्तक ‘तानसेन का ताना-बाना’

13 June 2025

  पुस्तक का नाम: तानसेन का ताना-बाना लेखक: राकेश शुक्ला प्रकाशक: सुरुचि प्रकाशन दिल्ली पृष्ठ: 115 एक अत्यंत महत्त्वपूर्ण प्रश्न है कि इतिहास लेखन और...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Right time for release? Sardar ji 3 drops amid tragedy

Right time for release? Sardar ji 3 drops amid tragedy

00:05:33

India' s oil and ethanol market at risk? Rural industries dear US flood

00:04:14

Amarnath yatra 2025 explained: history, logistics and security

00:06:47

when the God leaves the temple to be with his devotees.

00:05:31

R.P. Singh Exposes AAP: Following Indira's Model of Separatist Appeasement?

00:11:04
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited