भारतीय विमानन पर पड़ चुकी है भारतीय शेयर मार्केट के ‘बिग बुल’ की पैनी नजर

भारत के 'वॉरेन बफे' हैं राकेश झुनझुनवाला!

आकाश एयर

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देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुछ सालों पहले हवाई चप्पल पहनने वालों के लिए हवाई सफर आसान बनाने की बात कही थी। जिसे लेकर विपक्षी पार्टियों और वामपंथियों की ओर से कई तरह की बातें कही गई थी और इसे एक जुमला बताया गया था। लेकिन उनकी उम्मीद से परे मोदी सरकार इस पर जोर-शोर से काम कर रही है। इसी के तहत देश में हवाई सेवाओं का विस्तार किया जा रहा है। इसका थोड़ा भार अब भारत के बिग बुल ने अपने कंधों पर भी ले लिया है। मोदी सरकार के ‘हवाई चप्पल वाले अब करेंगे हवाई सफर’ के नारे को एक नई दिशा देने के लिए भारत के बिग बुल, देश में उड्डयन क्रांति लाने की तैयारी में जुट गये हैं। ये बिग बुल कोई और नहीं अपितु हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने वाले राकेश झुनझुनवाला हैं, जो भारत में नई उड्डयन कंपनी आकाश एयर के गठन साथ देश में हवाई सफर की क्रांति लाने वाले हैं।

7-8 फीसदी लोग ही करते हैं हवाई सफर

राकेश झुनझनवाला वो बिग बुल निवेशक हैं, जिन्होंने न केवल स्वयं अपने निवेशों से भारतीय स्टॉक एक्सचेंज को विस्तार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, अपितु अन्य निवेशकों को भी स्टॉक मार्केट में निवेश करने के लिए प्रेरित किया है। यहीं कारण है कि आज भारतीय शेयर बाजार में सेंसेक्स 60 हजार और निफ्टी 18,000 की रिकॉर्ड ऊंचाई पर गोते लगा रहा है। इस उपलब्धि में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले राकेश झुनझुनवाला अब भारत के उड्डयन क्षेत्र में उतरने वाले हैं। उन्होंने नई उड्डयन कंपनी आकाश एयर का गठन कर दिया है, जिसे भारत सरकार द्वारा मंजूरी भी मिल चुकी है।

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भारत में हवाई यात्रा का मार्केट बेहद ही छोटा माना जाता है। जहां 7-8 प्रतिशत लोग ही हवाई जहाज से सफर करते हैं। ऐसे में यहां गो एयर, स्पाइस जेट, एअर इंडिया जैसी कंपनियां हैं, जिनमें से अभी तक सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी होने के चलते एअर इंडिया की स्थिति नकारात्मक रही है। टाटा सन्स ने इसे अपने स्वामित्व में ले लिया है जो कि भारत में हवाई  सफर के क्षेत्र में एक बड़ी क्रांति लाने वाला है। मोदी सरकार की यही नीति है कि कैसे भी करके भारत के आम लोगों के लिए हवाई सफर को आसाना बनाया जा सके, जिसमें अब राकेश झुनझुनवाला बड़ी भूमिका निभाने की तैयारी कर चुके हैं।

आकाश एयर – सस्ती दरों पर मिलेगी लग्जरी सुविधाएं

हाल ही में जब राकेश झुनझुनवाला की मुलाकात प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से हुई थी, तो उस दौरान ये संकेत मिला था कि भारत में अब कोई नया आर्थिक बदलाव आने वाला है, और उसके तुरंत बाद ही झुनझुनवाला ने अपनी नई एयरलाइन्स कंपनी आकाश एयर का ऐलान कर दिया। हालांकि, उनकी कंपनी को तुरंत भारत सरकार द्वार मान्यता भी मिल गई है। जेट एयरवेज के पूर्व सीईओ विनय दुबे इस कंपनी के CEO होंगे। आकाश एयर कंपनी को नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा आधिकारिक मंजूरी मिलने की आवश्यकता थी, लेकिन वो भी ज्यातिरादित्य सिंधिया के नेतृत्व वाले मंत्रालय से मिल चुकी है, जिसका अर्थ है कि भारत में नागरिक उड्डयन क्रांति का बीज बोने का ग्रीन सिग्नल भारत सरकार की ओर से राकेश झुनझुवाला को मिल चुका है।

जैसा कि हमने बताया, फिलहाल देश में केवल 8 प्रतिशत जनता ही हवाई सफर करती हैं,  मांग ज्यादा न होने का कारण निजी क्षेत्र में ज्यादा प्रतिस्पर्धा भी नहीं है। इसका एक बड़ा कारण ये भी है कि हवाई यात्रा को आज भी भारत में महंगाई के कारण एक लग्जरी की तरह देखा जाता है, जबकि भारत सरकार इसे आम लोगों के लिए सहज बनाना चाहती है। झुनझुनवाला का प्लान भारत में सस्ती दरों पर लग्जरी सुविधाएं देने का है, जिससे आम आदमी के लिए भी  हवाई यात्रा, रेल यात्रा की तरह सहज हो सके। खबरों के मुताबिक राकेश झुनझुवाला ने इस कंपनी में करीब 260 करोड़ का निवेश किया है और इसे 2022 की गर्मियों से संचालित करने की तैयारियां युद्ध स्तर पर शुरु हो गई है।

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भारत के वॉरेन बफे हैं राकेश झुनझुनवाला

ध्यान देने वाली बात ये भी है कि राकेश झुनझुनवाला को भारत का वॉरेन बफे (Warren Buffett) कहा जाता है। उनकी कुल संपत्ति 5.7 बिलियन डॉलर है। उन्होंने कई एयरलाइन कंपनियों में 250 करोड़ के करीब निवेश किया है। ये स्पष्ट संकेत है कि झुनझुनवाला जिस भी क्षेत्र में निवेश के लिए हाथ डालते हैं, वो एक वक्त के बाद सोना उगलने लगती है।  ऐसा नहीं है कि झुनझुनवाला किसी नौसिखिए की तरह उड्डयन व्यापार में उतरे हैं। आकाश एयर कंपनी की इस टीम में इंडिगो के पूर्व अध्यक्ष आदित्य घोष से लेकर जेट एयरवेज के विनय दुबे भी होंगे, ये दिखाता है कि इस क्षेत्र में उनकी योजनाएं बड़ी हैं, जो कि न केवल भारत में आम लोगों को हवाई यात्रा करने के लिए प्रोत्साहित करेंगी, अपितु देश में उड्डयन क्षेत्र में एक नई क्रांति लाएगी। जैसे-जैसे प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी अन्य कंपनियां भी अपनी कीमतों में कटौती करेंगी, जो आम जनता के लिए सकारात्मक होगा। वहीं, अर्थव्यवस्था के लिए सबसे मजबूत कड़ी अर्थात ‘प्रतिस्पर्धा’ देश में हवाई और आर्थिक क्रांति  लाने में महत्वपूर्ण होगी।

इस हवाई क्रांति को बल देने में मोदी सरकार का भी विशेष योगदान हैं, जिसने निजीकरण को बढ़ावा देने और एअर इंडिया के पुनरुत्थान के लिए टाटा को सुपुर्द किया, अपितु मोदी सरकार ने हाल ही में नई हेलीकॉप्टर नीति भी लागू की है, जिसके तहत छोटी दूरी की यात्राओं में भी हवाई यात्राओं को बढ़ाने के साथ ही निजीकरण को प्रोत्साहन देने वाले ऐतिहासिक निर्णय लिए गए हैं। अब इसी कड़ी में उड्डयन क्षेत्र में राकेश झुनझुनवाला का उतरना देश के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।

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