बांग्लादेश में जघन्य हत्याओं, बलात्कार और घरों को जलाने के मामलों के बाद से वामपंथी मीडिया और राजनीतिक दलों द्वारा यह मिथ्या फैलाई जा रही थी कि हिंदुओ की गलतियों से यह स्थिति पैदा हुई है और हिन्दू अपनी हालात के लिए खुद जिम्मेदार है। अब सच बाहर आ गया है और पुलिस ने पड़ताल में यह पाया है कि एक मुसलमान ने ही कुरान को मूर्ति के नीचे रखा था।
पिछले सप्ताह दुर्गा पूजा समारोह के दौरान पूजा मंडप में कुरान के अपमान के आरोपों के आधार पर बांग्लादेश के कई जिलों में हिंसा भड़क उठी। आरोप यह लगाया कि हिंदुओं ने इस्लाम को छोटा दिखाने के लिए श्री गणेश की मूर्ति के नीचे कुरान को रखा था।
इसके बाद यह खबर जंगल की आग की तरह फैल गई। देश के अलग-अलग हिस्सों में हुई इस घटना में कम से कम सात लोगों की मौत हो गई थी। सांप्रदायिक हिंसा को लेकर पुलिस ने अब तक 450 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है और 72 मामले दर्ज किए हैं।
कोमिला घटना के बाद सैकड़ों हिंदुओं ने अपने घरों और व्यवसायों को खो दिया, जबकि कई मंदिरों और पूजा स्थलों में तोड़फोड़ की गई।
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अब पुलिस एक बड़े खुलासे के साथ सामने आई है। पुलिस ने बांग्लादेश के कोमिला घटना के पीछे उस व्यक्ति की पहचान की है जिसने पिछले एक सप्ताह से देशव्यापी सांप्रदायिक हिंसा को जन्म दिया था। सुजानगर इलाके में रहने वाले 35 वर्षीय इकबाल हुसैन नाम के शख्स ने 13 अक्टूबर को कोमिला के नानुआ दिघिर पर पूजा मंडप में पवित्र कुरान रखी थी।
कोमिला के पुलिस अधीक्षक (एसपी) फारूक अहमद ने पूजा स्थल के वीडियो फुटेज का विश्लेषण करने के बाद इकबाल की संलिप्तता की पुष्टि की, लेकिन अभी तक उसे गिरफ्तार नहीं किया जा सका।
पुलिस के अन्य खुलासे-
पुलिस का कहना है कि इकबाल हुसैन एक ड्रिफ्टर है। यह अभी भी अज्ञात है कि क्या उनका किसी राजनीतिक दल से कोई संबंध है। एसपी फारूक अहमद ने कहा कि गुरुवार को एक ब्रीफिंग के दौरान सब कुछ खुलासा किया जाएगा।
सीसीटीवी फुटेज में देखा गया कि इकबाल एक मस्जिद से कुरान लेकर पूजा स्थल की ओर चल दिया, बाद में उसे हाथ में हिंदू भगवान हनुमान की गदा लेकर चलते हुए देखा गया। पुलिस ने बांग्लादेश के कोमिला घटना को लेकर चार मामले दर्ज किए और अब तक 41 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें से चार इकबाल के सहयोगी थे।
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इकबाल की मां, अमीना बेगम ने दावा किया कि इकबाल एक ड्रग एडिक्ट है और अपने परिवार के सदस्यों को विभिन्न तरीकों से प्रताड़ित करता था। उन्होंने कहा कि वह देश भर के विभिन्न मस्जिदों में रहना पसंद करता है।
इकबाल के परिवार ने कहा कि अगर इकबाल वाकई दोषी है, तो उसे सजा मिलनी चाहिए। कोमिला वार्ड 17 के पार्षद सैयद सोहेल ने कहा कि उनका मानना है कि किसी ने इकबाल की मनोवैज्ञानिक समस्याओं का फायदा उठाकर उसका इस्तेमाल किया। सैयद सोहेल ने यह भी कहा कि हो सकता है कि इकबाल को किसी समूह ने उकसाया हो।
मारने वाला मुसलमान और मरने वाला हिन्दू-
ये कतई बर्दाश्त करने योग्य नहीं है कि इस प्रकार सुनियोजित ढंग से एक ही धर्म के लोगों को खत्म किया जा रहा है। वह पागल था या नशेड़ी था, ये बाद का विषय है, जिस प्रकार से चंद घण्टों में दर्जनों हिंदुओं को ढूंढकर मार दिया गया, उससे यह तो नहीं माना जा सकता है कि उसका पागलपन हिंदुओ के खिलाफ षड्यंत्र का हिस्सा नहीं था।
बांग्लादेश में कुरान रखने वाला मुसलमान, भावनाएं भी मुसलमानों की आहत हुई, दंगे भी मुसलमानों ने किए और मरा कौन? हिन्दू! इस प्रकार की जिहादी गतिविधियों के सहारे हिंदुओ को खत्म करने की साजिश का भंडाफोड़ होना चाहिए।