इ है उत्तर प्रदेश, संभल के बबुआ! उत्तरप्रदेश में योगी आदित्यनाथ के सरकार ने जिस तरह से काम किया है, उससे देशविरोधी लोग और वामपंथियों तक एक कड़ा संदेश तो अवश्य पहुंच गया हैं कि अब यह वह उत्तरप्रदेश नहीं है, जहां आजम खान जैसे नेताओं के चक्कर में राजनीतिक तुष्टिकरण होता था! अब यहां कानून का राज है और अगर कोई इस भ्रम में है कि वो राज्य में देशविरोधी नारे लगा सकता है या राज्य के प्रशासनिक अमले से पंगा ले सकता है, तो वो पिछले साढ़े 4 साल में आततायियों पर हुई कार्रवाईयों को देख ले। अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वाले उत्तरप्रदेश में राज्य सरकार द्वारा उन लोगों पर सख्त एक्शन लिया जा रहा है, जो टी20 विश्वकप के दौरान भारत के हारने पर पाकिस्तान समर्थक पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे। खबरों के अनुसार, भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 504/506 और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की 66 (एफ) सहित कई धाराओं के तहत मुकदमे दर्ज किए गए हैं।
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7 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज
मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा साझा किए गए एक बयान में कहा गया है कि 24 अक्टूबर को आयोजित टी 20 विश्व कप मैच में पाकिस्तान समर्थक नारे लगाने या उसकी जीत का जश्न मनाने वाले व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने 24 अक्टूबर को हुए टी20 विश्व कप मैच में कथित तौर पर पाकिस्तान समर्थक नारे लगाने या अपने भारतीय समकक्षों के खिलाफ टीम की जीत का जश्न मनाने के आरोप में पांच जिलों के सात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है और चार लोगों को हिरासत में लिया है।
यूपी पुलिस ने पटाखे फोड़कर भारत की हार का जश्न मनाने के लिए 7 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पटाखे फोड़ने के अलावा पाकिस्तान समर्थक नारे लगाना और व्हाट्सएप/फेसबुक पर पाकिस्तान समर्थक तस्वीरें आदि अपडेट करने को लेकर भी कार्रवाई हुई है। आगरा में राजा बलवंत सिंह प्रबंधन तकनीकी परिसर के तीन कश्मीरी छात्रों के खिलाफ जगदीशपुरा पुलिस स्टेशन में पाकिस्तान के लिए जयकार और भारत विरोधी नारे लगाने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई है। योगी सरकार का यह एक्शन जम्मू-कश्मीर और राजस्थान सहित देश के अन्य हिस्सों में इसी तरह के मामलों में दंडात्मक कार्रवाई की खबरों के बीच देखा जा रहा है।
जम्मू-कश्मीर और राजस्थान में भी एक्शन
दूसरी ओर जम्मू-कश्मीर पुलिस ने पाकिस्तान टीम की जीत का जश्न मनाने के मामले में श्रीनगर के दो मेडिकल कॉलेजों के छात्रों के खिलाफ कड़े गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत दो प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज की हैं। तो वहीं, राजस्थान में मैच को लेकर व्हाट्सएप स्टेटस पर पाकिस्तान की जीत की खुशी मनाने के वायरल होने के बाद स्कूल की शिक्षिका को निष्कासित कर दिया गया था। गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर में मामले तब दर्ज किए गए, जब सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो में दावा किया गया कि कश्मीर में लोगों ने पाकिस्तान की जीत का जश्न मनाया और मैच के बाद नारे भी लगाए।
बताते चलें कि भारत के कुछ कट्टरपंथी और वामपंथी रहते तो भारत में हैं, लेकिन समय-समय पर उनका पाकिस्तान प्रेम निकल कर सामने आ जाता है। वो समय-समय पर पाकिस्तान के प्रति अपनी दिवानगी को दर्शाते रहते हैं। इन कट्टरपंथियों को देश के संसाधन पर अधिकार चाहिए, सारी सुविधाएं चाहिए, लेकिन राष्ट्रधर्म निभाने के नाम पर इनकी हालत पतली हो जाती है। ये कट्टरपंथी खाते हिंदुस्तान का हैं और गाते पाकिस्तान का हैं और फिर यही लोग ये भी पूछने की हिम्मत रखते हैं कि देश में उनके समुदाय के विरुद्ध असहिष्णुता क्यों है? लेकिन उत्तर प्रदेश में ऐसे कट्टरपंथियों की एक नहीं चलने वाली है। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री हर खून का गुणसूत्र बदलने में माहिर हैं! जिसके फलस्वरुप भारत विरोधी नारों के मामले में पुलिसिया कार्रवाई जारी है।