जिसे चाहा मार दिया, जिसे चाहा उठा लिया, जिस पर जुर्माना लगाने की इच्छा हुई तो जबरदस्ती जुर्माना तक लगा दिया, छठ पूजा के श्रद्धालुओं से बदतमीजी कर दी, लोगों को प्रताड़ित कर दिया, ये बातें अकसर गुंडों के लिए कुख्यात रहती हैं। किन्तु दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने संभवतः एक अलग ही गुंडों की फौज बना रखी है, जो कि दिल्ली में सिविल डिफेंस वॉलंटियर्स के रूप में कार्य करती है! इन पर आये दिन लोगों को धमकाने, लोगों से वसूली करने, उन्हें प्रताड़ित करने, बेवजह में परेशान, किसी का चेन खींच लेने आदि के आरोप लगते रहते हैं। ऐसे मामलों में कई वॉलंटियर्स की संलिप्तता के कारण उनकी गिरफ्तारी भी हुई है। हाल ही में छठ पूजा के अवसर पर इन वॉलंटियर्स ने महिलाओं के साथ अभद्रता और गुंडागर्दी का नया पैमाना स्थापित किया है, जिसके बाद से बवाल मचा हुआ है।
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गुंडे तो नहीं बन गए केजरीवाल के वॉलंटियर्स?
दरअसल, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के प्रदूषण पर नियंत्रण करने के लिए जब ऑड ईवन का फॉर्मूला लागू किया था, तो सिविल डिफेंस वॉलंटियर्स का प्रावधान किया था, जिनका उद्देश्य लोगों को जागरूक करना था, लेकिन अब चार सालों बाद यही सिविल डिफेंस वॉलंटियर्स जनता के लिए मुसीबत बनते दिख रहे हैं। एक तरफ जहां दिल्ली सरकार छठ पूजा के त्योहार पर यमुना के जल को स्वच्छ रखने में विफल रही, तो उसने यमुना घाट पर छठ मनाने पर ही रोक लगा दी, जिसका औचित्य नहीं था।
मौजूदा समय में एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रही है, जिसने केजरीवाल के सिविल डिफेंस वॉलंटियर्स सिस्टम की पोल खोल कर रख दी है। इस वीडियो में स्पष्ट तौर पर देखा जा सकता है कि व्रत रखने वाली महिलाओं के साथ ये कथित वॉलंटियर्स बहस कर रहे हैं, वहीं कई लोगों द्वारा गाली-गलौच की बातें तक सामने आईं हैं। दिल्ली के सिविल डिफेंस वॉलंटियर्स के रवैए को देखकर ये कहा जा सकता है कि वो जनता के सेवक कम और आम आदमी पार्टी के अराजकतावादी कार्यकर्ता ज्यादा प्रतीत होते हैं!
https://twitter.com/MrSinha_/status/1458334459879559171?t=lnKuDQiyrVboUTglzYJM0Q&s=19
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लोगों से अभद्रतापूर्ण व्यवहार
ऐसे एक नहीं हजारों मामले सामने आए हैं, जब ये कथित वॉलंटियर्स अपने अधिकारों का दुरुपयोग करते दिखे हैं! सार्वजनिक स्थानों पर लोगों को डराने-धमकाने में इन वॉलंटियर्स ने पीएचडी कर रखी है। यदि आपने मास्क नहीं लगाया हुआ है या हेलमेट भी नहीं लगाया, तो भी पुलिस आपकी बाइक की चाबी नहीं निकाल सकती है, इसे गैरकानूनी माना गया है, लेकिन ये केजरीवाल के सिविल डिफेंस वॉलंटियर्स न केवल कार-बाइक की चाबी निकाल लेते हैं, बल्कि उन्हें बेवजह प्रताड़ित भी करते हैं, जो कि एक आपत्तिजनक कृत्य का पर्याय है। इतना ही नहीं, इन्हीं वॉलंटियर्स के अनेकों अश्लीलता भरे वीडियो भी सामने आ चुके हैं, जिनमें ये ऑन ड्यूटी अश्लील हरकतें करते दिखे हैं।
Shame on #Delhi_civil_Defence @ArvindKejriwal https://t.co/lDtk3vFjGg
— Ravi kumar (@ravikumar455) November 10, 2021
वसूली का काला खेल
बताते चलें कि मास्क लगाने को लेकर सरकार ने गाइडलाइंस जारी कर रखी हैं, किन्तु एक सच ये भी है कि कभी-कभी मास्क पसीनों के कारण नाक से नीचे आ जाता है, और बाइक चालकों के साथ हेलमेट के कारण ये दिक्कत सर्वाधिक होती है, किन्तु इस एक स्वाभाविक सी घटना को आधार बनाकर केजरीवाल के ये वॉलंटियर्स नियमों का डर दिखाकर लोगों से ज़रूरत से ज्यादा जुर्माना वसूलने का धंधा चलाते हैं। इसके विपरीत सच तो यह है कि यह लोग खुद सर्वाधिक नियमों की अवहेलना करते हैं। ये लोगों के साथ ऐसा व्यवहार करते हैं, मानों ये स्वयं पुलिस की जगह ले चुके हैं, और उनके इस रवैए के कारण आम जनता इनके अपराधों का शिकार होती रहती है।
This is exactly what Civil Defence is doing in Delhi.
Location- Badarpur border flyover.
They are educated enough to volunteer for Civil Defence but do not have common Sanitation sense.@AAPDelhi@CMODelhi@DCPSouthDelhi @MoHFW_INDIA @SwachhBharatGov @dtptraffic @PMOIndia pic.twitter.com/13DxnK49pj— NaVeen Vijay BhAdana (@11naveenbhadana) November 3, 2021
समानांतर पुलिस की प्लानिंग तो नहीं ?
गौरतलब है कि दिल्ली केंद्रशासित प्रदेश है, ऐसे में दिल्ली की पुलिस गृह मंत्रालय के अंतर्गत है। इसके कारण दिल्ली सरकार आए दिन दिल्ली पुलिस के रवैए पर छाती पीटती रहती है। इसके विपरीत अब यदि इन सिविल डिफेंस वॉलंटियर्स की ड्रेस को देखें, तो पहले जो ड्रेस सफेद थी, वो अब धीरे-धीरे खाकी हो चली है। ऐसे में इन वॉलंटियर्स को लोग पुलिस समझने का धोखा कर बैठते हैं, और मजबूरी में रिश्वत भी दे देते है, जिससे जनता के मन में दिल्ली पुलिस के प्रति एक नकारात्मक छवि बनती है, जबकि इन मामलों में दिल्ली पुलिस का तो कोई हाथ भी नहीं होता। इसके विपरीत ये वॉलंटियर्स लोगों को अदालत के चक्कर लगाने का डर दिखाकर उनसे मोटी रकम वसूलते हैं।
@dtptraffic Delhi Civil Defence staff riding on scooty without helmet
Location – IIT GATE CROSSING ON SHRI AUROBINDO MARG (MOVING TOWARDS MEHRAULI)
Date 26 October 2021
Time 14:01 pic.twitter.com/2vD0MRcOKQ— Atin (@Atin5166) October 26, 2021
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ऐसे में यह स्पष्ट होता है कि दिल्ली सरकार ने सिविल डिफेंस वालंटियर्स का जो सिस्टम बनाया था, उसका प्रयोग तो कथित तौर पर जनहित का था, लेकिन वो अब जनहित की बजाए जनता को प्रताड़ित करने का ही हब बन गया है। इसके साथ ही सिविल डिफेंस वॉलंटियर्स का काम देखकर कोई इन्हें समाजसेवी तो नहीं कहेगा, अपितु इनकी हरकतें आम आदमी पार्टी से के किसी लंपट कार्यकर्ता के चरित्र सी प्रतीत होती हैं!