वित्तीय वर्ष 2021-22 के अंत तक भारत का निर्यात 400 बिलियन डॉलर के स्तर को पार कर जाएगा। पिछले वर्ष भारतीय निर्यात 291.80 बिलियन डॉलर था। इस वर्ष सरकार ने निर्यात को 400 बिलियन डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। यदि ऐसा हुआ तो यह इतिहास में पहला अवसर होगा जब भारत रिकॉर्ड तोड़ निर्यात करेगा। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने दावा किया है कि 400 बिलियन डॉलर के निर्यात के उस लक्ष्य को प्राप्त करेगा, जो इतिहास में अब तक नहीं हो सका था। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि भारत को इस लक्ष्य तक पहुंचने में संयुक्त अरब अमीरात (UAE) की सहायता मिलेगी। मुंबई में सांताक्रूज इलेक्ट्रॉनिक्स एक्सपोर्ट प्रोसेसिंग जोन में मेगा कॉमन फैसिलिटी सेंटर की आधारशिला रखने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि कैसे भारत इस लक्ष्य तक पहुंचने की तैयारी में है।
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UAE करेगा 100 बिलियन डॉलर का निवेश
पीयूष गोयल ने मीडिया को जानकारी दी कि भारत सरकार UAE के साथ फ्री-ट्रेड एग्रीमेंट करने की तैयारी में है। साथ ही संयुक्त अरब अमीरात भारत में इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास के लिए 100 बिलियन डॉलर का निवेश करने वाला है। उन्होंने कहा, “संयुक्त अरब अमीरात मध्य पूर्व और अफ्रीका के लिए भारतीय व्यापार का प्रवेश द्वार बन जाएगा और हम उस बाजार में संभावनाओं को तलाशने के लिए एक विशाल भारत मार्ट स्थापित कर सकते हैं।”
यह उपलब्धि इसलिए भी महत्वपूर्ण हो जाएगी, क्योंकि ऐसा बहुत कम होता है कि भारत में कोई सरकार एक लक्ष्य निर्धारित करे और उसे समय पर पूरा कर दें। किंतु मोदी सरकार महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित कर उसे समय पर पूरा करने में विश्वास रखती है। पीयूष गोयल के दावे के पीछे यह कारण है कि पिछले 12 महीनों से भारतीय निर्यात लगातार बढ़ रहा है। वार्षिक वृद्धि दर हर महीने 20 फीसदी से अधिक रही है। उदाहरण के लिए अंतिम तीन महीनों की बात करें, तो सितंबर 2020 की अपेक्षा सितंबर 2021 में भारतीय निर्यात 22.63 फीसदी बढ़कर 33.79 बिलियन डॉलर हो गया था। अक्टूबर में यह बढ़त अक्टूबर 2020 की अपेक्षा 42.33 फीसदी थी। दरअसल, अक्टूबर 2020 में भारतीय निर्यात 24.92 बिलियन डॉलर था।
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भारत ने निर्यात के क्षेत्र में तोड़ दिए हैं सारे रिकार्ड
यह तर्क दिया जा सकता है कि भारतीय निर्यात में वृद्धि का कारण यह है कि कोरोना के फैलाव के बाद भारत में आर्थिक गतिविधियां बहुत सीमित हो गई थी, इस कारण अब जबकि अर्थव्यवस्था पुनः गतिमान हुई है, तो निर्यात में उछाल आया है। किंतु यह सत्य अधूरा है। देखा जाए तो भारतीय निर्यात ने महामारी के पूर्व के सभी रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए हैं। अक्टूबर 2019 में भारतीय निर्यात 26.23 बिलियन डॉलर था, जबकि इस वर्ष अक्टूबर 2021 में निर्यात 35.47 बिलियन डॉलर है। वहीं, नवंबर 2020 की अपेक्षा नवंबर 2021 में 27.16% प्रतिशत की वृद्धि हुई है और इस वर्ष नवंबर में निर्यात 30.04 बिलियन डॉलर हो गया है।
बताते चलें कि अप्रैल 2021 से नवंबर 2021 तक भारतीय निर्यात 263.57 बिलियन डॉलर हो चुका है। भारत में ये उपलब्धि केवल वस्तुओं के निर्यात से प्राप्त की है। इसमें अगर सेवा निर्यात जोड़ दिया जाए, तो भारत का कुल निर्यात ‛Merchandise and Services’ अबतक 418.74 बिलियन डॉलर हो गया है। अभी इस वित्तीय वर्ष में 4 माह बचे हैं। अतः कहा जा सकता है कि भारत के लिए वस्तु निर्यात में 400 बिलियन डॉलर के निर्यात का लक्ष्य प्राप्त करना कठिन अवश्य है किंतु असाध्य नहीं है। क्रिसमस और नववर्ष के अवसर पर वैश्विक बाजार में खरीदारी बढ़ जाती है। संभवतः भारत इसका लाभ उठा सकता है।
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