OYO कृषि-पर्यटन को बढ़ावा देकर पारंपरिक पर्यटन का स्वरुप बदलेगा

होटल इंडस्ट्री को गांव के कोने-कोने तक पहुंचाएगा OYO

रितेश अग्रवाल OYO

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारत को एक सफल सफल उद्यम के तौर पर विक्सित करना चाहते हैं। भारत सरकार भी इस क्षेत्र में उद्यमी विचारों को प्रोत्साहन दे रही है। अगर देश में सफल उद्यमी की बात की जाए तो OYO के सर्वेसर्वा रितेश अग्रवाल का उदारहण सटीक बैठता है। एक सफल यूनिकॉर्न की नीवं रखने वाले, अपने समय के सबसे कम आयु वाले बिलेनियर रितेश अग्रवाल प्रधानमंत्री मोदी के नजरों में आने के लिए एक नया बदलाव करने वाले हैं। यह बदलाव होटल इंडस्ट्री में क्रांति ला देगा। अभी तक Oyo Rooms शहरों में लोगों को कमरा उपलब्ध कराता था लेकिन अब एक बड़ा बदलाव करते हुए ग्रामीण क्षेत्रों तक होटल इंडस्ट्री को फैलाने की योजना शुरू होने वाली है।

OYO अब एग्री-टूरिज्म को देगा बढ़ावा

दरअसल, हॉस्पिटैलिटी यूनिकॉर्न OYO के संस्थापक रितेश अग्रवाल ने कहा है कि “ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक होटल, होम-स्टे और एग्री-स्टे बनाना, एक बड़े मौके को अनलॉक करने का एक महत्वपूर्ण अवसर होगा।” ट्वीट्स की एक श्रृंखला में, अग्रवाल ने कहा कि “Oyo ने हाल ही में केवड़िया और गुजरात के ग्रामीण घरों में इस तरह के कृषि आवास का संचालन किया था, जिसे मेहमानों और किसानों दोनों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली थी।” उन्होंने आगे कहा “हमें उम्मीद है कि सरकार के प्रोत्साहन, उद्योग जगत के साथियों के समर्थन से हम देश के अन्य हिस्सों में इस तरह के प्रवास को शुरू करने में मदद कर सकते हैं।” वहीं, उन्होंने कहा कि “ग्रामीण पर्यटन को प्राथमिकता देने से किसानों के लिए अतिरिक्त आय के स्रोत पैदा होंगे।”

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यही नहीं अपितु OYO के संस्थापक रितेश अग्रवाल ने अपने ट्वीट में आगे कहा कि “होटल, होम-स्टे और एग्री-स्टे के मामले में और अधिक बुनियादी सुविधाएं बनाना, मौके को अनलॉक करने का एक महत्वपूर्ण अवसर होगा। कृषि-होम-स्टे के नेतृत्व में ग्रामीण पर्यटन हमारे किसानों के लिए आय के अतिरिक्त स्रोत पैदा करेगा, जो एक अवसर है, जो अपनी वास्तविक क्षमता के अनलॉक होने की प्रतीक्षा कर रहा है।”

भारतीय स्टार्टअप्स की होगी ग्रामीण इलाकों तक पहुंच

बताते चलें कि उन्होंने भारतीय उद्योग जगत के प्रतिनिधियों के साथ विचार विनिमय सत्र आयोजित करने के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय को भी धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, “भारत के प्रधानमंत्री द्वारा पोडियम फिनिश के विजन को सुनना स्फूर्तिदायक था। मुझे सच में विश्वास है कि भारतीय स्टार्टअप इस प्रयास में नेतृत्व करेंगे जैसा कि उन्होंने इस साल प्रदर्शित भी किया है।”

बता दें कि Oyo इस समय बढ़ रहा है। इसके विकास की कहानी भी इतिहास में लिखी जाएगी। इस बीच, इस साल अक्टूबर में, Oyo होटल्स एंड होम्स का संचालन करने वाली ओरावेल स्टेज़ प्राइवेट लिमिटेड ने 8,430 करोड़ (1.1 अरब डॉलर) की आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (IPO) के लिए आवेदन किया था। वहीं, इसमें अन्य निवेशकों के साथ 1,430 करोड़ मूल्य के शेयरों की बिक्री के साथ लगभग 7,000 करोड़ की प्राथमिक पूंजी जुटाना भी शामिल था।

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ऐसे में, कहा जा सकता है कि इस समय भारतीय स्टार्टअप्स भी नए-नए विचारों के साथ उभर कर सामने आ रहे हैं। यह अच्छी बात है क्योंकि मजबूत अर्थव्यवस्था से पूरे देश का भला होगा। वहीं, OYO के संस्थापक रितेश अग्रवाल के इस प्रयास से ग्रामीण इलाके में रोजगार की संभावनाएं उत्त्पन्न होंगीं और ग्रामीण किसानों की आर्थिक स्थित में भी बदलाव देखेने को मिलेगा।

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