द वायर ने अपने लेख में असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा और उनकी पत्नी रिंकी भुयान सरमा को भू-माफिया बताया है। अपने लेख में द वायर ने लिखा कि “असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा राज्य भर के किसान परिवारों को इस आधार पर बेदखल करने पर जोर दे रहे हैं कि किसी को भी सरकारी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा करने का अधिकार नहीं है। हालांकि, द वायर और द क्रॉस करंट की एक जांच ने स्थापित किया है कि सरमा की पत्नी, रिंकी भुयान सरमा द्वारा सह-स्थापित एक रियल एस्टेट कंपनी खुद जमीनपर कब्जा कर रही है, जिसमें उनके बेटे नंदिल बिस्वा सरमा के पास वित्त वर्ष 2020 में एक महत्वपूर्ण संख्या में शेयर थे।”
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हिमंता के खिलाफ ‘द वायर’ का प्रोपेगेंडा
द वायर ने आगे लिखा कि लगभग 18 एकड़ सरकारी भूमि जो भूमिहीन व्यक्तियों और संस्थानों के लिए है, उसपर सत्ता के सहारे हिमंता ने कब्जा किया है। इसके कब्जे, बिक्री और उपयोग को नियंत्रित करने वाले आधिकारिक नियमों के उल्लंघन को लेकर कई दस्तावेज भी पाए गए हैं। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि विचाराधीन कंपनी, आरबीएस रियल्टर्स प्राइवेट लिमिटेड ने दो चरणों में 18 एकड़ में से अधिकांश भूमि का अधिग्रहण किया है। द वायर के मुताबिक कंपनी द्वारा साल 2006-2007 में और फिर साल 2009 में अधिग्रहण किया गया है। उस अवधि के दौरान, सरमा की पत्नी रिंकी भुयान सरमा कंपनी की निदेशक थी और सरमा तत्कालीन तरुण गोगोई सरकार में खुद एक प्रभावशाली मंत्री थे। कंपनी के अन्य संस्थापक-निदेशक रंजीत भट्टाचार्य भी सरमा के सहयोगी थे। सरमा की कंपनी के स्वामित्व वाली भूमि का विवरण असम सरकार के पोर्टल ‘धरित्री’ पर उपलब्ध है, जो राज्य में भूमि के स्वामित्व का एक डिजिटल रिकॉर्ड प्रदान करता है।
‘द वायर’ के झूठ की खुल गई पोल
अब इस पर लेफ्ट लिबरलों का रोना-धोना शुरू हो गया है। द वायर की यह खबर जमकर वायरल हुई, लोगों ने जमकर प्रतिक्रियाएं दी। लेकिन अब ये मामला तूल पकड़ता दिख रहा है, क्योंकि एक पत्रकार ने द वायर के इस रिपोर्ट की पूरी कलई खोल दी है। पत्रकार अतानु भूयान ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा, “द वायर (@thewire_in) की सीएम हिमंता बिस्वा सरमा (@himantabiswa) की पत्नी रिंकी भुयान सरमा (@rinikib) के खिलाफ रिपोर्ट पढ़ें। 1989 की भूमि नीति तथा असम भूमि राजस्व नियमन 1886 और सीलिंग एक्ट की धारा-16 के अनुसार 10 साल से पहले किसी भी बिक्री को प्रतिबंधित नहीं करता है। प्रतिबंध 2019 में भाजपा सरकार के दौरान आया था।”
Just read @thewire_in’s news report against CM @himantabiswa’s wife @rinikibsharma. According to Land Policy of 1989 and Assam Land Revenue Regulation 1886, and Section 16 of Ceiling Act doesn’t restrict any sale before 10-years. The restriction came from 2019 during BJP’s Govt.
— atanu bhuyan (@atanubhuyan) December 8, 2021
लेकिन, सीएम हिमंता बिस्वा सरमा की पत्नी रिंकी भुयान सरमा ने साल 2006 में सारी संपत्ति खरीदी। उस समय राजस्व आयुक्त सीके दास ने नोटिस जारी कर कहा था कि कोई भी 10 साल से पहले सीलिंग लैंड नहीं बेच सकता है। लेकिन फिर 2008 में हाईकोर्ट ने इस आदेश को रद्द कर दिया था। प्रॉपर्टी के नए मालिक रंजीत भट्टाचार्य ने कहा है कि शुक्रवार को वो द वायर (@thewire_in) के खिलाफ मानहानि का केस करेंगे। अब तो द वायर को कोई नहीं बचा सकता है, क्योंकि बिना नाम लिए अगर लेख लिखा गया होता, तो किसी भी तरह की कोई दिक्कत नहीं हुई होती, लेकिन अब तो हिमंता का नाम लिखकर द वायर ने खुद के पैरों पर कुल्हाड़ी मार ली है।
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