TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    कथित तौर पर यह झड़प 22 जुलाई को राजधानी स्थित कर्नाटक भवन के प्रशासनिक कार्यालय में हुई थी।

    दिल्ली की ज़मीन पर कर्नाटक की लड़ाई: सीएम और डिप्टी सीएम खेमों में आर-पार की जंग

    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    आस्था की लूट? तमिलनाडु सरकार ने 1,000 किलो चढ़ावा पिघलाया

    आस्था की लूट? तमिलनाडु सरकार ने 1,000 किलो से चढ़ावे का सोना पिघलाया

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता: ‘फ्री ट्रेड’ डील डन, जानिए किन सेक्टरों को होगा सीधा फायदा?

    भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता: ‘फ्री ट्रेड’ डील डन, जानिए किन सेक्टरों को होगा सीधा फायदा?

    भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते को कैबिनेट की मंजूरी, पीएम की यात्रा के दौरान होगा हस्ताक्षर

    भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते को कैबिनेट की मंजूरी, पीएम की यात्रा के दौरान होगा हस्ताक्षर

    बिजनेस का पलायन: 2011 से अब तक पश्चिम बंगाल छोड़ गईं 6,688 कंपनियां, जानिए क्या है वजह?

    बिजनेस का पलायन: 2011 से अब तक पश्चिम बंगाल छोड़ गईं 6,688 कंपनियां, जानिए क्या है वजह?

    अमेरिकी सीनेटर ने भारत की अर्थव्यवस्था तबाह करने की दी धमकी, जानें क्या है मामला

    अमेरिकी सीनेटर ने भारत की अर्थव्यवस्था तबाह करने की दी धमकी, जानें क्या है मामला

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    1999 से ऑपरेशन सिंदूर तक: कारगिल विजय दिवस भारत की शौर्यगाथा का प्रतीक

    1999 से ऑपरेशन सिंदूर तक: कारगिल विजय दिवस भारत की शौर्यगाथा का प्रतीक

    ऑपरेशन सिंदूर अब भी जारी, सेना को रहना चाहिए 24×7 सतर्क: जनरल अनिल चौहान

    ऑपरेशन सिंदूर अब भी जारी, सेना को रहना चाहिए 24×7 सतर्क: जनरल अनिल चौहान

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद बीएसएफ की ड्रोन निगरानी और युद्ध क्षमताओं को किया जाएगा बेहतर

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद बीएसएफ की ड्रोन निगरानी और युद्ध क्षमताओं को किया जाएगा बेहतर

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    बांग्लादेश में हिंदुओं के बढ़ते उत्पीड़न के बीच चिन्मय कृष्ण दास को फिर नहीं मिली जमानत

    बांग्लादेश में हिंदुओं के बढ़ते उत्पीड़न के बीच चिन्मय कृष्ण दास को फिर नहीं मिली जमानत

    फिलिस्तीन को मान्यता देगा फ्रांस: जंग के बीच इजरायल को क्यों लगेगा बड़ा डेंट, मैक्रों की मजबूरी जानें

    फिलिस्तीन को मान्यता देगा फ्रांस: जंग के बीच इजरायल को बड़ा झटका, जानें क्या है मैक्रों की मजबूरी

    वैश्विक आतंकवाद का केंद्र पाकिस्तान आंतरिक संघर्षों से भी जूझ रहा है

    पासपोर्ट रैंकिंग में पाकिस्तान फिर फिसड्डी, उत्तर कोरिया और सूडान जैसे देशों से भी नीचे रही रैंकिंग

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    अब तक आजाद नहीं हो सकीं आजाद की अस्थ्यिां, पांच दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

    आज तक ‘आज़ाद’ नहीं हो सकीं चंद्रशेखर आजाद की अस्थियां, 5 दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

    ड्रूज़ समुदाय (Photo - The National News)

    इस्लाम से निकले ड्रूज़ समुदाय की कहानी जो करता है पुनर्जन्म में विश्वास; इन्हें बचाने के लिए इज़रायल ने किए सीरिया में हमले

    आरएसएस के चतुर्थ सरसंघचालक प्रो. राजेंद्र सिंह उपाख्य रज्जू भैया

    वैज्ञानिक और शिक्षक से सरसंघचालक तक: प्रो. राजेन्द्र सिंह उपाख्य ‘रज्जू भैया’ की प्रेरक जीवनयात्रा

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    “उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कौन देगा?”

    “उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कब मिलेगा?”

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद बीएसएफ की ड्रोन निगरानी और युद्ध क्षमताओं को किया जाएगा बेहतर

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद बीएसएफ की ड्रोन निगरानी और युद्ध क्षमताओं को किया जाएगा बेहतर

    USOPC का बड़ा फैसला- ट्रम्प के आदेश के बाद ओलंपिक खेलों में ट्रांसजेंडर एथलीटों की एंट्री पर लगी रोक

    USOPC का बड़ा फैसला- ट्रम्प के आदेश के बाद ओलंपिक खेलों में ट्रांसजेंडर एथलीटों की एंट्री पर लगी रोक

    कैंपस हॉस्टल से कामिकेज ड्रोन: भारतीय सेना को युद्ध के लिए तैयार ड्रोन इस तरह पहुंचा रहे बिट्स के दो छात्र

    20 वर्षीय छात्रों ने हॉस्टल में बनाया 300 km/h की रफ्तार वाला कामिकेज़ ड्रोन, अब सेना करेगी इस्तेमाल

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    कथित तौर पर यह झड़प 22 जुलाई को राजधानी स्थित कर्नाटक भवन के प्रशासनिक कार्यालय में हुई थी।

    दिल्ली की ज़मीन पर कर्नाटक की लड़ाई: सीएम और डिप्टी सीएम खेमों में आर-पार की जंग

    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    आस्था की लूट? तमिलनाडु सरकार ने 1,000 किलो चढ़ावा पिघलाया

    आस्था की लूट? तमिलनाडु सरकार ने 1,000 किलो से चढ़ावे का सोना पिघलाया

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता: ‘फ्री ट्रेड’ डील डन, जानिए किन सेक्टरों को होगा सीधा फायदा?

    भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता: ‘फ्री ट्रेड’ डील डन, जानिए किन सेक्टरों को होगा सीधा फायदा?

    भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते को कैबिनेट की मंजूरी, पीएम की यात्रा के दौरान होगा हस्ताक्षर

    भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते को कैबिनेट की मंजूरी, पीएम की यात्रा के दौरान होगा हस्ताक्षर

    बिजनेस का पलायन: 2011 से अब तक पश्चिम बंगाल छोड़ गईं 6,688 कंपनियां, जानिए क्या है वजह?

    बिजनेस का पलायन: 2011 से अब तक पश्चिम बंगाल छोड़ गईं 6,688 कंपनियां, जानिए क्या है वजह?

    अमेरिकी सीनेटर ने भारत की अर्थव्यवस्था तबाह करने की दी धमकी, जानें क्या है मामला

    अमेरिकी सीनेटर ने भारत की अर्थव्यवस्था तबाह करने की दी धमकी, जानें क्या है मामला

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    1999 से ऑपरेशन सिंदूर तक: कारगिल विजय दिवस भारत की शौर्यगाथा का प्रतीक

    1999 से ऑपरेशन सिंदूर तक: कारगिल विजय दिवस भारत की शौर्यगाथा का प्रतीक

    ऑपरेशन सिंदूर अब भी जारी, सेना को रहना चाहिए 24×7 सतर्क: जनरल अनिल चौहान

    ऑपरेशन सिंदूर अब भी जारी, सेना को रहना चाहिए 24×7 सतर्क: जनरल अनिल चौहान

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद बीएसएफ की ड्रोन निगरानी और युद्ध क्षमताओं को किया जाएगा बेहतर

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद बीएसएफ की ड्रोन निगरानी और युद्ध क्षमताओं को किया जाएगा बेहतर

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    बांग्लादेश में हिंदुओं के बढ़ते उत्पीड़न के बीच चिन्मय कृष्ण दास को फिर नहीं मिली जमानत

    बांग्लादेश में हिंदुओं के बढ़ते उत्पीड़न के बीच चिन्मय कृष्ण दास को फिर नहीं मिली जमानत

    फिलिस्तीन को मान्यता देगा फ्रांस: जंग के बीच इजरायल को क्यों लगेगा बड़ा डेंट, मैक्रों की मजबूरी जानें

    फिलिस्तीन को मान्यता देगा फ्रांस: जंग के बीच इजरायल को बड़ा झटका, जानें क्या है मैक्रों की मजबूरी

    वैश्विक आतंकवाद का केंद्र पाकिस्तान आंतरिक संघर्षों से भी जूझ रहा है

    पासपोर्ट रैंकिंग में पाकिस्तान फिर फिसड्डी, उत्तर कोरिया और सूडान जैसे देशों से भी नीचे रही रैंकिंग

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    अब तक आजाद नहीं हो सकीं आजाद की अस्थ्यिां, पांच दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

    आज तक ‘आज़ाद’ नहीं हो सकीं चंद्रशेखर आजाद की अस्थियां, 5 दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

    ड्रूज़ समुदाय (Photo - The National News)

    इस्लाम से निकले ड्रूज़ समुदाय की कहानी जो करता है पुनर्जन्म में विश्वास; इन्हें बचाने के लिए इज़रायल ने किए सीरिया में हमले

    आरएसएस के चतुर्थ सरसंघचालक प्रो. राजेंद्र सिंह उपाख्य रज्जू भैया

    वैज्ञानिक और शिक्षक से सरसंघचालक तक: प्रो. राजेन्द्र सिंह उपाख्य ‘रज्जू भैया’ की प्रेरक जीवनयात्रा

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    “उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कौन देगा?”

    “उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कब मिलेगा?”

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद बीएसएफ की ड्रोन निगरानी और युद्ध क्षमताओं को किया जाएगा बेहतर

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद बीएसएफ की ड्रोन निगरानी और युद्ध क्षमताओं को किया जाएगा बेहतर

    USOPC का बड़ा फैसला- ट्रम्प के आदेश के बाद ओलंपिक खेलों में ट्रांसजेंडर एथलीटों की एंट्री पर लगी रोक

    USOPC का बड़ा फैसला- ट्रम्प के आदेश के बाद ओलंपिक खेलों में ट्रांसजेंडर एथलीटों की एंट्री पर लगी रोक

    कैंपस हॉस्टल से कामिकेज ड्रोन: भारतीय सेना को युद्ध के लिए तैयार ड्रोन इस तरह पहुंचा रहे बिट्स के दो छात्र

    20 वर्षीय छात्रों ने हॉस्टल में बनाया 300 km/h की रफ्तार वाला कामिकेज़ ड्रोन, अब सेना करेगी इस्तेमाल

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

कोहली की 10 साल में कमाई इज्ज़त हवा हो गई देखते-देखते

अब विराट कोहली वैसे नहीं रहे, जैसे वे पहले थे!

Animesh Pandey द्वारा Animesh Pandey
16 December 2021
in मत
विराट कोहली
Share on FacebookShare on X

13 वर्ष पूर्व, सन 2008 ये वो समय था, जब भारतीय क्रिकेट एक महत्वपूर्ण बदलाव से परिचित हो रहा था। टी20 विश्व कप में विजयी होकर आये महेंद्र सिंह धोनी ऑस्ट्रेलिया में एक अत्यंत युवा टीम के साथ खेल रहे थे, और अनेक चुनौतियों के बाद भी वे किसी भांति फाइनल में पहुँचने में सफल रहे। उन्होंने न केवल फाइनल जीता, अपितु सीरीज़ भी जीती। यह अपने आप में ऐतिहासिक था, क्योंकि वर्षों बाद भारत ने ऑस्ट्रेलिया में कोई वनडे चैम्पियनशिप जीती थी, पर इससे भी अधिक चर्चा हुई जूनियर वर्ल्ड कप की, जिसमें भारत ही विजेता था। यहीं से एक सितारे का उदय हुआ, जो आगे चलकर भारतीय क्रिकेट का एक प्रभावशाली नाम सिद्ध हुआ।

वनडे की कप्तानी से हटाये जाने को लेकर चल रहे विवाद के बीच कल विराट कोहली ने अपना पक्ष रखने का प्रयास किया। विराट के अनुसार, BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली ने झूठ बोला कि उन्हें टी-20 की कप्तानी छोड़ने से रोका गया था। विराट ने यह आरोप लगाया कि वनडे कप्तानी से हटाए जाने की सूचना उन्हें साउथ अफ्रीका के लिए टेस्ट टीम घोषित करने से 90 मिनट पहले ही दी गई।

संबंधितपोस्ट

‘कोहली का वीडियो…RCB की ज़िद’: बेंगलुरु भगदड़ मामले में कर्नाटक सरकार ने टीम को ठहराया ज़िम्मेदार

RCB के जश्न में हुई भगदड़ में 11 लोगों की मौत का ज़िम्मेदार कौन?

IPL फाइनल से पहले मुश्किल में कोहली, पुलिस ने पब पर दर्ज की FIR; लगे ये आरोप

और लोड करें

हम ये भी जानते हैं कि विराट कोहली जिस प्रकार से सहानुभूति बटोरने का ओछा प्रयास कर रहे हैं, ताकि वे एक सम्मानित क्रिकेटर और वर्तमान BCCI अध्यक्ष को नीचा दिखा सके, वो भी अक्षम्य है। परन्तु ये सब एक दिन की कथा नहीं है। ये व्यक्तित्व चन्द दिनों में उत्पन्न नहीं हुआ है, इसके पीछे की अंतर्कथा बहुत गहरी और रोचक है, जिसके लिए आपको 2009 की ओर जाना होगा, जब विराट कोहली  अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में एक वर्ष पूरा कर चुके थे।

राष्ट्रीय क्रिकेट में एक चमकते सितारे बन चुके विराट कोहली तब अंडर 19 विश्व कप के चैम्पियन कप्तान के रूप में विश्वप्रसिद्ध थे, और अपनी आक्रामकता के लिए काफी चर्चित थे। उन्होंने ICC चैम्पियंस ट्रॉफी 2009 में अपनी छाप छोड़ते हुए वेस्टइंडीज़ के विरुद्ध नाबाद 79 रन बनाये थे।

परन्तु विराट कोहली का असली उदय हुआ 2011 विश्व कप में, जहाँ उन्होंने आक्रामकता और धमाकेदार परफोर्मेंस का बेजोड़ मिश्रण देते हुए ताबड़तोड़ रन बनाए। बांग्लादेश के विरुद्ध प्रारंभिक मैच में जहाँ वीरेन्द्र सहवाग ने 175 रन नाबाद बनाये, तो वहीँ कोहली ने अपने पहले ही वर्ल्ड कप मैच में शतक भी ठोका। इतना ही नहीं, फाइनल में जब भारत संकट में पड़ते हुए दिखाई दिया, तो विराट कोहली ने गौतम गंभीर के साथ 35 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी भी की। इन्होने विश्व कप विजय के पश्चात सचिन तेंदुलकर को न केवल कन्धों पर उठाया, अपितु ये भी घोषणा की कि अब सचिन को अपना दायित्व ‘युवा पीढ़ी को सौंपना चाहिए।’ लेकिन आज विराट क्या है?

इसी भांति विराट कोहली ने ICC चैम्पियंस ट्रॉफी 2013 की ऐतिहासिक विजय में वही भूमिका निभाई, जो 1983 के विश्व कप में मोहिंदर अमरनाथ ने निभाई थी। तो फिर ऐसा क्या हुआ, कि जो व्यक्ति कभी आक्रामकता और उत्कृष्ट परफॉरमेंस का एक अनुपम उदाहरण था, वो आज भारतीय क्रिकेट और देश के अधिकांश क्रिकेट प्रेमियों के लिए हास्य का विषय बना हुआ है? ऐसा क्या है कि आज विराट कोहली से कोई सहानुभूति नहीं रखना चाहता?

कारण स्पष्ट है – सफलता को कभी अपने सर पर मत चढ़ने दो। विराट कोहली की आक्रामकता और उनके मुखर स्वभाव के कारण वे टीम के कप्तान बनने की होड़ में सबसे आगे थे, और हुआ भी यही। जब लोगों को लगने लगा कि कप्तान के तौर पर महेंद्र सिंह धोनी के सन्यास लेने का समय आ चुका है, तो 2016 में विराट कोहली के लिए मार्ग साफ़ हो गया। यहीं से विराट कोहली का व्यक्तिगत उदय भी प्रारंभ हुआ, और चारित्रिक पतन भी। इसके संकेत 2017 के चैम्पियंस ट्रॉफी में ही मिल गए थे, जब अवसर भी था और स्थिति भी अनुकूल थी, परन्तु इसके बाद भी भारत आश्चर्यजनक रूप से पाकिस्तान से पराजित हुआ, और सिर्फ पराजित नहीं हुआ, भारत मानो पूर्णतया लज्जित होकर स्टेडियम से निकला। लेकिन कोहली के चेहरे पर न कोई लज्जा थी, और न ही कोई पश्चाताप की भावना।

विराट कोहली की जब तुलना सौरव गांगुली से उनके चाटुकार करते हैं, तो ऐसा प्रतीत होता है जैसे हीरे की तुलना कोयले से की जा रही हो। सौरव के कारण आज भारतीय क्रिकेट टीम सर उठाकर दुनिया में घूम सकती है, ये वो व्यक्ति है जिसने भारत को दुनिया भर में जीतना सिखाया, और हर व्यक्ति के अंदर का विजेता बाहर निकाला। जिस व्यक्ति के कारण देश को ज़हीर ख़ान, आशीष नेहरा, महेंद्र सिंह धोनी, वीवीएस लक्ष्मण, राहुल द्रविड़, अजीत अगरकर, वीरेंद्र सहवाग, इरफान पठान इत्यादि जैसे दमदार खिलाड़ी मिले हों, उसे अब ट्रोल्लर्स बताएंगे कि क्रिकेट कैसे संभालना चाहिए?

रही बात रिकॉर्ड्स की, तो जिसे थाली में सजाकर वस्तुएं मिलेंगी, वो क्या जानेगा कि मेहनत क्या चीज होती है? वास्तविक रिकॉर्ड्स तो सौरव गांगुली ने बनाए हैं, जिसकी बराबरी शायद ही विराट कोहली अपने जीवन में कभी कर सकें। आज भी विराट कोहली कभी गर्व से नहीं कह सकते कि उन्होंने अपने प्रथम टेस्ट मैच में शतक ठोका था, जबकि सौरव गांगुली ने ये करिश्मा 1996 में ही किया था, और वो भी क्रिकेट के तीर्थ यानि लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउन्ड, लंडन में।

अरे ये तो कुछ भी नहीं है। सौरव गांगुली ने भारत को 2002 में ICC चैंपियंस ट्रॉफी दिलवाई थी, वो भी तब जब श्रीलंका अपने चरम पर हुआ करती थी। 2003 के विश्व कप फाइनल में हम भले ही ऑस्ट्रेलिया से पराजित हुए, परंतु हमारी टीम एक बेहतरीन टीम थी, जिसने कम से कम अपने देश का आत्मसम्मान तो दांव पर नहीं लगाया। क्या इस बात की गारंटी कोहली समर्थक दे सकते हैं? कभी नहीं! सौरव गांगुली विश्व के उन छह क्रिकेटरों में सम्मिलित हैं, जिनके पास 10,000 से अधिक रन हैं, 100 से अधिक विकेट हैं और 100 से अधिक कैच हैं। कोहली के पास इनसे रन थोड़े अधिक हो, पर इसके आधे भी विकेट हों, तो बहुत बड़ी बात होगी। सबसे बड़ी बात तो यह है कि सौरव गांगुली के पूरे टेस्ट करियर में किसी भी वर्ष उनका बैटिंग औसत 40 के नीचे नहीं गया, परंतु विराट कोहली तो दो ही वर्ष में 30 से नीचे टेस्ट बैटिंग एवरेज गिरा दिए। क्या ये एक अच्छे कैप्टन के संकेत है?

और पढ़ें: विराट के चाटुकार करना चाहते हैं सौरव गांगुली को BCCI से बाहर

तुलना करने का इतना ही शौक है, तो एक तुलना ये भी होनी चाहिए – जब 2015 का विश्व कप सर पर था, तब कप्तान धोनी की पत्नी गर्भवती थी, लेकिन उन्होंने राष्ट्रधर्म को महत्व् देते हुए कहा कि देश सर्वोपरि होना चाहिए, बाकी काम बाद में, और वे टीम को सेमीफ़ाइनल तक भी लेके गए थे। लेकिन जब ऐसी ही एक विकट स्थिति कोहली के समक्ष आई, तो उन्होंने क्या किया, इसके लिए किसी विशेष शोध की आवश्यकता नहीं।

आज विराट कोहली चाहे जितनी सहानुभूति बटोरने का प्रयास कर रहे हों, परन्तु सत्य तो यह हैं कि वे अपना सम्मान खो चुके हैं, जो उन्होंने इतने वर्षों में कमाया था। अब विराट कोहली वैसे नहीं रहे जैसे वे पहले थे, और यदि वे दक्षिण अफ्रीका में असफल सिद्ध हुए, तो उनका समूल विनाश तय है, जिसे वे चाहकर भी नहीं रोक पाएंगे।

Tags: क्रिकेटविराट कोहली
शेयर237ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

ईद का चाँद होना मुहावरे का हिंदी में अर्थ, वाक्य प्रयोग सहित

अगली पोस्ट

निर्भया के 9 साल और मोदी सरकार के 7 साल – जानिये महिला सुरक्षा के लिए क्या कदम उठाये गए

संबंधित पोस्ट

आरएसएस की शाखा से ‘टीम मैनेजमेंट’ का प्रशिक्षण
मत

आरएसएस की शाखा से ‘टीम मैनेजमेंट’ का प्रशिक्षण

22 July 2025

जैसे-जैसे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का शताब्दी वर्ष निकट आ रहा है, उसके कार्यों की चर्चा बढ़ती जा रही है। संघ की ओर से भी...

‘विश्व संवाद केंद्र’ संचार माध्यमों, सोशल मीडिया और मीडिया की ताकत को राष्ट्र हित में उचित दिशा देने के लिए प्रयासरत है
मत

‘संवाद से सौहार्द’ की ओर ‘विश्व संवाद केंद्र’ की भूमिका

20 July 2025

‘संगच्छध्वं संवदध्वं सं वो मनांसि जानताम्’, ऋग्वेद की ऋचा की यह पंक्ति अधिकांश लोगों ने सुनी या पढ़ी होगी । यह ऋचा आज भी उतनी...

आरएसएस के चतुर्थ सरसंघचालक प्रो. राजेंद्र सिंह उपाख्य रज्जू भैया
इतिहास

वैज्ञानिक और शिक्षक से सरसंघचालक तक: प्रो. राजेन्द्र सिंह उपाख्य ‘रज्जू भैया’ की प्रेरक जीवनयात्रा

14 July 2025

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों के लिए ‘14 जुलाई’ का दिन विशेष स्मृति दिवस होता है, क्योंकि 14 जुलाई 2003 को संघ चतुर्थ सरसंघचालक प्रो....

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Will India Buy F-35s from US or Build Su-57s with Russia? IAF’s Big Push Explained

Will India Buy F-35s from US or Build Su-57s with Russia? IAF’s Big Push Explained

00:08:32

PM Modi’s Blueprint for Tamil Nadu Begins at Rajendra Chola’s Capital Gangaikonda Cholapuram

00:07:57

One Woman. Two Brothers. Jodidaran- A Living Example of Polyandry in Himachal's Hatti Tribe.

00:05:32

Lashkar-e-Taiba on the Run from Muridke: Is Bahawalpur Becoming Pakistan’s New Terror Capital?

00:07:26

Britain’s Million-Dollar Bird Finally Takes Off!

00:06:43
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप
MASHABLE IS A GLOBAL, MULTI-PLATFORM MEDIA AND ENTERTAINMENT COMPANY. FOR MORE QUERIES AND NEWS, CONTACT US AT info@mashablepartners.com


©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited