TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    अस्थिरता के साये में बांग्लादेश

    हिंसा और अस्थिरता के साये में बांग्लादेश: चुनाव से पहले बढ़ता संकट

    23 दिसम्बर  बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    23 दिसम्बर बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    अटल मोदी

    आंध्र प्रदेश में भाजपा का विस्तार अभियान: अटल–मोदी सुपारिपालन यात्रा की शुरुआत

    कनाडाई सांसद ने संसद में उठाया बांग्लादेशी हिंदुओं पर हमलों का सवा

    कनाडाई संसद में गूंजा बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर अत्याचार का मुद्दा

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    16 दिसंबर को पाकिस्तान के पूर्वी मोर्चे के कमांडर जनरल ए के नियाजी ने 93,000 सैनिकों के साथ सरेंडर किया था

    ढाका सरेंडर: जब पाकिस्तान ने अपने लोगों की अनदेखी की और अपने देश का आधा हिस्सा गंवा दिया

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    ताइवान को बलपूर्वक कब्ज़ा करने की तैयारी में चीन

    पेंटागन की रिपोर्ट: 2027 तक ताइवान को बलपूर्वक कब्ज़ा करने की तैयारी में चीन

    कनाडाई सांसद ने संसद में उठाया बांग्लादेशी हिंदुओं पर हमलों का सवा

    कनाडाई संसद में गूंजा बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर अत्याचार का मुद्दा

    रूस की पुतिन सरकार ने भारतीय छात्रों के लिए एक बड़ा और राहत भरा फैसला लिया है

    पुतिन सरकार की बड़ी सौगात: भारतीय छात्रों को बिना प्रवेश परीक्षा रूसी विश्वविद्यालयों में मिलेगा दाखिला

    nick fluentes

    कौन हैं निक फ्यूएंटेस और क्यों अमेरिका के लिए ख़तरा है उनका यहूदी-विरोध

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    23 दिसम्बर  बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    23 दिसम्बर बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    श्रीनिवास रामानुजन: वह प्रतिभा, जिसने संख्याओं को सोच में बदल दिया

    श्रीनिवास रामानुजन: वह प्रतिभा, जिसने संख्याओं को सोच में बदल दिया

    इतिहास को मिथक से मुक्त करने वाला संघर्ष

    बौद्धिक योद्धा डॉ. स्वराज्य प्रकाश गुप्त: इतिहास को मिथक से मुक्त करने वाला संघर्ष

    21 दिसम्बर 1909 : नासिक में ब्रिटिश अत्याचार का प्रतिकार — क्रांतिवीर अनंत कान्हरे द्वारा जिलाधीश जैक्सन का वध

    21 दिसम्बर 1909 : नासिक में ब्रिटिश अत्याचार का प्रतिकार — क्रांतिवीर अनंत कान्हरे द्वारा जिलाधीश जैक्सन का वध

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    The Rise of Live Dealer Games in Asia: Why Players Prefer Real-Time Interaction

    The Rise of Live Dealer Games in Asia: Why Players Prefer Real-Time Interaction

    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    अस्थिरता के साये में बांग्लादेश

    हिंसा और अस्थिरता के साये में बांग्लादेश: चुनाव से पहले बढ़ता संकट

    23 दिसम्बर  बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    23 दिसम्बर बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    अटल मोदी

    आंध्र प्रदेश में भाजपा का विस्तार अभियान: अटल–मोदी सुपारिपालन यात्रा की शुरुआत

    कनाडाई सांसद ने संसद में उठाया बांग्लादेशी हिंदुओं पर हमलों का सवा

    कनाडाई संसद में गूंजा बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर अत्याचार का मुद्दा

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    16 दिसंबर को पाकिस्तान के पूर्वी मोर्चे के कमांडर जनरल ए के नियाजी ने 93,000 सैनिकों के साथ सरेंडर किया था

    ढाका सरेंडर: जब पाकिस्तान ने अपने लोगों की अनदेखी की और अपने देश का आधा हिस्सा गंवा दिया

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    ताइवान को बलपूर्वक कब्ज़ा करने की तैयारी में चीन

    पेंटागन की रिपोर्ट: 2027 तक ताइवान को बलपूर्वक कब्ज़ा करने की तैयारी में चीन

    कनाडाई सांसद ने संसद में उठाया बांग्लादेशी हिंदुओं पर हमलों का सवा

    कनाडाई संसद में गूंजा बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर अत्याचार का मुद्दा

    रूस की पुतिन सरकार ने भारतीय छात्रों के लिए एक बड़ा और राहत भरा फैसला लिया है

    पुतिन सरकार की बड़ी सौगात: भारतीय छात्रों को बिना प्रवेश परीक्षा रूसी विश्वविद्यालयों में मिलेगा दाखिला

    nick fluentes

    कौन हैं निक फ्यूएंटेस और क्यों अमेरिका के लिए ख़तरा है उनका यहूदी-विरोध

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    23 दिसम्बर  बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    23 दिसम्बर बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    श्रीनिवास रामानुजन: वह प्रतिभा, जिसने संख्याओं को सोच में बदल दिया

    श्रीनिवास रामानुजन: वह प्रतिभा, जिसने संख्याओं को सोच में बदल दिया

    इतिहास को मिथक से मुक्त करने वाला संघर्ष

    बौद्धिक योद्धा डॉ. स्वराज्य प्रकाश गुप्त: इतिहास को मिथक से मुक्त करने वाला संघर्ष

    21 दिसम्बर 1909 : नासिक में ब्रिटिश अत्याचार का प्रतिकार — क्रांतिवीर अनंत कान्हरे द्वारा जिलाधीश जैक्सन का वध

    21 दिसम्बर 1909 : नासिक में ब्रिटिश अत्याचार का प्रतिकार — क्रांतिवीर अनंत कान्हरे द्वारा जिलाधीश जैक्सन का वध

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    The Rise of Live Dealer Games in Asia: Why Players Prefer Real-Time Interaction

    The Rise of Live Dealer Games in Asia: Why Players Prefer Real-Time Interaction

    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

2021: चीन के लिए रहा एक बेकार साल

भारत का जवाब, जापान की बढ़ती शक्ति और वैश्विक स्तर पर अपमान, सभी ने चीन की कमर तोड़ दी!

Abhinav Kumar द्वारा Abhinav Kumar
31 December 2021
in मत
चीन 2021
Share on FacebookShare on X

आदि है तो अंत है, अंत है तो अनंत है! ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार 2021 का अंत होने जा रहा है। पिछले 12 महीनों में वैश्विक स्तर पर कई ऐसी घटनाएँ हुई हैं जो भविष्य के रुख को तय करने महत्वपूर्ण भूमिका निभाने जा रहीं है। विगत 2 वर्षों में एक ही घटना केंद्र में रही है और वह है कोरोना। चीन द्वारा दी गई महामारी के कारण विश्व त्रस्त है जिसके कारण चीन पर 2021 में इतनी नकेल कसी गई कि इस कम्युनिस्ट देश की रीढ़ अब टूटने वाली है। ऑस्ट्रेलिया का प्रतिकार हो या Evergrande का दिवालिया होना हो, इस वर्ष चीन को इतने झटके लगे हैं जिसके दर्द को मापना आसान नहीं है। इन प्रमुख घटनाओं के बारे में जिन्होंने चीन की कमर तोड़ दी।

2021 का आरंभ अमेरिकी प्रशासन में बदलाव के साथ हुआ था जब जो बाइडन ने डोनाल्ड ट्रम्प को हरा कर राष्ट्रपति का चुनाव जीता था। जैसे अमेरिका में सत्ता परिवर्तन हुआ पिछले एक वर्षों से ट्रम्प नीतियों के कारण संकुचित चीन एक बार फिर फन उठाने के मौके तलाशने लगा। हालांकि, चीन की यह खुराफात अधिक दिनों तक नहीं चली क्योंकि एक तरफ जापान तैयार हो रहा था तो वहीं दूसरी ओर भारत ने गलवान घाटी के दौरान बनाए गए दबाव को और बढ़ा दिया था। वहीं ऑस्ट्रेलिया भी व्यापार प्रतिबंधों के बावजूद प्रतिकार करने को लालायित था।

संबंधितपोस्ट

भारत-जापान ऐतिहासिक मानव संसाधन समझौता: 50,000 भारतीय युवाओं को मिलेगा जापान में काम का अवसर, कार्य संस्कृति में संभावित बड़ा बदलाव

ट्रम्प के ‘टैरिफ’ को जापान ने दिखाया आईना- भारत में करेगा 68 अरब डॉलर का निवेश

रूस और चीन के साथ भारत के नए संबंधों के बीच अमेरिका की स्थिति पर क्यों उठ रहे हैं सवाल?

और लोड करें

दरअसल, बाइडन के सत्ता में बैठते ही चीन ने अपने तट रक्षक बलों को अपने “अधिकार क्षेत्र” के तहत विदेशी जहाजों पर फायरिंग करने की अनुमति दी थी जिससे पूरे दक्षिण चीन सागर में चीनी आधिपत्य हो जाए। हालांकि, इसका परिणाम उल्टा हुआ और जापान ने तुरंत ही एक्शन लिया अपने सैन्य बजट को बढ़ाने की कवायद आरंभ कर दी। अब तो जापान ने इसे बढ़ा कर 264 बिलियन डॉलर तक करने का फैसला किया है। यह चीन के लिए किसी सदमें से कम नहीं था कि जापान एक बार फिर से चीनी विरोध में मजबूत हो रहा है।

और पढ़े: चीन ने जारी किया गलवान हिंसा से जुड़ा वीडियो, साफ है भारतीय सैनिकों ने कई PLA जवानों को मारा था

इस वर्ष चीन को कई मोर्चों पर बेइज्जती  का सामना भी करना पड़ा। इस समय सबसे ज्वलंत मुद्दा बीजिंग ओलंपिक का है। चीन के मानवाधिकार रिकॉर्ड, अंतरराष्ट्रीय नियमों की घोर अवहेलना और इंडो-पैसिफिक में उसकी बढ़ती आक्रामकता को देखते हुए, एक के बाद एक देश फरवरी में होने वाले बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक के राजनयिक बहिष्कार की घोषणा कर रहे हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और जापान ने इस बहिष्कार की घोषणा की है। हाल ही में, जर्मनी भी इसी लिस्ट में शामिल हुआ है।

अनिवार्य रूप से, चीन कूटनीतिक मोर्चे पर सबसे पीछे चल रहा है। चाहे वह शिनजियांग में उइगर मुसलमानों के साथ व्यवहार के लिए हो, ताइवान के खिलाफ उसकी आक्रामकता या फिर पूरे Indo-Pacific क्षेत्र में उसकी स्थिति हो सभी जगह पर चीन की कूटनीति विफल रही है।

2021 में कई ऐसी घटनाएँ हुई जिनका कारण ऐसे मुद्दे थे जिन्हें चीन ने नजरंदाज कर दिया था। 1962 के बाद से ही उसे लगता था कि वह जब मन तब भारत के खिलाफ आक्रामकता दिखा कर उसे धमका सकताl हालांकि, ऐसा अब नहीं हुआ है और जब भी चीन ने ऐसा सोचा, मात उसे ही खानी पड़ी। चीन ने सोचा था कि वह मध्य एशिया और अफ्रीका को खरीद सकता है। यह मामला तो पूरी तरह से विफल रहा और अब तो अफ्रीकी देश उसके खिलाफ खड़े हो रहे। चीन ने सोचा कि यह पश्चिमी एशिया में अमेरिका की जगह ले सकता है। यहाँ तो चीन को मुंह की खानी पड़ी।

अब बात करते हैं कोरोना के टीकों की। चीन ने सोचा था कि कोरोना फैलाने के बाद चीनी टीके से दुनिया को अपनी मुट्ठी में कर लेगा लेकिन यह पूरी तरह से विफल हो गया और इसके उलट भारतीय वैक्सीन की पूरी दुनिया कायल है। जिन देशों ने चीनी सिनोवैक का इस्तेमाल किया उन्हें पता चल गया कि नए वेरिएंट के सामने उस वैक्सीन की प्रभाकरिता शून्य है।

कोरोना से याद आया कि जब कोरोना शुरू हुआ था तो विदेशी कंपनियों ने चीन से अपना बोरिया बिस्तर बांधना आरंभ कर दिया था। 2021 में तो यह नए स्तर पर पहुँच गया। बार-बार लॉकडाउन, व्यापार-विरोधी नीतियां, दमनकारी राजनीतिक शासन और एक ढहती अर्थव्यवस्था से तंग आ कर सभी कंपनिययां अपने उत्पाद के विनिर्माण के लिए अन्य विकल्प को तलाशने लगे थे। ऐप्पल, सैमसंग, टेस्ला, एलजी, नाइके, एडिडास और कई अन्य सभी ने चीन को डंप कर दिया। इस बीच, शीआन जैसे चीनी शहरों में कोविड -19 का प्रकोप दुनिया भर में माइक्रोचिप सप्लाई चेन की स्थिरता के लिए खतरा है। इससे रही सही कंपनियाँ भी बाहर निकाल जाएंगी। इससे चीनी अर्थव्यवस्था पर से निवेशकों का विश्वास उठ गया जिसके कारण चीनी अर्थव्यवस्था में भारी गिरावट देखी गयी।

और पढ़े: भारत कैसे मध्य एशियाई देशों में पाकिस्तान और चीन की भयावह योजना को कुचल रहा है

अब बात करते हैं 2021 में चीन को लगे सबसे बड़े झटके की। 2021 में चीन का रियल एस्टेट ऐसे गर्त में गया कि कई कंपनियाँ एक के बाद एक दिवालियाँ होती गईं। चीन में रियल एस्टेट डेवलपर कर्ज में डूबे हैं। वे अपने कर्ज का भुगतान नहीं कर सकते हैं, जो बदले में चीनी बैंकों को बड़े पैमाने पर NPA बन चुका है। इसलिए, चीनी बैंक भी दिवालिया होने लगे हैं, जिससे उनका पतन हो रहा है।

चीन का रियल एस्टेट क्षेत्र चीनी बैंकों से जुड़ा है, जबकि चीनी बैंक बदले में स्थानीय सरकारों से जुड़े हुए हैं। इसलिए, चीन में स्थानीय प्रशासन भी दिवालिया होने लगा है और भारी वित्तीय कमी का सामना कर रहा है। अब, वे लोगों से रंगदारी वसूलने, नई नियुक्तियों पर रोक लगाने और सरकारी कर्मचारियों को वेतन में कटौती का सहारा ले रहे हैं।

इसके बाद, हम चीन की ऋण-जाल कूटनीति के बारे में बात करते हैं। शी जिनपिंग की प्रमुख बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव, यानी BRI  दुनिया भर के गरीब और विकासशील देशों को कर्ज में फंसाने के एक नव-औपनिवेशिक उपकरण से ज्यादा कुछ नहीं है। मध्य एशियाई, अफ्रीकी, मध्य पूर्वी और मेकांग बेसिन देश चीन का मुख्य फोकस रहे हैं। लेकिन शी जिनपिंग 2021 में सभी मोर्चों पर विफल रहे हैं।

और पढ़े: अंधेरे में है चीन का भविष्य, क्योंकि काफी तेजी से कम हो रही है इस कम्युनिस्ट देश की आबादी

जबकि मध्य एशियाई देशों ने रूस और भारत की ओर रुख किया है तो वहीं अफ्रीका में, सीसीपी और उसकी उपनिवेशवादी ताकतों को हिंसा का उपयोग करके खदेड़ा जा रहा है। अफ्रीकी देश चीन से तंग आ चुके हैं। वे अपने कर्ज का भुगतान करने से इनकार कर रहे हैं, जबकि बीजिंग को अपनी रणनीतिक संपत्ति पर कब्जा करने की अनुमति भी नहीं दे रहे हैं।

2021 में चीन की अर्थव्यवस्था चरमरा गई। रियल एस्टेट संकट, शी जिनपिंग की बाजार विरोधी नीतियां, टेक और एडुटेक सेक्टर जैसे बड़े व्यवसायों पर उनकी कार्रवाई ने अर्थव्यवस्था को गर्त में धकेल दिया। चीन का तकनीकी क्षेत्र CCP की कार्रवाईयों से बचने के लिए लगभग 800 बिलियन डॉलर खो चुका है। Market Capital के संदर्भ में देखा जाए तो चीन की सबसे बड़ी कंपनियों ने पिछले एक साल में करीब 1.5 ट्रिलियन डॉलर खोए हैं।

व्यक्तिगत रूप से शी जिनपिंग खाईं के मुहाने पर खड़े हैं। एक और कदम से वे चीन को ऐसी खाईं में ले जाएंगे जहां से निकलना असंभव होगा। 2021 में शी जिनपिंग ने अपनी ही पार्टी के सदस्यों, चीन के लोगों और दुनिया भर के देशों को भड़का दिया है। चीन और शी जिनपिंग इतने सारे दुश्मन लेकर नए वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं, ऐसे में यह देखना दिलचस्प रहेगा कि CCP बचती है या जिनपिंग।

Tags: चीन-भारतजापानजिनपिंग
शेयर15ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

गुरुग्राम में फर्जी रेप की आरोपी छात्रा की हुई गिरफ्तारी, कब आएगी जसलीन कौर की बारी?

अगली पोस्ट

चीनी प्रांत स्वतः अपने विनाश की ओर अग्रसर है

संबंधित पोस्ट

बांग्लादेश
चर्चित

हिंदू दीपू दास की इस्लामी भीड़ के हाथों बर्बर हत्या उस्मान हादी हत्याकांड का ‘साइड इफेक्ट’ नहीं है, ये मजहबी कट्टरता को आत्मसात कर चुके बांग्लादेश का नया सच है

20 December 2025

बांग्लादेश इस समय गहरी अस्थिरता से गुज़र रहा है। दुर्भाग्य से ये अस्थिरता सिर्फ राजनैतिक नहीं है, ये नैतिक और सामाजिक भी है। अलग भाषाई...

ऑपरेशन सिंदूर 2:0
मत

दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

21 November 2025

पाकिस्तान एक आतंकी मुल्क है और इसमें शायद ही किसी को कोई संशय हो, ख़ुद पाकिस्तान के मित्र भी न सिर्फ इसे अच्छी तरह जानते...

शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं
चर्चित

कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

21 November 2025

कांग्रेस के नेता देश ही नहीं विदेशों में भी जाकर लोकतंत्र बचाने की दुहाई देते रहते हैं। लेकिन जब बारी आंतरिक लोकतंत्र की आती है...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Captured Turkish YIHA drone Showed by the Indian Army |Defence News| Operation Sindoor

Captured Turkish YIHA drone Showed by the Indian Army |Defence News| Operation Sindoor

00:00:58

A War Won From Above: The Air Campaign That Changed South Asia Forever

00:07:37

‘Mad Dog’ The EX CIA Who Took Down Pakistan’s A.Q. Khan Nuclear Mafia Reveals Shocking Details

00:06:59

Dhurandar: When a Film’s Reality Shakes the Left’s Comfortable Myths

00:06:56

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

00:07:45
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited