TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    रविवार शाम को होनी है बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक

    कल तय होगा बीजेपी का उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार, किसके नाम पर लगेगी मुहर?


    1962 में नेहरू की गलतियों की कीमत भारत को चुकानी पड़ी, मोदी के ऑपरेशन सिंदूर ने बहाल किया राष्ट्रीय सम्मान

    1962 में नेहरू की गलतियों की कीमत भारत को चुकानी पड़ी, मोदी के ऑपरेशन सिंदूर ने बहाल किया राष्ट्रीय सम्मान

    1984 दंगा आरोपी टाइटलर संग राहुल गांधी ने फहराया तिरंगा, BJP बोली–गांधी परिवार को नहीं कोई खेद

    1984 दंगा आरोपी टाइटलर संग राहुल गांधी ने फहराया तिरंगा, भाजपा बोली–गांधी परिवार को नहीं कोई खेद

    “जो पाया उसमें खो न जाएँ, जो खोया उसका ध्यान करें”- स्वाधीनता दिवस और अखंड भारत का लक्ष्य:

    “जो पाया उसमें खो न जाएँ, जो खोया उसका ध्यान करें”- स्वाधीनता दिवस और अखंड भारत का लक्ष्य:

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत किसानों के हितों से नहीं करेगा कोई समझौता।

    किसानों के लिए दीवार की तरह खड़े हैं मोदी, पीएम ने ट्रंप को दिया भारत का कड़ा संदेश

    गलवान से लेकर व्यापार की मेज़ तक: 5 साल बाद भारत-चीन की सीधी बातचीत

    गलवान से लेकर व्यापार की मेज़ तक: 5 साल बाद भारत-चीन की सीधी बातचीत

    ट्रंप का पाकिस्तान तेल सौदा और बलूच विद्रोहियों पर अमेरिकी आतंकवाद का ठप्पा

    ट्रंप की पाकिस्तान से तेल डील और बलूच विद्रोही ‘आतंकी’, क्या संसाधन युद्ध की है तैयारी?

    बचत खाते के लिए 50 हज़ार रुपये का मिनिमम बैलेंस- क्या ICICI चाहता है सिर्फ अमीर ही खाता खुलवाएं ?

    बचत खाते के लिए 50 हज़ार रुपये का मिनिमम बैलेंस- क्या ICICI चाहता है सिर्फ अमीर ही खाता खुलवाएं ?

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    1962 में नेहरू की गलतियों की कीमत भारत को चुकानी पड़ी, मोदी के ऑपरेशन सिंदूर ने बहाल किया राष्ट्रीय सम्मान

    1962 में नेहरू की गलतियों की कीमत भारत को चुकानी पड़ी, मोदी के ऑपरेशन सिंदूर ने बहाल किया राष्ट्रीय सम्मान

    114 राफेल जेट के लिए भारत-फ्रांस में सीधे सौदे की तैयारी, ग्लोबल टेंडर को किया दरकिनार

    114 राफेल जेट के लिए भारत-फ्रांस में सीधे सौदे की तैयारी: रिपोर्ट

    भारत की मिसाइल ताकत का प्रदर्शन, 4,795 किमी नो-फ्लाई ज़ोन के साथ बड़ा परीक्षण जल्द

    भारत की मिसाइल ताकत का प्रदर्शन, 4,795 किमी नो-फ्लाई ज़ोन के साथ बड़ा परीक्षण जल्द

    बांग्लादेशी घुसपैठ है देश की बड़ी समस्या।

    कोई अपना देश दूसरों के हवाले नहीं कर सकता, जानें पीएम मोदी ने क्यों कही ये बात

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    स्वतंत्रता दिवस पर अंटार्कटिका में भारतीय व्यक्ति ने तिरंगा फहराया

    गर्व: स्वतंत्रता दिवस पर अंटार्कटिका में भारतीय व्यक्ति ने तिरंगा फहराया

    सौदा होने तक कोई समझौता नहीं: अलास्का में बेनतीजा रही ट्रंप-पुतिन वार्ता

    सौदा होने तक कोई समझौता नहीं: अलास्का में बेनतीजा रही ट्रंप-पुतिन वार्ता

    भारत की मिसाइल ताकत का प्रदर्शन, 4,795 किमी नो-फ्लाई ज़ोन के साथ बड़ा परीक्षण जल्द

    भारत की मिसाइल ताकत का प्रदर्शन, 4,795 किमी नो-फ्लाई ज़ोन के साथ बड़ा परीक्षण जल्द

    भारत किसानों के हितों से नहीं करेगा कोई समझौता।

    किसानों के लिए दीवार की तरह खड़े हैं मोदी, पीएम ने ट्रंप को दिया भारत का कड़ा संदेश

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    NCERT के नए मॉड्यूल ‘विभाजन के दोषी’ में मोहम्मद अली जिन्ना, लॉर्ड माउंटबेटन और कांग्रेस को बताया देश के विभाजन का जिम्मेदार

    NCERT के नए मॉड्यूल ‘विभाजन के दोषी’ में मोहम्मद अली जिन्ना, लॉर्ड माउंटबेटन और कांग्रेस को बताया देश के विभाजन का जिम्मेदार

    1962 में नेहरू की गलतियों की कीमत भारत को चुकानी पड़ी, मोदी के ऑपरेशन सिंदूर ने बहाल किया राष्ट्रीय सम्मान

    1962 में नेहरू की गलतियों की कीमत भारत को चुकानी पड़ी, मोदी के ऑपरेशन सिंदूर ने बहाल किया राष्ट्रीय सम्मान

    मौलाना हसरत मोहानी: पाकिस्तान के लिए लड़ाई लड़ी, मुस्लिम लीग से चुनाव भी लड़े, लेकिन विभाजन हुआ तो अपने ख्वाबों के देश न जाकर भारत में ही रह गए

    मौलाना हसरत मोहानी: पाकिस्तान के लिए लड़ाई लड़ी, मुस्लिम लीग से चुनाव भी लड़े, लेकिन विभाजन हुआ तो अपने ख्वाबों के देश न जाकर भारत में ही रह गए

    “जो पाया उसमें खो न जाएँ, जो खोया उसका ध्यान करें”- स्वाधीनता दिवस और अखंड भारत का लक्ष्य:

    “जो पाया उसमें खो न जाएँ, जो खोया उसका ध्यान करें”- स्वाधीनता दिवस और अखंड भारत का लक्ष्य:

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    ₹18,541 करोड़ का बंपर पैकेज: 4 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट, लखनऊ मेट्रो विस्तार को हरी झंडी

    ₹18,541 करोड़ का बंपर पैकेज: 4 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट, लखनऊ मेट्रो विस्तार को हरी झंडी

    स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

    स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

    लद्दाख में ISRO का Mini Mars मिशन: होप सिमुलेशन से अंतरिक्ष की अगली छलांग

    क्या है भारत का मिशन HOPE और लद्दाख में क्यों जुटे हैं ISRO के वैज्ञानिक ?

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    रविवार शाम को होनी है बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक

    कल तय होगा बीजेपी का उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार, किसके नाम पर लगेगी मुहर?


    1962 में नेहरू की गलतियों की कीमत भारत को चुकानी पड़ी, मोदी के ऑपरेशन सिंदूर ने बहाल किया राष्ट्रीय सम्मान

    1962 में नेहरू की गलतियों की कीमत भारत को चुकानी पड़ी, मोदी के ऑपरेशन सिंदूर ने बहाल किया राष्ट्रीय सम्मान

    1984 दंगा आरोपी टाइटलर संग राहुल गांधी ने फहराया तिरंगा, BJP बोली–गांधी परिवार को नहीं कोई खेद

    1984 दंगा आरोपी टाइटलर संग राहुल गांधी ने फहराया तिरंगा, भाजपा बोली–गांधी परिवार को नहीं कोई खेद

    “जो पाया उसमें खो न जाएँ, जो खोया उसका ध्यान करें”- स्वाधीनता दिवस और अखंड भारत का लक्ष्य:

    “जो पाया उसमें खो न जाएँ, जो खोया उसका ध्यान करें”- स्वाधीनता दिवस और अखंड भारत का लक्ष्य:

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत किसानों के हितों से नहीं करेगा कोई समझौता।

    किसानों के लिए दीवार की तरह खड़े हैं मोदी, पीएम ने ट्रंप को दिया भारत का कड़ा संदेश

    गलवान से लेकर व्यापार की मेज़ तक: 5 साल बाद भारत-चीन की सीधी बातचीत

    गलवान से लेकर व्यापार की मेज़ तक: 5 साल बाद भारत-चीन की सीधी बातचीत

    ट्रंप का पाकिस्तान तेल सौदा और बलूच विद्रोहियों पर अमेरिकी आतंकवाद का ठप्पा

    ट्रंप की पाकिस्तान से तेल डील और बलूच विद्रोही ‘आतंकी’, क्या संसाधन युद्ध की है तैयारी?

    बचत खाते के लिए 50 हज़ार रुपये का मिनिमम बैलेंस- क्या ICICI चाहता है सिर्फ अमीर ही खाता खुलवाएं ?

    बचत खाते के लिए 50 हज़ार रुपये का मिनिमम बैलेंस- क्या ICICI चाहता है सिर्फ अमीर ही खाता खुलवाएं ?

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    1962 में नेहरू की गलतियों की कीमत भारत को चुकानी पड़ी, मोदी के ऑपरेशन सिंदूर ने बहाल किया राष्ट्रीय सम्मान

    1962 में नेहरू की गलतियों की कीमत भारत को चुकानी पड़ी, मोदी के ऑपरेशन सिंदूर ने बहाल किया राष्ट्रीय सम्मान

    114 राफेल जेट के लिए भारत-फ्रांस में सीधे सौदे की तैयारी, ग्लोबल टेंडर को किया दरकिनार

    114 राफेल जेट के लिए भारत-फ्रांस में सीधे सौदे की तैयारी: रिपोर्ट

    भारत की मिसाइल ताकत का प्रदर्शन, 4,795 किमी नो-फ्लाई ज़ोन के साथ बड़ा परीक्षण जल्द

    भारत की मिसाइल ताकत का प्रदर्शन, 4,795 किमी नो-फ्लाई ज़ोन के साथ बड़ा परीक्षण जल्द

    बांग्लादेशी घुसपैठ है देश की बड़ी समस्या।

    कोई अपना देश दूसरों के हवाले नहीं कर सकता, जानें पीएम मोदी ने क्यों कही ये बात

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    स्वतंत्रता दिवस पर अंटार्कटिका में भारतीय व्यक्ति ने तिरंगा फहराया

    गर्व: स्वतंत्रता दिवस पर अंटार्कटिका में भारतीय व्यक्ति ने तिरंगा फहराया

    सौदा होने तक कोई समझौता नहीं: अलास्का में बेनतीजा रही ट्रंप-पुतिन वार्ता

    सौदा होने तक कोई समझौता नहीं: अलास्का में बेनतीजा रही ट्रंप-पुतिन वार्ता

    भारत की मिसाइल ताकत का प्रदर्शन, 4,795 किमी नो-फ्लाई ज़ोन के साथ बड़ा परीक्षण जल्द

    भारत की मिसाइल ताकत का प्रदर्शन, 4,795 किमी नो-फ्लाई ज़ोन के साथ बड़ा परीक्षण जल्द

    भारत किसानों के हितों से नहीं करेगा कोई समझौता।

    किसानों के लिए दीवार की तरह खड़े हैं मोदी, पीएम ने ट्रंप को दिया भारत का कड़ा संदेश

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    NCERT के नए मॉड्यूल ‘विभाजन के दोषी’ में मोहम्मद अली जिन्ना, लॉर्ड माउंटबेटन और कांग्रेस को बताया देश के विभाजन का जिम्मेदार

    NCERT के नए मॉड्यूल ‘विभाजन के दोषी’ में मोहम्मद अली जिन्ना, लॉर्ड माउंटबेटन और कांग्रेस को बताया देश के विभाजन का जिम्मेदार

    1962 में नेहरू की गलतियों की कीमत भारत को चुकानी पड़ी, मोदी के ऑपरेशन सिंदूर ने बहाल किया राष्ट्रीय सम्मान

    1962 में नेहरू की गलतियों की कीमत भारत को चुकानी पड़ी, मोदी के ऑपरेशन सिंदूर ने बहाल किया राष्ट्रीय सम्मान

    मौलाना हसरत मोहानी: पाकिस्तान के लिए लड़ाई लड़ी, मुस्लिम लीग से चुनाव भी लड़े, लेकिन विभाजन हुआ तो अपने ख्वाबों के देश न जाकर भारत में ही रह गए

    मौलाना हसरत मोहानी: पाकिस्तान के लिए लड़ाई लड़ी, मुस्लिम लीग से चुनाव भी लड़े, लेकिन विभाजन हुआ तो अपने ख्वाबों के देश न जाकर भारत में ही रह गए

    “जो पाया उसमें खो न जाएँ, जो खोया उसका ध्यान करें”- स्वाधीनता दिवस और अखंड भारत का लक्ष्य:

    “जो पाया उसमें खो न जाएँ, जो खोया उसका ध्यान करें”- स्वाधीनता दिवस और अखंड भारत का लक्ष्य:

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    ₹18,541 करोड़ का बंपर पैकेज: 4 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट, लखनऊ मेट्रो विस्तार को हरी झंडी

    ₹18,541 करोड़ का बंपर पैकेज: 4 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट, लखनऊ मेट्रो विस्तार को हरी झंडी

    स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

    स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

    लद्दाख में ISRO का Mini Mars मिशन: होप सिमुलेशन से अंतरिक्ष की अगली छलांग

    क्या है भारत का मिशन HOPE और लद्दाख में क्यों जुटे हैं ISRO के वैज्ञानिक ?

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

मुगल नहीं चालुक्य, पल्लव और राष्ट्रकूट वंश हमारे इतिहास की किताबों में अधिक ध्यान देने योग्य हैं

असली भारत इन्हीं से है!

Aniket Raj द्वारा Aniket Raj
12 January 2022
in इतिहास
भारतीय चालुक्य
Share on FacebookShare on X
मूल सार
  • इतिहास की पाठ्यपुस्तक में मुग़लकालीन इतिहास का वर्णन अधिक किया गया है
  • विदेशी आक्रमण, राजनीति और पाश्चात्य शिक्षा की आड़ में भारतीय इतिहास के राजवंशो की अनदेखी की गई है
  • इस लेख में चालुक्य, पल्लव और राष्ट्रकूट राजवंश के विस्तृत और वृहद इतिहास को मुग़लों के सापेक्ष में वर्णित किया गया है

वर्तमान की हमारी पाठ्यपुस्तकें भारत के समृद्ध इतिहास के बारे में असंख्य घटिया कहानियों से भरी हुई हैं। हमारे पास लोधी और मामलुक (रजिया सुल्तान) जैसे दिल्ली के छोटे और महत्वहीन राजवंशों को समर्पित पूर्ण अध्याय हैं, लेकिन अहोम, उड़िया-कलिंगन, नागा, चालुक्य, चोल, राष्ट्रकूट, गुप्त, नन्द और पाण्ड्या आदि के बारे में कुछ पंक्तियों से अधिक नहीं पढ़ाया जाता है। चेरस, वंगा, खासी, पांड्य, पल्लव, मराठा, विजयनगर साम्राज्य, सिख साम्राज्य, कश्मीर के करकोट, कनिष्क, सुहलदेव और कई अन्य राजवंशों के बारे में भी काफी कम लिखा गया है जबकि क्रूर और खून के भूखे मोपला दंगाई, टीपू सुल्तान और औरंगजेब जैसे शासकों को देशभक्ति पुरोधा के रूप में महिमामंडित किया जाता है।

भारतीय इतिहासकारों ने भारत के इतिहास को सिर्फ दिल्ली के इतिहास के रूप में व्याख्यायित किया है और मुख्य रूप से इस बात पर ध्यान केंद्रित किया है कि कैसे आक्रमणकारी अंदर आए और हमारे गौरवशाली सभ्यता को ध्वस्त कर नयी सभ्यता की नींव रखी? 200-300 विषम वर्षों तक शासन करने वाले मुगलों के विपरीत कई भारतीय राजाओं का शासन मुगलों से कहीं अधिक था। सिर्फ चोलों का शासन 900 वर्षों का था। हम अपने दर्शकों के लिए चालुक्य, पल्लव और राष्ट्रकूट के विस्तृत और वृहद इतिहास को मुग़लों के सापेक्ष में वर्णित करेंगे। हालांकि, इन गौरवशाली भारतीय इतिहास के तुलना में मुग़ल कहीं नहीं टिकते परंतु, इसी चीज़ का एहसास कराना ही तो हमारा उद्देश्य है।

संबंधितपोस्ट

NCERT के नए मॉड्यूल ‘विभाजन के दोषी’ में मोहम्मद अली जिन्ना, लॉर्ड माउंटबेटन और कांग्रेस को बताया देश के विभाजन का जिम्मेदार

NCERT के सिलेबस में फील्ड मार्शल मानेकशॉ, ब्रिगेडियर उस्मान और मेजर सोमनाथ शर्मा जैसे वीरों की कहानी शामिल

‘क्रूर था अकबर’: बाबर, अकबर, औरंगज़ेब और शिवाजी पर क्या कहती है NCERT की नई किताब?

और लोड करें

पल्लव राजवंश का इतिहास

पल्लव दक्कन के वाकाटकों के ब्राह्मण शाही वंश की एक शाखा थे। कुछ इतिहासकारों के अनुसार पल्लव चोल राजकुमार और एक नागा राजकुमारी के वंशज थे, जिनका मूल निवास मणिपल्लवम द्वीप था। कुछ के अनुसार पल्लव टोंडिमंडलम के मूल निवासी थे और इनकी राजधानी कांचिपुरम थी। जब टोंडिमंडलम को सातवाहनों ने जीत लिया तो पल्लव उनके सामंत बन गए। तीसरी शताब्दी ई. में सातवाहनों के पतन के बाद, वे स्वतंत्र हो गए। पल्लवों ने प्राकृत और संस्कृत में अपने पहले के राजलेख जारी किए। प्रारंभिक पल्लव शासकों ने 250 ईस्वी से 350 ईस्वी तक शासन किया और प्राकृत में अपने राजलेख जारी किए। उनमें से महत्वपूर्ण शासक थे शिवस्कन्दवर्मन और विजयस्कन्दवर्मन। पल्लव शासकों की दूसरी पंक्ति ने 350 ईस्वी और 550 ईस्वी के बीच शासन किया और संस्कृत में अपने राजलेख जारी किए।

और पढ़ें: “मुग़लों का झूठा महिमामंडन क्यो”, जयपुर कोर्ट ने NCERT और शिक्षा मंत्रालय को जारी किया नोटिस

इस वंश का सबसे महत्वपूर्ण शासक विष्णुगोपा था। तीसरी पंक्ति के पल्लव शासकों ने 575 ईस्वी से नौवीं शताब्दी तक शासन किया। उन्होंने संस्कृत और तमिल दोनों में अपने राजलेख जारी किए। सिंहविष्णु इस वंश के प्रथम शासक थे। उन्होंने कलाभ्रों को नष्ट कर टोंडिमंडलम में पल्लव शासन को मजबूती से स्थापित किया। उन्होंने चोलों को भी हराया और पल्लव साम्राज्य को कावेरी नदी तक बढ़ा दिया। इस वंश के अन्य महान पल्लव शासक महेंद्रवर्मन प्रथम, नरसिंहवर्मन प्रथम और नरसिंहवर्मन द्वितीय थे। पल्लवों के पास एक सुव्यवस्थित प्रशासनिक व्यवस्था थी। राजा प्रशासन के केंद्र में था। उसे सक्षम मंत्रियों द्वारा सहायता प्रदान की जाती थी। वह न्याय का फव्वारा था। उन्होंने अच्छी और एक प्रशिक्षित सेना बनाए रखी।

चालुक्य वंश का इतिहास 

इस बीच, चालुक्यों ने 6वीं शताब्दी और 12वीं शताब्दी के बीच दक्षिणी और मध्य भारत के कुछ हिस्सों पर शासन किया। उनकी राजधानी वातापी में स्थित थी, जो कर्नाटक राज्य की आधुनिक बादामी है। बादामी चालुक्य, पूर्वी चालुक्य और पश्चिमी चालुक्य सभी चालुक्य वंश के हिस्से थे और इस वंश के राजा अलग-अलग समय अवधि के दौरान शासन करते थे। हालांकि, अधिकांश भारतीय इस तथ्य से बेखबर होंगे।

पुलकेशिन द्वितीय के शासनकाल के दौरान राजवंश अपनी शक्तियों के शिखर पर पहुंच गया। उसने लगभग पूरे दक्षिण-मध्य भारत को जीत लिया। पुलकेशिन द्वितीय उत्तर भारत के राजा हर्ष के विजय अभियान को रोकने के लिए प्रसिद्ध थे, जब वह देश के दक्षिणी हिस्सों को जीतने की कोशिश कर रहे थे। चालुक्य महान प्रशासक थे और उनके पास एक प्रभावशाली समुद्री शक्ति थी। उनके शासन में स्थानीय भाषाओं के साथ-साथ संस्कृत का भी विकास हुआ। 7वीं शताब्दी के एक राजलेख में संस्कृत को अभिजात वर्ग की भाषा के रूप में वर्णित किया गया है जबकि कन्नड़ जनता की भाषा थी।

राष्ट्रकूट वंश का इतिहास 

दंतीवर्मन या दंतिदुर्ग ने बाटापी के अंतिम चालुक्य शासक  कीर्तिवर्मन द्वितीय को हरा राष्ट्रकूट राजवंश की स्थापना की। कहा जाता है कि उसने कलिंग, कोसल, कांची, श्रीश्रील, मालवा, लता आदि पर विजय प्राप्त की और महाराष्ट्र पर कब्जा कर लिया। बाद में, अमोघवर्ष प्रथम जिसे सबसे महान राष्ट्रकूट राजा माना जाता है, ने मान्यखेत में एक नई राजधानी की स्थापना की, जिसमें ब्रोच उनके शासनकाल के प्रमुख बंदरगाहों में से एक बन गया। इस अवधि के दौरान अरबों के साथ वाणिज्य फला-फूला। अमोघवर्ष का कद ऐसा था कि एक अरब व्यापारी सुलेमान ने अपने खाते में उन्हें दुनिया के चार महानतम राजाओं में से एक कहा।

ऐसे में, इतिहासकार सिर्फ मुगल वास्तुकला के बारे में प्रशंसा के गाथागीत गाते हैं। वे आसानी से भूल जाते हैं और हमें भी भूलने पर बाध्य कर देते हैं कि महाबलीपुरम, कांचीपुरम सब पल्लवों द्वारा बनाया गया था, जबकि बादामी और ऐहोल-पट्टदकल्लू के गुफा मंदिर चालुक्य वास्तुकला को चित्रित करते हैं। अपने अधपके दावों को सही साबित करने के लिए कुछ मौसमी इतिहासकार मुग़ल काल के समय भारतीय GDP को विश्व GDP का लगभग 25 प्रतिशत बताते हैं, जो की पूर्णतः गलत तथ्य है। आर्थिक इतिहासकार एंगस मैडिसन द्वारा एक डेटा संकलित किया गया है, जिसमे 2000 वर्षों के प्राचीन अर्थव्यवस्था की समीक्षा की गयी है।

भारतीय गौरव को छुपाते वामपंथी इतिहासकार

हालांकि, पिछले 2000 वर्षों के सकल घरेलू उत्पाद के आंकड़ों में गहराई से जांच करने पर एक अलग तथ्य से सामना होता है। मुगल काल से पहले और बाद में भारतीय सकल घरेलू उत्पाद की तुलना करने से यह स्पष्ट हो जाता है कि मुगलों ने भारतीय अर्थव्यवस्था को ना सिर्फ स्थिर कर दिया बल्कि निरंतर पतन की ओर भी ले गए। मुग़लों की शानोशौकत अर्थव्यवस्था के बढ़ोतरी के कारण नहीं बल्कि गरीबों के दमन के कारण थी। चार्ट स्पष्ट रूप से दिखाता है कि विश्व सकल घरेलू उत्पाद में भारत का हिस्सा 1AD से 1150 AD तक दुनिया के सकल घरेलू उत्पाद के 40-45 प्रतिशत के बीच था, उस समय भारत पर मुख्य रूप से चालुक्य और राष्ट्रकूट जैसे देशी राजवंशों का शासन था।

Image
2,000 Years of Economic History

और पढ़ें: मुगलों के वंशज ने कहा “लाल किला हमारा है”, तो दिल्ली HC ने दिखा दिया आईना

लेख की परिधि की देखते हुए संदर्भित राजवंशों को बहुत संक्षेप में वर्णित किया गया है। इसका उद्देश्य मात्र इतना है कि ये भारतीय पाठक की अंतरात्मा को झकझोरे ताकि आप अपना इतिहास जानने को उद्दत हों। पहले विदेशी आक्रमण ने आपके गौरव को ध्वस्त किया, फिर राजनीति ने आपके वैभव को नष्ट किया और अंत में पाश्चात्य शिक्षा ने आपको हिन भाव से ग्रसित किया। पर, अब आप अकर्मण्य मत होइए। उठिए, जागिए और स्वयं को पहचानते हुए अपने गौरव को प्राप्त करिए!

Tags: NCERTइतिहासकारमुग़ल काल
शेयर101ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

गोवा में प्रचंड बहुमत से सरकार बनाएगी BJP लेकिन विपक्ष में कांग्रेस नहीं AAP बैठेगी

अगली पोस्ट

शिखरजी मंदिर: जैनों का महातीर्थ, जिसे पिकनिक स्पॉट में बदल दिया गया

संबंधित पोस्ट

NCERT के नए मॉड्यूल ‘विभाजन के दोषी’ में मोहम्मद अली जिन्ना, लॉर्ड माउंटबेटन और कांग्रेस को बताया देश के विभाजन का जिम्मेदार
इतिहास

NCERT के नए मॉड्यूल ‘विभाजन के दोषी’ में मोहम्मद अली जिन्ना, लॉर्ड माउंटबेटन और कांग्रेस को बताया देश के विभाजन का जिम्मेदार

16 August 2025

NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, NCERT एक बार फिर अपने सिलेबस को लेकर विवाद में है। इस बार चर्चा एक नई किताब को लेकर हो...

1962 में नेहरू की गलतियों की कीमत भारत को चुकानी पड़ी, मोदी के ऑपरेशन सिंदूर ने बहाल किया राष्ट्रीय सम्मान
इतिहास

1962 में नेहरू की गलतियों की कीमत भारत को चुकानी पड़ी, मोदी के ऑपरेशन सिंदूर ने बहाल किया राष्ट्रीय सम्मान

16 August 2025

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को अपने स्वतंत्रता दिवस के संबोधन में, ऑपरेशन सिंदूर को गर्व के साथ भारत की आत्मनिर्भर सैन्य शक्ति और दुश्मनों...

मौलाना हसरत मोहानी: पाकिस्तान के लिए लड़ाई लड़ी, मुस्लिम लीग से चुनाव भी लड़े, लेकिन विभाजन हुआ तो अपने ख्वाबों के देश न जाकर भारत में ही रह गए
इतिहास

मौलाना हसरत मोहानी: पाकिस्तान के लिए लड़ाई लड़ी, मुस्लिम लीग से चुनाव भी लड़े, लेकिन विभाजन हुआ तो अपने ख्वाबों के देश न जाकर भारत में ही रह गए

16 August 2025

जब 1947 में देश का बंटवारा हुआ, तो लाखों मुसलमान पाकिस्तान चले गए और बड़ी तादाद में हिंदू और सिख भारत लौट आए। ऐसे हालात...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Hidden Heroes of India’s Freedom: How Temples Silently Fought for Independence

Hidden Heroes of India’s Freedom: How Temples Silently Fought for Independence

00:06:30

Why do Journalists like Ravish kumar Keep Speaking Pakistan’s Script all the time | Op Sindoor

00:05:55

why are Punjabi pop icons yo yo honey Singh, karan aujla abusing indian culture?

00:04:17

'We’ll Start from the East’: Asim Munir’s Threat – Who’s Arming Pakistan?

00:06:14

The Secret Power of India’s Unseen Army

00:07:17
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited