TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    'मौलाना भूल गया कि राज्य में सत्ता किसकी है', बरेली हिंसा पर CM योगी का बड़ा बयान

    ‘मौलाना भूल गया कि राज्य में सत्ता किसकी है’, बरेली हिंसा पर CM योगी का बड़ा बयान

    बरेली का बवाल: नाबालिगों की ढाल, कट्टरपंथ की चाल

    बरेली का बवाल: नाबालिगों की ढाल, कट्टरपंथ की चाल

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    बरेली से अयोध्या तक: “आई लव मोहम्मद” बवाल, जानिए इसके पीछे की असली वजह

    बरेली से अयोध्या तक: “आई लव मोहम्मद” पर बवाल, जानिए इसके पीछे की असली वजह

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता: वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता, वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    जयशंकर का स्पष्ट संदेश: H1B नीतियों के बावजूद भारत तैयार और दूरदर्शी

    जयशंकर का स्पष्ट संदेश: H1B नीतियों के बावजूद भारत तैयार और दूरदर्शी

    ट्रंप का एक और टैरिफ बम: अमेरिका और वैश्विक व्यापार को झटका

    ट्रंप का एक और टैरिफ बम: अमेरिका और वैश्विक व्यापार को झटका

    अमेरिका के बदले सुर: अब ट्रंप और मोदी के मुलाकात की तैयारी

    अमेरिका के बदले सुर: अब ट्रंप और मोदी के मुलाकात की तैयारी

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता: वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता, वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    भारत की सुरक्षा में डीआरडीओ का नया कदम: सीमा पर रोबोटिक सैनिक को तैनात करने की तैयारी

    भारत की सुरक्षा में डीआरडीओ का नया कदम: सीमा पर रोबोटिक सैनिक को तैनात करने की तैयारी

    MiG-21 का प्रणाम: राष्ट्र-आकाश में पराक्रम की अमिट छाप छोड़कर विदाई, शौर्य, पराक्रम और पराकाष्ठा का 62 वर्षों की गाथा को विराम

    MiG-21 का प्रणाम: राष्ट्र-आकाश में पराक्रम की अमिट छाप छोड़कर विदाई, शौर्य, पराक्रम और पराकाष्ठा का 62 वर्षों की गाथा को विराम

    मिग-21 से तेजस Mk1A तक: भारतीय वायु सेना का स्वदेशी उत्कर्ष

    मिग-21 से तेजस Mk1A तक: भारतीय वायु सेना का स्वदेशी उत्कर्ष

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    UNGA में नेतन्याहू की चेतावनी: बंधकों को तुरंत छोड़ो, हथियार डालो या परिणाम भुगतोगे

    UNGA में नेतन्याहू की चेतावनी: बंधकों को तुरंत छोड़ो, हथियार डालो या परिणाम भुगतोगे

    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता: वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता, वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    जयशंकर का स्पष्ट संदेश: H1B नीतियों के बावजूद भारत तैयार और दूरदर्शी

    जयशंकर का स्पष्ट संदेश: H1B नीतियों के बावजूद भारत तैयार और दूरदर्शी

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    देवी माँ कात्यायनी कौन हैं? नवरात्रि के छठे दिन उनकी पूजा क्यों की जाती है?

    देवी मां कात्यायनी कौन हैं? नवरात्रि के छठे दिन उनकी पूजा क्यों की जाती है?

    भारत में पर्यटन: आस्था से अर्थव्यवस्था तक

    तीर्थ, संस्कृति और समृद्धि: क्यों भारत का पर्यटन है अनोखा

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    1962 के भारत-चीन युद्ध के अमर वीर: परमवीर चक्र विजेता सूबेदार जोगिंदर सिंह को 104वीं जयंती पर नमन

    1962 के भारत-चीन युद्ध के अमर वीर: परमवीर चक्र विजेता सूबेदार जोगिंदर सिंह को 104वीं जयंती पर नमन

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    'मौलाना भूल गया कि राज्य में सत्ता किसकी है', बरेली हिंसा पर CM योगी का बड़ा बयान

    ‘मौलाना भूल गया कि राज्य में सत्ता किसकी है’, बरेली हिंसा पर CM योगी का बड़ा बयान

    बरेली का बवाल: नाबालिगों की ढाल, कट्टरपंथ की चाल

    बरेली का बवाल: नाबालिगों की ढाल, कट्टरपंथ की चाल

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    बरेली से अयोध्या तक: “आई लव मोहम्मद” बवाल, जानिए इसके पीछे की असली वजह

    बरेली से अयोध्या तक: “आई लव मोहम्मद” पर बवाल, जानिए इसके पीछे की असली वजह

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता: वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता, वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    जयशंकर का स्पष्ट संदेश: H1B नीतियों के बावजूद भारत तैयार और दूरदर्शी

    जयशंकर का स्पष्ट संदेश: H1B नीतियों के बावजूद भारत तैयार और दूरदर्शी

    ट्रंप का एक और टैरिफ बम: अमेरिका और वैश्विक व्यापार को झटका

    ट्रंप का एक और टैरिफ बम: अमेरिका और वैश्विक व्यापार को झटका

    अमेरिका के बदले सुर: अब ट्रंप और मोदी के मुलाकात की तैयारी

    अमेरिका के बदले सुर: अब ट्रंप और मोदी के मुलाकात की तैयारी

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता: वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता, वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    भारत की सुरक्षा में डीआरडीओ का नया कदम: सीमा पर रोबोटिक सैनिक को तैनात करने की तैयारी

    भारत की सुरक्षा में डीआरडीओ का नया कदम: सीमा पर रोबोटिक सैनिक को तैनात करने की तैयारी

    MiG-21 का प्रणाम: राष्ट्र-आकाश में पराक्रम की अमिट छाप छोड़कर विदाई, शौर्य, पराक्रम और पराकाष्ठा का 62 वर्षों की गाथा को विराम

    MiG-21 का प्रणाम: राष्ट्र-आकाश में पराक्रम की अमिट छाप छोड़कर विदाई, शौर्य, पराक्रम और पराकाष्ठा का 62 वर्षों की गाथा को विराम

    मिग-21 से तेजस Mk1A तक: भारतीय वायु सेना का स्वदेशी उत्कर्ष

    मिग-21 से तेजस Mk1A तक: भारतीय वायु सेना का स्वदेशी उत्कर्ष

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    UNGA में नेतन्याहू की चेतावनी: बंधकों को तुरंत छोड़ो, हथियार डालो या परिणाम भुगतोगे

    UNGA में नेतन्याहू की चेतावनी: बंधकों को तुरंत छोड़ो, हथियार डालो या परिणाम भुगतोगे

    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता: वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता, वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    जयशंकर का स्पष्ट संदेश: H1B नीतियों के बावजूद भारत तैयार और दूरदर्शी

    जयशंकर का स्पष्ट संदेश: H1B नीतियों के बावजूद भारत तैयार और दूरदर्शी

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    देवी माँ कात्यायनी कौन हैं? नवरात्रि के छठे दिन उनकी पूजा क्यों की जाती है?

    देवी मां कात्यायनी कौन हैं? नवरात्रि के छठे दिन उनकी पूजा क्यों की जाती है?

    भारत में पर्यटन: आस्था से अर्थव्यवस्था तक

    तीर्थ, संस्कृति और समृद्धि: क्यों भारत का पर्यटन है अनोखा

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    1962 के भारत-चीन युद्ध के अमर वीर: परमवीर चक्र विजेता सूबेदार जोगिंदर सिंह को 104वीं जयंती पर नमन

    1962 के भारत-चीन युद्ध के अमर वीर: परमवीर चक्र विजेता सूबेदार जोगिंदर सिंह को 104वीं जयंती पर नमन

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

सूरदास जी का जन्म कब हुआ, उनके गुरु, शिक्षा और मृत्यु

TFI Desk द्वारा TFI Desk
3 January 2022
in Uncategorized
सूरदास का जन्म
Share on FacebookShare on X

सूरदास जी का जन्म कब हुआ?

कवि सूरदास जी हिंदी साहित्य की कृष्ण भक्ति काव्य धारा के प्रमुख कवि हैं. उनका जन्म (हरियाणा) फरीदाबाद के पास साही नामक ग्राम में सन 1478 को हुआ था. कुछ महान विद्वानों के राय के अनुसार कवि सूरदास जी का जन्म आगरा तथा मधुरा के मध्य स्थिति रुनकता गांव में हुआ था. सूरदास जी का जन्म कब हुआ और स्थान के संबंध में विद्वान एक मत नहीं है. प्रस्तुत लेख में हम आपको सूरदास जी का जन्म कब हुआ इस बारें में बताने जा रहे है.

सूरदास जी का जन्म निर्धन सारस्वत ब्राह्मण पं0 रामदास के यहाँ हुआ था. सूरदास जी के पिता गायक थे. सूरदास जी के माता का नाम जमुनादास था. सूरदास जी की वाणी बहुत ही ज्यादा मधुर थी. जब भी वो भाव-विभोर होकर कृष्ण लीला का वर्णन व गायन करते थे. तो सभी ग्रामवासी से झूमते और मंत्रमुग्ध होकर गायन सुनते थे. बचपन से ही सूरदास जी की रूचि कृष्णभक्ति में थी,  कृष्ण के भक्त होने के कारण उन्हें मदन-मोहन नाम से भी जाना जाता है. सूरदास जी ने भी अपने कई दोहों में ख़ुद को मदन-मोहन कहा है. सूरदास जी नदी किनारे बैठ कर पद लिखते और उसका गायन करते थे और कृष्ण भक्ति के बारे में लोगों को बताते थे.

संबंधितपोस्ट

UNGA में नेतन्याहू की चेतावनी: बंधकों को तुरंत छोड़ो, हथियार डालो या परिणाम भुगतोगे

देवी मां कात्यायनी कौन हैं? नवरात्रि के छठे दिन उनकी पूजा क्यों की जाती है?

लेह पर तनाव: स्टेटहुड की मांगों ने बढ़ाया संकट

और लोड करें

Also Read: 15 Plus Ram Navami Wishes in Hindi language

सूरदास जी के गुरु

सूरदास जी बचपन में ही अपने परिवार से दूर हो गए थे. ताकि वह किसी पर बोझ ना बने. वह बचपन मे ही मथुरा की गाऊघाट पर रहने के लिये चले गये थे. वही समय सूरदास जी की मुलाक़ात आचार्यव ल्लभ से हुयी थी. सूरदास जी द्वारा रचित भक्ति के पदों को देखकर वह पूरी तरह से प्रभावित हो गये और उन्होंने सूरदास जी को अपने शिष्य के रूप में स्वीकार कर लिया. महान् कवि सूरदास जी आचार्य वल्लभाचार्य के प्रमुख शिष्यों में से एक थे. और यह अष्टछाप कवियों में भी सर्वश्रेष्ठ स्थान रखते थे.

श्रीकृष्ण गीतावली- कहा जाता है कि कवि सूरदास जी से प्रभावित होकर ही तुलसीदास जी ने महान् ग्रंथ श्री कृष्णगीतावली की रचना की थी. और इन दोनों के बीच तबसे ही प्रेम और मित्रता का भाव बढ़ने लगा था.

सूरदास जी का राजघरानों से संबंध- महाकवि सूरदास जी के भक्तिमय गीतों की गूंज चारों तरफ फैल रही थी. जिसे सुनकर स्वंय अकबर भी सूरदास जी की रचनाओं पर मुग्ध हो गए थे. जिसने उनके काव्य से प्रभावित होकर अपने यहां रख लिया था.

सूरदास जी का विवाह

कहा जाता है कि सूरदास जी ने विवाह किया था. हालांकि इनके विवाह को लेकर कोई साक्ष्य प्राप्त नहीं हुए हैं लेकिन फिर भी इनकी पत्नी का नाम रत्नावली माना गया है. कहा जाता है कि संसार से विरक्त होने से पहले सूरदास जी अपने परिवार के साथ ही जीवन व्यतीत किया करते थे.

मृत्यु 

सूरदास जी की मृत्यु 1583 ईसवी में गोवर्धन के पास स्थित पारसौली गांव में हुई थी. सूरदास जी ने काव्य की धारा को एक अलग ही गति प्रदान की. जिसके माध्यम से उन्होंने हिंदी गद्य और पद्य के क्षेत्र में भक्ति और श्रृंगार रस का बेजोड़ मेल प्रस्तुत किया है. साथ ही ब्रज भाषा को साहित्यिक दृष्टि से उपयोगी बनाने का श्रेय महाकवि सूरदास जी को ही जाता है.

और पढ़े: कबीर दास जी का जन्म, जीवन, दीक्षा और मृत्यु से सम्बंधित जानकारी

प्रमुख रचनाएँ

नागरी प्रचारिणी सभा द्वारा प्रकाशित हस्तलिखित पुस्तकों की विवरण तालिका में सूरदास जी के 16 ग्रन्थों का उल्लेख किया गया है. इनमें सूरसागर, सूरसारावली, साहित्य लहरी, नल-दमयन्ती, ब्याहलो के अतिरिक्त सूरसागर सार, प्राणप्यारी, गोवर्धन लीला, दशमस्कंध टीका, भागवत्, सूरपचीसी, नागलीला, आदि ग्रन्थ सम्मिलित हैं. वैसे तो इनकी केवल तीन रचनाओं के प्रमाण है, बाकि किसी का प्रमाण नहीं है.

हिन्दी साहित्य में सूरदास जी को सूर्य की उपाधि दी गयी है. उनके इस उपाधि पर एक दोहा प्रसिद्ध है.

सूर सूर तुलसी ससी, उडुगन केशवदास।
अब के कवि खद्योत सम, जहँ-तहँ करत प्रकाश॥

सूरदास जी की भाषा शैली

सूरदास जी ने अपनी काव्यगत रचनाओं में मुक्तक शैली का प्रयोग किया है. साथ ही उन्होंने अपनी रचनाओं में ब्रजभाषा का प्रयोग किया है. तो वहीं सभी पद गेय हैं और उनमें माधुर्य गुण की प्रधानता है. इसके अलावा सूरदास जी ने सरल और प्रभावपूर्ण शैली का प्रयोग किया है.

वास्तविक जीवन में कवि सूरदास जी काव्य जगत के शिरोमणि कवि थे. कवि सूरदास जी जिनके द्वारा रचित रचनाएं आज भी बहुत ज्यादा लोकप्रिय है. कवि सूरदास जी काव्य प्रतिमा का आलोक आज भी बहुत ज्यादा प्रचलित है. लाखों लोगों के मन की भावनाओं को कवि सूरदास जी द्वारा रचित रचनाएं भगवान की भक्ति के प्रति उनके मन को जोड़ती है. आशा करते है कि सूरदास जी का जन्म कब हुआ से सम्बंधित यह लेख आपको पसंद आया होगा एवं ऐसे ही लेख और न्यूज पढ़ने के लिए कृपया हमारा ट्विटर पेज फॉलो करें.

शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

ककोलत जलप्रपात – बिहार में स्थित एक अतुलनीय झरना, कैसे पहुंचे?

अगली पोस्ट

M F Husain : एक कपटी ‘चित्रकार’ जिसने हिंदू धर्म को अपमानित किया और बच भी गया

संबंधित पोस्ट

DUSU चुनाव 2025: Gen Z ने अपने वोट से राष्ट्रवाद का संदेश दिया
Uncategorized

DUSU चुनाव 2025: Gen Z ने अपने वोट से दिया राष्ट्रवाद का संदेश

20 September 2025

दिल्ली विश्वविद्यालय का कैंपस इस साल भी राजनीति की हलचलों से भरा रहा। गलियां, कॉलेज की बेंचें और छात्रावास—हर जगह चुनावी चर्चाएं चल रही थीं।...

कर्नाटक के जंगलों में मिली रूसी महिला की रहस्यमयी दास्तान
Uncategorized

कर्नाटक के जंगलों में मिली रूसी महिला की रहस्यमयी दास्तान

3 September 2025

कर्नाटक के उत्तर कन्नड़ जिले के घने जंगलों में जुलाई 2025 में मिला एक परिवार पूरे देश की सुर्खियों में है। एक गुफा से बरामद...

SCO समिट में मोदी-शी-पुतिन की एकजुटता से ट्रंप परेशान- अमेरिका-भारत व्यापार को एकतरफ़ा आपदा बताया
Uncategorized

SCO समिट में मोदी-शी-पुतिन की एकजुटता से ट्रंप परेशान- अमेरिका-भारत व्यापार को एकतरफ़ा आपदा बताया

2 September 2025

तियानजिन में हुए शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) समिट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

When Bharat Was One: “The Shakti Peeths That Now Lie in Pakistan”

Why Sanjeev Sanyal Says India Can’t Become Viksit Bharat Without Judicial Reform?

00:07:30

What A Space War Looks Like – And How India Is Preparing For it?

00:06:35

Story of The Battle of Dograi & Valiant Soldiers of 3 JAT

00:06:25

Why Kerala Is Facing a Deadly ‘Brain-Eating Amoeba’ Outbreak Like Never Before?

00:06:07
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited