TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    पंजाब की बाढ़: जब भाजपा ने जनता का हाथ थामा

    पंजाब की बाढ़: जब भाजपा ने जनता का हाथ थामा

    ‘इतिहास’ का अनुवाद ‘हिस्ट्री’ नहीं होता

    ‘इतिहास’ का अनुवाद ‘हिस्ट्री’ नहीं होता

    बिहार चुनाव से पहले कांग्रेस का आत्मघाती दांव

    बिहार चुनाव से पहले कांग्रेस का आत्मघाती दांव

    बिहार का जंगलराज और सत्येंद्र दुबे की शहादत: एक आईना

    बिहार का जंगलराज और सत्येंद्र दुबे की शहादत: एक आईना

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    पंजाब की बाढ़: जब भाजपा ने जनता का हाथ थामा

    पंजाब की बाढ़: जब भाजपा ने जनता का हाथ थामा

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    बैटल ऑफ सारागढ़ी

    बैटल ऑफ सारागढ़ी: दुनिया का सबसे बेहतरीन लास्ट स्टैंड- जिसमें 21 जवान शहीद हुए थे, लेकिन पहचान सिर्फ 20 सिख जवानों को ही क्यों मिली ?

    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत की सेना होगी और भी धारदार, थिएटर कमांड से घटेगा युद्ध का रिस्पॉन्स टाइम

    भारत की सेना होगी और भी धारदार, थिएटर कमांड से घटेगा युद्ध का रिस्पॉन्स टाइम

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

    नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    बैटल ऑफ सारागढ़ी

    बैटल ऑफ सारागढ़ी: दुनिया का सबसे बेहतरीन लास्ट स्टैंड- जिसमें 21 जवान शहीद हुए थे, लेकिन पहचान सिर्फ 20 सिख जवानों को ही क्यों मिली ?

    ‘इतिहास’ का अनुवाद ‘हिस्ट्री’ नहीं होता

    ‘इतिहास’ का अनुवाद ‘हिस्ट्री’ नहीं होता

    प्रशांत पोळ की ‘खजाने की शोधयात्रा’ पुस्तक में छिपे ‘भारतीय ज्ञान परंपरा’ के अनमोल रत्न

    प्रशांत पोळ की ‘खजाने की शोधयात्रा’ पुस्तक में छिपे ‘भारतीय ज्ञान परंपरा’ के अनमोल रत्न

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    पंजाब की बाढ़: जब भाजपा ने जनता का हाथ थामा

    पंजाब की बाढ़: जब भाजपा ने जनता का हाथ थामा

    ‘इतिहास’ का अनुवाद ‘हिस्ट्री’ नहीं होता

    ‘इतिहास’ का अनुवाद ‘हिस्ट्री’ नहीं होता

    बिहार चुनाव से पहले कांग्रेस का आत्मघाती दांव

    बिहार चुनाव से पहले कांग्रेस का आत्मघाती दांव

    बिहार का जंगलराज और सत्येंद्र दुबे की शहादत: एक आईना

    बिहार का जंगलराज और सत्येंद्र दुबे की शहादत: एक आईना

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    पंजाब की बाढ़: जब भाजपा ने जनता का हाथ थामा

    पंजाब की बाढ़: जब भाजपा ने जनता का हाथ थामा

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    बैटल ऑफ सारागढ़ी

    बैटल ऑफ सारागढ़ी: दुनिया का सबसे बेहतरीन लास्ट स्टैंड- जिसमें 21 जवान शहीद हुए थे, लेकिन पहचान सिर्फ 20 सिख जवानों को ही क्यों मिली ?

    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत की सेना होगी और भी धारदार, थिएटर कमांड से घटेगा युद्ध का रिस्पॉन्स टाइम

    भारत की सेना होगी और भी धारदार, थिएटर कमांड से घटेगा युद्ध का रिस्पॉन्स टाइम

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

    नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    बैटल ऑफ सारागढ़ी

    बैटल ऑफ सारागढ़ी: दुनिया का सबसे बेहतरीन लास्ट स्टैंड- जिसमें 21 जवान शहीद हुए थे, लेकिन पहचान सिर्फ 20 सिख जवानों को ही क्यों मिली ?

    ‘इतिहास’ का अनुवाद ‘हिस्ट्री’ नहीं होता

    ‘इतिहास’ का अनुवाद ‘हिस्ट्री’ नहीं होता

    प्रशांत पोळ की ‘खजाने की शोधयात्रा’ पुस्तक में छिपे ‘भारतीय ज्ञान परंपरा’ के अनमोल रत्न

    प्रशांत पोळ की ‘खजाने की शोधयात्रा’ पुस्तक में छिपे ‘भारतीय ज्ञान परंपरा’ के अनमोल रत्न

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

क्रिकेट को नुकसान पहुंचा रही है तेज गेंदबाजों की विलुप्त हो रही कला

इसके एक नहीं कई कारण हैं!

Aniket Raj द्वारा Aniket Raj
5 January 2022
in खेल
गेंदबाजी

Source- Google

Share on FacebookShare on X

क्रिकेट मुख्य रूप से औपनिवेशिक शक्ति ब्रिटेन की देन है। धीरे-धीरे यह ब्रिटेन के विभिन्न उपनिवेशों में फैल गया। शुरुआत में इसे व्यवसाय की तरह नहीं, बल्कि अंग्रेजी पदाधिकारियों, कंपनी के शासकों, प्रशासकों और सैन्य अफसरों द्वारा छुट्टी और खाली समय में मन बहलाने के लिए खेला जाता था। रसूखदार लोग गेंद फेंकने के लिए किसी दास, गुलाम या फिर परिचारक को काम पर लगाते थे। गेंदबाजी करना दोयम दर्जे का काम माना जाता था।

तत्पश्चात क्रिकेट जब अंतराष्ट्रीय खेल बना, नियम बनें और इसका व्यवसायीकरण हुआ, तब गेंदबाजी इस खेल का अभिन्न हिस्सा तो बन गई पर गेंदबाजों की स्थिति जस की तस रही। आईसीसी के नियम, अत्यधिक क्रिकेट मैचों का आयोजन, पिच की बनावट और टीम संयोजन ने इस खेल को आज ‘Gentleman Game’ से ‘Batsman Game’ में परिवर्तित कर दिया है। आज हम अपने इस लेख के माध्यम से चार कारणों पर चर्चा करेंगे, जिन्होंने वेस्ट इंडीज, पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया और भारत के द्वारा स्थापित की गई तेज गेंदबाजी की विरासत को किस तरह सुनियोजित तरीके से खत्म कर दिया।

संबंधितपोस्ट

पाकिस्तान ने ICC से की चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल की शिकायत, अब क्या करेंगे जय शाह?

भारत के आगे घुटने टेकेगा Pak या झेलेगा ₹5484846250 का नुकसान: चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम इंडिया नहीं जाएगी पाकिस्तान, ICC के पाले में गेंद

भारत पेस बैटरी के रूप में कैसे विकसित हुआ?

और लोड करें

और पढ़ें: ‘The Mad Scientist’ एबी डिविलियर्स – वो खिलाड़ी जिसने क्रिकेट के साइंस को ही बदल डाला

ICC का गेंदबाज विरोधी नियम

सबसे पहले आप हाल के दिनों में आईसीसी द्वारा लागू किए गए कुछ नियमों को देखिए। ICC ने आधिकारिक तौर पर क्रिकेट गेंद को पॉलिश करने के लिए लार के उपयोग को अवैध कर दिया है। यह तेज गेंदबाजों को हतोत्साहित करने और इस खेल को बल्लेबाज केंद्रित बनाने की ओर एक बड़ा कदम है! आईसीसी की मुख्य कार्यकारी समिति की सिफारिशों के आधार पर खेलने के नियमों में कई चीजों को “अंतरिम परिवर्तन” के रूप में वर्णित किया जा चुका है, इन्हीं परिवर्तनों में शामिल है थूक पर प्रतिबंध, जो COVID-19 के मातहत लिया गया है।

इसमें कहा गया है कि “खिलाड़ियों को गेंद को चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल की इजाजत नहीं होगी। यदि कोई खिलाड़ी या गेंदबाज गेंद पर लार लगाता है, तो अंपायर समायोजन की प्रारंभिक अवधि के दौरान कुछ नरमी के साथ स्थिति का प्रबंधन करेंगे, लेकिन बाद में टीम को चेतावनी मिलेगी जिसे अनिवार्य रूप से मानना होगा।” साथ ही इसमें स्पष्ट किया गया है कि “एक टीम को प्रति पारी में दो चेतावनी जारी की जा सकती है, लेकिन गेंद पर लार के बार-बार इस्तेमाल से पांच रन का जुर्माना होगा। जब भी गेंद पर लार लगाई जाती है, तो अंपायरों को निर्देश दिया जाएगा कि वे खेल शुरू होने से पहले गेंद को साफ करें।”

और पढ़ें: सौरव गांगुली: जिन्हें ‘फिक्सिंग’ वाली टीम विरासत में मिली और उन्होंने उसे चैंपियन टीम बनाया

महान तेज गेंदबाज वसीम अकरम ने इस नियम के बारे में कहा है कि अब यह खेल बल्लेबाजों के पक्ष में अधिक झुक गया है। अकरम ने लार के फैसले के बारे में कहा, “यह गेंदबाजों को रोबोट बना देगा और उन्हें बिना स्विंग के गेंदबाजी के लिए प्रेरित भी करेगा। यह गेंदबाजों के लिए एक विचित्र स्थिति है, क्योंकि गेंदबाज गेंद को चमकाने और इसे स्विंग करने के लिए प्रायः लार का उपयोग करते है।” कूकाबुरा कंपनी ने गेंद को चमकाने के लिए मोम के इस्तेमाल की वकालत की थी, लेकिन आईसीसी ने नियमों में कोई बदलाव नहीं किया। हालांकि, ब्रेट ली और सचिन तेंदुलकर दोनों ने ही मोम के इस्तेमाल की वकालत की थी।

दूसरा नियम यह है कि मैच में उत्पन्न होने वाले किसी भी विवाद को समाप्त करने के लिए टेस्ट टीमों को एक पारी में एक अतिरिक्त डीआरएस समीक्षा भी मिलेगी। वनडे और टी20 मैचों में यह एक से बढ़कर दो हो जाएगा। इस नियम के बारे में सभी क्रिकेट प्रेमी स्पष्ट रूप से जानते होंगे कि इसमें किसी भी दुविधा की स्थिति में फायदा बल्लेबाजों को मिलता है न कि गेंदबाजों को। पिछले कुछ वर्षों में हमने देखा सीमाएं छोटी हो गई हैं और बल्ले बड़े हो गए हैं, लेकिन गेंदबाज का एकमात्र हथियार, गेंद बिना परिवर्तन के जस के तस बना हुआ है।

गेंदबाज विरोधी पिच

अत्याधुनिक कवर ने सतहों को बल्लेबाजी के लिए और बेहतर बना दिया है और ड्रॉप-इन ने उन्हें और भी परिष्कृत कर दिया है, जिससे गेंद बल्ले को चूमते ही सीमा रेखा के बाहर चली जाए। ऊपर से इन्हें रोकने वाले क्षेत्ररक्षकों को भी प्रतिबंधित कर दिया है। टेस्ट में भी फील्ड प्लेसमेंट पर प्रतिबंध लगाया गया और स्कोरिंग को अधिकतम करने के लिए शॉर्ट फॉर्मेट में उनका इस्तेमाल किया गया था। आज के परिदृश्य में किसी भी ऐसे नियम परिवर्तन के बारे में सोचना मुश्किल है, जो आड़े-तिरछे स्कोरिंग को प्रतिबंधित करे या फिर विकेटों की संख्या को अधिकतम कर गेंदबाजों को प्रेरित करे।

और पढ़ें: चेतन शर्मा ने खोली विराट कोहली के सफेद झूठ की पोल

गेदबाजों की कम होती गति

दक्षिण अफ्रीका के लांस क्लूजनर ने वर्ष 1996/97 में भारत के खिलाफ 154 km/h की रफ्तार से गेंदबाजी की थी। क्लूजनर के करियर की शुरुआत में उन्हें एलन डोनाल्ड से भी तेज कहा जाता था। पर, जब उनके तेज गेंदों पर लगने वाले अपारंपरिक शॉट पर छक्का लगने लगा, तब से उन्होंने मध्यम गति के गेंदबाज बनने की ठानी। उसके बाद उनका औसत लगभग 120 km/h हो गया। यही रणनीति 150 की रफ्तार से गेंद फेंकने वाले मुनाफ पटेल और जहीर खान ने भी अपनाई। एक समय में अजीत आगरकर भी 149 km/h की रफ्तार से गेंद फेंकते थे, पर अपने करियर के अंतिम पड़ावों में उन्होंने भी 130 km/h की रफ्तार पकड़ ली। स्विंग के किंग भुवनेश्वर कुमार के रफ्तार में भी उल्लेखनीय कमी आई है। अगर आप विदेशी खिलाड़ियों की बात करें, तो ब्रेट ली, मैक्ग्रा, जॉनसन की पेस विरासत से सजी ऑस्ट्रेलिया के कमिंस, हेजलवुड और स्टार्क ने भी अपनी रफ्तार कम कर ली। यही हाल दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज रबाड़ा जैसे खिलाड़ियों का भी है।

प्रेरणा की कमी

गौरतलब है कि अत्याधुनिक सतही पिचों पर गेंदबाज, बल्लेबाज के अनुकूल नियमों के बीच गेंदबाजी करते हैं, बल्लेबाजों के आड़े-तिरछे शॉट पर बेतहाशा मार सहते हैं। न तो 21 गज की पिच उनके अनुकूल होती है और न ही दिन प्रतिदिन छोटी होती जा रही सीमा रेखा। उदाहरण के लिए आप चिन्नास्वामी या मुंबई के वानखेड़े के मैदानों को देख सकते हैं। ऊपर से ये छोटी होती सीमा रेखा जैसे स्वयं गेंद को सीमा के बाहर फेंकने के फिराक में रहती है। नियम और क्षेत्ररक्षण बंधन भी बल्लेबाजों के अनुकूल हो गया है और ऊपर से सीमित ओवर के खेल ने तो जैसे कहर बरपा रखा है। क्रिकेट जगत में सुपर-10 मैचों को भी मान्यता देने की चर्चा जोरों पर है।

अतः अत्यधिक दबाव और बल्लेबाजी अनुकूलन परिस्थिति में मार से बचने के लिए गेंदबाज अपनी गति धीमी कर देते हैं, ताकि गेंद को सीमा रेखा के बाहर पहुंचाने के लिए बल्लेबाजों को ताकत लगानी पड़े। पर, आज के हालात ने गेंदबाजों को निःशस्त्र कर दर्शकों के मनोरंजन हेतु भेदभाव वाले एक प्रतिकूल परिस्थिति में खड़ा कर दिया गया है। प्रेरणा की इस कमी से तेज गेंदबाज पैदा होने बंद हो गए हैं, जो कि काफी दुखद है!

और पढ़ें: रिकी पोंटिंग: टीम इंडिया के सबसे कट्टर विरोधियों में से एक

Tags: आईसीसीतेज गेंदबाज़
शेयर33ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

चीन की बढ़ी मुश्किलें, भारत ने श्रीलंका के साथ बड़े पैमाने पर त्रिंकोमाली तेल टैंक परिसर का किया सौदा

अगली पोस्ट

विदेशों में लिथियम और कोबाल्ट खनन हेतु आक्रामक प्रयास कर रहा है भारत

संबंधित पोस्ट

19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला
खेल

19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

28 July 2025

भारतीय शतरंज इतिहास में एक चौंकाने वाले मोड़ में, नागपुर की 19 वर्षीय इंटरनेशनल मास्टर दिव्या देशमुख ने सोमवार को FIDE महिला वर्ल्ड कप 2024...

The Lifecycle of a Betting Line
खेल

The Lifecycle of a Betting Line

26 July 2025

Betting lines follow predictable lifecycles from initial creation through final settlement, with each stage influenced by different market forces and participant behaviors. Understanding these phases...

USOPC का बड़ा फैसला- ट्रम्प के आदेश के बाद ओलंपिक खेलों में ट्रांसजेंडर एथलीटों की एंट्री पर लगी रोक
खेल

USOPC का बड़ा फैसला- ट्रम्प के आदेश के बाद ओलंपिक खेलों में ट्रांसजेंडर एथलीटों की एंट्री पर लगी रोक

23 July 2025

अमेरिकी ओलंपिक और पैरालंपिक समिति (USOPC) ने हाल ही में एक नया बदलाव किया है। अब अमेरिकी ट्रांसजेंडर एथलीट ओलंपिक या पैरालंपिक महिला स्पर्धाओं में...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Epic Battle of Saragarhi : A Tale of Unmatched Bravery That Every Indian Should Know

Epic Battle of Saragarhi : A Tale of Unmatched Bravery That Every Indian Should Know

00:07:14

Why PM Modi Is Compared to The Indus Valley Priest King! Amid uncertainty in India’s Neighbourhood!

00:06:42

‘The Bengal Files’ Exposing Bengal’s Darkest Chapter – What Mamata Won’t Show!

00:05:37

Why Periyar Is No Hero: The Anti-Hindu Legacy That Stalin & DMK Ecosystem Want You To Forget

00:06:26

Why Hindus Should Reclaim The Forgotten Truth of Onam | Sanatan Roots vs Secular Lies

00:07:03
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited