व्यक्तिवाचक संज्ञा
नमस्कार दोस्तों, हम इस लेख के माध्यम से आपको व्यक्तिवाचक संज्ञा के बारे में विस्तारपूर्वक बताएँगे. यह परीक्षाओं में पूछा जाने वाला एक महत्वपूर्ण प्रश्न है. इसलिए इसका उत्तर हमें ज्ञात होना चाहिए. अत: इसकी सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करने के लिए इस लेख को अंत तक जरुर पढ़े.
व्यक्तिवाचक संज्ञा किसे कहते हैं?
किसी स्थान ,व्यक्ति, वस्तु का बोध कराने वाली संज्ञा को व्यक्तिवाचक संज्ञा कहा जाता है . अर्थात् व्यक्तिवाचक सभी व्यक्ति, वस्तु या स्थान की संपूर्ण जाती में से ख़ास का नाम बताती हैं.
उदाहरण के लिए
वस्तु- फ़ोन, पेन, रामायण आदि.
स्थान- बैंगलोर, दिल्ली, मुंबई, लखनऊ आदि.
व्यक्ति- महात्मा गाँधी, भगत सिंह, रमेश, पवन, सीमा, विकास आदि.
दिशाओं के नाम- उत्तर, पश्र्चिम, दक्षिण, पूर्व
देवी देवताओं के नाम :- शिव, विष्णु, पार्वती, लक्ष्मी आदि.
व्यक्तिवाचक संज्ञा के उदाहरण
1. महेंद्र सिंह धोनी इतिहास के सबसे अच्छे बल्लेबाज हैं.
2. सचिन तेंदुलकर को मास्टर ब्लास्टर के नाम से भी जाना जाता है.
3. नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री है.
4. हिटलर एक तानाशाह शासक था.
5. ओशो एक आध्यात्मिक गुरू थे.
6. विकास गांव गया है.
उपर दिए हुए नाम- महेंद्र सिंह धोनी, नरेंद्र मोदी, सचिन तेंदुलकर, हिटलर, ओशो, विकास आदि ये सभी व्यक्तियों का बोध ना कराते हुए एक विशेष व्यक्ति का बोध कराते हैं. इसलिए ये व्यक्तिवाचक की श्रेणी में आते हैं.
1. हिंदी भारत की राष्ट्रभाषा है.
2. मैं अभी जापानी भाषा सीख रहा हूँ.
3. मैंने आज एक अंग्रेजी की किताब खरीदी.
4. सुरेश चाइनीज बोल सकता है.
5. विकास को हिंदी बोलनी नहीं आती है.
दिए गए वाक्यों में हिंदी, जापानी, अंग्रेजी, चाइनीज आदि सभी भाषाओं का बोध ना कराकर सिर्फ एक विशेष भाषा का बोध करा रहे हैं. इसलिए ये व्यक्तिवाचक संज्ञा की श्रेणी में आते हैं.
1. दिल्ली में क़ुतुब मीनार है.
2. आगरा में ताजमहल है.
3. जयपुर को गुलाबी नगर भी कहा जाता है.
4. मुंबई एक स्मार्ट सिटी बन गया है.
5. गांधीनगर गुजरात की राजधानी है.
इन वाक्यों में दिल्ली,आगरा, जयपुर, मुंबई, गांधीनगर आदि सभी महानगरों का बोध ना करवाकर एक विशेष महानगर का बोध करा रहे है. इसलिए ये व्यक्तिवाचक संज्ञा की श्रेणी में आते हैं.
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इस संज्ञा को कैसे पहचाने?
• इस संज्ञा का हमेशा एकवचन में प्रयोग होता है.तथा इन्हें एकवचन से बहुवचन और बहुवचन से एकवचन में परिवर्तित नहीं कर सकते हैं.
• व्यक्तिवाचक संज्ञा विशेषण होता है.
• इसके अंतर्गत भाववाचक संज्ञा का निर्माण नहीं किया जा सकता है.
व्यक्तिवाचक संज्ञा के कुछ अन्य उदाहरण
1. विकास गांव गया है.
2. ताजमहल की खूबसूरती का कोई जवाब नहीं है.
3. कोहिनूर हीरा भारत की शान था.
4. भारत का संविधान भीमराव आंबेडकर ने लिखा था.
5. सुबह सुबह समाचार पत्र पढ़ना मुझे काफी पसंद है.
6. मैं अमेरिका जाना चाहता हूँ.
7. प्रेमचंद ने गोदान नामक उपन्यास लिखा था.
8. महात्मा गाँधी ने अहिंसा का सन्देश दिया था.
दोस्तों उम्मीद करते हैं कि आपको “व्यक्तिवाचक संज्ञा” अच्छे से समझ आ गया होगा. यदि लेख से संबंधित यदि आपके पास कोई सवाल है तो आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं. साथ ही इस जानकारी को आगे शेयर जरूर करें.
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