जम्मू कश्मीर भारत का अभिन्न अंग था, है और रहेगा | कितने गाजी आए और कितने गाजी गए, पर जम्मू कश्मीर में भारत का ध्वज ना तो कभी झुका था, और ना ही कभी झुकेगा | पर इसके लिए राष्ट्र विरोधी तत्व दिन रात अथक प्रयास करते रहते हैं, यह राष्ट्र विरोधी तत्व कभी सीमा पार से होते हैं, तो कभी अपने ही घर के भेदी होते हैं| सुरक्षा से लेकर वित्तीय संस्थान मुस्तैदी से इनका मुकाबला करते हैं और उनके गलत उद्देश्यों को नाकाम करते हैं |
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जम्मू में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा कई ठिकानों पर मारे गए छापे
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों ने हाल ही में जम्मू जिले में 8 स्थानों पर एक साथ छापेमारी की, जिसमें छह हथियार डीलर और दो सरकारी अधिकारी शामिल थे।छापे जम्मू-कश्मीर में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा हथियार लाइसेंस घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में सरकारी नियमों का उल्लंघन कर बिना उचित सत्यापन के बाहरी लोगों को हथियार लाइसेंस जारी करने के संबंध में थे।अधिकारियों ने बताया कि अलग-अलग टीमों ने एक साथ केंद्र शासित प्रदेश के विभिन्न जिलों में छापेमारी की गयी | अधिकारियों ने आगे कहा- “जम्मू में छह हथियार डीलरों के आवासों और दो सरकारी अफसरों के कार्यालयों पर छापे मारे गए”|जिनमें एक पूर्व उपायुक्त और तत्कालीन एडीसी थे| दोनों सरकारी अधिकारियों ने कुपवाड़ा जिले में सेवा की थी और कथित तौर पर नियमों का उल्लंघन क बंदूक लाइसेंस जारी किए थे। अधिकारियों ने कहा कि एक आईएएस अधिकारी पर पहले से ही हथियार लाइसेंस घोटाले में मामला दर्ज किया गया है, इसी तथ्य को देखते हुए जम्मू में भी छापा मारा गया और इसी तरह की एक जेकेएएस अधिकारी के तालाब टिलो स्थित आवास पर भी छापा मारा गया था, जिसे हाल ही में जम्मू-कश्मीर सरकार द्वारा बर्खास्त (जबरन सेवानिवृत्त) किया गया था।
ये छापेमारी जम्मू जिले के गांधी नगर, मीरान साहब, त्रिकुटा नगर, नानक नगर, जीवन नगर और अन्य स्थानों पर प्रमुख हथियार डीलरों के आवासों और कार्यालयों पर की गयी |
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जम्मू में चल रहा था अवैध बंदूक लाइसेंस जारी करने का गोरखधंधा
एक अधिकारी ने बताया- “छापे अभी भी जारी हैं”। हमने कुछ दस्तावेज जब्त किए हैं, जिनकी जांच मनी लॉन्ड्रिंग मामले में लिंक का पता लगाने के लिए की जाएगी,जबकि कुछ स्थानों पर छापेमारी रात के दौरान भी जारी रहेगी। अधिकारी ने कहा कि उनके पास खुफिया जानकारी थी, जिसके बाद जांच शुरू की गई थी। जांच की प्रगति के साथ, हमने कई सरकारी अधिकारियों, न्यायिक मौलवियों और हथियार डीलरों की संलिप्तता के बारे में जाना, जो सरकारी नियमों का उल्लंघन करके वाले बंदूक लाइसेंस जारी करने के संबंध में लगातार एक-दूसरे के संपर्क में थे, डीसी, एडीसी और न्यायिक मौलवियों ने पैसे के एवज में हथियारों के सौदागरों से सांठगांठ की थी | सरकारी अधिकारियों और हथियार डीलरों के और भी नाम जांच के घेरे में हैं। हमारी जांच जारी है, और जल्द ही मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हथियार घोटाले में इस तरह की छापेमारी की जाएगी।
ऑपरेशन जारी रहेगा और ईडी की टीमों द्वारा अलग-अलग जगहों पर छापेमारी की जा रही है, इस बीच, कश्मीर में तीन छापे मारे गए। अधिकारियों के अनुसार, जम्मू और कश्मीर दोनों क्षेत्रों में अब तक पांच सरकारी अधिकारियों के आवासों पर छापे मारे गए।
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कुछ लोगों ने जम्मू कश्मीर के युवाओं के हाथ में पत्थर पकड़ा कर उनको बगावत की राह पर धकेलने की कोशिश की, हालांकि उनकी इस बचकानी हरकत से यथास्थिति में कोई परिवर्तन तो नहीं आया, उल्टे पत्थरबाजी करने और करवाने वाले लोगों को बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ा | जो लोग भी जम्मू कश्मीर को भारत से तोड़ने का सपना देखते हैं, उन्हें एक बात समझ लेनी चाहिए, कि जब तक भारतीय सेना जम्मू कश्मीर में तैनात है, तबतक यह संभव नहीं |