TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    “सैलून का मायाजाल” हिमाचल के लिए खतरे की घंटी

    “सैलून का मायाजाल” हिमाचल के लिए खतरे की घंटी

    कम्युनिस्टों का रामभजन से डर: जन्माष्टमी यात्रा पर हमला और केरल की बदलती तस्वीर मासूमियत पर बरसा लाल आतंक

    कम्युनिस्टों का रामभजन से डर: जन्माष्टमी यात्रा पर हमला और केरल की बदलती तस्वीर

    जंगलराज की जड़ें: बिहार का अंधकारमय अध्याय और राजनीति की निर्णायक विरासत

    जंगलराज की जड़ें: बिहार का अंधकारमय अध्याय और राजनीति की निर्णायक विरासत

    अदालत का बड़ा फैसला: वक्फ़ अधिनियम पर बरकरार रहा अस्तित्व, लेकिन कई धाराओं पर लगी रोक

    अदालत का बड़ा फैसला: वक्फ़ अधिनियम पर बरकरार रहा अस्तित्व, लेकिन कई धाराओं पर लगी रोक

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    डील नहीं, डिज़ाइन, दलाली नहीं, डिलीवरी: बदलेगा भारत का रक्षा भविष्य

    “डील नहीं, डिज़ाइन, दलाली नहीं, डिलीवरी: बदलेगा भारत का रक्षा भविष्य”

    क्या फिर तिलमिलाएगा चीन? LAC के पास भारत का बड़ा दांव और पाकिस्तान की बढ़ी बेचैनी

    क्या फिर तिलमिलाएगा चीन? LAC के पास भारत का बड़ा दांव और पाकिस्तान की बढ़ी बेचैनी

    बैटल ऑफ सारागढ़ी

    बैटल ऑफ सारागढ़ी: दुनिया का सबसे बेहतरीन लास्ट स्टैंड- जिसमें 22 जवान शहीद हुए थे, लेकिन पहचान सिर्फ 21 सिख जवानों को ही क्यों मिली ?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    ऑपरेशन पोलो के बाद सरदार पटेल का झुक कर अभिवादन करते हैदराबाद के निजाम

    हैदराबाद का भारत में पूर्ण विलय: जब पटेल ने कहा- नेहरू अपने आप को समझते क्या हैं? आज़ादी की लड़ाई दूसरे लोगों ने भी लड़ी है

    जंगलराज की जड़ें: बिहार का अंधकारमय अध्याय और राजनीति की निर्णायक विरासत

    जंगलराज की जड़ें: बिहार का अंधकारमय अध्याय और राजनीति की निर्णायक विरासत

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    “सैलून का मायाजाल” हिमाचल के लिए खतरे की घंटी

    “सैलून का मायाजाल” हिमाचल के लिए खतरे की घंटी

    कम्युनिस्टों का रामभजन से डर: जन्माष्टमी यात्रा पर हमला और केरल की बदलती तस्वीर मासूमियत पर बरसा लाल आतंक

    कम्युनिस्टों का रामभजन से डर: जन्माष्टमी यात्रा पर हमला और केरल की बदलती तस्वीर

    जंगलराज की जड़ें: बिहार का अंधकारमय अध्याय और राजनीति की निर्णायक विरासत

    जंगलराज की जड़ें: बिहार का अंधकारमय अध्याय और राजनीति की निर्णायक विरासत

    अदालत का बड़ा फैसला: वक्फ़ अधिनियम पर बरकरार रहा अस्तित्व, लेकिन कई धाराओं पर लगी रोक

    अदालत का बड़ा फैसला: वक्फ़ अधिनियम पर बरकरार रहा अस्तित्व, लेकिन कई धाराओं पर लगी रोक

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    डील नहीं, डिज़ाइन, दलाली नहीं, डिलीवरी: बदलेगा भारत का रक्षा भविष्य

    “डील नहीं, डिज़ाइन, दलाली नहीं, डिलीवरी: बदलेगा भारत का रक्षा भविष्य”

    क्या फिर तिलमिलाएगा चीन? LAC के पास भारत का बड़ा दांव और पाकिस्तान की बढ़ी बेचैनी

    क्या फिर तिलमिलाएगा चीन? LAC के पास भारत का बड़ा दांव और पाकिस्तान की बढ़ी बेचैनी

    बैटल ऑफ सारागढ़ी

    बैटल ऑफ सारागढ़ी: दुनिया का सबसे बेहतरीन लास्ट स्टैंड- जिसमें 22 जवान शहीद हुए थे, लेकिन पहचान सिर्फ 21 सिख जवानों को ही क्यों मिली ?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    ऑपरेशन पोलो के बाद सरदार पटेल का झुक कर अभिवादन करते हैदराबाद के निजाम

    हैदराबाद का भारत में पूर्ण विलय: जब पटेल ने कहा- नेहरू अपने आप को समझते क्या हैं? आज़ादी की लड़ाई दूसरे लोगों ने भी लड़ी है

    जंगलराज की जड़ें: बिहार का अंधकारमय अध्याय और राजनीति की निर्णायक विरासत

    जंगलराज की जड़ें: बिहार का अंधकारमय अध्याय और राजनीति की निर्णायक विरासत

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

NDTV का प्रोपेगेंडा हुआ उजागर, यहां समझिए ‘हिजाब’ पर क्या था चैंपियन निखत जरीन का बयान

निखत ने उतारा NDTV का 'हिज़ाब'

Aniket Raj द्वारा Aniket Raj
25 May 2022
in चर्चित
Nikhat Zareen

Source- TFI

Share on FacebookShare on X

निखत जरीन ने हाल ही में महिला मुक्केबाजी विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर भारत को गौरवान्वित किया। स्वाभाविक रूप से, वह भारत में एक सनसनी बन गई है और हर मीडिया हाउस उसके साथ एक ‘एक्सक्लूसिव’ बातचीत करके बयान निकालने के लिए बेताब है, जो उनके पाठकों और दर्शकों की संख्या बढ़ा दे। इस मामले में विशेष रूप से NDTV अपनी रेटिंग के बारे में बहुत चिंतित है, क्योंकि हम सभी जानते हैं कि यह वामपंथी मीडिया हाउस अपनी ओछी और तथ्यहीन पत्रकारिता के लिए भारतीय दर्शकों के बीच अपनी प्रासंगिकता खो चुका है। इसलिए, NDTV ने यह सुनिश्चित किया कि वह निखत जरीन से विशेष रूप से बात करने के अवसर प्राप्त करे। NDTV को यह अवसर मिला भी, पर निखत ज़रीन से उनके खेल को छोड़कर बाकी सारे सवाल पूछे गए ताकि इस इंटरव्यू को सनसनीखेज बनाया जा सके और यह दिखाया जा सके कि बहुसंख्यक समाज अल्पसंख्यकों को कितना प्रताड़ित करता है, जिससे देश को गौरवान्वित करनेवाली खिलाडी भी अछूती नहीं है।

और पढ़ें: ‘फेक न्यूज’ पर सरकार की नीतियों को चैलेंज कर रहा ट्विटर लेकिन अश्विनी वैष्णव हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं!

संबंधितपोस्ट

The Damoh School Controversy: शिवराज सिंह चौहान फुल एक्शन मोड में!

हिजाब नहीं तो स्वर्ण पदक नहीं, भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी तान्या हेमंत का ईरान में किया गया अपमान

“राकेश झुनझुनवाला और दीपक पारेख ने जिसे सुनाया था”, श्रीनिवासन जैन ने NDTV छोड़ दी

और लोड करें

आपकी जानकारी के लिए दोहरा दें कि निखत जरीन मुस्लिम हैं। इस वाक्य को दोहराना इसीलिए जरूरी है क्योंकि NDTV ने शायद निखत का साक्षात्कार ही इसीलिए लिया क्योंकि वो एक मुस्लिम खिलाड़ी हैं, अतः वो NDTV के सूक्ष्म हिन्दू-मुस्लिम प्रोपेगेंडा फैलाने के लिए सबसे उपयुक्त थी। इसलिए, NDTV ने उनसे यह पूछना सबसे अच्छा समझा कि वह हिजाब और भारत में इसके कारण हुए विवाद के बारे में क्या सोचती हैं। एंकर ने पूछा, “आज कल बहुत चर्चा चल रही है क्या लड़कियों को पब्लिक प्लेस पर हिजाब पहनना चाहिए या नहीं? हिजाब पहनने के बारे में आपकी क्या राय है?” ऐसा लगता है एंकर ने काफी मेहनत कर के ये प्रोपेगेंडा से भरा सवाल तैयार किया, जो NDTV को मसाला दे सकता था। पर, देश की इस बेटी ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया।

ज़रीन का जवाब बहुत सटीक और सामान्य था। उन्होंने कहा कि यह महिला पर निर्भर है कि वह कौन से कपड़े पहनना चाहती है। इस्लामी कट्टरपंथियों पर उनके सूक्ष्म हमले को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। यही मजहब के ठेकेदार और कठमुल्ले मुस्लिम परिवारों विशेष रूप से महिलाओं को मजबूर करते हैं कि उन्हें अपनी शील की रक्षा के लिए हिजाब और अन्य कड़े कपड़े पहनने चाहिए, बजाये उन भेड़ियों पर अंकुश लगाने के जो ऐसी नज़र रखते हैं। इसके लिए वो धर्म को हथियार बनाते हैं और समाज को मोरल पॉलिसिंग करने के लिए मजबूर कर देते हैं।

NDTV ने बनाया ‘बात का बतंगड़’

हिजाब मामले पर जरीन के जवाब को लेकर NDTV प्रोपेगेंडा फैला रहा था। अतः एनडीटीवी ने निखत ज़रीन के जवाब को कर्नाटक में ‘हिजाबी लड़कियों’ के अधिकार का समर्थन करने वाले नेत्री के रूप में पेश करने की कोशिश की। जबकि, जरीन ने कहा था कि ‘यह पूरी तरह से उनकी अपनी पसंद है। मैं उनकी पसंद पर टिप्पणी नहीं कर सकती। मेरी अपनी पसंद है। मुझे ऐसे कपड़े पहनना पसंद है। मुझे ऐसे कपड़े पहनने में कोई आपत्ति नहीं है। मेरे परिवार को मेरे इस तरह के कपड़े पहनने से कोई ऐतराज नहीं है। इसलिए, मुझे परवाह नहीं है कि लोग मेरे बारे में क्या कहते हैं।”

उन्होंने कहा, “लेकिन अगर वे हिजाब पहनना चाहती हैं और अपने धर्म का पालन करना चाहती हैं, तो यह उनकी निजी पसंद है। मुझे उनके हिजाब पहनने से कोई दिक्कत नहीं है। आखिर यह उनकी अपनी पसंद है। मैं इसके साथ ठीक हूं।” इस बहुत ही सामान्य और सटीक जवाब से झुंझलाए NDTV अपने शीर्षक में ऐसे चिल्लाने लगा जैसे कि हिजाब का सबसे बड़ा प्रस्तावक मिल गया हो। आप स्वयं NDTV की हेडलाइन पढ़िए-  “हिजाब रो पर, बॉक्सिंग चैंपियन निखत ज़रीन की प्रो-च्वाइस स्ट्राइक।”

निश्चित तौर पर निखत जरीन ने महिलाओं की पसंद की बात कही। हालांकि, स्कूली लड़कियां वयस्क नहीं हैं और सभी सामान्य भारतीय बच्चों की तरह उन्हें अपने स्कूलों के नियमों का पालन करना चाहिए। जरीन ने कहीं नहीं कहा कि मुस्लिम लड़कियों के लिए स्कूलों में एक अपवाद बनाया जाना चाहिए, ताकि वे अपनी ‘पसंद’ का प्रयोग कर सकें। निखत जरीन ने कट्टरपंथी इस्लामवादियों को एक जोरदार संदेश भेजा है, जो मुस्लिम महिलाओं को सिर से पैर तक खुद को ढकने के लिए मजबूर करते हैं।

हिजाब और पितृसत्ता

आपको बता दें कि मुस्लिम महिलाओं को पितृसत्तात्मक जकड की प्रतीक ‘बुर्का’ को  पहनने के लिए बाध्य करनेवाले वाले अधिकांश लोगों ने इस मजहब पर कब्ज़ा कर लिया है और इसके अनुयायियों को बुद्धिहीन बनाने पर तुले हुए हैं। पहले हिजाब और फिर किताब इसी की अभिव्यक्ति है। मुस्कान को शाबाशी इसी की परिणिति है। वे नहीं चाहते कि महिलाओं को सच्चे अर्थों में मुक्ति मिले। उनकी लड़ाई अपने वर्चस्व को बनाये रखने की है।

बुर्का के समर्थकों से एक आसान सा सवाल पूछा जाना चाहिए। क्या पुरुषों की गन्दी नज़र के कारण महिलाओं को ढंक देना गन्दी मानसिकता का प्रतीक नहीं है और इसी सोंच को शिक्षा के मंदिर में भी प्रसारित करना तो और भी जघन्यतम है? इस सोंच से बचने के लिए मजहब की आड़ ले लेना मुस्लिम महिलाओं के मुक्ति के उद्देश्य को विफल कर देता है। ‘बुर्का’ और ‘हिजाब’ के समर्थन में अराजकता करने वाले लोग पुराने जमाने के दकियानूसी सोंच का अनुकरण कर रहे हैं, भले ही वह एक तथाकथित अदूरदर्शी प्रगतिशील मार्ग से हो। हालांकि, दोनों स्थितियों में अंतिम खेल यह है कि महिलाओं को यह विश्वास करने के लिए प्रेरित किया जाता है कि बुर्का और हिजाब उनकी पसंद की स्वतंत्रता है। उनके धार्मिक और निजी स्वतंत्रता का अभिन्न अंग है।

मुस्लिम समुदाय के भीतर से इसके मुक्ति के लिए आवाज़ उठानी चाहिए जो महिलाओं पर दैनिक आधार पर उनके कुप्रथा को कायम रखते हैं। एनडीटीवी और अन्य मीडिया संगठन एक स्वतंत्र, सफल मुस्लिम महिला के बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश करने की कोशिश कर रहे हैं। वे बहुत समय से एक सफल महिला ढूंढ रहे हैं जो हिजाब का समर्थन कर दे। मुस्कान का मानसिक दोगलापन भी सामने आ गया है। लोगों को उनके सोशल मीडिया से पता चल गया कि ये सब एक राजनीतिक प्रपंच था, मुस्कान खुद निजी जीवन में कभी बुरखा नहीं पहनती है। इसके अलावा उसके परिवारवाले कट्टर मुस्लिम संगठन PFI से जुड़े हुए हैं। अतः निखत से बात निकलवाने की कोशिश की गयी। पर, निखत जरीन ने महिलाओं के निजी ‘पसंद’ की बात की है। हालांकि, अगर स्कूली लड़कियां नियमों की पूरी अवहेलना के साथ अपनी ‘पसंद’ का प्रयोग करना शुरू कर देती हैं, तो यह न सिर्फ उनके जीवन में बल्कि पूरे देश के लिए एक स्थायी समस्या होगी।

और पढ़ें: CM हिमंता की पत्नी के विरुद्ध The Wire का फेक न्यूज़ हुआ फ्लॉप और मानहानि का मुकदमा लगेगा सो अलग

Tags: एनडीटीवीनिखत ज़रीनहिजाब
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

पाकिस्तान कभी भी दिवालिया घोषित हो सकता है

अगली पोस्ट

अखिलेश यादव ने मानव जाति के इतिहास में सबसे कम उपस्थिति वाले राजनीतिक विरोध का आयोजन किया

संबंधित पोस्ट

जंगलराज की जड़ें: बिहार का अंधकारमय अध्याय और राजनीति की निर्णायक विरासत
इतिहास

जंगलराज की जड़ें: बिहार का अंधकारमय अध्याय और राजनीति की निर्णायक विरासत

16 September 2025

बिहार, जिसे भारतीय इतिहास और संस्कृति का धनी राज्य कहा जाता है, जहां चाणक्य की राजनीति जन्मी, जहां बुद्ध ने ज्ञान का प्रकाश फैलाया और...

मुजफ्फरपुर का गोलू हत्याकांड: जंगलराज की सबसे भयावह दास्तान
क्राइम

मुजफ्फरपुर का गोलू हत्याकांड: जंगलराज की सबसे भयावह दास्तान

15 September 2025

मुजफ्फरपुर, उत्तर बिहार का एक प्रमुख केंद्र रहा है। व्यापार, शिक्षा और राजनीति का यह गढ़ लंबे समय से अपराधियों के लिए भी सुरक्षित ठिकाना...

INDIA-Pakistan match
क्रिकेट

BCCI के लिए संदेश: ‘काली पट्टी’ बांधो या न बांधों- पहलगाम के जख्म ‘हरे’ ही रहेंगे

14 September 2025

अगर पूछा जाए कि भारत का सबसे बड़ा धर्म क्या है? या वो कौन सा धर्म है जहां अलग अलग विचारधाराओं, जातियों, नस्लों और भाषा...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Where Is Kerala Heading? | The Shocking Truth of CPM’s Hate Towards Hindus

Where Is Kerala Heading? | The Shocking Truth of CPM’s Hate Towards Hindus

00:05:16

How China’s Military Reach Rises on the Backs of Its Silenced Citizens?

00:08:27

Why Congress Wants to Erase Chhatrapati Shivaji Maharaj from Public Memory?

00:06:37

Epic Battle of Saragarhi : A Tale of Unmatched Bravery That Every Indian Should Know

00:07:14

Why PM Modi Is Compared to The Indus Valley Priest King! Amid uncertainty in India’s Neighbourhood!

00:06:42
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited