TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    आपातकाल के 50 साल पूरे

    आपातकाल के 50 साल पूरे, पीएम ने बताया ‘संविधान हत्या दिवस’; बोले- लोकतांत्रिक इतिहास का सबसे काला अध्याय

    अजित पवार और उनके चाचा शरद पवार (FILE PHOTO)

    शरद पवार VS अजित पवार: 40 साल बाद शुगर फैक्ट्री चुनाव में उतरे अजित ने दर्ज की बंपर जीत

    कर्नाटक के रोहित वेमुला बिल पर बवाल,  सामाजिक न्याय के नाम पर कांग्रेस ने चली चुनावी चाल!

    कर्नाटक के रोहित वेमुला बिल पर बवाल, सामाजिक न्याय के नाम पर कांग्रेस ने चली चुनावी चाल!

    फेक न्यूज़ सिर्फ बहाना! एक और आपातकाल लगाने की तैयारी कर रही है कांग्रेस?

    फेक न्यूज़ सिर्फ बहाना! एक और आपातकाल लगाने की तैयारी कर रही है कांग्रेस?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत

    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत, कैसे घुटनों पर आया बांग्लादेश

    मारन भाइयों की कहानी

    तमिलनाडु की राजनीति और मीडिया के ‘पावर प्लेयर्स’: मारन बंधुओं के संघर्ष और विवाद की पूरी कहानी

    बोईंग शेयर क्रैश

    प्लेन क्रैश के बाद धड़ाम हुए बोइंग के शेयर, प्री-मार्केट में 8% की गिरावट

    GDP

    क्रिसिल का अनुमान: FY26 में फिर घटेंगी ब्याज दरें, भारत की जीडीपी वृद्धि दर 6.5% पर टिकी

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    कॉम्पैक्ट सीक्यूबी कार्बाइन

    सीमित जगहों की जंग में अब बढ़ेगी सेना की मारक क्षमता, जल्द मिलेगी नई CQB कार्बाइन

    1991 में हुआ सैन्य सूचना समझौता

    विश्वास के नाम पर खुली रणनीति: 1991 समझौता बना भारत की सुरक्षा में सेंध

    महिला सशक्तिकरण

    जम्मू में लड़कियों के लिए 15 दिवसीय आत्मरक्षा शिविर, घरेलू सामान से रक्षा की ट्रेनिंग पर ज़ोर

    ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट

    क्यों 4 दिनों से भारत में फंसा है ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    सैटेलाइट तस्वीरों में हमले से पहले परमाणु साइट्स के पास नज़र आए थे ट्रक (Photo-Medium)

    बेअसर रहा अमेरिकी हमला?: CNN की रिपोर्ट में दावा कहा- ईरान में नहीं नष्ट हुआ ऐनरिच यूरेनियम; ट्रंप ने दी प्रतिक्रिया

    ‘मुस्लिम एकता’ की बात करने वाले पाकिस्तान के रास्ते गिराए गए इस्लामी मुल्क ईरान पर बम!

    ‘मुस्लिम एकता’ की बात करने वाले पाकिस्तान के रास्ते गिराए गए इस्लामी मुल्क ईरान पर बम!

    सोनिया गांधी और इज़रायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू

    ईरान के समर्थन में लिखे गए सोनिया गांधी के लेख पर भड़का इज़रायल

    खामेनेई और डोनाल्ड ट्रंप

    ईरान पर अमेरिका का हमला: क्या ‘स्ट्रेट ऑफ हॉर्मुज़’ को बंद कर बदला लेंगे खामेनेई?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (FILE PHOTO)

    आपातकाल की त्रासदी: राजनाथ सिंह को मां के अंतिम संस्कार में नहीं होने दिया गया था शामिल

    आपातकाल के 50 साल पूरे

    आपातकाल के 50 साल पूरे, पीएम ने बताया ‘संविधान हत्या दिवस’; बोले- लोकतांत्रिक इतिहास का सबसे काला अध्याय

    प्राचीन ज्ञान

    प्राचीन ज्ञान, विज्ञान और संस्कृति के वैश्विक विस्तार की अमर गाथा

    सिख के वेश में नरेंद्र मोदी (FILE PHOTO)

    कहानी आपातकाल की: जब नरेंद्र मोदी ने सिख के वेश में घूम-घूमकर लोकतंत्र की लौ जलाए रखी

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिलजीत दोसांझ

    दिलजीत दोसांझ की फिल्म में पाकिस्तानी अभिनेत्री- मीका और बी प्राक ने उठाए सवाल

    संत प्रेमानंद जी महाराज

    दुर्घटनाओं की वजह से लोगों की हो रही अकाल मृत्यु से बचने के लिए प्रेमानंद महाराज ने बताए 5 उपाय

    ‘शाकाहार को हिंसक’ बताने वाले IIT बॉम्बे के हिंदू विरोधी प्रोफेसर को कारण बताओ नोटिस

    ‘शाकाहार को हिंसक’ बताने वाले IIT बॉम्बे के हिंदू विरोधी प्रोफेसर को कारण बताओ नोटिस

    'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर बढ़ा विवाद; थरूर बोले-'मतभेद पार्टी के भीतर ही उठाऊंगा'

    थरूर ने कांग्रेस से मतभेदों को स्वीकारा, गांधी परिवार से वैचारिक दूरी के दिए संकेत

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    आपातकाल के 50 साल पूरे

    आपातकाल के 50 साल पूरे, पीएम ने बताया ‘संविधान हत्या दिवस’; बोले- लोकतांत्रिक इतिहास का सबसे काला अध्याय

    अजित पवार और उनके चाचा शरद पवार (FILE PHOTO)

    शरद पवार VS अजित पवार: 40 साल बाद शुगर फैक्ट्री चुनाव में उतरे अजित ने दर्ज की बंपर जीत

    कर्नाटक के रोहित वेमुला बिल पर बवाल,  सामाजिक न्याय के नाम पर कांग्रेस ने चली चुनावी चाल!

    कर्नाटक के रोहित वेमुला बिल पर बवाल, सामाजिक न्याय के नाम पर कांग्रेस ने चली चुनावी चाल!

    फेक न्यूज़ सिर्फ बहाना! एक और आपातकाल लगाने की तैयारी कर रही है कांग्रेस?

    फेक न्यूज़ सिर्फ बहाना! एक और आपातकाल लगाने की तैयारी कर रही है कांग्रेस?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत

    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत, कैसे घुटनों पर आया बांग्लादेश

    मारन भाइयों की कहानी

    तमिलनाडु की राजनीति और मीडिया के ‘पावर प्लेयर्स’: मारन बंधुओं के संघर्ष और विवाद की पूरी कहानी

    बोईंग शेयर क्रैश

    प्लेन क्रैश के बाद धड़ाम हुए बोइंग के शेयर, प्री-मार्केट में 8% की गिरावट

    GDP

    क्रिसिल का अनुमान: FY26 में फिर घटेंगी ब्याज दरें, भारत की जीडीपी वृद्धि दर 6.5% पर टिकी

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    कॉम्पैक्ट सीक्यूबी कार्बाइन

    सीमित जगहों की जंग में अब बढ़ेगी सेना की मारक क्षमता, जल्द मिलेगी नई CQB कार्बाइन

    1991 में हुआ सैन्य सूचना समझौता

    विश्वास के नाम पर खुली रणनीति: 1991 समझौता बना भारत की सुरक्षा में सेंध

    महिला सशक्तिकरण

    जम्मू में लड़कियों के लिए 15 दिवसीय आत्मरक्षा शिविर, घरेलू सामान से रक्षा की ट्रेनिंग पर ज़ोर

    ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट

    क्यों 4 दिनों से भारत में फंसा है ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    सैटेलाइट तस्वीरों में हमले से पहले परमाणु साइट्स के पास नज़र आए थे ट्रक (Photo-Medium)

    बेअसर रहा अमेरिकी हमला?: CNN की रिपोर्ट में दावा कहा- ईरान में नहीं नष्ट हुआ ऐनरिच यूरेनियम; ट्रंप ने दी प्रतिक्रिया

    ‘मुस्लिम एकता’ की बात करने वाले पाकिस्तान के रास्ते गिराए गए इस्लामी मुल्क ईरान पर बम!

    ‘मुस्लिम एकता’ की बात करने वाले पाकिस्तान के रास्ते गिराए गए इस्लामी मुल्क ईरान पर बम!

    सोनिया गांधी और इज़रायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू

    ईरान के समर्थन में लिखे गए सोनिया गांधी के लेख पर भड़का इज़रायल

    खामेनेई और डोनाल्ड ट्रंप

    ईरान पर अमेरिका का हमला: क्या ‘स्ट्रेट ऑफ हॉर्मुज़’ को बंद कर बदला लेंगे खामेनेई?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (FILE PHOTO)

    आपातकाल की त्रासदी: राजनाथ सिंह को मां के अंतिम संस्कार में नहीं होने दिया गया था शामिल

    आपातकाल के 50 साल पूरे

    आपातकाल के 50 साल पूरे, पीएम ने बताया ‘संविधान हत्या दिवस’; बोले- लोकतांत्रिक इतिहास का सबसे काला अध्याय

    प्राचीन ज्ञान

    प्राचीन ज्ञान, विज्ञान और संस्कृति के वैश्विक विस्तार की अमर गाथा

    सिख के वेश में नरेंद्र मोदी (FILE PHOTO)

    कहानी आपातकाल की: जब नरेंद्र मोदी ने सिख के वेश में घूम-घूमकर लोकतंत्र की लौ जलाए रखी

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिलजीत दोसांझ

    दिलजीत दोसांझ की फिल्म में पाकिस्तानी अभिनेत्री- मीका और बी प्राक ने उठाए सवाल

    संत प्रेमानंद जी महाराज

    दुर्घटनाओं की वजह से लोगों की हो रही अकाल मृत्यु से बचने के लिए प्रेमानंद महाराज ने बताए 5 उपाय

    ‘शाकाहार को हिंसक’ बताने वाले IIT बॉम्बे के हिंदू विरोधी प्रोफेसर को कारण बताओ नोटिस

    ‘शाकाहार को हिंसक’ बताने वाले IIT बॉम्बे के हिंदू विरोधी प्रोफेसर को कारण बताओ नोटिस

    'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर बढ़ा विवाद; थरूर बोले-'मतभेद पार्टी के भीतर ही उठाऊंगा'

    थरूर ने कांग्रेस से मतभेदों को स्वीकारा, गांधी परिवार से वैचारिक दूरी के दिए संकेत

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

मोदी@8- मोदी सरकार के 8 साल के कार्यकाल में वित्त मंत्रालय की उपलब्धियां

वित्त मंत्रालय ने इन 8 वर्षों में अस्थिर अर्थव्यवस्था को स्थिर कर भारतीयों को समृद्धि के पथ पर अग्रसर किया है !

Aniket Raj द्वारा Aniket Raj
31 May 2022
in समीक्षा
वित्त मंत्रालय

Source- TFIPOST.in

Share on FacebookShare on X

मार्च 2014 के राजनीतिक परिदृश्य का स्मरण करें। चुनाव से ठीक पहले आर्थिक और वित्तीय मामलों को कवर करने वाले लुटियंस मीडिया में एक शब्द का बहुत बोलबाला था। इसे पालिसी पैरालिसिस (नीतिगत पक्षाघात) कहा गया क्योंकि यूपीए सरकार में हार्वर्ड, कैंब्रिज से पढ़े प्रधानमंत्री, मंत्री, संतरी को गर्त में गिरते अर्थव्यवस्था को संभालने का कोई रास्ता नहीं सूझ रहा था। जब पीएम मोदी प्रधानमंत्री की चुनौतीपूर्ण कुर्सी पर बैठे, तो स्वाभाविक उम्मीद थी आमूलचूल परिवर्तन कर गर्त में गिरते अर्थव्यवस्था को सफलता के शिखर तक पहुँचाया जायेगा। एक नागरिक के तौर पर हम सभी को मात्र यही उम्मीद थी की कम से कम अर्थव्यवस्था के पतन को रोका जाये लेकिन प्रधानमंत्री, कैबिनेट, मंत्री-संतरी सभी ने जान झोंक दी. प्रधानमंत्री ने शीघ्रताशीघ्र प्रशासन और मंत्रिमंडल सञ्चालन के पारंपरिक मानदंडों को बदल दिया. हर वर्ग को एक-एक करके उत्साहित किया गया और इस वित्तीय परिवर्तन से जोड़ा गया। उदाहरण के लिए अगर आप १० रुपये की धनिया लेकर ऑनलाइन माध्यम से भुगतान करते है तो आप भी इस समावेशी विकास के एक हिस्सेदार हैं. किन्तु, आज हम आपको विस्तार से उन विकासों के बारे में अवगत करूँगा जो भारत के वित्तीय इतिहास में एक गौरवगाथा बन चुके हैं.

और पढ़ें: कोरोना महामारी में जो बच्चे अनाथ हुए, मोदी सरकार ने उन्हें ‘गोद ले लिया’ है

संबंधितपोस्ट

कहानी आपातकाल की: जब नरेंद्र मोदी ने सिख के वेश में घूम-घूमकर लोकतंत्र की लौ जलाए रखी

PM मोदी ने ईरान के राष्ट्रपति से की बात, जानें अमेरिका की स्ट्राइक के बाद क्या बोला भारत?

‘पाक पानी को तरसेगा…अब बहाल नहीं होगा सिंधु जल समझौता’: अमित शाह का बड़ा दावा, पढ़ें इस Treaty की पूरी कहानी

और लोड करें

पहला कदम था वित्तीय समावेशन

2014 में जब स्वर्गीय श्री अरुण जेटली ने वित्त मंत्री के रूप में शपथ ली, तो बहुत कम लोगों के पास बैंक खाते थे। उस समय लगभग 40 प्रतिशत भारतीयों को बैंक खाता रखने का सौभाग्य प्राप्त था। बड़े बैंकों में पैसा रखने की लागत इतनी अधिक थी कि सामान्य लोग इसे वहन नहीं कर सकते थे। 28 अगस्त, 2014 को वित्त मंत्रालय ने जन धन योजना शुरू की, जिसने 18 वर्ष से अधिक आयु के किसी भी व्यक्ति को बैंक खाता खोलने की अनुमति दी। साल के अंत तक 53 प्रतिशत भारतीयों के पास निजी बैंक खाते थे। 2017 के अंत तक यह संख्या बढ़कर 80 प्रतिशत हो गई और यह कोविड महामारी के बावजूद और भी बढ़ रही है। महिलाएं, कम शिक्षित और श्रम शक्ति से बाहर के लोग सबसे बड़े लाभार्थी हैं। अप्रैल 2022 तक, भारतीय बैंकों के पास केवल जन धन खातों के पीछे 1.7 ट्रिलियन INR की लिक्विडिटी है।

आधार और मोबाइल को इससे जोड़ने से इसकी आर्थिक क्षमता और भी बढ़ गयी है। अब ये खाते भ्रष्टाचार के खात्मे का अस्त्र बन गए हैं। संबंधित सरकारों द्वारा जारी किया गया पैसा अब सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में पहुंचता है। लोगों को अब मनरेगा, फसल बीमा, पीएम आवास योजना, फसल बीमा सहित अन्य का भुगतान उनके अपने बैंक खातों में प्राप्त हो रहा है। यह देश की वित्तीय सुगमता और आम लोग तक उसकी पहुँच का प्रतीक है.

माल और सेवा कर का कार्यान्वयन

प्रारंभ से ही वैट सहित कोई भी अन्य कर प्रणाली भारत के लिए कारगर साबित नहीं हुई। 2002 में, वाजपेयी सरकार ने एक परिवर्तनकारी कर संरचना का सुझाव देने के लिए विजय केलकर समिति की नियुक्ति की। इसने 2005 में जीएसटी के कार्यान्वयन की वकालत करते हुए अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की। लेकिन, कांग्रेस इसे लागू करने के लिए कभी भी राजनीतिक इच्छाशक्ति नहीं जुटा पाई। जीएसटी को लागू करने की पहल का नेतृत्व अरुण जेटली ने किया था। वह दर-दर भटकते रहे, विपक्षी नेताओं के साथ बैठे, उनकी बात सुनी और उनकी चिंताओं का समाधान किया। जेटली ने विपक्ष को श्रेय देने की राजनीतिक कुर्बानी भी दी। 3 साल के जोरदार प्रयास के बाद, जेटली वस्तु और सेवा कर नामक संवैधानिक संशोधन विधेयक के लिए बहुमत संख्या प्राप्त करने में सक्षम थे।

तथ्य यह है कि जीएसटी ने केंद्रीय उत्पाद शुल्क, सेवा कर, अतिरिक्त सीमा शुल्क, अधिभार, राज्य-स्तरीय मूल्य वर्धित कर और चुंगी को एक केंद्रीकृत कर व्यवस्था में समाहित कर दिया और कर दरों को सुव्यवस्थित करने से व्यवसायों के लिए करों का भुगतान करना आसान हो गया। यह सरकार के कर राजस्व में भी परिलक्षित होता है। आधिकारिक आरबीआई डेटा कहता है कि पिछले 5 वर्षों में (2017 में जीएसटी लागू किया गया था), केंद्र और राज्य दोनों सरकारों के प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष राजस्व दोनों में अप्रत्याशित और बेतहाशा बढ़ोतरी देखी गयी है।

और पढ़ें: Modi@8: अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यह 8 कार्य तुरंत कर देने चाहिए

देश अचानक डिजिटल क्रांति की ओर बढ़ा

हालांकि पेटीएम को 2010 की शुरुआत में लॉन्च किया गया था, लेकिन इंटरनेट की कम पहुंच के कारण इसका उपयोग भी कम ही रहा। तभी नोटबंदी हुई। कुछ दिनों के लिए पर्याप्त नकदी की कमी ने लोगों को डिजिटल भुगतान के अनुकूल बना दिया। लोगों ने तब डिजिटल भुगतान को नकद भुगतान के एक विकल्प के रूप में आत्मसात किया। वित्त मंत्रालय और आरबीआई ने तब फ्लडगेट खोले। भीम और यूपीआई जनता के बीच तुरंत हिट हो गए। आज, लोग डिजिटल भुगतान मोड में ही अपने किराने के सामान का भी भुगतान करना पसंद करते हैं। हमारी आपूर्ति श्रृंखला में कोविड महामारी के अवरोध बनने के बाद, यूपीआई के उपयोग में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। इसने अप्रैल 2022 में 558 करोड़ कुल लेनदेन के साथ अपने उच्चतम रिकॉर्ड को छुआ. इसमें मार्च, 2022 की तुलना में 3 प्रतिशत की वृद्धि देखी गयी और अब 316 से अधिक बैंक इस मंच पर उपलब्ध हैं।

भुगतान के बुनियादी ढांचे ने फिनटेक उद्योग के फलने-फूलने का मार्ग प्रशस्त किया। पिछले कुछ वर्षों में, भारत (फिनटेक) क्षेत्र में एक वैश्विक नेता के रूप में उभरा है। फिनटेक को अपनाने की दर भारत में सबसे ज्यादा है और भारत में यह दूसरा सबसे ज्यादा वित्त पोषित क्षेत्र है। भारत के पास विश्व स्तर पर दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा फिनटेक स्टार्टअप इकोसिस्टम है। भारत ने 375 सौदों में लगभग 7.1 बिलियन डॉलर (जनवरी 2019 से 2021 की पहली छमाही तक) के निवेश के साथ एशिया के शीर्ष फिनटेक फंडिंग लक्ष्य बाजार के रूप में चीन को पीछे छोड़ दिया है। अब तक, इस क्षेत्र ने 17यूनिकॉर्न का उत्पादन किया है। अगले 1000 दिनों के भीतर, देश की डिजिटल अर्थव्यवस्था का कुल मूल्य $ 1 ट्रिलियन के निशान को छूने की उम्मीद है।

एनपीए संकट और आईबीसी

मोदी के सत्ता में आने से पहले किसी उद्यमी को व्यवसाय से बाहर निकलना सबसे कठिन कामों में से एक था. इसका एकमात्र कारण कांग्रेस के पिछली सरकारों के जीर्ण-शीर्ण कानून था। इन कानूनों ने बड़ी गैर-निष्पादित संपत्ति या एनपीए संपतियों की एक खेप तैयार की, जो कि पिछले दशक में भारत सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक के सामने सबसे बड़ी समस्या थी। इनसॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड (IBC) के साथ, वित्त मंत्रालय ने एक तीर से दो निशान साधे। आईबीसी ने नुकसान के बहुत बड़े होने से पहले व्यवसायों के लिए लाभहीन उद्यम से बाहर निकलना आसान बना दिया। इसने यह भी सुनिश्चित किया कि ऋणदाता (बैंक) न्यायिक समाधान के अनंत लूप में न फंसें। पिछले कुछ वर्षों में, बैंकों ने IBC का उपयोग करके NPA सम्पतियों पर बहुत अच्छी वसूली की है। विजय माल्या, नीरव मोदी जैसे लोगों सहित कई डिफॉल्टरों की की जटिल संपत्ति भी उधारदाताओं के संघ द्वारा बेच दी गई।

एनपीए के साथ-साथ पीएसबी के कामकाज में सुधार (निजीकरण प्रयासों के लिए धन्यवाद) के भी फल मिले हैं। भारत का मौजूदा एनपीए अब तक के सबसे निचले स्तर पर है। पीएम मोदी के वित्त मंत्रालय को 9.6 फीसदी ग्रॉस एनपीए विरासत में मिला। जेटली के नेतृत्व वाले मंत्रालय ने 2017-18 के अंत तक इसे 10.5 प्रतिशत तक सीमित करने के काफी अच्छा प्रदर्शन किया। उसके बाद परिदृश्य बदलने लगे और एनपीए का प्रतिशत नाटकीय ढंग से गिर गया। बैंकों की आय अब स्थिरता के स्तर पर पहुंच गई है और वे अधिक मुनाफा कमाने लगे हैं। व्यापार के आसपास के माहौल में सुधार हुआ है और देश ने अभी-अभी 2021-22 में अपना उच्चतम एफडीआई प्राप्त किया है, जो चीन के प्रतिस्थापन के रूप में भारत के उदय का संकेत देता है।

और पढ़ें: Modi@8: मोदी सरकार के 8 साल के कार्यकाल में गृह मंत्रालय की उपलब्धियां

अच्छी तरह से प्रबंधित कोविड संकट में

जब कोविड महामारी आई, तो ऐसा लगा कि अर्थव्यवस्था ठप हो गई है। भारत का उपभोक्ता बाजार सरकार के लिए सबसे बड़ी संपत्ति है। यह आपूर्ति और मांग के चक्र को चालू रखता है। इसलिए कोविड के पहले महीने में 12.2 करोड़ लोगों की नौकरी जाने को देश के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा था। इसके साथ ही उत्पादन लाइनें पूरी तरह से बंद होने के कारण जीडीपी में गिरावट आई है। वित्त मंत्रालय जानता था कि व्यावसायिक मानसिकता में निहित पशु भावना के कारण, उद्योग वापस लड़ेगा। लेकिन, उन्हें पूरा करने के लिए एक उपभोक्ता आधार की आवश्यकता थी। इसलिए, निर्मला सीतारमण के नेतृत्व वाले मंत्रालय ने अर्थव्यवस्था में मांग को आगे बढ़ाना शुरू कर दिया। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना (पीएमजीकेवाई) के तहत 1.70 लाख करोड़ रुपये बांटे गए। पैकेज ने मुफ्त खाद्यान्न के साथ-साथ मनरेगा श्रमिकों, किसानों, हाशिए के समुदायों के लिए अतिरिक्त पैकेज प्रदान किया। हाल ही में, पैकेज ने दुनिया भर से काफी प्रशंसा प्राप्त की।

लेकिन, कुछ महीने बाद बड़े पैकेज की घोषणा की गई। वित्त मंत्रालय ने विभिन्न माध्यमों से 20 लाख करोड़ (भारत के सकल घरेलू उत्पाद का 10 प्रतिशत) पंप किया। इस स्वस्थ राशि को विभिन्न नियामक तंत्रों के माध्यम से वितरित करने का मतलब है कि पैसा बेकार संपत्ति बनाने में बर्बाद नहीं हुआ और साथ ही यह अपने वास्तविक लाभार्थियों तक पहुंच गया। जून 2021 में, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 6.29 लाख करोड़ रुपये के एक और पैकेज की घोषणा की। इस योजना ने आबादी के हर जरूरतमंद वर्ग को शामिल किया और भारत के आर्थिक तनाव के ताबूत में अंतिम कील साबित हुई। अर्थव्यवस्था किसी भी देश की रीढ़ होती है। स्वस्थ और समृद्ध जनसंख्या के बिना कोई भी देश आसानी से गृहयुद्ध के गर्त में गिर सकता है। पीएम मोदी के वित्त मंत्रालय के तहत एक अस्थिर अर्थव्यवस्था को स्थिर कर भारतीयों को समृद्धि के पथ पर अग्रसर किया है।

और पढ़ें: Modi@8: मोदी सरकार के 8 साल के कार्यकाल में रक्षा मंत्रालय की उपलब्धियां

 

Tags: नरेंद्र मोदीनिर्मला सीतारमणवित्त मंत्रालय
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

भाजपा की शानदार लॉन्ड्री अब हार्दिक पटेल को बेदाग सफेद बना देगी

अगली पोस्ट

UPSC में चयनित होने पर बेहूदा जश्न मनाने की परंपरा बंद होनी चाहिए

संबंधित पोस्ट

फेक न्यूज़ सिर्फ बहाना! एक और आपातकाल लगाने की तैयारी कर रही है कांग्रेस?
राजनीति

फेक न्यूज़ सिर्फ बहाना! एक और आपातकाल लगाने की तैयारी कर रही है कांग्रेस?

23 June 2025

25 जून 1975 को देश में कांग्रेस की सरकार थी और दिल्ली के उन इलाकों में बिजली काट दी गई थी, जहां बड़े मीडिया हाउस...

राजा रघुवंशी की बहन सृष्टि रघुवंशी
समीक्षा

राजा रघुवंशी की बहन सृष्टि के इंस्टाग्राम रील्स: न्याय की लड़ाई या फॉलोअर्स का खेल?

13 June 2025

इंदौर के कारोबारी राजा रघुवंशी की उनकी पत्नी सोनम रघुवंशी द्वारा हत्या किए जाने का मामला लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। इस हत्याकांड में...

राकेश शुक्ला की पुस्तक ‘तानसेन का ताना-बाना’
इतिहास

संगीत सम्राट तानसेन के जीवन के अज्ञात पहलुओं को जानने का खजाना है राकेश शुक्ला की पुस्तक ‘तानसेन का ताना-बाना’

13 June 2025

  पुस्तक का नाम: तानसेन का ताना-बाना लेखक: राकेश शुक्ला प्रकाशक: सुरुचि प्रकाशन दिल्ली पृष्ठ: 115 एक अत्यंत महत्त्वपूर्ण प्रश्न है कि इतिहास लेखन और...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Right time for release? Sardar ji 3 drops amid tragedy

Right time for release? Sardar ji 3 drops amid tragedy

00:05:33

India' s oil and ethanol market at risk? Rural industries dear US flood

00:04:14

Amarnath yatra 2025 explained: history, logistics and security

00:06:47

when the God leaves the temple to be with his devotees.

00:05:31

R.P. Singh Exposes AAP: Following Indira's Model of Separatist Appeasement?

00:11:04
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited