TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    India Pakistan Operation Sindoor Story

    ऑपरेशन सिंदूर से सदमे में थे पाकिस्तानी जवान, बोले- ऑफिस छोड़ो, जान बचाओ

    Nishikant Dubey Rahul Gandhi

    निशिकांत दुबे के आगे कांग्रेस का सरेंडर! राहुल गांधी से किया 1991 पर सवाल तो मिला गोलमोल जवाब

    Jammu and Kashmir Tourism

    सन्नाटे में श्रीनगर: पहलगाम हमले ने किया बर्बाद; एक महीने बाद क्या हैं जम्मू-कश्मीर के हाल?

    Rise of Naxalism

    नक्सलवाद पार्ट-1: जर्मनी से नक्सलबाड़ी तक लाल आतंक का सफर

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी: सेलेबी के शेयर दो दिन में 20% लुढ़के तो वहीं चीनी डिफेंस मार्केट में हाहाकार

    अमेरिका पर भारत लगाएगा रेसिप्रोकाल टैरिफ

    टैरिफ पर भारत का बड़ा एलान, एल्युमिनियम-स्टील इंपोर्ट पर 25% ड्यूटी वसूल रहे US पर लगाई जायेगी रेसिप्रोकाल टैरिफ

    Meta Facebook Double Face

    फेसबुक का दोगला चेहरा! फाइनेंशियल फ्रॉड को बढ़ावा, राष्ट्रवादी विचार पर एक्शन; क्या ये जानबूझकर कर रहा है मेटा?

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में जिस PL-15E मिसाइल को किया तबाह, उसका मलबा क्यों मांग रहे हैं 7 बड़े देश?

    भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में जिस PL-15E मिसाइल को किया तबाह, उसका मलबा क्यों मांग रहे हैं 7 बड़े देश?

    ‘गोल्डन डोम’ मिसाइल डिफेंस सिस्टम (AI द्वारा बनाया गया चित्र)

    अंतरिक्ष से होने वाले हमले भी होंगे नाकाम, जानें कैसे काम करता है अमेरिकी ‘गोल्डन डोम’ मिसाइल डिफेंस सिस्टम?

    Operation Sindoor General Bipin Rawat

    2.5 से 3:0 हुआ ‘एंटी इंडिया’ मोर्चा! ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद सच हो रही जनरल बिपिन रावत की बात

    राहुल गांधी के ‘भारत ने कितने एयरक्राफ्ट गंवाए’ पूछने पर क्या कह रहे हैं एक्सपर्ट?

    राहुल गांधी के ‘भारत ने कितने एयरक्राफ्ट गंवाए’ पूछने पर क्या कह रहे हैं एक्सपर्ट?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    2018 में इमरान खान को सलामी देते ले.जे. असीम मुनीर (Photo- U News)

    ‘पाकिस्तान में जंगलराज’: इमरान खान क्यों कर रहे हैं असीम मुनीर के फील्ड मार्शल बनने का विरोध?

    मोहम्मद यूनुस

    क्यों इस्तीफा देने की बात करने लगे हैं ‘कट्टरपंथी’ यूनुस; बांग्लादेशी सेना से बिगड़ी बात या कोई और दबाव?

    आतंकियों के जनाजे में शामिल हुए थे पाकिस्तान की आर्मी के अधिकारी

    आतंकियों की भाषा बोलने लगी है पाकिस्तान की आर्मी

    J&K के पूर्व गवर्नर सत्यपाल मलिक पर कसा शिकंजा, CBI ने भ्रष्टाचार के मामले में दायर की चाजशीट

    अमेरिका में इज़रायली दूतावास के कर्मियों की हत्या पर भारत ने क्या कहा?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    करियप्पा को उनके रिश्तेदार 'चिम्मा' कहकर बुलाते थे

    नेहरू के विरोध के बावजूद भारतीय सेना के पहले हिंदुस्तानी कमांडर-इन-चीफ कैसे बने करियप्पा? अंग्रेज अफसरों को फौज की कमान क्यों सौंपना चाहते थे नेहरू?

    दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया में बुद्ध के जन्म को ‘वेसाक' उत्सव के रूप में मनाते हैं जो 'वैशाख' शब्द का अपभ्रंश है

    भगवान बुद्ध: मानवता के लिए शांति और करुणा का रास्ता

    RSS के द्वितीय सरसंघचालक श्रीगुरुजी

    RSS के द्वितीय सरसंघचालक श्रीगुरुजी का 1965 के भारत-पाक युद्ध के दौरान दिया गया संदेश

    28 अगस्त के भारतीय सैनिकों ने रणनीतिक हाजी पीर दर्रे पर कब्जा कर लिया था (सोर्स: www.adityaaryaarchive.com)

    हाजी पीर दर्रा: भूली हुई जीत, जिंदा ज़ख्म — पुरानी भूल सुधारने का यही वक्त है

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    Saudi Arabia AI Clinic

    क्या डॉक्टरों की जगह ले रहा है AI? सऊदी अरब में खुला पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्लीनिक

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    IPL 2025 Suspended

    भारत पाकिस्तान तनाव के बीच IPL-2025 सस्पेंड, बचे हुए थे 16 मैच

    NC Classic Arshad Nadeem Neeraj Chopra

    नीरज चोपड़ा ने पाकिस्तान के अरशद नदीम को NC क्लासिक में खेलने का दिया न्यौता, आलोचना के बाद दी सफाई

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    India Pakistan Operation Sindoor Story

    ऑपरेशन सिंदूर से सदमे में थे पाकिस्तानी जवान, बोले- ऑफिस छोड़ो, जान बचाओ

    Nishikant Dubey Rahul Gandhi

    निशिकांत दुबे के आगे कांग्रेस का सरेंडर! राहुल गांधी से किया 1991 पर सवाल तो मिला गोलमोल जवाब

    Jammu and Kashmir Tourism

    सन्नाटे में श्रीनगर: पहलगाम हमले ने किया बर्बाद; एक महीने बाद क्या हैं जम्मू-कश्मीर के हाल?

    Rise of Naxalism

    नक्सलवाद पार्ट-1: जर्मनी से नक्सलबाड़ी तक लाल आतंक का सफर

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी: सेलेबी के शेयर दो दिन में 20% लुढ़के तो वहीं चीनी डिफेंस मार्केट में हाहाकार

    अमेरिका पर भारत लगाएगा रेसिप्रोकाल टैरिफ

    टैरिफ पर भारत का बड़ा एलान, एल्युमिनियम-स्टील इंपोर्ट पर 25% ड्यूटी वसूल रहे US पर लगाई जायेगी रेसिप्रोकाल टैरिफ

    Meta Facebook Double Face

    फेसबुक का दोगला चेहरा! फाइनेंशियल फ्रॉड को बढ़ावा, राष्ट्रवादी विचार पर एक्शन; क्या ये जानबूझकर कर रहा है मेटा?

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में जिस PL-15E मिसाइल को किया तबाह, उसका मलबा क्यों मांग रहे हैं 7 बड़े देश?

    भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में जिस PL-15E मिसाइल को किया तबाह, उसका मलबा क्यों मांग रहे हैं 7 बड़े देश?

    ‘गोल्डन डोम’ मिसाइल डिफेंस सिस्टम (AI द्वारा बनाया गया चित्र)

    अंतरिक्ष से होने वाले हमले भी होंगे नाकाम, जानें कैसे काम करता है अमेरिकी ‘गोल्डन डोम’ मिसाइल डिफेंस सिस्टम?

    Operation Sindoor General Bipin Rawat

    2.5 से 3:0 हुआ ‘एंटी इंडिया’ मोर्चा! ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद सच हो रही जनरल बिपिन रावत की बात

    राहुल गांधी के ‘भारत ने कितने एयरक्राफ्ट गंवाए’ पूछने पर क्या कह रहे हैं एक्सपर्ट?

    राहुल गांधी के ‘भारत ने कितने एयरक्राफ्ट गंवाए’ पूछने पर क्या कह रहे हैं एक्सपर्ट?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    2018 में इमरान खान को सलामी देते ले.जे. असीम मुनीर (Photo- U News)

    ‘पाकिस्तान में जंगलराज’: इमरान खान क्यों कर रहे हैं असीम मुनीर के फील्ड मार्शल बनने का विरोध?

    मोहम्मद यूनुस

    क्यों इस्तीफा देने की बात करने लगे हैं ‘कट्टरपंथी’ यूनुस; बांग्लादेशी सेना से बिगड़ी बात या कोई और दबाव?

    आतंकियों के जनाजे में शामिल हुए थे पाकिस्तान की आर्मी के अधिकारी

    आतंकियों की भाषा बोलने लगी है पाकिस्तान की आर्मी

    J&K के पूर्व गवर्नर सत्यपाल मलिक पर कसा शिकंजा, CBI ने भ्रष्टाचार के मामले में दायर की चाजशीट

    अमेरिका में इज़रायली दूतावास के कर्मियों की हत्या पर भारत ने क्या कहा?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    करियप्पा को उनके रिश्तेदार 'चिम्मा' कहकर बुलाते थे

    नेहरू के विरोध के बावजूद भारतीय सेना के पहले हिंदुस्तानी कमांडर-इन-चीफ कैसे बने करियप्पा? अंग्रेज अफसरों को फौज की कमान क्यों सौंपना चाहते थे नेहरू?

    दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया में बुद्ध के जन्म को ‘वेसाक' उत्सव के रूप में मनाते हैं जो 'वैशाख' शब्द का अपभ्रंश है

    भगवान बुद्ध: मानवता के लिए शांति और करुणा का रास्ता

    RSS के द्वितीय सरसंघचालक श्रीगुरुजी

    RSS के द्वितीय सरसंघचालक श्रीगुरुजी का 1965 के भारत-पाक युद्ध के दौरान दिया गया संदेश

    28 अगस्त के भारतीय सैनिकों ने रणनीतिक हाजी पीर दर्रे पर कब्जा कर लिया था (सोर्स: www.adityaaryaarchive.com)

    हाजी पीर दर्रा: भूली हुई जीत, जिंदा ज़ख्म — पुरानी भूल सुधारने का यही वक्त है

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    Saudi Arabia AI Clinic

    क्या डॉक्टरों की जगह ले रहा है AI? सऊदी अरब में खुला पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्लीनिक

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    IPL 2025 Suspended

    भारत पाकिस्तान तनाव के बीच IPL-2025 सस्पेंड, बचे हुए थे 16 मैच

    NC Classic Arshad Nadeem Neeraj Chopra

    नीरज चोपड़ा ने पाकिस्तान के अरशद नदीम को NC क्लासिक में खेलने का दिया न्यौता, आलोचना के बाद दी सफाई

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

दिल्ली-एनसीआर में ताड़ के पेड़: एक खतरनाक ट्रेंड जो पूरे पारिस्थितिकी तंत्र के लिए खतरा है

दिल्ली-एनसीआर में जो हो रहा है वह किसी त्रासदी से कम नहीं है।

Aniket Raj द्वारा Aniket Raj
26 May 2022
in ज्ञान
दिल्ली-एनसीआर में ताड़ के पेड़: एक खतरनाक ट्रेंड जो पूरे पारिस्थितिकी तंत्र के लिए खतरा है

Source: Google

Share on FacebookShare on X

ताड़ के पेड़, पेड़ नहीं हैं- वे बेहद लंबी घास हैं। फिर भी, हम भारतीय सोचते हैं कि ताड़ के पेड़ आसपास के सबसे अच्छे पेड़ हैं। आप कभी दिल्ली-एनसीआर में घूमें और आवासीय सोसायटियों, स्मारकों और शॉपिंग मॉल को देखें- आपको ताड़ के पेड़ बहुतायत दिख जाएंगे। कभी सोचा है क्यों? क्योंकि वे देखने में अच्छे हैं और किसी स्थल को एक सुसज्जित माहौल देने में बहुत उपयोगी सिद्ध होते हैं। हालांकि, क्या ताड़ के पेड़ दिल्ली या भारत के लिए अच्छे भी हैं? इसका सरल उत्तर यह है कि नहीं, वे नहीं हैं। वास्तव में, वे पर्यावरण और हमारे सामान्य परिवेश के लिए विनाशकारी हैं।

आज के समय में एक अजीब संस्कृति ने भारत के राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र को जकड़ लिया है। अब ताड़ के पेड़ हमारे देश में सभी के लिए पसंदीदा पौधे हैं। दिल्ली के अधिकारियों के लिए खासतौर पर ताड़ के पेड़ ‘वरदान’ बनकर आए हैं। वे सौंदर्य की दृष्टि से आंखों को भाते हैं, ज्यादा जगह नहीं घेरते हैं और विभिन्न उद्देश्यों के लिए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में काटे जाने वाले पेड़ों के विकल्प के रूप में आसानी से लगाए जा सकते हैं।

संबंधितपोस्ट

आसमान में तड़पती 224 जानें, मगर फिर भी ‘बेरहम’ पाकिस्तान ने नहीं दी अपने एयर स्पेस के इस्तेमाल की इजाज़त

कल राइजिंग नॉर्थ ईस्ट इन्वेस्टर्स समिट का उद्घाटन करेंगे पीएम मोदी, जानें क्या है इसका लक्ष्य?

भारत पाकिस्तान तनाव के बीच IPL-2025 सस्पेंड, बचे हुए थे 16 मैच

और लोड करें

ताड़ के पेड़- भारत के लिए खतरा

ताड़ के पेड़ कैनोपीड पेड़ों का विकल्प नहीं हैं। ताड़ के पेड़ देशी चंदवा के पेड़ों के समान कार्बन का अनुक्रम नहीं करते हैं। वास्तव में, वे ज्यादा ऑक्सीजन का उत्पादन भी नहीं करते हैं। इसलिए, कार्बनडाई ऑक्साइड उस दर पर अवशोषित नहीं होती है, जिसकी आवश्यकता होती है। इसी वजह से दिल्ली में गर्मी बढ़ जाती है। ताड़ के पेड़ ज्यादा छाया भी प्रदान नहीं करते हैं। इसके साथ-साथ उनके पास वन्य जीवन के लिए घोंसले बनाने के लिए शाखाएं भी नहीं हैं और स्थानीय जीवों को खिलाने के लिए फूल या फल भी नहीं होते।

और पढ़ें: भारतीय गर्मियों में अब आपके लिए बिना AC के जीवित रहना असंभव क्यों है?

दिल्ली में जो हो रहा है वह किसी त्रासदी से कम नहीं है। पीपल और बरगद के पेड़ अंधाधुंध काटे जा रहे हैं। पर, उन्हें किसके साथ बदला जा रहा है? ताड़ के पेड़ों के साथ- जो पेड़ कहलाने के योग्य भी नहीं हैं।

नई दिल्ली नेचर सोसाइटी के अनुसार, दिल्ली के देशी पेड़ों में पत्ते अधिक होते हैं। इसलिए वे गर्मी और वायु प्रदूषण से लड़ने में बेहतर होते हैं। वे आसानी से बढ़ते भी हैं क्योंकि वे आनुवंशिक रूप से दिल्ली की पर्यावरणीय परिस्थितियों के लिए उपयुक्त हैं और उन्हें उच्च रखरखाव की आवश्यकता भी नहीं होती है।

इस बीच, भारत में ताड़ के पेड़ देश की समृद्ध जैव विविधता के लिए किसी खतरे से कम नहीं हैं। ताड़ के पेड़ लगाने से मिट्टी की गुणवत्ता को अत्यधिक नुकसान होता है। ताड़ के पेड़ मिट्टी से महत्वपूर्ण मात्रा में पोषक तत्वों को अवशोषित करने के लिए जाने जाते हैं, जिससे मिट्टी की गुणवत्ता खराब हो जाती है।

ताड़ के पेड़: भारत के लिए ‘एलियंस’

ताड़ के पेड़ शायद ही छाया प्रदान करते हैं। पीपल, बरगद, आंवला, अर्जुन, बबूल जैसे पारंपरिक पेड़ समुदाय का हिस्सा बन जाते हैं। पर, ऐतिहासिक रूप से ऐसे पेड़ भारत में पर्यटन और सार्वजनिक स्थानों के केंद्र बिंदु पर बहुतायत में मिल जाते है। वे एक पूरे पारिस्थितिकी तंत्र को बनाए रखते हैं- ऐसे पेड़ों पर घर बसाने के लिए पक्षियों का झुंड भी रहता है जो अवांछित कीड़ों को मानव बस्तियों से दूर रखते हैं।

और पढ़ें: भारत की नई पीढ़ीं आंखें बंद करके कोरियन संस्कृति क्यों अपना रही है ?

चारों ओर ताड़ के पेड़ों के साथ पक्षियों के लिए अपने लिए आवास बनाने की कोई गुंजाइश नहीं है। यही कारण है कि हर तरह के कीड़े-मकोड़े लोगों का जीना दूभर कर देते हैं। इसके अलावा, पारंपरिक पेड़ों को एक निश्चित समय के बाद अधिक देखभाल की आवश्यकता नहीं होती है। वे भारत की जलवायु के अनुकूल हैं। ये पेड़ अविश्वसनीय दीर्घायु होते है और भारतीय परिवेश के साथ खुद को बनाए रखते हैं। इन्हें बहुत कम या कोई मानवीय हस्तक्षेप की आवश्यकता नहीं है।

भारत में ताड़ के पेड़ अपने प्राकृतिक आवास में नहीं हैं, यही वजह है कि उन्हें अतिरिक्त देखभाल की आवश्यकता होती है। जिससे प्रति पेड़ रख-रखाव की लागत बढ़ जाती है। और फिर, ताड़ के पेड़ों की तेजी से फैलती उपस्थिति पारंपरिक रूप से बड़े भारतीय पेड़ों को हमारे आसपास से गायब कर रही है, जो एक खतरनाक प्रवृत्ति है। बड़े पेड़ गायब होने की वजह से दिल्ली को घातक गर्मी की लहरों से राहत पाने का कोई रास्ता नहीं है।

पर्यावरणविद् क्या कहते हैं

एक कारण है कि पूर्वोत्तर भारत को ताड़ के पेड़ों के केंद्र में बदलने के लिए मोदी सरकार के प्रयासों को जबरदस्त प्रतिरोध का सामना करना पड़ रहा है। नारायण शर्मा, पर्यावरण जीव विज्ञान और वन्यजीव विज्ञान विभाग, कपास विश्वविद्यालय, गुवाहाटी में सहायक प्रोफेसर ने बताया कि बड़े पैमाने पर पाम तेल की खेती से जंगलों का विनाश हो सकता है। उन्होंने कहा, “ताड़ कई वन्यजीव प्रजातियों और पक्षियों के लिए भोजन का संकट पैदा करेगा क्योंकि वे ताड़ के तेल के फल नहीं खाते हैं। यह क्षेत्र में मानव-पशु संघर्ष को और भी बढ़ा देगा।”

ताड़ के पेड़ का प्रयोग मिजोरम में पहले नकारा जा चुका है। इसकी लंबी गर्भधारण अवधि और खराब उत्पादकता के कारण लोगों ने इस पेड़ के वृक्षारोपण को नकार दिया है। ताड़ के पेड़ भारतीय नहीं हैं। वास्तव में, वे भारत के लिए एक खतरा हैं, और इसलिए, इसे दूर करने की आवश्यकता है।

और पढ़ें: सनातन संस्कृति के त्योहार, जिनके बारे में हिंदुओं को अधिक जानने की आवश्यकता है

Tags: DelhiecosystemPalm treesPalm trees in Delhi NCRताड़ के पेड़दिल्ली
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

‘रोडीज के रघुराम’ से पंचायत के निर्देशक तक, दीपक मिश्रा ने गाड़ दिए हैं झंडे

अगली पोस्ट

Dear AAP, ये रही आपके भ्रष्ट MLAs और मंत्रियों की सूची, जिन पर आपको तत्काल प्रभाव से एक्शन लेना चाहिए

संबंधित पोस्ट

करियप्पा को उनके रिश्तेदार 'चिम्मा' कहकर बुलाते थे
इतिहास

नेहरू के विरोध के बावजूद भारतीय सेना के पहले हिंदुस्तानी कमांडर-इन-चीफ कैसे बने करियप्पा? अंग्रेज अफसरों को फौज की कमान क्यों सौंपना चाहते थे नेहरू?

15 May 2025

15 अगस्त 1947 को भारत आज़ाद हो गया, भारत-पाकिस्तान दो नए देश बने और सेनाएं भी दोनों देशों के बीच बंट गईं। तब तक सेना...

दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया में बुद्ध के जन्म को ‘वेसाक' उत्सव के रूप में मनाते हैं जो 'वैशाख' शब्द का अपभ्रंश है
संस्कृति

भगवान बुद्ध: मानवता के लिए शांति और करुणा का रास्ता

12 May 2025

आज जब सम्पूर्ण विश्व अपने विभिन्न आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक समस्याओं से जूझ रहा है तो मानवता को किसी ऐसे विचार की आवश्यकता है जो...

RSS के द्वितीय सरसंघचालक श्रीगुरुजी
इतिहास

RSS के द्वितीय सरसंघचालक श्रीगुरुजी का 1965 के भारत-पाक युद्ध के दौरान दिया गया संदेश

10 May 2025

पहलगाम में स्थानीय रेडिकल इस्लामिक आतंकियों की मदद से पाकिस्तानी आतंकियों द्वारा पहचान पूछकर हिन्दू पर्यटकों की हत्या के बाद भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ लॉन्च...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Pakistan needs money from IMF to feed their people

Pakistan needs money from IMF to feed their people

00:15:20

Vacate PoK and more: Steps Pakistan needs to take to avoid Indian military action

00:06:36

Taking The Wire’s Propaganda Piece on VP to the Cleaners – Feat. Prof. Kapil Kumar

00:09:19

Rahul Gandhi Undermines India’s Electoral Integrity as Trump Applauds It

00:07:09

Why Pakistan army chief reminds two nation theory| what is the plan| Waqf Bill |Asim Munir| Jinnah

00:13:02
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited