आज के समय में एक से बढ़कर एक कई आधुनिक फीचर से लैस गाड़ियां मार्केट में देखने को मिलती हैं। स्कॉर्पियो, फॉर्च्यूनर जैसी गाड़ियां लोगों की पहली पसंद बनी हुई हैं। हालांकि एक समय ऐसा भी था जब भारतीय बाजार में एंबेसडर गाड़ी का अपना एक रुतबा था। अधिकारियों से लेकर राजनेताओं तक हर किसी की एंबेसडर कार चहेती हुआ करती थी। आम आदमी तो इसे खरीदने का सपना देखा करता था। एंबेसडर कार की सवारी करने वाला व्यक्ति स्वयं को किसी राजा महाराजा से कम नहीं समझता था।
धीरे-धीरे एंबेसडर सड़कों से गायब होती गयी
फिर बदलते समय के साथ आधुनिक कारों ने बाजार में अपना स्थान बनाना शुरू कर दिया और धीरे-धीरे एंबेसडर कार सड़कों से गायब होती चली गयीं और अंत में इसका उत्पादन ही बंद हो गया।
हालांकि, एंबेसडर नए रंग-रूप में सड़कों पर दोबारा उतरने के लिए तैयार हो रही है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो एंबेसडर कार निर्माता कंपनी हिंदुस्तान मोटर्स इसकी वापसी की तैयारी में जुटी हुई है। इलेक्ट्रिक वाहन के बढ़ते चलन को देखते हुए कंपनी एंबेसडर को भी इलेक्ट्रिक वाहन सेगमेंट में प्रवेश कराके वापसी की योजना कर रही है। आज के समय में इलेक्ट्रिक वाहनों का बाजार तेजी से बढ़ रहा है। इलेक्ट्रिक वाहन लोगों की पहली पसंद बनते जा रहे हैं। इसलिए बदलते समय के साथ चलते हुए एंबेसडर को भी इलेक्ट्रिक वाहन के तौर पर लाने की कोशिशों में हिंदुस्तान मोटर्स कंपनी जुटी है।
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एंबेसडर कार को साल 1957 में सड़कों पर उतारा गया था। ये पहली मेड इन इंडिया कार में से एक रही है। कोलकाता से करीब 20 किलोमीटर की दूरी पर उत्तरपांटा प्लांट में एंबेसडर कार का निर्माण होता था और अंत तक यह गाड़ी इसी प्लांट में बनायी गयी। 2014 में एंबेसडर गाड़ी का प्रोडेक्शन बंद कर दिया गया।
एंबेसडर का प्रोडेक्शन बंद करने के बाद हिंदुस्तान मोटर्स ने 2017 में इसे फ्रांस की कार निर्माता कंपनी प्यूजो को 80 करोड़ में बेच दिया था। अब एंबेसडर को दोबारा से खड़ा करने के लिए दोनों कंपनियां ने फिर से हाथ मिला लिया। TFI ने पहले ही एंबेसडर के पुनर्जीवित करने की भविष्यवाणी कर दी थी, जो अब सच भी साबित होती दिख रही है।
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नयी एंबेसडर लॉन्च करने की योजना
रिपोर्ट की मानें तो कंपनी ने दो साल के भीतर भारत में नयी एंबेसडर लॉन्च करने की योजना बनाई है। नई एंबेसडर का प्रोडेक्शन चेन्नई के प्लांट में किया जाएगा। हिंदुस्तान मोटर्स के डायरेक्टर उत्तम बोस ने टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए गए इंटरव्यू में इससे जुड़ी जानकारी देते हुए बताया कि एंबेसडर कार के निर्माण का काम जारी है। कंपनी इसे बेहतरीन लुक के साथ पेश करने की तैयारी में है। साथ ही उन्होंने यह भी बताया है कि कार का डिजाइन और मैकेनिकल काम एडवांस स्टेज में है। बड़ी बात ये है कि हिंदुस्तान मोटर्स की योजना केवल इलेक्ट्रिक कारों का निर्माण करने की ही नहीं है। बल्कि कंपनी इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स भी तैयार करेगी, जो उसके द्वारा बनाया गया पहला प्रोडक्ट होगा।
एंबेसडर यानी King of Road
ब्रिटिश कार निर्माता मॉरिस ऑक्सफोर्ड सीरीज 3 पर हिंदुस्तान मोटर्स की एंबेसडर आधारित है। कुछ ही समय में इस गाड़ी ने भारतीय बाजार पर अपना दबदबा कुछ यूं कायम कर लिया कि इसे King of Road यानी सड़कों का राजा तक कहा जाने लगा। 80 के दशक तक एंबेसडर का भारतीय सड़कों पर एकछत्र राज हुआ करता था।
हालांकि फिर वक्त बदला और 2000 के दशक से एंबेसडर का दबदबा कम होना शुरू हो गया। बाजार में नई गाड़ियों की एंट्री आयी हुई जो आधुनिक होने के साथ साथ हल्की और सस्ती भी हुआ करती थीं। इसके बाद से ही एंबेसडर पिछड़ती चली गई। धीरे-धीरे इसकी डिमांड कम होने लगी। एक समय ऐसा आया जब कंपनी कर्ज के बोझ तले डूब गई और कार की डिमांड और बिक्री घटने के चलते ब्रांड को बेचने के लिए मजबूर होना पड़ा। आखिरी बार एंबेसडर कार का निर्माण सिंतबर 2014 में उत्तरपांटा प्लांट में ही किया गया था। अब अगर सबकुछ सही रहा तो जल्द ही एक बार फिर भारत की सड़कों पर एंबेसडर गाड़ी नए लुक के साथ दौड़ती दिखाई देगी।