प्रिय नीतीश कुमार, जिहादी बिहारी YouTuber वली अहमद अभी भी जेल में क्यों नहीं हैं?

ऐसे जिहादियों का एक ही स्थान होना चाहिए वो है जेल !

nitish

Source- TFIPOST.in

सोशल मीडिया को जिहादी सेंटर बना उसका उपयोग जिहाद करने और कट्टरता फैलाने का काम इन दिनों आम हो चला है। नूपुर शर्मा विवाद के बाद तो अब तकरीरें, फतवे और सजा ऑनलाइन जारी हो रही हैं। हाल ही में कश्मीर के YouTuber फैसल वानी, ने नूपुर शर्मा के सिर काटे जाने का एक वीएफएक्स वीडियो पोस्ट किया था और अब एक और बिहार के YouTuber वाली अहमद ने नूपुर शर्मा के प्रति अपनी कुंठित सोच प्रदर्शित करने के साथ ही निकृष्ट बातें कहते हुए बलात्कार करने से लेकर जान से मारने की धमकी दे दी। न जाने क्यों अब भी वो जेल से दूर है, क्योंकि ऐसी क्रूर सोच और भद्दी बातें करने वाले की जगह बाहर के समाज में तो बिलकुल भी नहीं है।

दरअसल, नूपुर शर्मा टीवी डिबेट में की गई टिपण्णी के बाद इस्लामी कट्टरपंथियों का निशाना बन गई हैं। कट्टरपंथी और जिहादी इस समय भाजपा की पूर्व प्रवक्ता को खुले तौर पर बदनाम करने, अपमानित करने और धमकी देने के लिए विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों का सहारा ले रहे हैं। यह कोई नई बात नहीं है जब कोई अपनी बात से केवल इसलिए मुकर गया हो क्योंकि उसे उस पर होने वाली दंडात्मक कार्रवाई का अंदेशा हो गया था। दरअसल, कश्मीर के YouTuber फैसल वानी ने एक ग्राफिक वीडियो साझा किया था। इसमें उसे वीएफएक्स के माध्यम से ऐसा दिखाते पाया गया कि वो नूपुर शर्मा का सिर कलम कर रहे हैं। वीडियो जल्द ही वायरल हो गया और बाद में विवाद बढ़ने पर चैनल से हटा भी दिया गया। इसके बाद वानी ने एक माफीनामा वीडियो भी जारी किया जिसमें अपने कार्यों के लिए उन्होंने माफी मांगी। बाद में वानी की गिरफ़्तारी होने के बाद उसे जमानत पर छोड़ दिया गया।

और पढ़ें: घटिया वीडियो एडिटिंग कौशल वाले नंग धड़ंग Youtuber ने ग्राफिक के माध्यम से नूपुर शर्मा का सिर काटते दिखाया

अब बिहार के इस YouTuber वाली अहमद की बात करें तो उसने वीडियो में गालियां देने से लेकर नूपुर शर्मा को मार देने जैसी बाते कहीं। यही नहीं यह भी उसी “सर तन से जुदा” गैंग का एक गुर्गा निकला जिसने वीडियो में डर के मारे परा वाकया तक नहीं बोले क्योंकि कानून से खून जो सूखता है इन जिहादियों का। इन्हें विदित है कि गुस्ताख़ के रसूल की एक ही सजा, सर तन से जुदा, सर तन से जुदा” कहा तो जेल की रोटी खानी पड़ेगी। लेकिन सत्य तो यह है कि इसने हर सीमा को लांघा, और प्रभु राम और माता सीता के विरुद्ध भी नकली आधार देते हुए अपनी वीडियो पर व्यूज बटोरने चाहे।

इसी वीडियो में उसने यति नरसिंहनाद को मारने के लिए भी आह्वाहन कर दिया, उसने कहा कि कानून कार्रवाई नहीं करेगा तो उन्मते-मुसलमा इसे इसके हिस्से की सजा देगा। यही नहीं और सभी को धमकाते हुए वाली अहमद कहता है कि “जो भी इन जैसे गुस्ताख़ ए रसूल का समर्थन कर रहे हैं, वो  ज़रा सोच समझ के इनका समर्थन करें क्योंकि इस्लाम में गुस्ताख़ ए रसूल की क्या सजा है वो आप इस वीडियो के कमेंट बॉक्स में पढ़ सकते हैं।”

यह बहुत बड़ी विडंबना है कि ऐसे खुले में धमकी देने वाले, वीडियो डालकर धमकाने वाले अब भी जेल से बाहर हैं। जिनमें हिम्मत नहीं है पूरा वाकया बोलने की वो रसूल और सजा पर ज्ञान बाँट रहे हैं। सत्य तो यही है कि इन सभी का स्थान जेल ही है, और जितने दिन यह जेल से बाहर रहेंगे, ज़हर और उन्माद फैलाते रहेंगे। ऐसे में यह सबसे बड़ा प्रश्न उठता है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अभी तक इस जिहादी पर कोई कार्रवाई क्यो नहीं की है?

और पढ़ें: “किसी को नेपाली कह दो, किसी को UK की ****”, YouTube पर कंटेन्ट के नाम पर सिर्फ गालियाँ देता है आमिर माजिद

TFI का समर्थन करें:

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें।

Exit mobile version