प्रस्तुत करते हैं सुष्मिता सेन को डेट कर रहे भगोड़े कारोबारी ललित मोदी का ‘कच्चा चिट्ठा‘

वो ललित मोदी ही हैं जिन्होंने क्रिकेट को दिया IPL नाम का 'ट्यूमर'

lalit modi

विश्व में हमेशा से ही क्रिकेट को लेकर एक अलग ही दीवानगी रही है। दुनियाभर में क्रिकेट के चाहने वाले आज भी करोड़ों की संख्या में हैं। क्रिकेट को एक जेंटलमैन का खेल माना जाता है। एक समय ऐसा था जब असली खेल टेस्ट क्रिकेट को माना जाता था। परंतु बदलते वक्त के साथ क्रिकेट में कई बदलाव हुए और अब टी-20 की बढ़ती लोकप्रियता का कोई तोड़ नहीं है। इस लोकप्रियता का प्रभाव टेस्ट क्रिकेट पर पड़ रहा है। टी-20 की यूं बढ़ती प्रसिद्धि का कारण है इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) नाम का वो ट्यूमर, जिसको शुरू किया भारतीय उद्योगपति ललित मोदी ने।

ललित मोदी बीते दिन से अपनी निजी जिंदगी को लेकर जबरदस्त सुर्खियों में छाए हुए हैं। जब से ललित मोदी के बॉलीवुड एक्ट्रेस सुष्मिता सेन को डेट करने की खबरें आयी हैं, वो चर्चाओं का हिस्सा बन गए हैं। ललित मोदी  देश के दिग्गज कारोबारी घराने से संबंध रखते हैं और वे बिजनेस की दुनिया में एक बड़ा नाम हैं। IPL को ललित मोदी की ही दिमाग की उपज माना जाता है, अकेले अपने दम पर उन्होंने IPL को खड़ा किया। परंतु आईपीएल के दो सीजन सफलतापूर्वक आयोजित कराने वाले ललित विवादों में घिरे और उन्हें BCCI बोर्ड से संस्पेंड कर दिया गया और ललित मोदी पर प्रतिबंध भी लगा दिया गया। IPL में गड़बड़ियों की बात सामने आने के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने जांच शुरू की और इसके बाद ललित मोदी लंदन भाग गए और इसके बाद वे देश नहीं लौटे।

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टी-20 की बढ़ती लोकप्रियता का प्रभाव टेस्ट पर पड़ रहा है

देखा जाए तो आईपीएल आज के युग में मनोरंजन और क्रिकेट का एक कॉकटेल बना हुआ है और बड़ी संख्या में दर्शकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। आईपीएल ने क्रिकेट को पैसों का एक खेल बनाकर रख दिया। यह दुनिया की सबसे अमीर क्रिकेट लीग बन गयी है। इसमें करोड़ों रुपयों में खिलाड़ियों को बोली लगाकर खरीदा जाता है।

टी-20 की बढ़ती लोकप्रियता के कारण टेस्ट क्रिकेट का भविष्य खतरे में पड़ता हुआ नजर आ रहा है और इसके पीछे का सबसे बड़ा कारण आईपीएल को ही माना जा सकता है। जब वर्ष 2007 में भारतीय टीम अपना पहला टी-20 जीती तो लोगों की इसमें और अधिक दिलचस्पी बढ़ने लगी। BCCI और ललित मोदी को समझ आ गया था कि आईपीएल लाने का इससे बेहतर अवसर और कोई हो नहीं सकता। इस मौके का फायदा उठाया गया और वर्ष 2008 से आईपीएल की शुरुआत की गयी। आईपीएल के आने के बाद से ही टी-20 की लोकप्रियता दिन पर दिन बढ़ती ही चली जा रही है तो वहीं टेस्ट क्रिकेट का इस पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। लोग अब कम समय वाले क्रिकेट को ही देखने के आदी हो गए है। ऐसे में उन्हें पांच-पांच दिनों तक चलने वाला टेस्ट मैच उबाऊ लगने लगा है।

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खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर भी पड़ रहा बुरा प्रभाव

एक तरह से देखा जाए तो आईपीएल खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर भी बुरा प्रभाव डालता है। कई खिलाड़ी आईपीएल में तो अच्छा प्रदर्शन करते नजर आते हैं परंतु बात जब अपनी टीम के लिए खेलने की आती है तो उनका प्रदर्शन उस उच्च स्तर का नहीं रहता। करीब-करीब दो महीनों तक चलने वाला यह टूर्नामेंट कई खिलाड़ियों को थका देता है, जिससे उनके प्रदर्शन पर असर पड़ता है। इसके अलावा IPL में फिक्सिंग और सट्टेबाजी के भी मामले सामने आते रहते हैं जो जेटैंलमेन के इस खेल को शर्मसार कर देते हैं। इन कारणों से कहा जा सकता है कि आईपीएल कहीं ना कहीं क्रिकेट को बर्बाद कर रहा है और जिसके जन्मदाता ललित मोदी ही रहे हैं।

राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (RCA) के भी अध्यक्ष ललित मोदी रह चुके है। ललित मोदी ने क्रिकेट के साथ साथ सियासत पर भी अपनी पकड़ मजबूत कर ली थी। बताया जाता है कि ललित मोदी को RCA का अध्यक्ष बनाने के लिए तत्कालीन राज्य सरकार ने नियम तक बदल दिए थे। RCA पर तब तक किशोर रूंगटा गुट का कब्जा था। जब वर्ष 2003 में ललित मोदी को RCA का अध्यक्ष नया स्पोर्ट्स एक्ट लेकर आया गया। जिसके तहत आजीवन सदस्यों के वोटिंग अधिकार को ही खत्म कर दिया गया। ऐसा पहली बार हुआ, जब केवल जिला संघ के पदाधिकारियों को ही वोटिंग का अधिकार मिला। इसके बाद ललित मोदी का RCA अध्यक्ष बनने का रास्ता साफ हो गया था।

आईपीएल में घिरे विवाद के कारण लगे बैन के बावजूद वर्ष 2013 में भी ललित मोदी ने RCA के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ा और वो इसमें विजयी हासिल करने में भी कामयाब हुए। परंतु BCCI ने RCA चुनाव को असंवैधानिक माना और मोदी के चुनाव परिणाम पर ही रोक लगा दी। इसके अलावा राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन को ही संस्पेंड कर दिया। साल 2013 से 2018 तक ललित मोदी के कारण ही RCA पर बैन लग गया था।

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