प्रस्तावना – हिंदुओं के सबसे लोकप्रिय त्योहारों में से एक है, जिसे 10 दिनों तक मनाया जाता है. संस्कृत में दशहरा शब्द का अर्थ है 10 बुराइयों से छुटकारा. हिंदू धर्म में बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाने वाले त्योहारों हैभगवान प्रभु श्री राम ने इसी दिन रावण का वध किया था तथा देवी दुर्गा ने नौ रात्रि एवं दस दिन के युद्ध के उपरान्त महिषासुर पर विजय प्राप्त की थी. प्रस्तुत लेख में हम आपके लिए दशहरा पर निबंध (Dussehra essay in hindi) लेकर आये है और आशा करते है यह लेख आपको पसंद आएगा.
समय: यह त्यौहार हर साल दिवाली से दो या तीन हफ्ते पहले सितंबर या अक्टूबर माह में आता है. हिंदू लोगों को इस पर्व का पूरे वर्ष भर इंतजार रहता हैं. इसे पूरे उत्साह के साथ पूरे देश में हिन्दू धर्म के लोगों द्वारा लगातार दस दिन तक मनाया जाता है. बुराई कितनी भी बड़ी क्यों ना हो लेकिन हमेशा अच्छाई की ही जीत होती है.. यही हमें सीख देता है की हमें हमेशा सच्चाई का साथ देना चाहिए. शाम को अलाव जलाकर पुतले का दहन किया जाता है.बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाने के लिए देश भर में रावण के पुतले जलाए गए.
भारत के अलावा यह पर्व नेपाल और बंगलादेश में भी मनाया जाता है. प्रभु श्री राम ने इसी दिन दुष्ट और अत्याचारी राजा रावण का वध करके संसार को यह संदेश दिया था कि बुराई पर सदा अच्छाई की ही जीत होती हैं. दशरथ की 3 पत्नियां थीं- कौशल्या, सुमित्रा और कैकयी. प्रभुश्री राम के 3 भाई थे- लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न.
देवी सीता मिथिला के नरेश राजा जनक की ज्येष्ठ पुत्री थीं . इनका विवाह अयोध्या के नरेश राजा दशरथ के ज्येष्ठ पुत्र प्रभु श्री राम से स्वयंवर में शिवधनुष को भंग करने के उपरांत हुआ था सीता को लक्ष्मी का अवतार माना जाता है जिनका विवाह अयोध्या के राजा दशरथ के पुत्र और स्वंय भगवान विष्णु के अवतार भगवान प्रभुश्री राम से हुआ था.
दशहरा मनाने का कारण: रावण के 8 भाई-बहन थे. रावण के सगे भाई-बहन – विभीषण, कुंभकरण, अहिरावण, खर, दूषण और दो बहनें सूर्पनखा और कुम्भिनी थीं.
रावण की एक बेटी भी था जिसका नाम सुवर्णमछा या सुवर्णमत्स्य था जो देखने में बहुत ही सुंदर थी. अपने दस सिरों के कारण भी जाना जाता था, जिसके कारण उसका नाम दशानन (दश = दस + आनन = मुख) भी था
दशहरा एक हिंदू त्यौहार है जो दुष्ट राजा रावण पर भगवान प्रभु श्री राम की जीत को दर्शाता है.
यह महिषासुर पर देवी दुर्गा की जीत का भी प्रतीक है.दशहरे के दिन स्कूलों और सरकारी दफ्तरों में अवकाश रहता है. इस दिन रावण का पुतला जलाया जाता है.
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उपसंहार: दशहरा बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है. दशहरे से पहले नौ दिन दुर्गा माता के अलग अलग रूपों की पूजा की जाती है और दसवें दिन दशहरा मनाया जाता है. भारत एक ऐसा देश है जो अपनी संस्कृति और परंपरा, निष्पक्ष और त्यौहारों के लिए बहुत प्रसिद्ध है. भारत त्यौहारों का देश है जहाँ लोग हर त्यौहार को बड़े हर्ष और विश्वास के साथ मनाते हैं.
“दशहरा के दिन शमी के पेड़ के पास दीपक जलाए तथा भगवान प्रभु श्री राम का ध्यान करें. मान्यता है कि ऐसा करने से शत्रु पराजित होते हैं.”
आशा करते है यह निबंध (Dussehra essay in Hindi) आपको पसंद आया होगा एवं धर्म एवं संस्कृति से जुड़े और लेख पढ़ने के लिए हमें सब्सक्राइब करें।