हमारे देश में क्रिकेट केवल एक खेल तक सीमित नहीं है बल्कि यह इससे कहीं ऊपर है। अगर आप अचानक ही लोगों से उनके पसंदीदा स्पोर्ट्स का नाम पूछेंगे तो एक सुर में अधिकतर लोगों का जवाब होगा- क्रिकेट। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक में क्रिकेट को लेकर एक अलग ही उत्साह देखने को मिलता खास तौर पर मैच का मजा तब और दोगुना हो जाता हैं जब भारतीय टीम मैदान में पाकिस्तान से भिड़ने और उसे पटखनी देने के लिए उतरती है। क्रिकेट प्रेमियों को ऐसा ही एक सुनहरा अवसर रविवार 28 अगस्त को मिला जब एशिया कप के महामुकाबले में पाकिस्तान को भारत के हाथों पांच विकेटों से हार का सामना करना पड़ा।
क्या अभी भी उभरता हुआ सितारा हैं के एल
आखिरी ओवर में विजयी छक्का लगाकर हार्दिक पांड्या ने भारतीय टीम को मैच में दमदार जीत दिलायी। हालांकि भारत-पाक के बीच यह मुकाबला कांटेदार रहा। अंत तक भारत की जीत सुनिश्चित नहीं मानी जा रही थी। ऐसा इसलिए क्योंकि भारत के टॉप बल्लेबाज मैच में कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाए। कप्तान रोहित शर्मा 18 गेंदों में केवल 12 रन ही बना पाए। वहीं के एल राहुल जिन्हें अभी तक टीम इंडिया का एक उभरता हुआ सितारा माना जाता है, वो पहली ही गेंद पर क्लीन बोल्ड होकर पवेलियन की तरफ लौट आए।
मैच भले ही भारतीय टीम जीतने में कामयाब हो गयी हो परंतु मुकाबले के बाद के एल राहुल क्रिकेट फैंस के निशाने पर आ गए। पाकिस्तान के युवा गेंदबाज नसीम शाह, जिन्होंने इसी मुकाबले से अपना अंतरराष्ट्रीय डेब्यू किया था, उन्होंने राहुल को क्लीन बोल्ड कर दिया। के एल राहुल कुछ ऐसे ही अंदाज में पिछले साल पाकिस्तान के विरुद्ध टी-20 वर्ल्डकप में भी आउट हुए थे, तब शाहिन अफरीदी ने उन्हें क्लीन बोल्ड किया था। यानी उन्होंने अपनी गलती से कोई सबक नहीं सीखी। यही कारण है कि राहुल के इस फ्लॉप शो को लेकर लोगों ने उनकी जमकर आलोचना की।
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के एल राहुल के करियर पर अगर हम नजर डालेंगे, तो वो भारतीय टीम के लिए खेलते हुए अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में उस तरह का कमाल नहीं दिखा पाए जिस तरह का शानदार प्रदर्शन वो घरेलू टी-20 सीरीज आईपीएल के लिए करते देखे गए।
आंकड़ों पर नजर डालें तो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में के एल राहुल का करियर उतार चढ़ाव से भरा रहा है। वनडे में केएल ने अब तक 45.0 की औसत से 1665 रन बनाए हैं, जबकि टी-20 में उनका एवरेज 39.8 है और टेस्ट में तो 35.38 ही रहा है। इसकी तुलना में अगर आईपीएल की बात करें तो 100 पारियों में के एल ने 48.01 की औसत से 3889 रन अब तक बनाए हैं। आईपीएल में केएल राहुल सबसे बड़े खिलाड़ियों में से एक के तौर पर नजर आते हैं। हर फ्रेंचाइजी उन्हें अपनी टीम का हिस्सा बनाना चाहती है। राहुल आईपीएल में पांच बार एक सीजन में 500 या उससे अधिक रन बना चुके हैं। वो लगातार पांच सीजन में ऐसा करने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज बने थे। के एल राहुल ने आईपीएल 2020 में सर्वाधिक 670 जड़कर ऑरेंज कैप भी अपने नाम की थी। वर्ष 2016 से निरंतर के एल राहुल आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन करते आ रहे हैं।
वैसे ही आईपीएल और अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में खिलाड़ियों के प्रदर्शन के अंतर पर निरंतर प्रश्न उठते रहते हैं। अब के एल की परफॉर्मेंस के चलते भी ऐसे ही सवाल उठाए जा रहे हैं। परफॉर्मेंस को लेकर सवाल उठ रहे हैं कि जो केएल राहुल आईपीएल के हल्क (Hulk) माने जाते हैं, वो भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय मैचों में खेलते हुए, फैयाज टक्कर क्यों बन जाते हैं? यहां यह जान लें कि फैयाज टक्कर गोविंदा की “अंखियों से गोली मारे” फिल्म का एक किरदार हैं, जिसे रज्जाक खान ने निभाया हैं। फिल्म में कुछ ऐसे सीन हैं जिसमें दिखाया गया है कि कैसे फैयाज टक्कर इतना मजबूत था कि अपने सिर को दीवार से टक्कर मारकर दीवार को तोड़ सकता था।
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के एल की फिटनेस भी चिंताजनक
के एल राहुल की फॉर्म के अलावा उनकी फिटनेस भी भारतीय टीम के लिए चिंता का कारण बनी हुई है। आईपीएल 2022 के बाद से ही वो लंबे ब्रेक पर चल रहे हैं। पहले चोटिल हुए और फिर कोविड होने की वजह से वो लंबे वक्त तक मैदान पर नहीं उतर पाए। जिम्बाब्वे सीरीज के दौरान उन्होंने वापसी जरूर की, परंतु यहां भी उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा। जिम्बाब्वे दौरे के दौरान भी कप्तान बनाए गए के एल राहुल का खराब प्रदर्शन जारी रहा। तीन मैच की सीरीज के दौरान केवल 51 गेंद खेल पाए और 31 रन बनाए थे। इसके बाद अब के एल सीधा एशिया कप में खेल रहे हैं, जिसके पहले और सबसे बड़े मुकाबले में पहली ही गेंद पर यूं क्लीन बोल्ड होने के चलते उनका प्रदर्शन सवालों के घेरे में है। 8 सालों के अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में राहुल 10 बार चोटिल होने के कारण बार-बार टीम से बाहर रह चुके हैं।
क्रिकेट प्रेमियों के लिए के एल की फॉर्म और फिटनेस को लेकर परेशानी इसलिए बढ़ी हुई है, क्योंकि भारतीय टीम को जल्द ही टी-20 विश्व कप में खेलना है। अक्टूबर से टी 20 विश्व कप खेला जाना हैं। पिछले वर्ष यूएई में खेले गए टी 20 वर्ल्ड में भारतीय टीम का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा था। ऐसे में टीम इंडिया के लिए अपनी तैयारी को डबल करने की जरूरत है। के एल भरोसेमंद खिलाड़ियों में से एक माने जाते हैं, ऐसे में वो जल्द ही फॉर्म में नहीं लौटे तो टीम के लिए परेशानी खड़ी हो जाएगी।
ऐसा नहीं है कि केएल राहुल अच्छे खिलाड़ी नहीं हैं। बेशक वो अच्छा खेलते हैं। परंतु IPL VS नेशनल टीम में प्रदर्शन को लेकर जो प्रश्न उठते हैं, उन सवालों के घेरे में कहीं न कहीं केएल राहुल भी नजर आते हैं। जिस तरह के एल IPL में निरंतरता दिखाते है, वैसे ही उन्हें राष्ट्रीय टीम के लिए भी लगातार अच्छा प्रदर्शन करने की जरूरत हैं। राहुल पिछले 8 सालों से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में खेल रहे हैं। ऐसे में उन्हें अभी तक एक उभरता हुआ सितारा बताना तो गलत होगा। यह कुछ ऐसा ही है कि कांग्रेस के लिए पिछले कई-कई सालों से राहुल गांधी युवा हैं और अभी वो राजनीति में पनप कर खड़े ही हुए हैं। सारगर्भित बात ये है कि के एल को अब भारतीय टीम के लिए ऐसा प्रदर्शन कर दिखाने की जरूरत हैं कि कोई उन पर उंगली न उठा पाए।
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