E-Commerce को भूल जाइए, Quick Commerce भारत में क्रांति करने के लिए तैयार है

इस बदलाव से कई ई-कॉमर्स के कई बड़े खिलाड़ियों की हालत ख़राब है!

क्विक-कॉमर्स

आज के समय में भारत कई क्षेत्रों में तीव्र गति से प्रगति कर रहा है, उसी क्रम में इलेक्ट्रॉनिक्स के क्षेत्र में भी वो विकास की ओर अग्रसर है। जहां पहले देश में किसी भी बड़े परिवर्तन में दशकों का समय लग जाता था, वहीं अब किसी भी ढाचे में संरचनात्मक परिवर्तन करना हो तो उस पर त्वरित रूप से काम शुरू कर दिया जाता है, जिनके परिणाम भी दिखायी देने लगते हैं।

क्विक-कॉमर्स इन्हीं परिवर्तनों में से एक है जो कि ई-कॉमर्स के रूप में सामने आया है। जब से हमारे बीच ऑनलाइन खरीदारी का विकल्प सामने आया है तभी से अधिकतर इंटरनेट ग्राहक ऑनलाइन खरीदारी यानी ई-कॉमर्स का उपयोग धड़ल्ले से कर रहे हैं। ध्यान देने वाली बात है कि ई-कॉमर्स के अपने कई लाभ भी हैं, जैसे- समय की बचत, मनपसंद वस्तु का चुनाव, अधिक से अधिक विकल्प और घर तक वस्तु के पहुंचाए जाने की सुविधा आदि।

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अब कुछ ही मिनटों में होगी आईफोन की डिलीवरी

अगर आप मुंबई और दिल्ली जैसे बड़े शहरों में रहते हैं तो ये अवसर आपके लिए ही है। यदि आप अपना फोन बदलकर आईफोन लेने के बारे में सोच रहे हैं तो आपके पास आईफोन के नये मॉडल की डिलीवरी कुछ ही मिनटों में हो सकती है। जोमैटो के स्वामित्व वाली क्विक-कॉमर्स कंपनी ब्लिंकिट जो कि कई सालों से ऑनलाइन ग्रॉसरी डिलीवरी का काम करती है अब यह कंपनी आपको कुछ ही मिनटों में आईफोन सीरीज के फोन जैसे आईफोन14, आईफोन14 प्लस, आईफोन 14 प्रो और आईफोन14 प्रो मैक्स को आपके घर तक डिलीवर करेगी।

अपने ग्राहकों के लिए आईफोन की पहुंच को और अधिक बढ़ाने के लिए घोषणा करते हुए ब्लिंकिट के संस्थापक अलबिंदर ढींडसा ने एक ट्वीट किया, “अब आईफोन 14 मिनटों में! हमने एपल आईफोन और उसकी एक्सेसरीज को ब्लिंकिट के ग्राहकों तक कुछ ही मिनटों में पहुंचाने के लिए यूनिकॉर्न स्टोर के साथ पार्टनर्शिप की है। अभी ये सुविधा दिल्ली और मुंबई में उपलब्ध करायी जा रही है। इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए या आईफोन खरीदने के लिए आपको अपने आईओएस और एंड्रॉइड फोन पर नयी @letsblinkit ऐप को इन्स्टॉल करना होगा।

आईफोन 14 की सीरीज और इसकी एक्सेसरीज का डिलीवरी टाइम यूनिकॉर्न स्टोर की टाइमिंग के मुताबिक ही होगी। इसका मतलब ये है कि हफ्ते के जीतने दिन और जिस टाइम स्टोर खुलेगा तभी यूनिकॉर्न स्टोर ब्लिंकिट आईफोन की डिलीवरी करेगा।

आप सभी ब्लिंकिट को पहले ग्रोफर्स के नाम से जानते होंगे। ग्राहकों के बीच बीते कई सालों से इसका क्रेज़ बढ़ा क्योंकि उपभोक्ताओं के लिए सरल तरीके से अपने पसंदीदा उत्पादों को खरीदना इसने बहुत आसान बनाया है।

इससे एक बात तो साफ है कि ऑनलाइन डिलीवरी में ई-कॉमर्स कंपनियों की मार्केट में भागीदारी लेने के पीछे एक महत्वपूर्ण कारण हो सकता है। अपने इस कदम के माध्यम से ई-कॉमर्स कंपनियों ने अपना प्रभुत्व मजबूत कर लिया है और इनकी पहुंच अधिक से अधिक क्षेत्रों में बढ़ती जा रही है।

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ई–कॉमर्स का मार्केट तीव्रता से फैल रहा है

भारत में ई–कॉमर्स का मार्केट तीव्रता से फैल रहा है। एक कंसल्टिंग फर्म Kearney  की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2019 में भारत में ई-कॉमर्स का मार्केट 4 बिलियन डॉलर था, साल 2026 में ये 20 बिलियन डॉलर तक पहुंच सकता है, 2030 तक यह 40 बिलियन डॉलर तक जा सकता है। इस रिपोर्ट के अनुसार लाइफस्टाइल रिटेल मार्केट साल 2019 में 90 बिलियन डॉलर की थी। साल 2026 तक यह 156 बिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगी।  इसमें फुटवियर, फैशन एक्सेसरीज, कॉस्मेटिक, स्मॉल अप्लायंसेज और कई अन्य चीजें शामिल हैं।

भारत ने एशियाई देशों में अपना एक उचित स्थान बनाना शुरू कर दिया है। जैसे-जैसे लोगों की इनकम में बढ़ोतरी हो रही है वैसे-वैसे लोगों के खर्चे भी बढ़ते जा रहे हैं। अब गांव को छोड़कर अधिक से अधिक लोग शहर की तरफ जा रहे हैं। जहां साल 2017 में केवल 45 करोड़ भारतीय ही शहरी क्षेत्रों में निवास किया करते थे, वहीं साल 2021 में यह संख्या बढ़कर 50.6 करोड़ तक पहुंच गयी है।

आज मोदी सरकार के दौर में गांवों का तेजी से आधुनिकीकरण होता जा रहा है, लोग काम में अधिक व्यस्त हैं और इस कारण लोग बाहर जाकर शॉपिंग करने से बच रहे हैं और ऑनलाइन समान खरीदने के विकल्प को अधिक पसंद कर रहे हैं।

ऑनलाइन डिलीवरी के सेगमेंट में क्विक-कॉमर्स की एंट्री की बात करें तो भारत एक वैश्विक नेता के रूप में उभर रहा है। भारत में ऑनलाइन डिलीवर से की जाने वाली ग्रॉसरी की शॉपिंग का लगभग 13% क्विक-कॉमर्स के माध्यम से किया जाता है। वहीं क्विक-कॉमर्स का कुल मार्केट का आकार 15 गुना बढ़ने का अनुमान भी लगाया जा रहा है, जो साल 2025 में 5.5 बिलियन डॉलर तक पहुंच सकता है।

इस समय मार्केट में अवसर का लाभ उठाने के लिए कई कंपनियों ने अपनी कमर कस ली हैं, इनमें स्थापित हो चुकी और स्टार्टअप दोनों ही कंपनियां शामिल हैं। आज के समय में इसमें स्विगी, ज़ेप्टो और ब्लिंकिट ने हाथ जमाया हुआ है, वहीं बड़ी कंपनियां अमेजेन और टाटा भी इसमें प्रवेश कर रही हैं।

बिगबास्केट ने ‘बीबी नाउ’ के माध्यम से क्विक डिलीवरी की पेशकश की है, जबकि फ्लिपकार्ट ने अब अपनी क्विक डिलीवरी सेवा को ‘फ्लिपकार्ट क्विक’ के नाम से पेश किया है। इस रेस क्लब में बिगबास्केट के द्वारा 15 मिनट, अमेज़ॅन द्वारा 2 घंटे तक की समयावधि में डिलीवरी करने की पेशकश है।

एक रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2025 के अंत तक  भारत में 90 करोड़ से भी ज्यादा इंटरनेट उपयोगकर्ता हो जाएंगे। इन सभी उपयोगकर्ताओं का एक बहुत बड़ा वर्ग अपनी दुकानों की पसंद से क्वालिटीपूर्ण उत्पाद चाहेगा। ये वह जगह कहलाएंगी जहां पर क्विक-कॉमर्स कंपनियों के द्वारा निर्मित स्थानीय इन्वेंट्री स्टोर उनके लिए ही बहुत अधिक उपयोगी और लाभकारी प्रतीत होंगे।

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