दीपावली पर निबंध
स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे दीपावली पर निबंध के बारे में साथ ही इससे जुड़े कुछ तथ्यों के बारें में भी चर्चा की जाएगी अतः आपसे निवेदन है कि यह लेख अंत तक जरूर पढ़ें.
दीपावली के अवसर पर धनदेवी लक्ष्मी, गणेश जी, कुबेर जी की विधि-विधान से पूजा करने का विशेष महत्व माना गया है। लक्ष्मी पूजन प्रदोष काल में करने को सर्वाधिक फलदायक माना जाता है। इसके अलावा प्रदोष काल के दौरान स्थिर लग्न में लक्ष्मी पूजन विशेष फलदायक होता है। ऐसी मान्यता है कि स्थिर लग्न में की गई अपनी पूजा-आराधना से प्रसन्न होकर माता लक्ष्मी आराधक के घर में निवास करने लगती हैं।
दीपावली का अर्थ-
दिवाली जिसे “दीपावली” के नाम से भी जाना जाता है, भारत और दुनिया भर में रहने वाले हिंदुओं के सबसे पवित्र त्योहारों में से एक है। ‘दीपावली’ संस्कृत के दो शब्दों से मिलकर बना है – दीप + आवली। ‘दीप’ का अर्थ होता है ‘दीपक’ तथा ‘आवली’ का अर्थ होता है ‘श्रृंखला’, जिसका मतलब हुआ दीपों की श्रृंखला या दीपों की पंक्ति। दीपावली का त्योहार कार्तिक मास के अमावस्या के दिन मनाया जाता है। यह त्योहार दुनिया भर के लोगों द्वारा बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है। हालांकि इसे हिंदू त्योहार माना जाता है, लेकिन विभिन्न समुदायों के लोग भी पटाखे और आतिशबाजी के जरिए इस उज्ज्वल त्योहार को मनाते हैं।
दिवाली का इतिहास: हिंदू मान्यताओं के अनुसार, दिवाली के दिन ही भगवान राम 14 वर्षों के वनवास के बाद अपनी पत्नी सीता, भाई लक्ष्मण और उनके उत्साही भक्त हनुमान के साथ अयोध्या लौटे थे, अमावस्या की रात होने के कारण दिवाली के दिन काफी अंधेरा होता है, जिस वजह से उस दिन पुरे अयोध्या को दीपों और फूलों से श्री राम चंद्र के लिए सजाया गया था ताकि भगवान राम के आगमन में कोई परेशानी न हो, तब से लेकर आज तक इसे दीपों का त्योहार और अंधेरे पर प्रकाश की जीत के रूप में मनाया जाता है।
इस शुभ अवसर पर, बाजारों में भगवान गणेश जी, लक्ष्मी जी, राम जी आदि की मूर्तियों की खरीदारी की जाती है। बाजारों में खूब चहल पहल होती है। लोग इस अवसर पर नए कपड़े, बर्तन, मिठाइयां आदि खरीदते है। हिंदुओं द्वारा देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है क्योंकि व्यापारी दिवाली के पर्व पर नई खाता बही की शुरुआत करते हैं। साथ ही, लोगों का मानना है कि यह खूबसूरत त्योहार सभी के लिए धन, समृद्धि और सफलता लाता है। लोग दिवाली के त्योहार के दौरान अपने परिवार, दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ उपहारों का आदान-प्रदान करने के लिए तत्पर रहते हैं।
दिवाली का त्यौहार की विशेषता –
अंधकार पर प्रकाश की विजय,बुराई पर अच्छी की विजय का यह पर्व समाज में नयी उमंग, उत्साह का संचार करता है ,आपसी भाई-चारा और प्रेम के सन्देश का सूचक यह त्यौहार अपने आप में बहुत ज्यादा महत्त्व रखता है। यह त्यौहार सामूहिक रूप तथा व्यक्तिगत रूप दोनों ही प्रकार से मनाया जाने वाला त्यौहार है जो धार्मिक और सामाजिक विशेषता रखता है अलग-अलग राज्य, क्षेत्र में दीपावली मनाने के कारण एवं तरीके अलग-अलग हैं। भारत के सभी जगह यह त्यौहार अपनी अलग-अलग विशेषता को संजोये हुए है। सभी लोगों में दीपावली के त्यौहार को लेकर बड़ी उत्सुकता होती है। लोग अपने घरों,दफ्तरों की साफ सफाई करना कुछ दिन पूर्व से ही शुरू कर देते हैं
दीपावली का आध्यात्मिक महत्व –
इस त्यौहार को बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में मनाया जाता है जब कभी भी दिवाली का त्यौहार आता है तो सभी लोगों में एक उमंग और उत्साह का सञ्चालन होता है। दीपावली के त्यौहार को सभी वर्ग के लोगों जैसे- हिंदू, सिख ,जैन, आदि धर्मों को मानने वाले लोग भी बड़ी धूमधाम से मनाते है। इन सभी धर्मों में दीपावली के दिन ही ऐसी कोई ना कोई ऐसी घटना घटित हुई है, जिसमें बुराई पर अच्छाई की विजय हुई है। दीपावली का त्यौहार पूजा पाठ और बुराई पर अच्छाई की जीत से जुड़ा हुआ है। इसलिए लोग इस पर्व पर अध्यात्म की ओर अग्रसर होते हैं और इससे अच्छे विचारों का उत्थान होता है।
दीपावली के त्यौहार के लाभ और हानियाँ –
दीपावली के लाभ –
- छोटे-बड़े सभी व्यापारियों के लिए यह समय अत्यधिक कमाई का होता है।
- दीपावली में सभी प्रकार के व्यापार में तेजी आती है। क्योंकि लोग घर की सज-सज्जा, कपड़े, गहने और खाने-पिने की चीजों सभी पर खर्च करते हैं।
- दीपावली में आपसी प्रेम बढ़ता है और आपसी संबंधों में मिठास बढ़ती है।
- इस त्यौहार पर साफ़-सफाई पर अत्यधिक महत्त्व दिया जाता है, पुरे घर की सफाई की जाती है और घर में रंग-रोगन भी किया जाता है। इससे घर के आस-पास का वातावरण शुद्ध हो जाता है, जो स्वस्थ्य की दृष्टि से भी लाभदायक होता है।
दीपावली की हानियाँ –
- पटाखों के कारण प्रदुषण फैलता है।
- दीपकों में फजूल तेल जलता है।
- अत्यधिक मिठाइयाँ और पकवान हमारे स्वास्थ्य पर बुरा असर डालते हैं।
- लाइट्स की सजावट के कारण अत्यधिक बिजली बर्बाद होती है।
FAQ-
Ques-दीपावली में माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा क्यों की जाती है ?
Ans-माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा का दीपावली में एक विशेष महत्व है, क्युकी माँ लक्ष्मी धन की देवी है एवं भगवान् गणेश बुद्धि एवं विवेक ,धन का सदुपयोग करने के लिए विवेक का होना अति आवश्यक है। इसलिए इस दिन लक्ष्मी जी और भगवान् गणेश जी की पूजा की जाती है।
Ques-दिवाली पर किसकी पूजा की जाती है?
Ans-लक्ष्मी और गणेश भगवान की
Ques- दीपावली कब मनाई जाती है?
Ans-हर साल कार्तिक महीने की अमावस्या को
Ques-दीपावली के त्यौहार को प्रत्येक वर्ष कब मनाया जाता है ?
Ans-कार्तिक मास के अक्टूबर या नवंबर माह दिवाली के पर्व को मनाया जाता है।
Ques-भारतवर्ष का यह त्यौहार किस रूप में मनाया जाता है ?
Ans-भारतवर्ष में दिवाली के त्यौहार को खुशियों के रूप में मनाया जाता है।
Ques-भारत में दिवाली का त्यौहार क्यों मनाया जाता है ?
Ans-दीपावली का त्यौहार पौराणिक कथाओं के अनुसार श्री राम भगवान् के 14 वर्ष वनवास काट के अयोध्या वापस लौटे थे भगवान राम के वापस लौटने की ख़ुशी में इस त्यौहार को बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। हिन्दू धर्म के साथ-साथ अन्य धर्मों के लोगो के द्वारा भी इस त्यौहार को बड़ी उत्साह के साथ मनाया जाता है।
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