जम्मू-कश्मीर पहुंचे रिकॉर्ड पर्यटक: वैसे तो हमारे देश मे कई ऐसी जगहें मौजूद है जहां प्राकृतिक सौंदर्य के मनमोहक नज़ारे देखने को मिल जाते हैं। परंतु धरती का स्वर्ग तो एक ही है और वह कश्मीर में है। जम्मू कश्मीर का नाम आते ही हमारे मन में एक अद्भुत दृश्यों की अनुभूति होती है। कश्मीर हमेशा ही एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल रहा है। वह अपनी खूबसूरती से लोगों को आकर्षित करता है और यही कारण है कि एक समय ऐसा था जब यहां पर्यटकों का मेला-सा लगा रहता था। परंतु फिर वहीं जम्मू-कश्मीर आतंकवाद के दलदल में फंसने लगा और भय के कारण कश्मीर में पर्यटकों की भारी कमी देखने को मिली।
परंतु अब कश्मीर पूरी तरह से बदलता हुआ नजर आ रहा है। जब से मोदी सरकार ने साहस भरा निर्णय लेते हुए जम्मू-कश्मीर को अनुच्छेद-370 की बेड़ियों से मुक्त कराया है, तब से ही कश्मीर में परिवर्तन की लहर बहने लगी है। इस बीच कश्मीर में पर्यटन युग की भी वापसी होती हुई दिख रही है। अगर इस साल के रिकॉर्ड को देखें तो अब तक रिकॉर्ड 1.62 करोड़ पर्यटक जम्मू कश्मीर आए हैं।
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पर्यटन के स्वर्ण युग की वापसी
अगर रिकॉर्ड कि बात करें तो जनवरी 2022 से अब तक 1.62 करोड़ पर्यटकों ने जम्मू कश्मीर की वादियों में घूमने के लिए आए, जो स्वतंत्रता यानी वर्ष 1947 के बाद सबसे अधिक है। इस साल के पहले आठ महीनों में 20.5 लाख पर्यटकों ने कश्मीर के खूबसूरत नज़ारों का आनंद उठाया।
एक सरकारी प्रवक्ता ने इसकी जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश के पूर्ण विकास और बदलाव का साक्षी बन रहा है। उन्होंने यह भी कहा है कि तीन दशकों के बाद कश्मीर लाखों पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। वहीं अगर पर्यटन विशेषज्ञों कि मानें तो यह कश्मीर पर्यटन के स्वर्ण युग की वापसी की शुरुआत है। जम्मू कश्मीर में आने वाले पर्यटकों की यह संख्या केंद्र शासित प्रदेश में हुए बदलाव और विकास का आइना है। 75 सालों में ऐसा पहली बार हुआ जब एक साल में इतनी अधिक संख्या में पर्यटक कश्मीर की सुंदरता का लुफ्त उठाने यहां पहुंचे है जो कि जम्मू-कश्मीर के लिए एक अच्छी शुरुआत है।
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रिकॉर्ड संख्या में पहुंच रहे पर्यटक
इस संबंध में पर्यटन विभाग के प्रवक्ता ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में रोजगार का पर्यटन सबसे बड़ा स्रोत है। साल 2022 के पहले आठ महीनों में 3.65 लाख अमरनाथ यात्रियों के साथ-साथ 20.5 लाख पर्यटकों ने कश्मीर की हवाओं का मजा उठाया है। वहीं इस सीजन के पहलगाम, गुलमर्ग और सोनमर्ग जैसे कई सारे पर्यटक स्थलों के साथ-साथ श्रीनगर के भी सभी होटलों फुल रहे थे।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस बार वादियों में खोने आए पर्यटक केवल कश्मीर व जम्मू तक ही नहीं रहे बल्कि ये राजौरी-पुंछ जैसे पहाड़ी क्षेत्रों में भी अधिक संख्या में पहुंचे। इसका सबसे मुख्य कारण यह भी है कि प्रशासन ने 75 नए पर्यटन स्थलों को बढ़ावा दिया है। यहां पहले बहुत ही कम लोग जाया करते थे। इतना ही नहीं अंतरराष्ट्रीय उड़ानें आरंभ होने से भी पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। पिछले 70 सालों से यह मांग की जा रही थी कि जम्मू-कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू की जाए, परंतु अब तक इस पर कोई कार्य नहीं हुआ था। हालांकि मोदी सरकार ने लोगों की मांग को आवश्यकता समझते हुए इसे पूर्ण किया और श्रीनगर से शारजाह के लिए सीधी उड़ान शुरू करवायी।
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खुल रहे सिनेमाहॉल-मल्टीप्लेक्स
कश्मीर बदल रहा है और इसका एक प्रमाण हमें यह भी मिला कि कश्मीर घाटी में सिनेमा की वापसी होती दिख रही है। बीते ही दिनों पुलवामा, शोपियां और श्रीनगर में सिनेमाहॉल मल्टीप्लेक्स खुलते हुए दिखे। 18 सितंबर को उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने दक्षिणी कश्मीर के पुलवामा और शोपियां में सिनेमा हॉल का उद्घाटन किया। वहीं इसके बाद श्रीनगर को आइनॉक्स मल्टीप्लेक्स की सौगात मिली।
वहीं इन सबके अलावा कश्मीर एक बार फिर फिल्म शूटिंग का केंद्र भी बनता नजर आ रहा है। देश-दुनिया के फिल्म निर्माता यहां की खूबसूरत वादियों में शूटिंग के लिए आ रहे हैं। जुलाई 2022 में इसकी जानकारी देते हुए जम्मू-कश्मीर फिल्म विकास परिषद (JKFDC) के बताया था कि कश्मीर में शूटिंग के लिए उन्हें इस साल अब तक निर्माताओं की ओर से 500 से अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं। अधिकारी ने बताया था कि शूटिंग के लिए हर रोज़ हमें आवेदन आ रहे है। इनमें रिलायंस, साउथ फिल्म प्रोडक्शन हाउस, आमिर खान प्रोडक्शन के साथ-साथ कई अन्य OTT प्लेटफॉर्म शामिल है।
JKFDC के अधिकारी के अनुसार यह अपने आप में ही एक रिकॉर्ड था। साल 1970-80 के में कश्मीर फिल्मों की शूटिंग का मुख्य केंद्र हुआ करता था। यहां पर कई सारी सदाबहार फिल्मों और उनके गीतों को फिल्माया गया है। परंतु 90 के दशक में आतंकवाद बढ़ने के कारण कश्मीर में सारी गतिविधियां एकदम थम गयीं थीं। परंतु आतंक के साए से बाहर निकलकर कश्मीर एक बार फिर उठ खड़ा हो रहा है और पर्यटकों की संख्या में वृद्धि से लेकर सिनेमा की वापसी तक इसका प्रमाण भी दे रहे हैं।
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