TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    मेरा भी आरएसएस से संबंध है, जानें गृह मंत्री अमित शाह में क्यों कही यह बात

    मेरा भी आरएसएस से संबंध है, जानें गृह मंत्री अमित शाह में क्यों कही यह बात

    जोधपुर में आरएसएस की बड़ी बैठक, बीजेपी के लिए क्यों मानी जा रही है खास

    जोधपुर में आरएसएस की बड़ी बैठक, बीजेपी के लिए क्यों मानी जा रही है खास

    अवैध बांग्लादेशी मुद्दे पर पद्मश्री सैयदा हमीद की टिप्पणी ने छेड़ा नया विवाद

    अवैध बांग्लादेशी मुद्दे पर पद्मश्री सैयदा हमीद की टिप्पणी ने छेड़ा नया विवाद

    किसी नेता को जेल से सरकार चलाने का हक नहीं, 130वें संशोधन पर बोले अमित शाह

    किसी नेता को जेल से सरकार चलाने का हक नहीं, 130वें संशोधन पर बोले अमित शाह

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    पाकिस्तान की मनमानी पर भारत का जवाब, 24 सितंबर तक विमानों की उड़ान पर रोक

    पाकिस्तान की मनमानी पर भारत का जवाब, 24 सितंबर तक विमानों की उड़ान पर रोक

    जयशंकर का दो टूक: अमेरिका से रिश्ते अहम, पर कुछ शर्तों पर झुकना मुमकिन नहीं

    जयशंकर का दो टूक: अमेरिका से रिश्ते अहम, पर कुछ शर्तों पर झुकना मुमकिन नहीं

    "घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू"

    घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू

    अमेरिका = पाकिस्तान, आम आदमी की त्रासदी

    अमेरिका = पाकिस्तान, आम आदमी की त्रासदी

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    पाकिस्तान की मनमानी पर भारत का जवाब, 24 सितंबर तक विमानों की उड़ान पर रोक

    पाकिस्तान की मनमानी पर भारत का जवाब, 24 सितंबर तक विमानों की उड़ान पर रोक

    "घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू"

    घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू

    अब देश में ही बनेगा पांचवी पीढ़ी का फाइटर जेट और उसका इंजन, पीएम मोदी ने की थी घोषणा

    रक्षा आत्मनिर्भरता की उड़ान: स्वदेशी इंजन के साथ तैयार होगा भारत का 5th Gen Fighter

    शिक्षक समेत दो सरकारी कर्मचारी निकले लश्कर-ए-तैयबा के मददगार, एलजी मनोज सिन्हा ने किया बर्खास्त

    शिक्षक समेत दो सरकारी कर्मचारी निकले लश्कर-ए-तैयबा के मददगार, एलजी मनोज सिन्हा ने किया बर्खास्त

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    जबरन धर्मांतरण की फैक्ट्री: जानें पाकिस्तान में हिंदू और ईसाई लड़कियों की दर्दनाक सच्चाई

    जबरन धर्मांतरण की फैक्ट्री: जानें पाकिस्तान में हिंदू और ईसाई लड़कियों की दर्दनाक सच्चाई

    गगनयान की उड़ान की तैयारी: इसरो का पहला एकीकृत एयर ड्रॉप टेस्ट सफल

    गगनयान की उड़ान की तैयारी: इसरो का पहला इंटीग्रेटेड एयर ड्रॉप टेस्ट सफल

    फ्लोरिडा हादसा: हरजिंदर सिंह की डंकी रूट एंट्री और खालिस्तान कार्ड का खुलासा

    फ्लोरिडा हादसा: हरजिंदर सिंह की डंकी रूट एंट्री और खालिस्तान कार्ड का खुलासा

    भारत का अगला लक्ष्य स्पेस स्टेशन, पीएम मोदी ने किया अंतरिक्ष यात्री पूल का ऐलान

    भारत का अगला लक्ष्य स्पेस स्टेशन, पीएम मोदी ने किया अंतरिक्ष यात्री पूल का ऐलान

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    गांधी के परपोते का पलटवार: RSS कभी दोषी नहीं था, जैसे आज चुनाव आयोग नहीं है

    गांधी के परपोते का पलटवार: RSS कभी दोषी नहीं था, जैसे आज चुनाव आयोग नहीं है

    "ट्रक भर दस्तावेज़ या ठोस जवाब? सिंधु जल संधि पर नेहरू के बयान से उठी बहस"

    ट्रक भर दस्तावेज़ या ठोस जवाब? सिंधु जल संधि पर नेहरू के बयान से उठी थी यह बहस

    देवनागरी के नवदेवता बिनेश्वर ब्रह्म

    देवनागरी के नवदेवता बिनेश्वर ब्रह्म

    3,000 साल पुराने भजन से हुआ भारत और भूमध्य सागर के संगीत संबंधों का खुलासा

    3,000 साल पुराने भजन से हुआ भारत और भूमध्य सागर के संगीत संबंधों का खुलासा

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    40 मंजिला इमारत जितना ऊंचा! इसरो बना रहा है 92 मीटर का ‘सूर्य’ रॉकेट

    40 मंजिला इमारत जितना ऊंचा! इसरो बना रहा है 92 मीटर का ‘सूर्य’ रॉकेट

    ₹18,541 करोड़ का बंपर पैकेज: 4 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट, लखनऊ मेट्रो विस्तार को हरी झंडी

    ₹18,541 करोड़ का बंपर पैकेज: 4 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट, लखनऊ मेट्रो विस्तार को हरी झंडी

    स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

    स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

    लद्दाख में ISRO का Mini Mars मिशन: होप सिमुलेशन से अंतरिक्ष की अगली छलांग

    क्या है भारत का मिशन HOPE और लद्दाख में क्यों जुटे हैं ISRO के वैज्ञानिक ?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    मेरा भी आरएसएस से संबंध है, जानें गृह मंत्री अमित शाह में क्यों कही यह बात

    मेरा भी आरएसएस से संबंध है, जानें गृह मंत्री अमित शाह में क्यों कही यह बात

    जोधपुर में आरएसएस की बड़ी बैठक, बीजेपी के लिए क्यों मानी जा रही है खास

    जोधपुर में आरएसएस की बड़ी बैठक, बीजेपी के लिए क्यों मानी जा रही है खास

    अवैध बांग्लादेशी मुद्दे पर पद्मश्री सैयदा हमीद की टिप्पणी ने छेड़ा नया विवाद

    अवैध बांग्लादेशी मुद्दे पर पद्मश्री सैयदा हमीद की टिप्पणी ने छेड़ा नया विवाद

    किसी नेता को जेल से सरकार चलाने का हक नहीं, 130वें संशोधन पर बोले अमित शाह

    किसी नेता को जेल से सरकार चलाने का हक नहीं, 130वें संशोधन पर बोले अमित शाह

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    पाकिस्तान की मनमानी पर भारत का जवाब, 24 सितंबर तक विमानों की उड़ान पर रोक

    पाकिस्तान की मनमानी पर भारत का जवाब, 24 सितंबर तक विमानों की उड़ान पर रोक

    जयशंकर का दो टूक: अमेरिका से रिश्ते अहम, पर कुछ शर्तों पर झुकना मुमकिन नहीं

    जयशंकर का दो टूक: अमेरिका से रिश्ते अहम, पर कुछ शर्तों पर झुकना मुमकिन नहीं

    "घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू"

    घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू

    अमेरिका = पाकिस्तान, आम आदमी की त्रासदी

    अमेरिका = पाकिस्तान, आम आदमी की त्रासदी

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    पाकिस्तान की मनमानी पर भारत का जवाब, 24 सितंबर तक विमानों की उड़ान पर रोक

    पाकिस्तान की मनमानी पर भारत का जवाब, 24 सितंबर तक विमानों की उड़ान पर रोक

    "घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू"

    घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू

    अब देश में ही बनेगा पांचवी पीढ़ी का फाइटर जेट और उसका इंजन, पीएम मोदी ने की थी घोषणा

    रक्षा आत्मनिर्भरता की उड़ान: स्वदेशी इंजन के साथ तैयार होगा भारत का 5th Gen Fighter

    शिक्षक समेत दो सरकारी कर्मचारी निकले लश्कर-ए-तैयबा के मददगार, एलजी मनोज सिन्हा ने किया बर्खास्त

    शिक्षक समेत दो सरकारी कर्मचारी निकले लश्कर-ए-तैयबा के मददगार, एलजी मनोज सिन्हा ने किया बर्खास्त

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    जबरन धर्मांतरण की फैक्ट्री: जानें पाकिस्तान में हिंदू और ईसाई लड़कियों की दर्दनाक सच्चाई

    जबरन धर्मांतरण की फैक्ट्री: जानें पाकिस्तान में हिंदू और ईसाई लड़कियों की दर्दनाक सच्चाई

    गगनयान की उड़ान की तैयारी: इसरो का पहला एकीकृत एयर ड्रॉप टेस्ट सफल

    गगनयान की उड़ान की तैयारी: इसरो का पहला इंटीग्रेटेड एयर ड्रॉप टेस्ट सफल

    फ्लोरिडा हादसा: हरजिंदर सिंह की डंकी रूट एंट्री और खालिस्तान कार्ड का खुलासा

    फ्लोरिडा हादसा: हरजिंदर सिंह की डंकी रूट एंट्री और खालिस्तान कार्ड का खुलासा

    भारत का अगला लक्ष्य स्पेस स्टेशन, पीएम मोदी ने किया अंतरिक्ष यात्री पूल का ऐलान

    भारत का अगला लक्ष्य स्पेस स्टेशन, पीएम मोदी ने किया अंतरिक्ष यात्री पूल का ऐलान

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    गांधी के परपोते का पलटवार: RSS कभी दोषी नहीं था, जैसे आज चुनाव आयोग नहीं है

    गांधी के परपोते का पलटवार: RSS कभी दोषी नहीं था, जैसे आज चुनाव आयोग नहीं है

    "ट्रक भर दस्तावेज़ या ठोस जवाब? सिंधु जल संधि पर नेहरू के बयान से उठी बहस"

    ट्रक भर दस्तावेज़ या ठोस जवाब? सिंधु जल संधि पर नेहरू के बयान से उठी थी यह बहस

    देवनागरी के नवदेवता बिनेश्वर ब्रह्म

    देवनागरी के नवदेवता बिनेश्वर ब्रह्म

    3,000 साल पुराने भजन से हुआ भारत और भूमध्य सागर के संगीत संबंधों का खुलासा

    3,000 साल पुराने भजन से हुआ भारत और भूमध्य सागर के संगीत संबंधों का खुलासा

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    40 मंजिला इमारत जितना ऊंचा! इसरो बना रहा है 92 मीटर का ‘सूर्य’ रॉकेट

    40 मंजिला इमारत जितना ऊंचा! इसरो बना रहा है 92 मीटर का ‘सूर्य’ रॉकेट

    ₹18,541 करोड़ का बंपर पैकेज: 4 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट, लखनऊ मेट्रो विस्तार को हरी झंडी

    ₹18,541 करोड़ का बंपर पैकेज: 4 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट, लखनऊ मेट्रो विस्तार को हरी झंडी

    स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

    स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

    लद्दाख में ISRO का Mini Mars मिशन: होप सिमुलेशन से अंतरिक्ष की अगली छलांग

    क्या है भारत का मिशन HOPE और लद्दाख में क्यों जुटे हैं ISRO के वैज्ञानिक ?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

क्यों 36 वर्षों तक वीरप्पन को पकड़ने में असफल रही कर्नाटक पुलिस?

184 लोग, 2000 हाथियों को मारने वाला वीरप्पन पुलिस को चकमा देता रहा और फिर...

Ruchi Mehra द्वारा Ruchi Mehra
18 October 2022
in क्राइम
वीरप्पन
Share on FacebookShare on X

लोग अक्सर यह कहते हैं कि कोई भी व्यक्ति जन्म से ही अपराधी नहीं होता। कुछ हालत लोगों को अपराधी बनने के लिए मजबूर कर देते हैं। परंतु आवश्यक तो नहीं कि यह बात हर किसी के लिए सही ही बैठे। कुछ अपवाद भी होते हैं। अपराध की दुनिया में ऐसा ही एक नाम था कूज मुनिस्वामी वीरप्पन का, जो वीरप्पन के नाम से लोकप्रिय है। उसने यह साबित किया था कि एक व्यक्ति जन्म से ही अपराधी हो सकता हैं।

वीरप्पन की कहानी कुछ ऐसी है जिसे सुनकर हर किसी के रूंह कांप उठे। 18 जनवरी 1952 को कर्नाटक के गोपीनाथम परिवार में वीरप्पन का जन्म हुआ था। उसका पूरा परिवार शिकार और तस्करी के लिए जाना जाता था। कहते हैं कि जिस माहौल में हम पले-बढ़े होते है उसका प्रभाव हम पर पड़ता ही है। ऐसा ही कुछ वीरप्पन के साथ भी था। बचपन से ही उसका दिमाग एक शिकारी, डकैत और तस्कर की तरह काम करने लगा था। वीरप्पन जब महज 10 वर्ष का था, तब उसने अपना पहला शिकार किया था। 17 साल की आयु में उसने अपनी पहली हत्या की घटना को अंजाम दिया था। तब उसने एक वन सुरक्षा कर्मी की गोली मारकर हत्या कर दी थीं।

संबंधितपोस्ट

कोई सामग्री उपलब्ध नहीं है
और लोड करें

और पढ़े: दिन में एक साधारण व्यक्ति और रात के अंधेरे में एक हत्यारा- पॉल बर्नार्डो की कहानी

मारे गए 184 लोगों के खून से रंगे हैं हाथ

18 साल की उम्र तक आते आते तक तो वह अवैध कामों में इतना पारंगत हो गया कि रास्ते में जो भी आता वीरप्पन उसे सीधा ही बंदूक से उड़ा देता था। फिर चाहे वो कोई भी हो, एक पुलिस अधिकारी, एक वन अधिकारी या कोई और। बताया जाता है कि वीरप्पन के हाथ केवल एक-दो, पांच या दस नहीं बल्कि पूरे 184 लोगों के खून से रंगे हुए हैं। उस पर तकरीबन 184 लोगों की हत्या को अंजाम देने का आरोप लगा है। इसके अतिरिक्त कहा तो यह तक जाता है कि वीरप्पन ने हाथियों की दांतों की तस्करी के लिए कुल दो हजार हाथी मारे। साथ ही हजारों चंदन के पेड़ तक काट दिए थे।

वैसे तो अपने कारनामों के लिए वीरप्पन चर्चाओं में रहता था और उसने नाम से ही लोग दहशत में आ जाते थे। परंतु कई घटनाओं के कारण वो पूरे देश में लोकप्रिय हो गया था। ऐसी ही एक घटना थी वर्ष 1987 की, जब वीरप्पन ने स्तयमंगलम जिले के वन अधिकारी चिदंबरम का अपहरण कर उन्हें मार दिया था। इस घटना ने दक्षिण से लेकर उत्तर भारत तक सबका ध्यान उसकी तरफ खींचा था। इसके बाद साल 1991 में वीरप्पन ने एक वरिष्ठ आईएफएस अधिकारी पंडिल्लापल्ली श्रीनिवास को मारा था। 1992 में उसने पुलिस दल पर घात लगाकर हमले किए थे, जिसके बाद उसका नाम और भी चर्चा में आ गया।

90 के दशक की बात की जाये तो इसे वीरप्पन की दहशत से जाना जाने लगा था। वह आम लोगों तक को निशाना बनाने लगा। पुलिस का खबरी होने के शक में ही वीरप्पन ने कई लोगों को मौत के घाट उतार दिया था।

1993 में हुए पालर ब्लास्ट के बाद तो वीरप्पन को लेकर लोगों के मन में डर और बढ़ गया था। तब हुआ कुछ यूं था कि 8 अप्रैल 1993 को मेट्टूर के गोविंदपडी गांव में एक बंडारी की पुलिस खबरी होने के संदेह में हत्या कर दी। साथ ही उसने अपने गिरोह को ट्रैक करने और गिरफ्तार करने के लिए पुलिस बल को खुले तौर पर चुनौती भी दी थीं। इसकी जांच के लिए 41 लोगों की एक टीम को भेजा गया, जिसमें पुलिस और वन अधिकारी शामिल थे। परंतु वीरप्पन पहले ही इन सबके बारे में जान गया था और उसने पुलिस के रास्ते में बारूंदी सुरंग बिछा दी। जैसे ही टीम मलाई महादेश्वरा हिल्स पहुंची इस दौरान एक जोरदार धमाका हुआ और 22 अधिकारियों की मौत हो गई। साल 1992 में तो वीरप्पन को पकड़ने के लिए उस पर 5 करोड़ तक का इनाम रखा गया था।

और पढ़े: गोलियों की बरसात, बेखौफ अपराधी, सरेआम मर्डर- बिहार की कानून व्यवस्था का सबसे गंदा चेहरा

अभिनेता राजकुमार को कर लिया था अगवा

साल 1997 में वीरप्पन ने 9 वन अधिकारियों को अगवा किया था। वर्ष 2000 में तो उसने लोकप्रिय दक्षिण भारतीय अभिनेता राजकुमार का ही अपहरण कर लिया। राजकुमार जब एक गृह प्रवेश कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए गये थे, तब वीरप्पन ने उनका अपरहरण किया था। उनको छोड़ने के बदले में उसने यह मांग रखी कि तमिल को कर्नाटक की दूसरी आधिकारिक भाषा का दर्जा दिया जाये। साथ ही कुछ तमिल चरमपंथियों को भी छोड़ने के लिए उसने कहा था। बताया जाता है कि 20 करोड़ रुपये की फिरौती लेने के बाद उसने 108 दिनों में राजकुमार को छोड़ा था। वहीं अगस्त 2002 में कर्नाटक के पूर्व मंत्री एच नागप्पा को उनके गांव के घर से किडनैप किया गया था। कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल तीन राज्यों की पुलिस मिलकर भी नगप्पा को बचा नहीं सकीं। मांग पूरी नहीं होने पर वीरप्पन ने उन्हें मार दिया था।

अवैध तस्करी के माध्यम से वीरप्पन ने ढेर सारा पैसा कमा लिया था और जैसा कि कहते हैं कि पैसे के साथ पावर अपने आप ही आ जाती है। वैसा ही वीरप्पन के साथ भी था उसने बड़े बड़े लोगों में अपनी पहचान बनाने लगा और बच निकलने लगा। उसका नाम कई बड़ी हस्तियों के अपहरण में भी आ चुका है।

वीरप्पन के नाम का खौफ तमिलनाडु के साथ केरल और कर्नाटक में भी था। विदेशों में भी वह अपने कारनामे के लिए लोकप्रिय रहा है। हाथी दांत के लिए उस पर सैकड़ों हाथियों की हत्या और चंदन तस्करी के लिए 150 से अधिक लोगों की  हत्या का आरोप वीरप्पन था। पुलिस की आंखों में धूल झोंकना तो उसके मानो बाएं हाथ का खेल था। 20 सालों तक पुलिस वीरप्पन की तलाश में जुटी रहीं और इसके लिए करोड़ों रुपये भी खर्च किये गये। कई अभियान भी चले, परंतु पुलिस को सफलता हासिल नहीं हो पायीं।

वैसे ऐसा नहीं है कि वीरप्पन कभी पुलिस की गिरफ्त में ही नहीं आया। वो गिरफ्तार हुआ, परंतु हर बार चकमा देने में भी कामयाब रहा। पहली बार उसकी गिरफ्तारी वर्ष 1972 में हुई थी। वहीं दूसरी बार वीरप्पन साल 1986 में गिरफ्तार हुआ। उस दौरान उसे बूडीपाडा फॉरेस्ट गेस्ट हाउस में रखा गया था जहां से वह संदिग्ध परिस्थितियों में फरार हो गया था। कहा तो यह तक जाता है कि एक बार की बात है जब वीरप्पन स्पेशल टास्क फोर्स की पकड़ में आ गया था और अधिकारियों के द्वारा उसे गन प्वॉइंट पर भी ले लिया था। परंतु इस दौरान वीरप्पन ने एक फोन करने की मांग रखी और तब उसने किसी बड़े मंत्री को फोन मिलाया। तब उसे छोड़ दिया गया था। हालांकि यह तो एक कहानी है, इसमें सच्चाई कितनी है यह किसी को नहीं मालूम।

और पढ़े: IPC की धारा 377 के तहत Kiss करना और प्राइवेट पार्ट को छूना दंडनीय नहीं: बॉम्बे हाईकोर्ट

बेटी तक को मार दिया था

वीरप्पन कितना क्रूर था, इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि उसने अपनी ही बेटी को मार दिया था। उसकी तलाश में पुलिस जुटी हुई थी। एक बात की बात है जब उसे डर था कि बेटी की रोने की आवाज से पुलिस को उसके ठिकाने का लग जाएगा। तब वह अपनी बेटी को तो चुप कराने में कामयाब नहीं हो पाया, परंतु उसने अपनी बच्ची का ही गला घोंटकर उसे मार दिया।

परंतु कहते हैं कि पाप का घड़ा एक न एक दिन भर ही जाता हैं और ऐसा ही कुछ वीरप्पन के साथ भी था। उसके पापों का घड़ा भर गया, जिसके बाद वर्ष 2004 में वह पुलिस के हत्थे चढ़ा और एनकाउंटर में वह ढेर हो गया। वीरप्पन को पकड़ना कई राज्यों की पुलिस के लिए चुनौती बन गया था। तभी तमिलनाडु की तत्कालीन मुख्यमंत्री जयललिता ने एक स्पेशल टास्क फोर्स का गठन किया। वीरप्पन के खात्मे लिए विजय कुमार को 2003 में एसटीएफ का चीफ बनाया गया था। इसके लिए अंडरकवर ऑपरेशन चलाया गया था, जिसे नाम दिया गया था “ऑपरेशन कोकून”। जब वीरप्पन की गैंग लगातार छोटी होती चली जा रही थी तो इसी का फायदा उठाकर विजय कुमार ने वीरप्पन की गैंग में अपने आदमी भर्ती करा दिए।

और पढ़े: हैदराबाद केस: जघन्य अपराधों में नाबालिग पर न हो कोई दया

मूंछ ही बनी मौत का कारण

18 अक्टूबर 2004 को इनपुट मिला कि वीरप्पन अपनी आंखों के इलाज के लिए जंगल से बाहर आ रहा है। यह वही दिन था जिसके इंतेजार में एसटीएफ चीफ विजय कुमार थे। उन्होंने वीरप्पन के लिए एक एंबुलेंस का इंतजाम किया। इस एंबुलेंस को एसटीएफ का ही आदमी चला रहा था। कुछ इस तरह वीरप्पन घिर गया और करीब 20 मिनट तक चली फायरिंग में वह मारा गया था।

वीरप्पन की कहानी, उसने दहशत भरे कारनामों को लेकर अब तक कई किताबें लिखी जा चुकी हैं। इसके अलावा निर्देशक राम गोपाल वर्मा ने फिल्म भी बनायी हैं। वीरप्पन अपने कारनामों के लिए जितना लोकप्रिय रहा था, उतना ही मशहूर वह अपनी मूंछों के लिए भी था। उसकी मूंछें 1857 की क्रांति के एक हीरो कट्टाबोमन के जैसी थीं। भले ही वह मूछें वीरप्पन की पहचान बन गयी हो, परंतु यही उसकी मौत का कारण भी बनी थीं। वीरप्पन अपनी मूंछों पर डाई लगा रहा था, इसी दौरान उसकी कुछ बूंदें छिटककर उसकी आंख में जा गिरी थीं, जिस कारण ही उसकी आंखों में तकलीफ हुई। इसका इलाज कराने के लिए वीरप्पन को जंगल के बाहर जाना पड़ा और उसका अंत हो गया था।

TFI का समर्थन करें:

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें।

Tags: VeerappanVeerappan Crime HistoryVeerappan Encounterतस्कर वीरप्पन
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

कभी दुनिया की सबसे बड़ी मीडिया कंपनी रही BBC अपनी अंतिम सांसे ले रही है

अगली पोस्ट

दादा से वोट चाहिए, शाहरुख को बनाएंगी बंगाल का ब्रांड एम्बेसडर– गजब राजनीति है ममता बनर्जी की

संबंधित पोस्ट

जबरन धर्मांतरण की फैक्ट्री: जानें पाकिस्तान में हिंदू और ईसाई लड़कियों की दर्दनाक सच्चाई
क्राइम

जबरन धर्मांतरण की फैक्ट्री: जानें पाकिस्तान में हिंदू और ईसाई लड़कियों की दर्दनाक सच्चाई

25 August 2025

पाकिस्तान में हर साल एक हज़ार से ज़्यादा हिंदू और ईसाई लड़कियां जबरन धर्म परिवर्तन और शादियों के साये में गुम हो जाती हैं। ये...

अवैध बांग्लादेशी मुद्दे पर पद्मश्री सैयदा हमीद की टिप्पणी ने छेड़ा नया विवाद
क्राइम

अवैध बांग्लादेशी मुद्दे पर पद्मश्री सैयदा हमीद की टिप्पणी ने छेड़ा नया विवाद

25 August 2025

योजना आयोग की पूर्व सदस्य और सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्मश्री से सम्मानित सैयदा हमीद को असम में अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों के अधिकारों की रक्षा करने...

फ्लोरिडा हादसा: हरजिंदर सिंह की डंकी रूट एंट्री और खालिस्तान कार्ड का खुलासा
AMERIKA

फ्लोरिडा हादसा: हरजिंदर सिंह की डंकी रूट एंट्री और खालिस्तान कार्ड का खुलासा

25 August 2025

क्या होता है, जब पश्चिमी उदारवादी अपराधबोध खालिस्तानी अलगाववादियों के खतरनाक प्रचार से मिलता है? आपको एक ऐसी व्यवस्था मिलती है, जहां धोखेबाज़ और अपराधी...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

IADWS The Modern ‘Sudarshan Chakra’, Redefining the Laws of Future Aerial Warfare

IADWS The Modern ‘Sudarshan Chakra’, Redefining the Laws of Future Aerial Warfare

00:06:12

Is Rampur Nadrabag Mosque The Dark Web of Trafficking, Illegal Arms, Drugs & Conversion Mafia?

00:05:52

ISRO’s ₹8,240 Cr Project ‘Soorya' : India’s Ticket to Space Station & Moon Missions

00:06:37

Why Silencing History ? The Hypocrisy of Stopping Bengal Files | Kolkata | Mamata | Vivek Agnihotri

00:04:54

Reason Behind Congress and Sanjay Kumar Silently Deleting Their Fake Voter Data Tweets

00:05:56
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited