“फूट डालो, राज करो” यह नीति हमेशा से ही कांग्रेस के DNA में रही है। लोगों को बांटकर कांग्रेस 70 सालों से सत्ता का स्वाद चखती आयी है। पार्टी की इस परंपरा को अब कांग्रेस के चश्मोचिराग राहुल गांधी आगे बढ़ा रहे हैं। मालूम नहीं किस भारत को जोड़ने के लिए राहुल भारत जोड़ो यात्रा निकाल रहे हैं। हालांकि असल में ये भारत जोड़ने के बजाये भारत को तोड़ने की यात्रा अधिक नजर आ रही है। इस लेख में हम जानेंगे कि कैसे लोगों को बांटने के बाद अब कांग्रेस राज्यों को भिड़ाने का काम भी करने लगी हैं?
कभी पूरे भारत पर राज करने वाली कांग्रेस की स्थिति आज अपने कृत्यों के कारण ही दयनीय हो चुकी है। मौजूदा समय में कांग्रेस अपने सबसे बुरे दौर से गुजरती नजर आ रही है। पार्टी के इन हालातों को सुधारने के लिए राहुल बाबा प्रयास तो कर रहे हैं परंतु वो बात अलग है कि हाथ उनके कुछ लग नहीं रहा। क्योंकि उन्होंने भले ही अपनी यात्रा का नाम तो भारत जोड़ो रख लिया लेकिन काम आज भी कांग्रेस भारत को तोड़ने का ही कर रहे हैं। वो कहावत प्रचलित है कि कुत्ते की पूंछ बारह साल लोहे की नली में रखने के बाद भी टेढ़ी की टेढ़ी ही रहती है, वो सीधी नहीं होती। आप हमारे इस कथन से असहमत हो सकते हैं, परंतु सत्य यही है।
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राहुल गांधी का बयान
अब हाल में देखिए कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा महाराष्ट्र पहुंची जहां राहुल गांधी ने कांग्रेस ने अपनी पुरानी नीति को दोहराते हुए देश के दो राज्यों को भिड़ाने के प्रयास किये। यहां राहुल गांधी ने महाराष्ट्र के लोगों को यह दिखाने के प्रयास किए कि मोदी सरकार उनके राज्य के बड़े प्रोजेक्ट छिनकर गुजरात भेज रही है।
इसको लेकर राहुल ने अपने बयान में कहा– “महाराष्ट्र के लोगों को यह बात जान लेनी चाहिए कि आपके प्रोजेक्ट गुजरात भेजे जा रहे हैं क्योंकि गुजरात में चुनाव हैं। हाल में एयरबस प्रोजेक्ट महाराष्ट्र से चला गया। उससे पहले फॉक्सकॉन प्रोजेक्ट भी गुजरात गया था। सरकार महाराष्ट्र से पैसे के साथ ही युवाओं की नौकरी और उनका भविष्य भी छीन रही है।” राहुल आगे यह भी बोले कि महाराष्ट्र को पिछड़ा बनाने की शर्त पर गुजरात को तरक्की की तरफ लेकर जाया जा रहा है।
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दो राज्यों को बांटने की कोशिश कर रहे राहुल
देखा जाये तो यह कांग्रेस की तुष्टीकरण की राजनीति ही है, जो वे दो राज्यों में टकराव की स्थिति पैदा करने की की कोशिश कर रहे हैं। यह दिखाता है कि वे अपनी राजनीति के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं? जो राहुल गांधी भारत को जोड़ने का संकल्प लेकर निकले थे वही राहुल गांधी आज भारत को तोड़ने का प्रयास कर रहे हैं।
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भारत जोड़ो यात्रा में विवाद
देखा जाये तो राहुल गांधी शुरू से ही अपनी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान वो कार्य करते नजर आ रहे हैं, जो देश के विरुद्ध थे। उदाहरण के लिए आप देखिए कि राहुल ने बीते दिनों अपनी इस यात्रा के दौरान गौ हत्यारे रिजिल मकुट्टी से मुलाकात की थी। आपको बता दें कि यह वही रिजिल मकुट्टी हैं, जिन्होंने कांग्रेस ने बीफ प्रतिबंध के विरोध में एक बछड़े को मार दिया था और इसके बाद कांग्रेस ने अपनी पार्टी से उन्हें निलंबित कर दिया था। उसी व्यक्ति से राहुल बाबा अपनी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मुलाकात करते दिखे। इसे कांग्रेस का दोहरा चरित्र नहीं तो आप क्या कहेंगे?
केवल इतना ही नहीं राहुल गांधी ने यात्रा के दौरान हिंदुओं के विरुद्ध विवादित टिप्पणी करने वाले पादरी जॉर्ज पोन्नैया से भी मिले थे। ये वही पादरी था जिसने हिंदुओं को धमकी दी और भारत माता के बारे में आपत्तिजनक बाते कहीं थी। इस पादरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर आपत्तिजनक बयान देते हुए कहा था कि उनका आखिरी दिन दयनीय होगा। भारत माता का अपमान करते हुए पादरी जॉर्ज पोन्नैया ने यह भी कहा था कि हमारी संस्कृति में लोग चप्पलें पहनते हैं ताकि भारत माता की गंदगी हमें गंदा न कर दें। तमिलनाडु सरकार ने हमें चप्पलें दी हैं, यह भूमि खतरनाक है इससे हमें चर्मरोग हो सकता है। देखिए राहुल गांधी हिंदू धर्म और भारत माता का अपमान करने वाले उन्हीं पादरी से मिलते हैं।
अब आप स्वयं ही बताइये क्या वास्तव में यह कांग्रेस की भारत जोड़ने की यात्रा है? देखा जाये तो अपनी राजनीतिक स्वार्थ की पूर्ति के लिए ये भारत का नाम तो बदनाम कर ही रहे हैं पर एकता की बात करने वाले “जोड़ो” शब्द को भी धूमिल करने में आज राहुल गांधी ने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है।
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