Bharat Ki Pramukh Nadiyan : भारत की प्रमुख नदियाँ
स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे Bharat Ki Pramukh Nadiyan के बारे में साथ ही इससे जुड़े नदियां के बारें में भी चर्चा की जाएगी अतः आपसे निवेदन है कि यह लेख अंत तक जरूर पढ़ें.
सिन्धु की सहायक नदियां –
ब्यास नदी –
ब्यास नदी रोहतांग दर्रे के पास स्थित व्यसकुंड से उत्पन्न होती है। इसकी कुल लंबाई 470 किमी है, यह नदी पंजाब, हिमाचल प्रदेश में बहने वाली प्रमुख नदियों में से एक है, ब्यास नदी समुद्र तल से 4330 मीटर की उचाई पर है। इस नदी का उद्गम मध्य हिमाचल प्रदेश में, वृहद हिमालय की जास्कर पर्वतमाला के रोहतांग दर्रे से होता है, यहाँ से यह कुल्लू घाटी से होते हुए दक्षिण की और बहती है
चिनाब नदी –
- यह नदी सिन्धु नदी की सबसे बड़ी सहायक नदी है।
- जो हिमाचल प्रदेश में चन्द्रभागा कहलाती है।
- यह नदी में बाड़ालाचा दर्रे के दोनों ओर से चन्द्र और भागा नामक दो नदियों के रूप में निकलती है।
रावी नदी –इस नदी का उद्गम स्थल हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में रोहतांग दर्रे के समीप है। यह पंजाब की पांच नदियों में सबसे छोटी है।
झेलम नदी –
- यह पीरपंजाल पर्वत की श्रेणी में शेषनाग झील के पास वेरीनाग झरने से निकलती है और बहती हुई वूलर झील में मिलती है और अंत में चिनाब नदी में मिल जाती है।
- इसकी सहायक नदी किशनगंगा है, जिसे पाकिस्तान में नीलम कहा जाता है।
- श्रीनगर इसी नदी के किनारे बसा है।
- श्रीनगर में इस पर ‘शिकार’ या ‘बजरे’ अधिक चलाए जाते हैं।
नर्मदा नदी –
नर्मदा नदी प्रायद्वीपीय क्षेत्र की सबसे बड़ी और भारत की तीसरी सबसे अहम बहने वाली नदी है, यह अमरकंटक पठार से उत्पन्न होती है, जहाँ यह नदी राज्य की लाइफ लाइन के नाम से जानी जाती है। यह नदी पश्चिम की और एक भ्रंश घाटी में बहती है, जबलपुर के निकट यह नदी संगमरमर की शैलों में गहरे गॉर्ज में बेहती है, जहाँ तीव्र धार से गिरने पर यह नदी धुआँधार प्रपात का निर्माण करती है। इस नदी से बहुत सी छोटी सहायक नदियाँ जैसे बंजर, शार, कोलर, बरना, हिरन आकर मिलती है, यह नदी मध्य प्रदेश से महाराष्ट्र और गुजरात से होकर अरब सागर में गिरती है।
गोदावरी नदी –
यह दक्षिण भारत की महत्त्वपूर्ण नदियों में से एक है, जिसे दक्षिणी गंगा भी कहा जाता है। गोदावरी नदी की लंबाई 1500 किमी है और ये नासिक जिले में पश्चिमी घात की ढाल से उत्पन्न होकर बंगाल की खाड़ी में गिरती है। सभी प्रायद्वीपीय नदियों में गोदावरी का अपवाह तंत्र सबसे बड़ा है
अलकनंदा नदी –
अलकनंदा भारत में उत्तराखंड राज्य की नदी है, जिसे गंगा की सहयोगी कहा जाता है। इस नदी की प्राचीन नाम विष्णु गंगा है और इसे केदारनाथ में अलकनंदा नदी के नाम से जाना जाता है, यह चमोली के उत्तरी भाग में स्थित सतोपंत शिखर के अलकापुरी बांक हिमनद और संतोपाल से निकलती है।
भीम नदी –
इस नदी को भीमरथी नदी के नाम से जाना जाता है, जिसका उद्गम महारष्ट्र के पुणे जिले में पश्चिमी घात के भीमशंकर पर्वतश्रेणी से होता है। यह नदी कृष्णा नदी के प्रमुख संगमों में से एक है जो समुद्र तल से 945 मीटर की उंचाई पर पश्चिमी घाट के पश्चिमी किनारे के भीमशंकर पहाड़ियों से निकलती है
FAQ –
Ques- भारत की वृहत्तम नदी कौनसी है ?
Ans- गंगा
Ques – गंगा नदी को बांग्लादेश में किस नाम से जाना जाता है ?
Ans-पद्मा
Ques – सुन्दर वन का डेल्टा कौन-सी नदी बनाती है ?
Ans- ब्रह्मपुत्र
Ques – माजुली का निर्माण करने वाली नदी कौनसी हैं?
Ans-ब्रह्मपत्र
Ques – दक्षिण भारत की नदियों में सबसे लम्बी नदी है?
Ans- गोदावरी
Ques – गोदावरी नदी का उद्गम स्थल कौन सा है?
Ans- त्र्यंबक गाँव
Ques – कावेरी नदी गिरती कहां है
Ans – बंगाल की खाड़ी में
Ques – पंचगंगा तथा दूधगंगा किसकी सहायक नदी है ?
Ans- कृष्णा
Ques – गोमती नदी की लंबाई कितने किलोमीटर है ?
Ans-गोमती नदी की लंबाई 900 किलोमीटर है।
आशा करते है कि Bharat Ki Pramukh Nadiyan के बारे में सम्बंधित यह लेख आपको पसंद आएगा एवं ऐसे ही लेख पढ़ने के लिए हमसे फेसबुक के माध्यम से जुड़े।