बॉर्डर से बीजिंग तक भारत के रडार पर चीन

एक तरफ जहां तवांग में भारतीय सेना ने चीनियों को पीट-पीटकर भगाया है तो वहीं दूसरी तरफ चीन के जासूसी जहाज को हिंद महासागर से भगाया है वहीं तीसरी तरफ अग्नि-5 मिसाइल का सफल परीक्षण भी किया है- जिसकी रेंज बीजिंग तक है। समझिए, अब कैसे बनेंगे दोनों देशों के बीच समीकरण।

From Border to Beijing, China is under India’s radar

SOURCE TFI

Agni-V ballistic missile: भारत वैश्विक ताकत बनने की ओर तीव्र गति से अग्रसर है और लगातार रक्षा के क्षेत्र में अपनी शक्तियों को बढ़ा रहा है, यही कारण है कि पाकिस्तान और चीन जैसे देशों की नींदे उड़ गयी हैं। आज के समय में चीन और पाकिस्तान भारतीय सीमा पर कान हिलाने से पहले भी सौ बार अवश्य सोचते हैं क्योंकि भारतीय सेना इन देशों के नापाक मंसूबों का मुंहतोड़ जबाव दे रही है। इसी क्रम में अब भारत ने अपनी परमाणु क्षमता से लैस अग्नि-5 बैलिस्टिक मिसाइल (Agni-V ballistic missile) का सफल परीक्षण कर लिया है।

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ताकतवर अग्नि-5 बैलिस्टिक मिसाइल

अग्नि-5 बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण (India successfully tests Agni-V ballistic missile) करना भारत के लिए बड़ी उपलब्धियों में से एक है, तो वहीं चीन और पाकिस्तान के लिए किसी बड़े खतरे से कम नहीं है। क्योंकि इस मिसाइल में पूरे चीन और पाकिस्तान को तबाह करने की क्षमता है। भारत ने यह परीक्षण ऐसे समय में किया है जब हाल ही में अरुणाचल प्रदेश के तवांग में LAC पर भारत की चीन के साथ तनातनी देखने को मिली थी।

भारत की ताकतवर अग्नि-5 मिसाइल (Agni-V ballistic missile) को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने बनाया है। ये भारत के पास मौजूद लंबी दूरी की मिसाइलों में से एक है और इसके अब तक कुल सात सफल परीक्षण हो चुके हैं। इस मिसाइल की मारक क्षमता 5,000 किलोमीटर से भी अधिक है। जानकारी के अनुसार जरूरत पड़ने पर इसकी रेंज को बढ़ाया भी जा सकता है, इस तरह यह मिसाइल पूरे चीन को अपनी जद में लेने की क्षमता रखती है। अग्नि-5 मिसाइल का वजन 50 हजार किलोग्राम और लंबाई 17.5 मीटर है। वहीं मिसाइल की रफ्तार की बात करें तो यह एक सेकेंड में 8.16 किलोमीटर की दूरी तय करती है।

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घबराया हुआ है चीन

अग्नि-5 मिसाइल (Agni-V ballistic missile) के परीक्षण से चीन इतना घबराया हुआ है कि वो बार-बार भारत की जासूसी के लिए अपना जासूसी जहाज भेज रहा था। भारत ने नवंबर माह में भी इसी तरह के मिसाइल परीक्षण की योजना बनायी थी और तब भी चीन ने हिंद महासागर में अपना जासूसी जहाज उतार दिया था। तब भारत ने चीनी जासूसी जहाज को ध्यान में रखते हुए अपनी योजना को रद्द कर दिया था। इसके बाद कुछ दिन पहले ही एक बार फिर चीन का जासूसी जहाज हिंद महासागर क्षेत्र में आया था लेकिन मायूस होकर इस इस जासूसी जहाज को लौटना पड़ा था। जैसे ही चीन का जासूसी जहाज लौटा भारत ने रात के अंधेरे में अग्नि 5 मिसाइल का परीक्षण करके खेल कर दिया और ड्रैगन देखता ही रह गया। वहीं भारत ने अग्नि-5 बैलिस्टिक मिसाइल (Agni-V ballistic missile) का सफल परीक्षण करके चीन को संभल जाने का संदेश भी दे दिया है।

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चीनी सैनिकों की जमकर कुटाई

ध्यान देना होगा कि 9 दिसंबर 2022 की रात को तवांग में चानी सैनिकों ने भारतीय सीमा में घुसपैठ करने का दुस्साहस किया था जिसके बाद भारतीय सेना ने चीनी सैनिकों की जमकर कुटाई की और उन्हें बोरिया बिस्तर छोड़कर भागने पर मजबूर कर दिया। भारत इन्फ्रास्ट्रक्चर के साथ-साथ अपनी परमाणु क्षमता बढ़ाने की दिशा में भी तेजी से कार्य कर रहा है, जिससे चीन दहशत में है।

चीन को स्मरण हो गया है कि जिस विस्तारवादी नीति के तहत वह पड़ोसी देशों की जमीनें कब्जाने के लिए उतारु रहता है, उसकी वो नीति भारत के सामने काम नहीं करेगी। LAC पर भारत की मजबूत होती सैन्य शक्ति और अग्नि 5 मिसाइल जैसे सफल परीक्षण भारतीय सेना की ओर से चीन के लिए एक चेतावनी है कि 1962 जैसी भूल करने की न सोचे क्योंकि आज भारतीय सेना चीन में घुसकर उसकी चूलें हिलाने की क्षमता रखती है।

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