Greenhouse Effect in Hindi
स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे Greenhouse Effect in Hindi के बारे में साथ ही इससे जुड़े फायदे एवं नुकसान के बारें में भी चर्चा की जाएगी अतः आपसे निवेदन है कि यह लेख अंत तक जरूर पढ़ें.
ग्रीनहाउस प्रभाव –
ग्रीनहाउस प्रभाव एक प्राकृतिक घटना है, जो पृथ्वी की सतह को गर्म बनाये रखने में मदद करती है और इसी कारण पृथ्वी पर जीवन संभव है. ग्रीनहाउस में सूर्य की ओर से आने वाली ऊर्जा प्रकाश किरणों के रूप में एक सतह को पार करके ग्रीनहाउस तक आती है. इस सूर्य की ओर से आने वाली ऊर्जा का कुछ भाग मिट्टी, पेड़ पौधों और ग्रीनहाउस के अन्य साधनों द्वारा अवशोषित कर लिया जाता है. इस अवशोषित ऊर्जा का अधिक्तर भाग ऊष्मा में परिवर्तित हो जाता है,
ग्रीनहाउस प्रभाव में वृद्धि –
पिछले कुछ वर्षो से विश्व के तापमान में लगातार वृद्धि देखी जा रही है इसका मुख्य कारण ग्रीनहाउस गैसों की वृद्धि है. इन ग्रीनहाउस गैसों में वृद्धि और पृथ्वी के तापमान में वृद्धि के मुख्य कारण मानव द्वारा निर्मित किए हुये है. मनुष्य ने अपनी सुख सुविधाओ के लिए पेड़ो और वनों को नष्ट करते जा रहा है. जीवाष्म इंधनों का अंधाधुन रूप से प्रयोग हो रहा है, इसके परिणाम स्वरूप पृथ्वी का तापमान अब पहले से 11 डिग्री सेल्सियस बढ़ चुका है और कहा जा रहा है सन 2030 तक यह तापमान 5 डिग्री सेल्सियस और बढ़ जायेगा. इसके कई दुष्परिणाम भी हमें देखने मिल रहे है, जैसे रेगिस्तान में बाढ़ का आना, अतिवर्षा वाले क्षेत्रों में वर्षा कि कमी होना तथा ग्लेशियर पर मौजूद बर्फ भी पिघलने लगी है.
ग्रीनहाउस प्रभाव के फायदे –
- ग्रीन हाउस प्रभाव पृथ्वी की सतह पर एक निश्चित तापमान बनाए रखने में मदद करता है, जिससे पृथ्वी पर जीवन संभव होता है.
- ग्रीन हाउस गैसें हानिकारक सौर विकिरणों को पृथ्वी की सतह तक पहुंचने से रोकती हैं. ये गैसें धरती के लिए एक फिल्टर की तरह काम करती हैं और हानिकारक विकिरणों को वापस अंतरिक्ष में उछाल देती हैं.
- ग्रीन हाउस प्रभाव पृथ्वी पर पानी के स्तर को बनाए रखने में मदद करता है. मध्यम तापमान की वजह से पृथ्वी पर मौजूद बर्फ पिघलती नहीं है और ध्रुवीय बर्फ की टोपियां ध्रुवीय क्षेत्रों तक ही सीमित रहती हैं.
- ओजोन, जिसे महत्वपूर्ण ग्रीन हाउस गैसों में से एक माना जाता है, सूर्य की हानिकारक पराबैंगनी किरणों को अवशोषित कर इन्हें धरती पर आने से रोकती है. यदि वायुमंडल में ओजोन ना हो तो सूर्य की हानिकारक किरणें पृथ्वी पर पहुंच कर हमारे जीवन को प्रभावित कर सकती हैं.
ग्रीनहाउस प्रभाव के नुकसान –
- ग्रीन हाउस गैसों में वृद्धि की वजह से ग्लोबल वार्मिंग की समस्या बढ़ रही है. बढ़ती ग्रीन हाउस गैसें अधिक मात्रा में हीट ट्रैप करती हैं जिससे धरती का तापमान बढ़ जाता है. परिणामस्वरुप ध्रुवीय क्षेत्रों में बर्फ पिघलने लगी है जिसके चलते बड़े पैमाने पर जलवायु परिवर्तन हो रहा है. साथ ही सूखा, बाढ़ और तूफ़ान जैसी आपदाएं पैदा हो रही हैं.
- कार्बन डाइऑक्साइड, जो मुख्य ग्रीन हाउस गैसों में से एक है, का बढ़ता हुआ स्तर केवल समुद्री जीवन ही नहीं अपितु पौधों की प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया को भी प्रभावित कर रहा है.
- बढ़ते तापमान की वजह से ग्लेशियर पिघल रहे हैं जिससे महासागरों में पानी का स्तर बढ़ रहा है और लाखों जिंदगियां खतरें में पड़ रही हैं. अगर इसी तरह से तापमान बढ़ता रहा तो समुद्री स्तर में वृद्धि होती जाएगी जो तटीय क्षेत्रों को डुबो देगा.
प्राकृतिक ग्रीन हाउस प्रभाव के कारण –
इसके तहत जो सूर्य की किरणें पृथ्वी पर पड़ती है तो कुछ किरणे सौरमंडल में वापस लौट जाती हैं लेकिन कुछ किरणे होती है जो पृथ्वी पर ही मौजूद रहती हैं और यह वातावरण में ताप में वृद्धि करने में सहायक होती है यह क्रिया पृथ्वी पर जीवित रहने के लिए आवश्यक है।
आशा करते है कि Greenhouse Effect in Hindi के बारे में सम्बंधित यह लेख आपको पसंद आएगा एवं ऐसे लेख पढ़ने के लिए हमसे फेसबुक के माध्यम से जुड़े।