Raja Pateria Arrest: सही कहा गया है कि लातों के भूत बातों से नहीं मानते हैं। इसी आधार पर अगर कांग्रेस को देखें तो यह पार्टी निरंतर पराजित होने के बाद भी बड़ी ही उद्दंडता के साथ सत्ताधारी भाजपा को चुनौती नहीं देती और न तो इस पार्टी के नेता अनर्गल बातें करते। उदाहरण के लिए हाल ही में एमपी कांग्रेस के एक नेता राजा पटेरिया को एक आपत्तिजनक बयान देने की वजह से बुरी तरह से विवादों में घिरे हुए हैं।
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कांग्रेस नेता राजा पटेरिया गिरफ्तार
मध्य प्रदेश कांग्रेस के नेता और पूर्व मंत्री Raja Pateria को Arrest कर लिया गया है। पर ऐसा हुआ क्यों था? एक वायरल वीडियो में वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या का आह्वान कर रहे थे। हालांकि बाद में उन्होंने सफाई देते हुए कहा था कि वे गांधीवादी हैं। हत्या से उनका मतलब हराने से था। साथ ही वीडियो को गलत तरीके से प्रचारित करने का भी आरोप लगाया था।
Raja Pateria को पन्ना पुलिस ने दमोह के हट्टा से Arrest किया। उनकी गिरफ्तारी मंगलवार (12 दिसंबर 2022) सुबह करीब 5.30 बजे हुई। मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने वीडियो सामने आने के बाद केस दर्ज करने के निर्देश दिए थे। पन्ना पुलिस ने पटेरिया के खिलाफ शांतिभंग और वैमनस्य फैलाने के आरोप में एफआईआर दर्ज की थी।
इस क्लिप में आप स्पष्ट सुन सकते हैं, जहां पटेरिया ने कहा था कि ‘पीएम मोदी की हत्या के लिए तत्पर रहो’। उन्होंने कहा, “मोदी चुनाव खत्म कर देगा। वो धर्म, जाति, भाषा के आधार पर बांट देगा। दलितों का, वनवासियों का और अल्पसंख्यकों का भावी जीवन खतरे में है। संविधान यदि बचाना है तो मोदी की हत्या करने पर तत्पर रहो।” वीडियो में साफ सुन जा सकता है कि पहले पटेरिया ने हत्या की बात कही और उसके बाद उसे संभालते हुए बोले, “मोदी की हत्या का मतलब मोदी को हराने के लिए तैयार रहो। कार्यकर्ता की उपेक्षा नेता की उपेक्षा होती है”।
संविधान बचाना है तो मोदी की हत्या करने के लिए तत्पर रहो – एमपी कांग्रेस नेता राजा पटेरिया।
The Congress is increasingly getting desperate and planning to assassinate PM Modi. We have seen how Channi’s administration, in the run up to Punjab elections, almost executed the plan… pic.twitter.com/wtsQpgVRWo
— Amit Malviya (मोदी का परिवार) (@amitmalviya) December 12, 2022
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कांग्रेस नेताओं के विवादित बयान
वैसे ये कोई नई बात नहीं है, क्योंकि विगत कुछ माह से मोदी सरकार, विशेषकर पीएम मोदी के विरुद्ध ओछी भाषा का प्रयोग करने में कांग्रेस कहीं से भी पीछे नहीं रही है। अब इन्हें ऐसा प्रतीत होता है कि ऐसी ओछी हरकतों में ही इनकी विजय है, तर्क वितर्क से कुछ नहीं होना। परंतु जैसे ही यह बयान वायरल हुआ, पटेरिया अपने बयान से पलट गए। उन्होंने तुरंत कहा था कि उनके कहने का मतलब था कि चुनाव में मोदी को हराओ। उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया और उन्होंने जो कहा वह फ्लो में कहा। नवभारत टाइम्स से बात करते हुए उन्होंने कहा, ”मैं गांधी को मानने वाला शख्स हूं। मैं हत्या की बातें नहीं कर सकता। बयान तोड़ा-मरोड़ा जा रहा है।”
यह अकेले इनके साथ का विवाद नहीं है। कुछ वर्ष पूर्व आपको स्मरण होगा जब सहारनपुर में कांग्रेस नेता इमरान मसूद ने नरेंद्र मोदी की ‘बोटी बोटी काटकर फेंकने’ को कहा था। क्या उसके विरुद्ध किसी भी प्रकार का एक्शन लिया गया? वो छोड़िए, जब पंजाब के फिरोजपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा से जो खिलवाड़ किया गया था, वह उनके प्राणों के लिए घातक भी सिद्ध हो सकता था। परंतु ये जानते हुए भी कांग्रेस प्रशासन, विशेषकर तत्कालीन सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने कुछ नहीं किया और अब भी उसी परिपाटी पे बढ़ रहे हैं।
ऐसे में ये कहना गलत नहीं होगा कि कांग्रेस वालों के ही पेट में अनर्गल प्रलाप करने की मरोड़ उठती है। गलती से एक हिमाचल क्या हाथ लग गया है, अब समझते हैं कि सारा जग इनका है, और राजा पटेरिया के बयानों से तो ऐसा ही प्रतीत होता है।
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कांग्रेस का मौन समर्थन
ऐसा लगता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए अपशब्दों का प्रयोग करना कांग्रेस नेताओं की आदत बनती जा रही हैं। कांग्रेस के बड़े नेता भी इसमें पीछे नहीं हैं। फिर चाहे वो कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे हों जो पीएम मोदी की तुलना रावण से करते हैं, सोनिया गांधी जो पीएम मोदी को मौत का सौदागार कहती हों या फिर प्रियंका गांधी द्वारा प्रधानमंत्री के विरुद्ध विवादित नारे लगवाए जाते हों। अब तो खुले तौर पर कांग्रेस के नेता प्रधानमंत्री मोदी की हत्या कराने तक की बात कर रहे हैं। यहां गौर करने वाली बात तो यह है कि कांग्रेस ऐसे बयानों का विरोध नहीं करती है, जो एक तरह से मौन समर्थन करने के जैसा ही है।
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