OIC PoK visit: पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर यानी PoK को लेकर हमेशा से ही भारत और पाकिस्तान के बीच गर्मा-गर्मी का माहौल चल रहा है। इस बात में कोई भी संदेह नहीं है कि PoK भारत का ही हिस्सा है और पाकिस्तान उस पर अवैध रूप से कब्जा जमाकर बैठा हुआ है। हालांकि जब भी मौका मिलता है भारत सरकार PoK पर पाकिस्तान को अपना स्टैंड स्पष्ट करने और पाकिस्तान को आईना दिखाने से जरा भी चूकती नहीं है। भारत सरकार PoK वापस हासिल करने के लिए तत्पर है बस इंतजार है तो सही मौके का। हालांकि इन सबके बीच लगने तो ऐसा लगा है जैसे मानों पाकिस्तान स्वयं ही ऐसा माहौल बना रहा है जैसे वो चाहता हो कि भारत आए और PoK को उससे छीनकर वापस ले जाएं।
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OIC को PoK क्यों घूमा रहा पाकिस्तान?
दरअसल, पाकिस्तान PoK को लेकर कुछ न कुछ ऐसा कारनामा कर ही बैठता है, जो भारत को उकसाने का काम कर दें। एक बार फिर पाकिस्तान ऐसा ही कुछ करता दिखाई दिया। हाल ही में इस्लामिक देशों के संगठन ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन यानी OIC के द्वारा कश्मीर पर दिए गए बयान को लेकर भारत ने भारत द्वारा कड़े शब्दों में निंदा की है। दरअसल हाल ही में OIC के सेक्रेटरी जनरल हिसेन ब्राहिम ताहा ने PoK की यात्रा की थीं। पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) का दौरे करने के बाद उन्होंने राष्ट्रपति आवास पर मीडिया से बातचीत करते हुए एक बयान में कहा था कि कश्मीर मुद्दे पर भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत का रास्ता ढूंढने के लिए संगठन एक योजना पर कार्य कर रहा है।
PoK हमेशा से ही भारत के लिए बेहद ही संवेदनशील मुद्दा रहा है। भारत मानता है कि यह दो देशों के बीच का मसला है इसलिए भारत इसमें किसी भी तीसरे पक्ष या तीसरे देश के हस्तक्षेप को बर्दाश्त नहीं करता। कश्मीर के मसले में यदि कोई भी देश दखल देने की कोशिश भी करता है, तो भारत उसे करारा जवाब देता है। ऐसा ही इस बार भी हुआ। ANI के अनुसार OIC के सेक्रेटरी जनरल हिसेन ब्राहिम ताहा के पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) के दौरे पर मीडिया को दिए इस बयान पर विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा है– “मैं दोहराता हूं कि जम्मू-कश्मीर से संबंधित मामलों में OIC का कोई भी अधिकार नहीं है। यह भारत का अभिन्न और अविच्छेद्य अंग है। OIC और उनके सेक्रेटरी जनरल द्वारा भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप और दखल देने का कोई भी कोशिश पूरी तरह से अस्वीकार्य है।”
देखा जाये तो बीते कुछ समय में पाकिस्तान में जो भी विदेशी या अन्य लोग वहां की यात्रा पर आते हैं, तो पाकिस्तान उनको PoK का भ्रमण कराने ले जाया जाता है। इतना ही नहीं पाकिस्तान बार-बार PoK को लेकर उल-जुलुल बयानबाजी करता रहता है, जिससे भारत भड़क जाये। इसके पीछे का आखिर पाक का उद्देश्य क्या है? अगर इसे सही से समझें तो ये कहना बिलकुल भी गलत नहीं होगा कि पाकिस्तान स्वयं ही भारत के लिए जमीन तैयार कर रहा है कि वो PoK पर एकाएक चढ़ाई करके अपने कब्ज़े में ले लें।
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PoK की जनता पाकिस्तान से परेशान
वैसे भी PoK को भारत में शामिल कराना आवश्यक होता चला जा रहा है क्योंकि वहां के लोग पाकिस्तान के द्वारा किये जाने वाले भेदभाव से परेशान हैं। PoK के लोगों के साथ पाकिस्तान कैसा व्यवहार करता है यह किसी से छिपा नहीं है। इस पर अभी हाल ही में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा था कि पोओजेके से आए दिन अमानवीय घटनाओं की खबरें सुनने को मिलती ही रहती हैं। पाकिस्तान को उसके कर्मों का परिणाम अवश्य मिलेगा। हम पीओजेके के लोगों के दर्द को भी हमें भी खलता हैं। पाकिस्तान PoK में न तो कोई विकास कर रहा है न ही वहां के लोगो के साथ सही व्यवहार। यही कारण है कि PoK की जनता भी भारत के साथ है। इसी के चलते बीच-बीच में मुजफ्फराबाद, गिलगित और कटोली में पाकिस्तानी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन भी होते रहते हैं।
वहीं पाकिस्तान और चीन के सीपीईसी प्रोजेक्ट को लेकर भी PoK के लोगों में काफी ज्यादा आक्रोश दिखाई दिया है। ख़बरों के अनुसार चीन पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर (CPEC) बना रहा है जोकि चीन का एक बड़ा प्रोजेक्ट है। ये CPEC पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर और अक्साई चीन जैसे कई विवादित इलाकों से होकर जाता है। इस प्रोजेक्ट का भारत के साथ-साथ PoK के लोगों ने भी विरोध किया है क्योंकि यह वहां से होकर गुजरता है।
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भारत कब्जा करने के लिए तैयार
देखा जाए तो भारत PoK पर कब्जा जमाने के लिए केवल सही मौके की तलाश में है। कुछ समय पूर्व रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की ओर से पाकिस्तान को संदेश देते हुए ऐसा कहा था कि PoK हमारा है और हमेशा हमारा ही रहेगा। इस पर बुरी नजर डालने वाला कोई भी हो भारत उसे मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार हैं। रक्षा मंत्री ने भरोसा जताया कि अगर कोई युद्ध हुआ तो भारत उसमें विजयी बनकर निकलेगा। वहीं भारतीय सेना ने भी स्पष्ट किया है कि PoK वापस लेने के लिए वे केवल सरकार के एक आदेश के इंतेजार में बैठी हैं।
भारत PoK वापस लेना चाहता है और वो इसके लिए तैयार है बस सही मौके का इंतेजार है। PoK की जनता भी पाकिस्तान से छुटकारा और आजादी चाहती हैं। तो ऐसे में इन सबके बीच भारत को बार-बार उकसाकर और ऐसी हरकतें कर स्वयं ही पाकिस्तान ऐसा माहौल तैयार कर रहा है कि भारत आए और उससे PoK वापस ले जाएं।
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