MeToo allegations against Pratik Sinha: यौन उत्पीड़न का शिकार हुईं कई महिलाओं ने #MeToo आंदोलन के बाद सोशल मीडिया को अपनी बात रखने के लिए उपयुक्त प्लेटफॉर्म के रूप में उपयोग किया और आज भी कर रही हैं। #MeToo की शुरुआत भले ही अमेरिका से हुई हो लेकिन भारत में भी यह बहुत हद तक सफल हुआ था। इसी से जुड़ा एक और मामला सामने आया है जिसमें फैक्ट चैकिंग वेबसाइट ऑल्ट न्यूज के सहसंस्थापक प्रतीक सिन्हा पर ‘फाइट फोर ए जस्ट वर्ल्ड’ नाम के एक इंस्टाग्राम हैंडल से किसी अज्ञात महिला ने यौन उत्पीड़न (MeToo allegations against Pratik Sinha) करने का आरोप लगाया है। महिला का कहना है कि प्रतीक ने पहले उसे झूठे प्रेम के जाल में फंसाया और उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए और बाद में उसे अनदेखा कर दिया।
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MeToo allegations against Pratik Sinha – प्रतीक सिन्हा पर आरोप
दरअसल, 14 जनवरी को ‘फाइट फोर ए जस्ट वर्ल्ड’ नाम के हैंडिल से इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट किया गया। जिसमें किसी अज्ञात महिला ने ‘ऑल्ट न्यूज’ के संस्थापक पर यौन उत्पीड़न (MeToo allegations against Pratik Sinha) का आरोप लगाते हुए आठ पन्नों की एक लंबी आपबीती लिखी है जिसमें उसने घटना का पूरा विवरण देते हुए बताया है कि प्रतीक और वो किस प्रकार एक दूसरे से परिचित हुए थे और बाद में प्रतीक ने शादी का विश्वास दिलाकर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए और उसे अनदेखा करने लगा।
महिला का कहना है कि प्रतीक और उसका परिचय फेसबुक पर हुआ था। वह प्रतीक के फैक्ट चैंकिग के काम को पसंद करती थी इसलिए वह उसे सोशल मीडिया पर फॉलो करती थी। महिला का कहना है कि बाद में सोशल मीडिया पर उसकी राजनीतिक विचारों को देखकर प्रतीक ने उसे फॉलो कर लिया और 24 अप्रैल 2020 को फेसबुक पर मैसेज किया। महिला के अनुसार मैसेज आने के बाद दोनों लोगों की बातचीत होने लगी। इसी बीच प्रतीक ने बातचीत को आगे बढ़ाने के लिए महिला से नंबर शेयर करने के लिए कहा। उसका कहना है प्रतीक कौन है वह यह जानती थी इसलिए उसने प्रतीक को अपना नंबर दे दिया। महिला के अनुसार नंबर मिलने के बाद प्रतीक उससे रोजाना बात करता था और धीरे-धीरे बातचीत मैसेज,कॉल्स से होती हुई वीडियो कॉल पर पहुंच गई।
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“बात बदलते रहे प्रतीक”
महिला के अनुसार जून 2020 में प्रतीक ने उसे बताया कि वह उसके लिए दोस्त से बढ़कर है इसलिए वह उसके साथ रिलेशनशिप को आगे बढ़ाना चाहता है और कोरोना महामारी के प्रतिबंधों के कम होने के बाद मिलना चाहता है। इसके बाद बातचीत आगे बढ़ती चली गई। लेकिन नवबंर 2020 को प्रतीक ने अचानक कहा कि वह उससे भावनात्मक रूप से जुड़ाव महसूस नहीं करता है इसलिए वह इस रिलेशनशिप को यहीं खत्म करना चाहता है। महिला के अनुसार इसके बाद भी वे दोनों एक दूसरे के साथ बातचीत करते रहे। दिसंबर में अचानक उसने फिर से कहा कि वह पहले की तरह रिलेशनशिप को आगे बढ़ाना चाहता है और जल्द से जल्द मिलना चाहता है।
महिला ने आगे अपनी पोस्ट में लिखा है कि फरवरी 2021 में उसने प्रतीक के बार-बार बात बदलने के चलते बात करना बंद कर दिया लेकिन प्रतीक फिर भी उसे लगातार कॉनटेक्ट करता रहा। इसके बाद महिला का कहना है कि प्रतीक ने उससे सिंगल होने और किसी भी महिला के साथ संबंध न बनाने की बात कही। इसी के साथ जब महिला ने बार-बार प्रतीक से पूछा कि वह किसी और महिला के साथ पहले से रिलेशनशिप में तो नहीं है तब भी प्रतीक ने न में ही जवाब दिया।
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“शारीरिक संबंध भी बनाए”
महिला ने लिखा है कि 2021 के सितंबर महीने के पहले सप्ताह में हम दोनों एक दूसरे से मिले और तीन दिन तक एक दूसरे के साथ रहे और इसी बीच हम दोनों ने शारीरिक संबंध बनाए। यहां ध्यान देने वाली बात है कि महिला ने बार-बार अपनी इंस्टाग्राम पोस्ट में शारीरिक संबंध बनाने से पहले प्रतीक के विश्वास दिलाने और पढ़ाई पूरी होने के बाद शादी करने तक की बात लिखी है।
पोस्ट में आगे महिला ने लिखा है कि दोनों के मिलने के 12 दिन बाद प्रतीक ने उसे मैसेज करके कहा कि पिछले डेढ़ साल से उसने जो कुछ उसके साथ किया है वह सब झूठ था और रिलेशनशिप को लेकर जो कुछ उसने कहा वह सब नाटक था। यही नहीं महिला ने पोस्ट में प्रतीक के सिंगल होने की बात पर को भी सिर्फ एक ढोंग बताया है। इसके बाद महिला ने अपनी पोस्ट में लिखा है कि वह लंबे समय से इस बात को लेकर मानसिक तनाव में थी इसलिए उसने सोशल मीडिया का सहारा लेकर अपनी बात रखने का प्रयास किया है। आगे उसने अपने पीड़ित होने और प्रतीक द्वारा शोषण (MeToo allegations against Pratik Sinha) करने की और भी बातें कहीं हैं।
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अज्ञात महिला के द्वारा Alt-News के को-फाउंडर प्रतीक सिन्हा पर ऐसे (MeToo allegations against Pratik Sinha) आरोप लगाना यह कोई छोटी बात नहीं हैं। सत्य क्या है यह तो जांच का विषय है लेकिन महिला के पोस्ट से तो यही जान पड़ता है कि वह कैसे प्रतीक के झांसे में आ गई और अंत में उसे दुर्व्यवहार और विश्वासघात ही झेलना पड़ा।
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