TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    India Pakistan Ceasefire

    Ceasefire: 86 घंटे की लड़ाई 1 घंटे 25 मिनट में खत्म, सीजफायर के बाद क्या बोली सरकार और सेना?

    भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर, 1 घंटे 25 मिनट में हुआ फैसला; ट्रंप ने की मध्यस्थता

    भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर, 1 घंटे 25 मिनट में हुआ फैसला; ट्रंप ने की मध्यस्थता

    ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद जरूरत है ‘ऑपरेशन गद्दार’ की

    ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद जरूरत है ‘ऑपरेशन गद्दार’ की

    Balmukund Balidan Diwas

    बालमुकुंद बलिदान दिवस: चांदनी चौक के बम कांड से लेकर फांसी के फंदे तक; पढ़ें अनसुनी गाथा

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    Meta Facebook Double Face

    फेसबुक का दोगला चेहरा! फाइनेंशियल फ्रॉड को बढ़ावा, राष्ट्रवादी विचार पर एक्शन; क्या ये जानबूझकर कर रहा है मेटा?

    GST On UPI Transactions

    क्या सच में 2000 रुपये से ऊपर के UPI ट्रांजेक्शन पर लगेगा GST? जानें सरकार का स्पष्टीकरण

    15 दिन में तीसरी बार डाउन हुआ UPI, लोग बोले- ‘फिर कैश की और बढ़ रहे हैं हम’

    15 दिन में तीसरी बार डाउन हुआ UPI, लोग बोले- ‘फिर कैश की और बढ़ रहे हैं हम’

    Apple Iphone 600 टन

    ट्रंप के टैरिफ से बचने के लिए Apple ने भारत से ‘एयरलिफ्ट’ किए 600 टन आईफोन, अमेरिका पहुंचाए 20 हजार करोड़ के 15 लाख मोबाइल

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    Operation Sindoor Indian Air Force

    ‘ऑपरेशन सिंदूर जारी है, कोई कयास न लगाएं’, कहां है वायुसेना का इशारा?

    Indian Air Defence System

    ‘S-400, बराक और आकाश’: भारत का एयर डिफेंस बना पाकिस्तान का काल, जानिए कैसे करता है काम

    India Pakistan Tension Pahalgam Satellite Images

    पहलगाम हमला और अमेरिकी सैटेलाइट कंपनी का क्या है कनेक्शन? पाकिस्तान से ऐसे जुड़े हैं तार

    india pakistan tension1

    युद्ध के मुहाने पर भारत-पाकिस्तान, 5 बातें जो दे रही हैं जंग के संकेत

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    Turkey helping Pakistan

    भारत के खिलाफ पाकिस्तान की मदद क्यों कर रहा है तुर्की?

    JD Vance On India Pakistan tension

    भारत के साथ दुनिया: पाकिस्तान को अमेरिका से झटका, जेडी वेंस ने कहा- हम दखल नहीं देंगे

    भारत ने कई घंटों तक रोकने के बाद चेनाब में छोड़ा पानी, पाकिस्तान में बाढ़ का अलर्ट जारी

    भारत ने कई घंटों तक रोकने के बाद चेनाब में छोड़ा पानी, पाकिस्तान में बाढ़ का अलर्ट जारी

    उल्टा पड़ा पाकिस्तान का UNSC का दांव: गीदड़भभकी देने पर पड़ी लताड़, परिषद ने कहा- ‘खुद सुलझाओ लड़ाई’

    उल्टा पड़ा पाकिस्तान का UNSC का दांव: गीदड़भभकी देने पर पड़ी लताड़, परिषद ने कहा- ‘खुद सुलझाओ लड़ाई’

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    RSS के द्वितीय सरसंघचालक श्रीगुरुजी

    RSS के द्वितीय सरसंघचालक श्रीगुरुजी का 1965 के भारत-पाक युद्ध के दौरान दिया गया संदेश

    28 अगस्त के भारतीय सैनिकों ने रणनीतिक हाजी पीर दर्रे पर कब्जा कर लिया था (सोर्स: www.adityaaryaarchive.com)

    हाजी पीर दर्रा: भूली हुई जीत, जिंदा ज़ख्म — पुरानी भूल सुधारने का यही वक्त है

    उरुकागिना सुधार से वैदिक साहित्य तक, प्राचीन सभ्यताओं में छिपी हैं मानवाधिकार की जड़ें

    उरुकागिना सुधार से वैदिक साहित्य तक, प्राचीन सभ्यताओं में छिपी हैं मानवाधिकार की जड़ें

    जयंती विशेष: सेवा के सूरज थे विष्णु कुमार, काम ऐसा किया जो आज धाम बन गया

    जयंती विशेष: सेवा के सूरज थे विष्णु कुमार, काम ऐसा किया जो आज धाम बन गया

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    IPL 2025 Suspended

    भारत पाकिस्तान तनाव के बीच IPL-2025 सस्पेंड, बचे हुए थे 16 मैच

    NC Classic Arshad Nadeem Neeraj Chopra

    नीरज चोपड़ा ने पाकिस्तान के अरशद नदीम को NC क्लासिक में खेलने का दिया न्यौता, आलोचना के बाद दी सफाई

    IPL 2025: पहलगाम आंतकी हमले के बाद MI vs SRH मैच में होंगे ये बदलाव; विराट-पांड्या समेत कई क्रिकेटर्स ने जताया शोक

    IPL 2025: पहलगाम आंतकी हमले के बाद MI vs SRH मैच में होंगे ये बदलाव; विराट-पांड्या समेत कई क्रिकेटर्स ने जताया शोक

    Loud Horns Health Minister Nitin Gadkari

    तेज हॉर्न सेहत पर कैसे डालते हैं असर? नितिन गडकरी निकालेंगे समाधान

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    India Pakistan Ceasefire

    Ceasefire: 86 घंटे की लड़ाई 1 घंटे 25 मिनट में खत्म, सीजफायर के बाद क्या बोली सरकार और सेना?

    भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर, 1 घंटे 25 मिनट में हुआ फैसला; ट्रंप ने की मध्यस्थता

    भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर, 1 घंटे 25 मिनट में हुआ फैसला; ट्रंप ने की मध्यस्थता

    ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद जरूरत है ‘ऑपरेशन गद्दार’ की

    ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद जरूरत है ‘ऑपरेशन गद्दार’ की

    Balmukund Balidan Diwas

    बालमुकुंद बलिदान दिवस: चांदनी चौक के बम कांड से लेकर फांसी के फंदे तक; पढ़ें अनसुनी गाथा

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    Meta Facebook Double Face

    फेसबुक का दोगला चेहरा! फाइनेंशियल फ्रॉड को बढ़ावा, राष्ट्रवादी विचार पर एक्शन; क्या ये जानबूझकर कर रहा है मेटा?

    GST On UPI Transactions

    क्या सच में 2000 रुपये से ऊपर के UPI ट्रांजेक्शन पर लगेगा GST? जानें सरकार का स्पष्टीकरण

    15 दिन में तीसरी बार डाउन हुआ UPI, लोग बोले- ‘फिर कैश की और बढ़ रहे हैं हम’

    15 दिन में तीसरी बार डाउन हुआ UPI, लोग बोले- ‘फिर कैश की और बढ़ रहे हैं हम’

    Apple Iphone 600 टन

    ट्रंप के टैरिफ से बचने के लिए Apple ने भारत से ‘एयरलिफ्ट’ किए 600 टन आईफोन, अमेरिका पहुंचाए 20 हजार करोड़ के 15 लाख मोबाइल

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    Operation Sindoor Indian Air Force

    ‘ऑपरेशन सिंदूर जारी है, कोई कयास न लगाएं’, कहां है वायुसेना का इशारा?

    Indian Air Defence System

    ‘S-400, बराक और आकाश’: भारत का एयर डिफेंस बना पाकिस्तान का काल, जानिए कैसे करता है काम

    India Pakistan Tension Pahalgam Satellite Images

    पहलगाम हमला और अमेरिकी सैटेलाइट कंपनी का क्या है कनेक्शन? पाकिस्तान से ऐसे जुड़े हैं तार

    india pakistan tension1

    युद्ध के मुहाने पर भारत-पाकिस्तान, 5 बातें जो दे रही हैं जंग के संकेत

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    Turkey helping Pakistan

    भारत के खिलाफ पाकिस्तान की मदद क्यों कर रहा है तुर्की?

    JD Vance On India Pakistan tension

    भारत के साथ दुनिया: पाकिस्तान को अमेरिका से झटका, जेडी वेंस ने कहा- हम दखल नहीं देंगे

    भारत ने कई घंटों तक रोकने के बाद चेनाब में छोड़ा पानी, पाकिस्तान में बाढ़ का अलर्ट जारी

    भारत ने कई घंटों तक रोकने के बाद चेनाब में छोड़ा पानी, पाकिस्तान में बाढ़ का अलर्ट जारी

    उल्टा पड़ा पाकिस्तान का UNSC का दांव: गीदड़भभकी देने पर पड़ी लताड़, परिषद ने कहा- ‘खुद सुलझाओ लड़ाई’

    उल्टा पड़ा पाकिस्तान का UNSC का दांव: गीदड़भभकी देने पर पड़ी लताड़, परिषद ने कहा- ‘खुद सुलझाओ लड़ाई’

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    RSS के द्वितीय सरसंघचालक श्रीगुरुजी

    RSS के द्वितीय सरसंघचालक श्रीगुरुजी का 1965 के भारत-पाक युद्ध के दौरान दिया गया संदेश

    28 अगस्त के भारतीय सैनिकों ने रणनीतिक हाजी पीर दर्रे पर कब्जा कर लिया था (सोर्स: www.adityaaryaarchive.com)

    हाजी पीर दर्रा: भूली हुई जीत, जिंदा ज़ख्म — पुरानी भूल सुधारने का यही वक्त है

    उरुकागिना सुधार से वैदिक साहित्य तक, प्राचीन सभ्यताओं में छिपी हैं मानवाधिकार की जड़ें

    उरुकागिना सुधार से वैदिक साहित्य तक, प्राचीन सभ्यताओं में छिपी हैं मानवाधिकार की जड़ें

    जयंती विशेष: सेवा के सूरज थे विष्णु कुमार, काम ऐसा किया जो आज धाम बन गया

    जयंती विशेष: सेवा के सूरज थे विष्णु कुमार, काम ऐसा किया जो आज धाम बन गया

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    IPL 2025 Suspended

    भारत पाकिस्तान तनाव के बीच IPL-2025 सस्पेंड, बचे हुए थे 16 मैच

    NC Classic Arshad Nadeem Neeraj Chopra

    नीरज चोपड़ा ने पाकिस्तान के अरशद नदीम को NC क्लासिक में खेलने का दिया न्यौता, आलोचना के बाद दी सफाई

    IPL 2025: पहलगाम आंतकी हमले के बाद MI vs SRH मैच में होंगे ये बदलाव; विराट-पांड्या समेत कई क्रिकेटर्स ने जताया शोक

    IPL 2025: पहलगाम आंतकी हमले के बाद MI vs SRH मैच में होंगे ये बदलाव; विराट-पांड्या समेत कई क्रिकेटर्स ने जताया शोक

    Loud Horns Health Minister Nitin Gadkari

    तेज हॉर्न सेहत पर कैसे डालते हैं असर? नितिन गडकरी निकालेंगे समाधान

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

Meghalaya Assembly election 2023: कांग्रेस अस्तित्व बचाने के लिए लड़ेगी, किंग मेकर बन सकती है भाजपा

मेघालय विधानसभा चुनाव, 2023 में ही होना है। ऐसे में आइए समझते हैं कि राज्य में कैसे चुनावी समीकरण बन रहे हैं।

Awanish Tiwari द्वारा Awanish Tiwari
11 January 2023
in समीक्षा
Meghalaya Election 2023

Source- TFI

Share on FacebookShare on X

Meghalaya Assembly election 2023: वर्ष 2023 में देश के 10 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, जिसे लेकर राजनीतिक पार्टियों ने अपनी तैयारियां आरंभ कर दी है। इन चुनावी राज्यों में नॉर्थ ईस्ट के कई राज्य शामिल हैं, जिनमें मेघालय भी एक है। मेघालय में मौजूदा समय में कॉनराड संगमा के नेतृत्व में एनपीपी+भाजपा और अन्य क्षेत्रीय पार्टियों की गठबंधन की सरकार है। संगमा वर्ष 2018 में चुनाव के बाद सीएम बने थे और अभी तक अपने पद पर बने हुए है, जबकि मेघालय में ऐसा होता नहीं है। 1972 में राज्य बनने के बाद प्रदेश में करीब 1 दर्जन सरकारें बन चुकी हैं और मुख्यमंत्रियों का औसत कार्यकाल 18 महीने रहा है।

लेकिन कॉनराड संगमा काफी लंबे समय बाद ऐसे मुख्यमंत्री बने हैं, जिन्होंने अपना कार्यकाल पूर्ण किया है। अब राज्य में चुनाव होने वाले हैं और ऐसे में चुनावी समीकरण क्या होंगे, इस पर सभी की नजरें टिकी हुई है। संगमा वापसी कर पाएंगे या नहीं? कांग्रेस का स्तर कितना गिरेगा? भाजपा की स्थिति क्या होगी? एनपीपी कितना कमाल दिखा पाएगी? टीएमसी कितना बढ़ेगी ? ये कुछ ऐसे सवाल हैं, जिनका जवाब आपको जानना चाहिए। इस लेख में हम आपको मेघालय के चुनावी समीकरण के बारे में स्पष्ट रूप से बताएंगे, जिनमें आपके इन प्रश्नों का उत्तर भी होगा।

संबंधितपोस्ट

5-Star होटल के ‘ग्रेप्पा बार’ से कांग्रेस के पूर्व MLA धर्म सिंह छौक्कर की गिरफ्तारी, सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो

RSS के एकमात्र सरसेनापति मार्तंडराव जोग जिन्हें कहा जाता था ‘डॉक्टर ऑफ दि कैंसर’, कांग्रेसियों ने जला दिया था कारखाना

नेशनल हेराल्ड मामला: दिल्ली की कोर्ट ने सोनिया और राहुल गांधी को भेजा नोटिस

और लोड करें

और पढ़ें: चुनावी विश्लेषण: छत्तीसगढ़ में भाजपा के लिए कठिन है सत्ता की राह

मेघालय चुनाव 2013 और 2018 की स्थिति

मेघालय में कांग्रेस काफी मजबूत रही है लेकिन पिछले कुछ चुनावों में उसकी जो दुर्दशा हुई है, वह राज्य में उसके विनाश को परिलक्षित करती है। मेघालय में 60 विधानसभा सीटें हैं और बहुमत के लिए 31 विधायकों का समर्थन अनिवार्य है। मेघालय विधानसभा चुनाव 2013 में कांग्रेस पार्टी ने 29 सीटों पर जीत हासिल करते हुए क्षेत्रीय दलों के समर्थन से सरकार बनाया था। उस चुनाव में भाजपा- 0, एनपीपी-2, यूडीपी-8, पीडीएफ-4, डेमोक्रेटिक पार्टी ने 1 सीट पर जीत हासिल की थी।‌ भाजपा ने उस चुनाव में 47 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। उसके बाद लोकसभा चुनाव 2014 में मेघालय की दो सीटों में से 1 पर कांग्रेस तो दूसरे पर एनपीपी ने कब्जा जमाया था। लेकिन राज्य में सरकार बनाने के बावजूद मेघालय विधानसभा चुनाव 2018 में कांग्रेस पार्टी फ्लॉप साबित हुई और सत्ता परिवर्तन हो गया।

ध्यान देने योग्य है कि मेघालय विधानसभा चुनाव 2018 में राज्य के 59 सीटों पर चुनाव हुए थे, एक सीट पर उम्मीदवार की हत्या के कारण चुनाव रोक दिया गया था। कांग्रेस ने 2018 में 59 में से मात्र 21 सीटों पर जीत हासिल की थी। उस चुनाव में भाजपा 2, यूडीपी 6, पीडीएफ 2, एनपीपी-19 और डेमोक्रेटिक पार्टी को 2 सीटें मिली थी। किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला था, इस वजह से भाजपा ने बाजी पलट दी और नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) के साथ मिलकर सरकार बनाई। सीएम की कुर्सी कॉनराड संगमा को मिली।

आपको जानकर आश्चर्य होगा कि राज्य में 21 सीटों पर जीत हासिल करने वाली कांग्रेस के पास अब मेघालय में एक भी विधायक नहीं हैं। यानी 2018 विधानसभा चुनाव में बिखरने के बाद कांग्रेस पार्टी अपने नेताओं को भी बिखरने से नहीं बचा पाई। नवंबर 2021 में राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री मुकुल संगमा समेत कांग्रेस के 13 एमएलए ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए थे। उसके बाद फरवरी 2022 में पार्टी के 5 विधायकों ने भी सत्ताधारी गठबंधन मेघालय डेमोक्रेटिक एलायंस (एमडीए) में शामिल होने का फैसला किया था। स्थिति ऐसी है कि राज्य में कांग्रेस पूरी तरह से खत्म हो गई है।

एनपीपी के घाटे से होगा भाजपा को फायदा

अब अगले Meghalaya Assembly election 2023 में कांग्रेस लिए राज्य में अपनी स्थिति को मजबूत करने की नहीं बल्कि अस्तित्व बचाने की चुनौती होगी। दूसरी ओर एनपीपी की स्थिति भी डांवाडोल हो चली है। मेघालय विधानसभा चुनाव 2013 में 2 सीटें जीतने से लेकर मेघालय चुनाव 2018 में 19 सीटें जीतने तक एनपीपी ने खूब पसीने बहाए थे लेकिन सत्ता हाथ में आते ही स्थिति में परिवर्तन देखने को मिला। पार्टी से विधायकों की नाराजगी देखने को मिली। दिसंबर 2022 में पार्टी के 2 विधायकों ने भाजपा का दामन थाम लिया था। वहीं, एक निर्दलीय और एक टीएमसी के विधायक भाजपा में शामिल हुए थे। यानी राज्य में भाजपा के विधायकों की संख्या अब 6 पहुंच चुकी है।

वहीं, दूसरी ओर मेघालय भाजपा ने ऐलान भी कर दिया है कि आगामी Meghalaya Assembly election 2023 में पार्टी सभी 60 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। हाल ही में मेघालय भाजपा के अध्यक्ष अर्नेस्ट मावरी ने कहा था कि पार्टी विधानसभा चुनाव में राज्य की सभी 60 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जो अब से पांच महीने से भी कम समय में है। मावरी ने मीडिया से कहा कि भाजपा आगामी चुनावों में मेघालय में अच्छा प्रदर्शन करेगी क्योंकि लोग भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा लागू की जा रही योजनाओं से बहुत खुश हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी ने आगामी विधानसभा चुनावों में अन्य दलों से मुकाबला करने के लिए अपनी रणनीति को पहले ही अंतिम रूप दे दिया है।

इस ऐलान के पीछे का बड़ा कारण यह भी बताया जा रहा है कि इस समय भाजपा, जिस मेघालय डेमोक्रेटिक अलायंस (एमडीए) सरकार के प्रभुत्व वाली नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के साथ गठबंधन में है, उससे पार्टी का टकराव बढ़ रहा है। ऐसे में भाजपा अब यहां असम का फॉर्मूला अपना सकती है, जिसमें अकेले लड़कर सरकार बनाना अहम होगा।

और पढ़ें: चुनावी विश्लेषण: कांग्रेस का ‘राजस्थान गढ़’ भी जाने वाला है

जाति समीकरण और मुद्दे

समीकरणों की बात करें तो मेघालय के अधिकांश भाग में जनजातीय लोग रहते हैं। इनमें खासी समुदाय सबसे बड़ा समूह 34 फीसदी है। इसके बाद गारो 30 फीसदी और जयंतिया 18.5 प्रतिशत आते हैं। मेघालय राज्य ईसाई बाहुल्य इलाका माना जाता है। वहां मुख्य रूप से बोली जाने वाली भाषाओं में खासी, गारो, प्नार, बियाट, हजोंग और बांग्ला आती हैं। इन भाषाओं के अलावा मेघालय में हिंदी भी बोली जाती है। हिंदी भाषी लोग मुख्यत: शिलांग में रहते हैं।

अहम बात यह है कि मेघालय में राजनीतिक अस्थिरता, अवैध प्रवासन और सीमा विवाद मुख्य मुद्दों में से एक है। भाजपा इन तीनों ही मुद्दों काफी मुखर रही है। अगर भाजपा को बहुमत मिलता है तो राजनीतिक अस्थितरता की समस्या को भाजपा आसानी से सुलझा सकती है क्योंकि अन्य राज्यों में चल रही भाजपा की सरकारें इसके मुख्य उदाहरण हैं। वहीं, अवैध प्रवासन के मुद्दे पर भाजपा के क्षेत्रीय नेतृत्व से लेकर केंद्रीय नेतृत्व तक नेता काफी एक्टिव रहे हैं और इसका विरोध किया है। भाजपा को इसका भी फायदा मिल सकता है। अब अगर हम सीमा विवाद की बात करें तो असम-मेघालय सीमा विवाद काफी अधिक सुर्खियों में रहा है।

इसका अभी तक किसी भी तरह का कोई समाधान नहीं निकल पाया है। इस बात की संभावना अधिक है कि असम में भाजपा की ही सरकार है और ऐसे में अगले चुनाव में जीत के बाद सीमा विवाद के मामले को लेकर भाजपा कोई पूर्णकालिक समाधान निकाल सकती है। अभी तक सरकारों ने इस मामले को लेकर कुछ किया नहीं है, सरकार ही स्थिर नहीं रही है। दोनों राज्य 855 किमी लंबी सीमा साझा करते हैं और उनमें 12 बिंदुओं पर विवाद है, कई मौतें भी हो चुकी है। ऐसे में हिमंता बिस्वा सरमा इस विवाद को लेकर संभावित खेला कर सकते हैं जिससे चुनावी मोमेंटम भाजपा की ओर शिफ्ट हो सकता है।

मेघालय में दिलचस्प होगा मुकाबला

आपको बताते चलें कि राज्य में मौजूदा समय में ऐसी कोई भी पार्टी नहीं है, जो अपने दम पर चुनाव में जीत हासिल कर सरकार बना पाए। भाजपा इस रिक्तता को भर सकती है और पार्टी के पास इसे भरने का पूरा सामर्थ्य भी है। आगामी चुनाव में कांग्रेस, एनपीपी के डाउन जाने सीधा असर भाजपा के वोट बैंक पर देखने को मिलेगा। भाजपा के समर्थन से एनपीपी ने कार्यकाल पूरा किया है, ऐसे में लोगों को भाजपा से उम्मीदें भी हैं। इसके अलावा नॉर्थ ईस्ट के चाणक्य कहे जाने वाले हिमंता बिस्वा सरमा की पकड़ राज्य की राजनीति में काफी अधिक है, जिसका लाभ भी Meghalaya Assembly election 2023 में पार्टी को मिल सकता है।

वहीं, केंद्र सरकार की नॉर्थ ईस्ट पॉलिसी भी लोगों को भाजपा की ओर मोड़ रही है। नॉर्थ ईस्ट को एशिया का मुख द्वारा बनाने की केंद्र की रणनीति काफी कारगर सिद्ध हो सकती है। ध्यान देने योग्य है कि एनपीपी के नेतृत्व में राज्य में गठबंधन की सरकार चल रही है लेकिन एनपीपी से भी लोगों को मोह भंग होता हुआ दिख रहा है। कांग्रेस खत्म हो चुकी है। क्षेत्रीय पार्टियां कुछ कमाल कर सकती हैं। टीएमसी अपना प्रभुत्व जमाने की कोशिश कर रही है और काफी हद तक कुछ सीटें निकालने में सफल भी हो सकती है। टीएमसी के आने से कांग्रेस का बचा-खुचा वोट बैंक भी खिसक जाएगा लेकिन इस चुनाव में भाजपा का अलग रंग देखने को मिल सकता है।

क्योंकि भाजपा को लेकर राज्य की जनता में आक्रोश न के बराबर है। ऐसे में अगर पार्टी 15-20 सीटें भी ले आती है तो निर्णायक की भूमिका निभा सकती है। यह भी हो सकता है कि अन्य दलों के साथ गठबंधन कर पार्टी अपना मुख्यमंत्री भी बना ले। मेघायल चुनाव को लेकर ज्यादा संभावनाएं भाजपा के लिहाज से सहज मानी जा रही हैं और इसके कारण Meghalaya Assembly election 2023 इस बार काफ़ी दिलचस्प माना जा रहा है।

और पढ़ें: असम के ‘शिवाजी’ वीर लचित बोरफुकन के शौर्य को राष्ट्रीय स्तर पर ला रहे हैं हिमंता बिस्वा सरमा

TFI का समर्थन करें:

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें।

Tags: कांग्रेसभाजपामेघालय विधानसभा चुनाव
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

मिलिए इतिहासकार जेम्स मिल से, जो एक बार भी भारत नहीं आए लेकिन भारत का इतिहास लिख डाला

अगली पोस्ट

“भारत से आईफोन का निर्यात दोगुना हुआ”, आईफोन मैन्युफैक्चरिंग में कैसे आगे बढ़ रहा है भारत

संबंधित पोस्ट

1971 के भारत-पाक युद्ध में ईरान ने पाकिस्तान का समर्थन किया था लेकिन वर्तमान में वह भारत के साथ भी अपने संबंधों को महत्व देता है
भू-राजनीति

भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच अचानक इस्लामाबाद क्यों पहुंचे ईरान के विदेश मंत्री?

6 May 2025

ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अरागची सोमवार (5 मई) की शाम पाकिस्तान पहुंचे हैं। पहलगाम आंतकी हमले के बाद जब भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव लगातार...

भारत ने पाकिस्तान पर बड़ी डिजिटल स्ट्राइक की है
समीक्षा

सोशल मीडिया पर पाकिस्तानियों को क्यों बैन कर रहा भारत, जानें 5 बड़े कारण?

3 May 2025

भारत ने शुक्रवार (2 मई) को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ का आधिकारिक यूट्यूब चैनल ब्लॉक कर दिया है और साथ ही कुछ मंत्रियों के...

पीएम मोदी और मोहन भागवत की मुलाकात के क्या हैं मायने?
समीक्षा

पीएम मोदी और मोहन भागवत की मुलाकात के क्या हैं मायने?

30 April 2025

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार (29 अप्रैल) को देर शाम राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत के साथ लंबी बैठक की है। पीएम...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Pakistan needs money from IMF to feed their people

Pakistan needs money from IMF to feed their people

00:15:20

Vacate PoK and more: Steps Pakistan needs to take to avoid Indian military action

00:06:36

Taking The Wire’s Propaganda Piece on VP to the Cleaners – Feat. Prof. Kapil Kumar

00:09:19

Rahul Gandhi Undermines India’s Electoral Integrity as Trump Applauds It

00:07:09

Why Pakistan army chief reminds two nation theory| what is the plan| Waqf Bill |Asim Munir| Jinnah

00:13:02
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited