पाकिस्तान के कृत्य उसके लिए ही लगातार गले की फांस बनते जा रहे हैं। मौजूदा समय में पड़ोसी देश में समस्याओं का अंबार लगा हुआ है। जहां अब एक और संकट पाक के ऊपर मंडरा रहा है। उसे अब स्वयं के पाले आतंकवाद से कड़ी चुनौती मिल रही है। जिस आतंकवाद को उसने दूसरे देशों में हुड़दंग मचाने के लिए पाला था, अब वही आतंकवाद उसे सबक सिखाने के लिए उतारू हो गए है। जिससे पाकिस्तान में अब भयंकर गृह युद्ध की संभावनाएं प्रबल हैं।
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TTP ने पाकिस्तान के नाक में दम किया
दरअसल, पिछले कुछ समय से पाकिस्तान और अफगानिस्तान आमने सामने आते दिख रहे है। वहीं तहरीक-ए-तालिबान यानि टीटीपी लगातार पाकिस्तान की सेना पर कहर बनकर टूट रहा है। पाकिस्तान के लिए सिर दर्द बन चुका टीटीपी लगातार पाकिस्तान में आतंकी हमले कर रहा है। पिछले कुछ समय में TTP ने पाकिस्तान के बलूचिस्तान में हमले तेज कर दिए हैं। वहीं कुछ दिनों पूर्व ही पाक सरकार को चुनौती देते हुए TTP ने पाकिस्तान में अपनी अलग सरकार बनाने की घोषणा तक कर दी।
TTP का पाकिस्तान में आतंक काफी तेजी से बढ़ रहा है। टीटीपी के आका अफगानिस्तान में बैठकर पाकिस्तान में हमलों की योजना बनाते हैं और वहीं से इन्हें अंजाम देते हैं। यही कारण है कि खबर यह भी सामने आयीं कि पाकिस्तान ने गुरुवार को अफगानिस्तान के नांगरहार प्रांत में एयरस्ट्राइक की है। दावा के अनुसार इस एयरस्ट्राइक का लक्ष्य अफगानिस्तान में मौजूद TTP के आतंकियों को मार गिराना था।
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चरम पर दोनों देशों में तनाव
देखा जाये तो पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। कुछ दिन पहले ही पाकिस्तानी मंत्री राणा सनाउल्लाह ने तालिबान को धमकी दी थी, जिसमें पाक मंत्री की तरफ से कहा गया था कि अगर टीटीपी ने उनके देश पर हमले नहीं रोके तो पाकिस्तानी फौज अफगानिस्तान में घुसकर टीटीपी आतंकियों के ठिकानों को खत्म करेगी। पाकिस्तान की ओर से आरोप लगाए गए कि टीटीपी आतंकी पाकिस्तान में हमला करके अफगानिस्तान में छिप जाते हैं, जहां तालिबान सरकार उनका समर्थन करती है।
जिसके बाद तालिबान मंत्री ऐसा जवाब दे दिया जिसकी पाकिस्तान कल्पना भी नहीं कर सकता है। तालिबान ने पाकिस्तान की दुखती रग हाथ रखते हुए उसे भारत के हाथों मिली 1971 में शिकस्त की याद दिला दी। तालिबान मंत्री ने ट्वीट किया– “राणा सनाउल्लाह! बहुत बढ़िया! अफगानिस्तान…सीरिया, पाकिस्तान या तुर्किए नहीं है। यह अफगानिस्तान है। यहां बड़ी-बड़ी हुकूमतों की कब्रगाहें हैं। हम पर सैन्य हमले के बारे में मत सोचिए, अन्यथा भारत के साथ शर्मनाक सैन्य समझौते जैसी स्थिति होगी।” इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान के सरेंडर वाली तस्वीर को भी साझा किया।
د پاکستان داخله وزیر ته !
عالي جنابه! افغانستان سوريه او پاکستان ترکیه نده چې کردان په سوریه کې په نښه کړي.
دا افغانستان دى د مغرورو امپراتوريو هديره.
په مونږ دنظامي يرغل سوچ مه کړه کنه دهند سره دکړې نظامي معاهدې د شرم تکرار به وي داخاوره مالک لري هغه چې ستا بادار يې په ګونډو کړ. pic.twitter.com/FFu8DyBgio— Ahmad Yasir (@AhmadYasir711) January 2, 2023
गौरतलब है कि 1971 की विजय गाथा भारतीय सैनिकों के अदम्य साहस और शौर्य को दर्शाती है जिसे कभी नहीं भुलाया जा सकता है। इस युद्ध में भारतीय सेना की बहादुरी और शौर्य के सामने पाकिस्तान ने घुटने टेक दिए थे। तब भारतीय सेना रणनीतिक मोर्चे पर बहुत अधिक प्रभावी साबित हुई थी और पाकिस्तान को दो भागों में बांटने काम किया था, जिसके लिए आज पाकिस्तान को इसके लिए आईना दिखाया जाता है।
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पाक को भारी पड़ा तालिबान का साथ
देखा जाये तो यह वहीं तालिबान है, जिसका पाकिस्तान हमेशा से ही समर्थन करता आया है। पाकिस्तान ने अफगानिस्तान में लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई अशरफ गनी की सरकार को गिराने में तालिबानी आतंकवादियों की काफी सहायता की थी। पाकिस्तान पर आरोप लगे थे कि उसने तालिबान को सैन्य सहायता प्रदान की, लेकिन अब वहीं तालिबान पाकिस्तान को आंख दिखा रहा है। पाकिस्तान के आतंक प्रेम से तो हर कोई परिचित है वो वर्षों से दूसरे के लिए आतंकवाद रूपी गड्ढा खोदता आ रहा है लेकिन अब स्थिति ये हो चुकी है कि अब आतंक प्रेमी पाक स्वयं ही इन गड्ढों में गिरने की कगार पर है।
वहीं जब से अफगानिस्तान की सत्ता पर तालिबान काबिज हुआ है तब से टीटीपी बेहद ताकतवर हो गया है। पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने अपने एक साक्षात्कार में बताया था कि TTP आतंकवादी संगठन के पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा क्षेत्र में 7,000 से 10,000 लड़ाके तैनात हैं। उन्होंने आगे यह भी कहा कि आतंकियों के साथ उनके परिवारों के करीब 25 हजार सदस्य भी हैं।
हाल ही में टीटीपी के आतंकियों ने पाकिस्तना के खैबर पख्तूनख्वा के बन्नू कंटोनमेंट सेंटर पर हल्ला बोल दिया था और पाकिस्तान आर्मी के सूबेदार मेजर समेत कई सैनिकों को बंधक बना लिया था। इसके साथ ही पाकिस्तान के जवान भी मारे गए थे। वहीं हाल ही में TTP ने एक वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था। जहां वीडियो में पाकिस्तानी पार्लियामेंट और एक व्यक्ति के हाथ में कागज का टुकड़ा दिखाई दे रहा है। इस पर अंग्रेजी और उर्दू में लिखा है कि हम आ रहे हैं।
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पाकिस्तान के लिए टीटीपी की धमकियां लगातार चुनौतियां बनती जा रही हैं। जिस सांप को दूध पिलाकर उसने पाला पोसा आज वही उस डंसने का काम कर रहा है। ऐसे में संभावना तो यही बन रही है कि शीघ्र ही दोनों देशों के बीच भयंकर युद्ध की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
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