Vaishvikaran Kise Kahate Hain वैश्विकरण किसे कहते हैं : अर्थ एवं विशेषताएं
स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे Vaishvikaran Kise Kahate Hain साथ ही इससे जुड़े अर्थ एवं विशेषताएं के बारें में भी चर्चा की जाएगी अतः आपसे निवेदन है कि यह लेख अंत तक जरूर पढ़ें
वैश्वीकरण –
जब विश्व के सभी देश किसी भी क्षेत्र में उदारीकरण की नीति को अपना लेते हैं तो सभी देश उस खास क्षेत्र के लिए एक हो जाते हैं, इस प्रक्रिया को वैश्वीकरण कहते हैं।
वैश्वीकरण का अर्थ –
किसी वस्तु, सेवा, विचार पद्धति, पूँजी, बौद्धिक सम्पदा अथवा सिद्धान्त को विश्वव्यापी करना अर्थात् विश्व के प्रत्येक देश का अन्य देशों के साथ अप्रतिबन्धित आदान-प्रदान करना।
वैश्वीकरण की परिभाषा –
लैचनर के अनुसार –
वैश्विक संबंधों का विस्तार सामाजिक जीवन का विश्व स्तर पर संगठन तथा विश्व चेतना का विकास करना ही वैश्वीकरण है।
वैश्वीकरण की विशेषताएं
- भूमंडलीकरण में सामाजिक और आर्थिक संबंधों का विश्वभर में विस्तार सम्मिलित है। यह विस्तार कुछ आर्थिक नीतियों (जैसे उदारीकरण) द्वारा प्रोत्साहित किया जाता है। भारत ने 1991 में उदारीकरण व आर्थिक सुधार की नीति अपनाई है।
- भूमंडलीकरण की प्रक्रिया मुक्त बाजार के मुख्य सिद्धान्त पर आधारित है। इसमें सर्वप्रथम अर्थव्यवस्था में खुलापन लाने का प्रयास किया जाता है।
- वैश्वीकरण के लिए सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी एक अपरिहार्य कारण है। संचार के साधनों विशेषकर इलैक्ट्रानिक मीडिया ने संपूर्ण विश्व को एक ’वैश्विक गाँव’के रूप में बदल दिया है।
वैश्वीकरण कई प्रकार से किया जा सकता है –
- शिक्षा के आधार पर
- व्यवसाय के आधार पर
- चिकित्सा के आधार पर
- कृषि के आधार पर
- टेक्नोलॉजी के आधार पर
वैश्वीकरण के लाभ –
- विकासशील देश को विकसित देश बनने का अवसर मिलता है।
- तकनीकी का आदान-प्रदान होता है जिससे नवीन तकनीकी जानकारी सीखने को मिलता है।
- एक देश को दूसरे देश की सभ्यता संस्कृति को जानने का अवसर मिलता है।
- शिक्षा एवं चिकित्सा के क्षेत्र में क्रांति आती है।
- व्यवसाय के क्षेत्र में बढ़ोतरी मिलती है।
- रोजगार के अवसर मिलते हैं।
- एक देश को दूसरे देश से अनेकों क्षेत्र में नया सीखने का अवसर मिलता है।
आशा करते है कि Vaishvikaran Kise Kahate Hain के बारे में सम्बंधित यह लेख आपको पसंद आएगा एवं ऐसे लेख पढ़ने के लिए हमसे फेसबुक के माध्यम से जुड़े।