अतीक अहमद के लिए विधवा विलाप करने वाले मुसलमानों को यह रिपोर्ट अवश्य पढ़नी चाहिए

जिसे "मुस्लिमों का हितैषी" बता रहे हैं, उसने तो मुस्लिमों का जीवन भी नारकीय बना दिया!

अतीक अहमद

अतीक अहमद और अशरफ का मारा जाना एक बहुत बड़ी क्षति है। कुछ लोगों को देखकर तो ऐसा ही लग रहा है। क्योंकि गैंगस्टर और माफिया अतीक और अशरफ की मौत के बाद कुछ लोग  जमकर छाती पीट रहे हैं। मानव जाति के लिए कभी सबसे बड़े दुश्मन बन चुके इन माफियाओं की मौत पर कुछ तथाकथित बुद्धीजीवी मानव अधिकारों की बात कर रहे हैं। तो कुछ इन दानवों की मौत पर उल्टे पुलिस पर ही उंगलियां उठा रहे हैँ। तो कुछ इस पूरे घटनाक्रम को धार्मिक एंगल देने से बाज नही आ रहे हैँ। आज हम ऐसे ही तथाकथित समाज के चिंतकों के लिए एक रिपोर्ट लेकर आए हैं। खासकर उन मुस्लमानों के लिए जो मानव जाति के इन दुश्मनों के लिए विधवा विलाप कर रहे हैं।

इस लेख में जानिये अतीक एंड गैंग के उन कर्मों को  जिन्हें उन मुस्लमानों को अवश्य जानना चाहिए जो अतीक अहमद और अशरफ की मौत पर विधवा विलाप कर रहे हैँ।

हर कोई जानता है कि अतीक एंड गैंग क्या था। जो नही जानते थे वो चंद दिनों से जानने लगे होंगे। अतीक के अतीत में कुछ ऐसा नही था जिसके लिए उसकी मौत पर आंसू बहाने की आवश्यकता हो। क्योंकि ये अतीक को भी पता था और सभी इस बात भलि भांति परिचित थे कि जो  कर्म उसने किए हैं उसके परिणाम तो भयानक ही होगें। ऐसा शायद ही कोई गैर कानूनी काम होगा जिसमें अतीक एंड गैंग का कोई योगदान ना रहा हो। अब जिस प्रकार की बातें अतीक, अशरफ और असद के मौत के बाद सोशल मीडिया पर चल रही हैं। उनसे कुछ लोगों को ऐसा लग रहा होगा कि अतीक अहमद मुसलमानों का मसीहा था। उनका चिंतक था। परतूं ये सत्य नही है। लेकिन कुछ राजनीतिक लोग जिनकी राजनीति हिंदू विरोध और मुस्लिन तुष्टीकरण पर ही टिकी हुई वो अतीक और अशरफ की मौत को अवसर बना रहे हैं। कुछ राजनीतिक लोग तो वो हैं जिन्होंने अतीक एंड गैंग के पनपने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और ऐसे लोगों को देश में हर कोई जानता है।

खैर अगर आप सोशल मीडिया पर सक्रिय हैं और खबरों में बने हुए हैं तो आपने अवश्य ऐसी वीडियो देख होगीं या फिर ऐसी खबरें पढ़ी होगीं जिनमें पत्रकारों से बातचीत करते समय कुछ मुस्लिम महिलाएं और कुछ मुस्लिम पुरुष अतीक अशरफ और असद की मौत के बाद ऐसे व्यवहार करते दिख रहे हैं कि ना जाने उन्होंने कितने बड़े मसीहा को खो दिया। देखिए मैं पहले भी कह चुका हूं किसी मौत होना कोई सुखद पल नही होता। लेकिन ये भी व्यक्ति के व्यक्तित्व और उसके क्रमों पर निर्भर करता है। उसके कर्म ये तय करते हैं कि उसे समाज में कितनी साहनूभूति दी जाए। उसके कर्मों को जाने बिना ही भेड़ चाल में चलते हुए विधवा विलाप कहां समझदारी है?

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अतीक अहमद ने सबसे अधिक मुसलमानों को बनाया निशाना

चलिए ये भी आपको बता ही देते हैं कि अतीक एंड गैंग मुसलमानों का कितना बड़ा मसीहा था। अतीक मुस्लमानों का इतना बड़ा मसीहा था कि उसने सबसे अधिक निशाना मुसलमानों को ही बनाया था। अतीक अहमद का भाई अशरफ इतना बड़ा इस्लामिक था कि उसने मदरसे से नाबालिग का अपहरण कर रात भर उसके साथ दुष्कर्म किया था। आरोप है कि अतीक के भाई अशरफ ने मदरसे से दो नाबालिग मुस्लिम लड़कियों का अपहरण कर बंदूक की नोक पर रात भर दुष्कर्म किया और बाद में मदरसे के बाहर ही छोड़ गए। इतने बड़े मुस्लिम हित धारक थे अतीक के भाई और मुस्लिमों के तथाकथित चिंतक अशरफ। ये तो कुछ भी नही अगर अतीक के आतंक के प्रमुख पीड़ितों की बात की जाए तो 20 में 13 मुस्लिम परिवार हैं।

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अतीक ने अपने रिश्तेदारों को भी नही बक्शा

अतीक एंड गैंग के ये कारनामे सुनने में बिल्कुल फिल्मी लगते हैं लेकिन वो सच में ये कर रहा था। मुस्लिम तो मुस्लिम मानव जाति के इस दुश्मन ने अपने रिश्तेदारों को भी नही छोड़ा। अतीक अहमद की दूसरों की जमीनों को हत्याने में अधिक रुची थी। फिर चाहे जमीन किसी की भी क्यों ना हो। अतीक अहमद के बेटे और उसके गुंडों ने कुछ समय पूर्व प्रयागराज में एक जमीन कब्जाने का प्रयास किया था। जिस शख्स की जमीन पर कब्जा करने के लिए अतीक के गुंडे बुलडोजर लेकर पहुंचे थे। वह शख्स अतीक का रिश्तेदार जीशान ही था। अतीक के रिश्तेदार जीशान ने समाचार चैनल आज तक को बताया है कि अतीक अहमद ने उसकी जमीन पर कब्जा करने के लिए पांच करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी थी। रंगदारी नहीं मिलने पर हमला भी किया।

जीशान ने आजतक को बताया कि अतीक से रिश्तेदारी होने के बावजूद भी रिश्तेदारी का बहुत महत्व नहीं था। रिश्तेदारी होने के बावजूद भी उन्हें रंगदारी देनी पड़ती थी।  अतीक अहमद के आतंक से कोई नही बचा पाया उसने लोगों की जमीनें कब्जाई, लोगों से रंगदारियां मांगी, जेल से ही अतीक लोगों को धमकियां देता था। लोगों से रंगदारियां मांगा करता था। उसने ना जाने कितने परिवारों को बर्बाद किया। जो लोग उसके जीवित रहते हुए उसके विरुद्ध कुछ नही बोल पाते थे। वो उसके जुर्मों की कहानियां बता रहे हैं। जिस असद को बच्चा बताकर पीडित दिखाने का प्रयास किया जा रहा है। वो अतीक के द्वारा जेल से मिले इशारों पर काम करता था। 20 साल के माफिया असद को छोटे सासंद कहकर संबोधित किया जाता था। वो लोगों से वसूली किया करता था। इस साल की शुरुआत में  ही माफिया अतीक अहमद ने बिल्डर मौहम्मद मुस्लिम को पैसे को लेकर धमकी दी थी। जिसके बाद असद ने मौहम्मद मुस्लिम को फोन किया जिसका ऑडियो भी वायरल हो रहा है।

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अतीक अहमद के खिलाफ जबरन वसूली, अपहरण और हत्या सहित 100 से अधिक मामले दर्ज थे। अतीक के भाई पर मदरसे से दो नाबालिग मुस्लिम लड़कियों का अपहरण कर बंदूक की नोक पर रात भर दुष्कर्म करने के आरोप थे। अतीक का बेचा जेल में बैठे अतीक के ईशारों पर पूरा काला धंधा ऑपरेट कर रहा था। अतीक ने जेल से धमकी  बिल्डर मौहम्मद मुस्लिम को भी दी। जिसके अतीक के बेटे असद को मौहम्मद मुस्लिम ने 80 लाख रुपये दिए। मौहम्मद मुस्लिम कौन था मुसलमान। ऐसे ही अतीक ने अपने रिश्तेदार को भी नही बक्शा उसने अपने रिश्तेदार जीशान से 5 करोड़ की रंगदारी मांगी। जीशान कौन था?  मुसलमान, अतीक के भाई  अशरफ ने मुस्लिम लड़कियों के साथ दुष्कर्म किया। अतीक के आतंक के प्रमुख पीड़ितों की बात की जाए तो 20 में 13 मुस्लिम परिवार हैं।  ऐसे में अतीक कि हत्या पर मुस्लिमों का विधवा विलाप समझ से परे हैं। अतीक अहमद इंसानियत का दुश्मन था और यही कारण है आज वो परिवार बेहद खुश हैं जो अतीक के अत्याचारों से पीड़ित थे।

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