इज़राएल पर भारतीय लिबरलों की निर्लज्जता ने लांघी सभी सीमाएं!

इनसे अपशब्द भी मीलों दूर रहना चाहेंगे! 

इजराइल पर हाल ही में हुए आतंकी हमलों ने दुनिया को नींद से झकझोर कर रख दिया है। इजराइल कई मोर्चों पर लगातार बमबारी और आतंकी हमलों का सामना कर रहा है। यह एक गंभीर स्थिति है जिसकी भारत सहित कई प्रमुख देशों ने निंदा की है, जिन्होंने इस कठिन समय में इज़राइल के प्रति अपना अटूट समर्थन व्यक्त किया है।

हालाँकि, एकजुटता की वैश्विक अभिव्यक्तियों के बीच, एक चिंताजनक घटना मौजूद है: जो लोग इन हमलों का जश्न मना रहे हैं, वे इज़राइल को एक बुरी ताकत के रूप में चित्रित कर रहे हैं जिसे पराजित किया जाना चाहिए।

बता दें फिलिस्तीन के आतंकी संगठन हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल पर कई मोर्चों से हमला कर दिया। इस हमले में हमास के आतंकी आम नागरिकों और सैनिकों को मारने के अलावा कई महिलाओं और बच्चे-बच्चियों को बंधक बनाकर अपने साथ ले गए। अब सोशल मीडिया पर कट्टरपंथी मुस्लिम हमास के हमले के जायज ठहरा रहे हैं।

जहाँ हमास के आंतकियों के इस कृत्य की विश्व भर में निंदा हो रही है, वहीं भारत से लेकर पाकिस्तान और लंदन तक के कट्टरपंथी मुस्लिम इन आतंकियों के समर्थन में उतर आए हैं।

और पढ़ें: विपक्ष ने दिया बेंजामिन नेतन्याहू को पूर्ण समर्थन, क्या कभी ऐसा भारत में देखने को मिलेगा?

उदाहरण के लिए हिन्दुओं के खिलाफ जहर उगलने वाला अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का छात्र रहा शरजील उस्मानी इनमें सबसे आगे है। उसने वीडियो सामने आने के तुरंत बाद फिलिस्तीन के समर्थन को लेकर एक्स (पहले ट्विटर) पर पोस्ट किया, और इनका समर्थन करने वालों को हिंदुत्व समर्थक जताने का निंदनीय प्रयास किया।

परन्तु ये तो प्रारम्भ था, क्योंकि फिलिस्तीन के भारतीय इस हमले से कुछ ज़्यादा ही प्रसन्न दिख रहे थे, जैसे वहीं, अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने हमास के इन हमलों में मारे गए इजरायलियों की पीड़ा का जिम्मेदार उन्हें खुद बता दिया है।

खुद को पत्रकार बताकर हिन्दुओं के विरुद्ध लगातार जहर उगलने वाले ‘अली सोहराब’ ने भी हमास के इन कृत्यों को सही ठहराया है। उसने दावा किया कि हमास द्वारा परेड कराया जा रहा शव महिला का ना होकर किसी पुरुष का है। एक अन्य कट्टर मुस्लिम प्रोफ़ेसर नूरुल ने लिखा है कि इजरायल में महिला कम कपड़े पहनती हैं। इसलिए उनके शवों को नग्न करके परेड करवाना उचित है।

और पढ़ें: “भारत को कमतर न आंखें”: पुतिन ने दिखाया संसार को आइना!

सोशल मीडिया पर हमास के आतंकियों का समर्थन कर रहे कट्टर मुस्लिम हमास के कुकृत्यों को यह कहकर छुपा रहे हैं कि इससे पहले इजरायल ने भी फिलिस्तीन पर हमले किए हैं। हालाँकि, वे ये बताना भूल जाते हैं कि इजरायल द्वारा हमले गाजा से रॉकेट फायरिंग के बाद होते हैं।

ऐसे समय में हिंसा का जश्न मनाना, आतंकवाद को उचित ठहराना और विभाजनकारी बयानबाजी का सहारा लेना केवल शांति के मार्ग में बाधा डालता है। इससे यह भी साबित होता है कि किसी भी राष्ट्र को, इज़राइल या भारत को भी भूल जाइए, ऐसे गिद्धों से सावधान रहना चाहिए, जो मानवीय मूल्यों के इस तरह के विनाश का जश्न मनाने में शारीरिक आनंद पाते हैं!

TFI का समर्थन करें:

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें।

Exit mobile version