TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    केरल में स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल होगा ‘राज्यपाल के अधिकारों’ का चैप्टर, जानें क्या है मामला?

    केरल में स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल होगा ‘राज्यपाल के अधिकारों’ का चैप्टर, जानें क्या है मामला?

    सीएम हिमंत का आरोप

    हिंदू नामों से कांग्रेस के लिए किया जा रहा है ‘ऑनलाइन जिहाद’! असम के CM हिमंता बिस्वा सरमा ने समझाया पूरा खेल

    1991 में हुआ सैन्य सूचना समझौता

    विश्वास के नाम पर खुली रणनीति: 1991 समझौता बना भारत की सुरक्षा में सेंध

    RJD सुप्रीमो लालू यादव और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

    आंबेडकर का अपमान बनेगा बिहार चुनाव का मुद्दा, पीएम मोदी के बयान के क्या हैं मायने?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    मारन भाइयों की कहानी

    तमिलनाडु की राजनीति और मीडिया के ‘पावर प्लेयर्स’: मारन बंधुओं के संघर्ष और विवाद की पूरी कहानी

    बोईंग शेयर क्रैश

    प्लेन क्रैश के बाद धड़ाम हुए बोइंग के शेयर, प्री-मार्केट में 8% की गिरावट

    GDP

    क्रिसिल का अनुमान: FY26 में फिर घटेंगी ब्याज दरें, भारत की जीडीपी वृद्धि दर 6.5% पर टिकी

    इस साल फरवरी से अब तक रेपो रेट में लगातार 100 आधार अंकों की कटौती की गई है

    RBI Repo Rate Cut: 50 बेसिस पॉइंट घटाया गया रेपो रेट, EMI में आएगा ये बदलाव

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    1991 में हुआ सैन्य सूचना समझौता

    विश्वास के नाम पर खुली रणनीति: 1991 समझौता बना भारत की सुरक्षा में सेंध

    महिला सशक्तिकरण

    जम्मू में लड़कियों के लिए 15 दिवसीय आत्मरक्षा शिविर, घरेलू सामान से रक्षा की ट्रेनिंग पर ज़ोर

    ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट

    क्यों 4 दिनों से भारत में फंसा है ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट?

    Falcon 2000 जेट (Photo- Blade.com)

    भारत में पहली बार बनेंगे Falcon 2000 जेट: रिलायंस और Dassault की ऐतिहासिक साझेदारी

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    2025 के इंडो-पाक युद्ध

    भारत-पाकिस्तान संघर्ष ने अमेरिका की छवि को किया धूमिल

    पिज़्ज़ा = युद्ध?

    युद्ध और पिज़्ज़ा: क्या पेंटागन की भूख भविष्य के टकरावों की भविष्यवाणी करती है?

    Hindu temples in Iran

    मुस्लिम देश ईरान में हैं कई हिंदू मंदिर, जंग से जूझ रहे देश में जानें सनातन का स्थान

    Is America Enter in Israel Iran War

    क्या इजरायल-ईरान जंग में कूदने जा रहा है अमेरिका? डूम्सडे प्लेन की उड़ान और ORDER01 ने बढ़ाई चिंता

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    पुरी की रथ यात्रा ना केवल एक धार्मिक उत्सव है बल्कि यह एक सांस्कृतिक यात्रा भी है

    हाथी रूप में दर्शन, मौसी के घर विश्राम और रसगुल्ला से मनुहार: पढ़ें पुरी रथ यात्रा की अनकही कहानियां

    हर एक ग्रह को 3 नक्षत्र का स्वामी माना गया है

    केवल ग्रह ही नहीं नक्षत्र भी बनते हैं कर्म, स्वभाव और भाग्य के कारक

    कैसे अग्नि उपासक ईरान बना इस्लामी गणराज्य?: जानें फारस की ऐतिहासिक यात्रा

    कैसे अग्नि उपासक ईरान बना इस्लामी गणराज्य?: जानें फारस की ऐतिहासिक यात्रा

    राकेश शुक्ला की पुस्तक ‘तानसेन का ताना-बाना’

    संगीत सम्राट तानसेन के जीवन के अज्ञात पहलुओं को जानने का खजाना है राकेश शुक्ला की पुस्तक ‘तानसेन का ताना-बाना’

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    ‘शाकाहार को हिंसक’ बताने वाले IIT बॉम्बे के हिंदू विरोधी प्रोफेसर को कारण बताओ नोटिस

    ‘शाकाहार को हिंसक’ बताने वाले IIT बॉम्बे के हिंदू विरोधी प्रोफेसर को कारण बताओ नोटिस

    'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर बढ़ा विवाद; थरूर बोले-'मतभेद पार्टी के भीतर ही उठाऊंगा'

    थरूर ने कांग्रेस से मतभेदों को स्वीकारा, गांधी परिवार से वैचारिक दूरी के दिए संकेत

    घड़े का पानी गले से लेकर आंतों के लिए अच्छा होता है: एक्सपर्ट

    गर्मियों में ‘अमृत’ के समान है घड़े का पानी; मिलते हैं ये फायदे

    अमेरिका में iPhone बनाना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है

    अमेरिका में बनने लगे iPhone तो क्या हो सकती है कीमत?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    केरल में स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल होगा ‘राज्यपाल के अधिकारों’ का चैप्टर, जानें क्या है मामला?

    केरल में स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल होगा ‘राज्यपाल के अधिकारों’ का चैप्टर, जानें क्या है मामला?

    सीएम हिमंत का आरोप

    हिंदू नामों से कांग्रेस के लिए किया जा रहा है ‘ऑनलाइन जिहाद’! असम के CM हिमंता बिस्वा सरमा ने समझाया पूरा खेल

    1991 में हुआ सैन्य सूचना समझौता

    विश्वास के नाम पर खुली रणनीति: 1991 समझौता बना भारत की सुरक्षा में सेंध

    RJD सुप्रीमो लालू यादव और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

    आंबेडकर का अपमान बनेगा बिहार चुनाव का मुद्दा, पीएम मोदी के बयान के क्या हैं मायने?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    मारन भाइयों की कहानी

    तमिलनाडु की राजनीति और मीडिया के ‘पावर प्लेयर्स’: मारन बंधुओं के संघर्ष और विवाद की पूरी कहानी

    बोईंग शेयर क्रैश

    प्लेन क्रैश के बाद धड़ाम हुए बोइंग के शेयर, प्री-मार्केट में 8% की गिरावट

    GDP

    क्रिसिल का अनुमान: FY26 में फिर घटेंगी ब्याज दरें, भारत की जीडीपी वृद्धि दर 6.5% पर टिकी

    इस साल फरवरी से अब तक रेपो रेट में लगातार 100 आधार अंकों की कटौती की गई है

    RBI Repo Rate Cut: 50 बेसिस पॉइंट घटाया गया रेपो रेट, EMI में आएगा ये बदलाव

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    1991 में हुआ सैन्य सूचना समझौता

    विश्वास के नाम पर खुली रणनीति: 1991 समझौता बना भारत की सुरक्षा में सेंध

    महिला सशक्तिकरण

    जम्मू में लड़कियों के लिए 15 दिवसीय आत्मरक्षा शिविर, घरेलू सामान से रक्षा की ट्रेनिंग पर ज़ोर

    ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट

    क्यों 4 दिनों से भारत में फंसा है ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट?

    Falcon 2000 जेट (Photo- Blade.com)

    भारत में पहली बार बनेंगे Falcon 2000 जेट: रिलायंस और Dassault की ऐतिहासिक साझेदारी

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    2025 के इंडो-पाक युद्ध

    भारत-पाकिस्तान संघर्ष ने अमेरिका की छवि को किया धूमिल

    पिज़्ज़ा = युद्ध?

    युद्ध और पिज़्ज़ा: क्या पेंटागन की भूख भविष्य के टकरावों की भविष्यवाणी करती है?

    Hindu temples in Iran

    मुस्लिम देश ईरान में हैं कई हिंदू मंदिर, जंग से जूझ रहे देश में जानें सनातन का स्थान

    Is America Enter in Israel Iran War

    क्या इजरायल-ईरान जंग में कूदने जा रहा है अमेरिका? डूम्सडे प्लेन की उड़ान और ORDER01 ने बढ़ाई चिंता

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    पुरी की रथ यात्रा ना केवल एक धार्मिक उत्सव है बल्कि यह एक सांस्कृतिक यात्रा भी है

    हाथी रूप में दर्शन, मौसी के घर विश्राम और रसगुल्ला से मनुहार: पढ़ें पुरी रथ यात्रा की अनकही कहानियां

    हर एक ग्रह को 3 नक्षत्र का स्वामी माना गया है

    केवल ग्रह ही नहीं नक्षत्र भी बनते हैं कर्म, स्वभाव और भाग्य के कारक

    कैसे अग्नि उपासक ईरान बना इस्लामी गणराज्य?: जानें फारस की ऐतिहासिक यात्रा

    कैसे अग्नि उपासक ईरान बना इस्लामी गणराज्य?: जानें फारस की ऐतिहासिक यात्रा

    राकेश शुक्ला की पुस्तक ‘तानसेन का ताना-बाना’

    संगीत सम्राट तानसेन के जीवन के अज्ञात पहलुओं को जानने का खजाना है राकेश शुक्ला की पुस्तक ‘तानसेन का ताना-बाना’

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    ‘शाकाहार को हिंसक’ बताने वाले IIT बॉम्बे के हिंदू विरोधी प्रोफेसर को कारण बताओ नोटिस

    ‘शाकाहार को हिंसक’ बताने वाले IIT बॉम्बे के हिंदू विरोधी प्रोफेसर को कारण बताओ नोटिस

    'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर बढ़ा विवाद; थरूर बोले-'मतभेद पार्टी के भीतर ही उठाऊंगा'

    थरूर ने कांग्रेस से मतभेदों को स्वीकारा, गांधी परिवार से वैचारिक दूरी के दिए संकेत

    घड़े का पानी गले से लेकर आंतों के लिए अच्छा होता है: एक्सपर्ट

    गर्मियों में ‘अमृत’ के समान है घड़े का पानी; मिलते हैं ये फायदे

    अमेरिका में iPhone बनाना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है

    अमेरिका में बनने लगे iPhone तो क्या हो सकती है कीमत?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

राजस्थान विधानसभा चुनाव: कांग्रेस और भाजपा के बीच तीव्र टक्कर

Atul Kumar Mishra द्वारा Atul Kumar Mishra
8 November 2023
in Uncategorized
राजस्थान विधानसभा चुनाव: कांग्रेस और भाजपा के बीच तीव्र टक्कर
Share on FacebookShare on X

राजस्थान विधानसभा चुनाव कांग्रेस और बीजेपी के बीच जबरदस्त टक्कर का गवाह बनता जा रहा है. जो बात इस चुनावी लड़ाई को राजस्थान के राजनीतिक मुकाबलों के इतिहास में अद्वितीय बनाती है, वह है स्पष्ट विजेता की भविष्यवाणी करने में अभूतपूर्व चुनौती।

दोनों राजनीतिक पार्टियां, कांग्रेस और भाजपा, सत्ता के लिए कड़े संघर्ष में गुत्थमगुत्था हैं। हालाँकि चुनावी पंडित भाजपा के लिए मामूली बढ़त बता रहे हैं, लेकिन आम सहमति यह है कि जीत का मार्जिन बहुत ही छोटा होगा।

संबंधितपोस्ट

कांग्रेस के पोस्ट में दिखा पाकिस्तान प्रेम; चूक या इरादतन की गई गलती?

‘यूपी में साथ चुनाव लड़ेगा INDI ब्लॉक’: बिखरे गठबंधन पर अखिलेश यादव का दावा, कहीं भ्रम तो नहीं?

‘पंजाब में खालिस्तानी तुष्टिकरण की इंदिरा गांधी वाली नीति दोहरा रही है AAP’

और लोड करें

निर्वाचन क्षेत्रों का सूक्ष्मता से अध्ययन करने पर, हमनें 28 सीटों की पहचान की जहां चुनाव अंतिम वोट तक जाने वाला है। इन सीटों का गणित दिलचस्प है, और इनमें से अधिकांश निर्वाचन क्षेत्रों में जीत का अपेक्षित अंतर बहुत ही कम होना स्वाभाविक है।

ऐसे टक्कर वाले चुनाव में, अनिर्णायक मतदाताओं और बाड़ पर बैठे (fence sitters) लोगों की भूमिका बढ़ जाती है। ये लोग राजस्थान में निर्णायक भूमिका निभाने वाले हैं। जो पार्टी पहली बार वोट देने वाले और अभी भी निष्ठाओं के बीच झूल रहे मतदाताओं को प्रभावी ढंग से आकर्षित करेगी वही बहुमत की जादुई संख्या पार करेगी।

इस युद्धक्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रभाव भाजपा का तारनहार है। ‘मोदी मैजिक’ युवा वोटरों और बाड़ पर बैठे अनिश्चित वोटरों को भाजपा के पाले में लाने में एक महत्वपूर्ण कारक होगा।

दोनों पार्टियों-भाजपा और कांग्रेस-ने उम्मीदवार चयन प्रक्रिया को बेहद सावधानी से अपनाया है। दोनों ने ही अनुभवी उम्मीदवारों को प्राथमिकता देते हुए, अपने प्रतिनिधियों के चयन में अत्यन्त साहसिक और अपरीक्षित कदम उठाने से परहेज किया है।

>>>हमारे व्हाट्सएप चैनल से जुड़ने के लिए लिंक पर क्लिक करें<<<

दोनों पार्टियों ने अपने उम्मीदवारों के चयन में परिचित के साथ साथ नए चेहरों को भी चुना है। परिदृश्य में दिग्गजों और अनुभवी राजनेताओं का दबदबा है, अधिकांश सीटों पर जाने-पहचाने चेहरे आगे बढ़ रहे हैं। हालाँकि, कुछ नए लोगों को भी रणनीतिक रूप से मैदान में उतारा गया है।

आम आदमी पार्टी, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी), बहुजन समाज पार्टी और असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम जैसी छोटी, फिर भी महत्वपूर्ण राजनीतिक ताकतों के प्रवेश से चुनावी परिदृश्य और जटिल हो गया है। ये पार्टियाँ वोट शेयर को विभाजित करेंगी, मुख्य रूप से कांग्रेस के वोटबैंक में सेंध लगाएंगी।

मुस्लिम मतदाता, जो परंपरागत रूप से कांग्रेस का विश्वस्त रहा है, इस बार थोडा सा कन्फ्यूज्ड है, उनके वोट विभाजित होने की पूरी पूरी संभावना है। जबकि कांग्रेस को मुस्लिम मतदाता समूह के 60% से अधिक वोट मिलने की उम्मीद है, वहीँ एआईएमआईएम को भी एक बड़ा हिस्सा अवश्य मिलेगा, शेष आप, आरएलपी और बीएसपी के बीच बट जाएगा।

राजस्थान में कांग्रेस के चुनावी शक्ति का श्रेय अशोक गहलोत को दिया जा सकता है, जो एक अनुभवी नेता हैं, जिनका व्यापक कैडर और वफादार वोट आधार है। इसके विपरीत, वसुंधरा राजे को दरकिनार किए जाने के बाद से भाजपा के कैंपेन में एक स्थानीय चेहरे का अभाव है।

कांग्रेस के भीतर की आंतरिक कलह भी सामने आई है, जिसमें सचिन पायलट गुट कथित तौर पर क्रॉस-वोटिंग गतिविधियों में शामिल है, खासकर गहलोत के गढ़ों में। यह पार्टी के आलाकमान द्वारा उपेक्षा का परिणाम है, जो संभावित रूप से कांग्रेस के लिए चुनावी अंकगणित को खराब कर सकता है।

कलह के बावजूद, कांग्रेस पार्टी का यह विश्वास है कि जनता दोबारा गहलोत सरकार बनाने के पक्ष में है।

राजस्थान विधानसभा चुनावों की पृष्ठभूमि में, नरेश अरोड़ा, जिन्हें निशु अरोड़ा के नाम से भी जाना जाता है, वे कांग्रेस अभियान के लिए एक महत्वपूर्ण वास्तुकार के रूप में उभरे हैं। डिज़ाइनबॉक्स कंपनी के मालिक के रूप में, अरोड़ा पार्टी के साथ लंबे समय से जुड़े हैं, उन्हें चुनावी रणनीतियों और केंद्रीय मुद्दों को तैयार करने में  पूरी छूट और स्वतंत्रता दी गयी है। आठ महीने पहले राजस्थान की बागडोर संभालने के बाद से वह अपनी सोच के मुताबिक पार्टी की दिशा तय कर रहे हैं।

प्रचार क्षेत्र में अरोड़ा के शुरुआती जोर ने अभिनव ‘मुद्रास्फीति राहत शिविर’ पहल के माध्यम से मुख्यमंत्री गहलोत की प्रोफ़ाइल को बढ़ाया, और सत्ता विरोधी लहर का सफलतापूर्वक मुकाबला किया। इस अभियान ने कांग्रेस के चेहरे के रूप में गहलोत की स्थिति को मजबूत किया और उन्हें राज्य में पार्टी के पोस्टर बॉय के रूप में स्थापित भी किया।

आंतरिक कलह की सुगबुगाहट के बावजूद, अभियान के दूसरे चरण में अरोड़ा की कुशलता स्पष्ट दिखाई दी। उन्होंने एक राज्यव्यापी पोस्टर कार्यक्रम आयोजित किया, जिससे यह सुनिश्चित हुआ कांग्रेस के प्रतीकात्मक पंजे के साथ-साथ पार्टी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को प्रमुखता से दिखाया जाए, जिससे संगठनात्मक उथल-पुथल के बीच एक एकजुट पार्टी की छवि को बढ़ावा मिला। इस प्रकार अरोड़ा के सामरिक इनपुट ने पार्टी की कहानी को आकार देने और उसकी चुनावी अपील को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

कांग्रेस पार्टी ने सरकारी कर्मचारियों, गरीबों और मध्यम वर्ग के साथ जुड़ने की कोशिश में, शहरी और ग्रामीण दोनों जनसांख्यिकी को लक्षित करते हुए लोकलुभावन योजनाओं की एक श्रृंखला शुरू की है।

इसके बीच, कांग्रेस ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी को राजनीतिक पूंजी बनाने की कोशिश की, कांग्रेस के अनुसार राजस्थान के राजनेताओं, व्यापारिक दिग्गजों और अधिकारियों के खिलाफ ईडी की जांच उसके पक्ष में काम कर सकती है, इन कार्रवाइयों को राजनीति से प्रेरित बताया जा रहा है। इसके विपरीत, भाजपा ने उसी ईडी छापे के कारण “भ्रष्टाचार” के मुद्दे को अपने अजेंडे में कुशलतापूर्वक शामिल कर लिया है, और एक ऐसी कहानी बुनी है जो उसके भ्रष्टाचार विरोधी रुख के अनुरूप है।

भाजपा के चुनाव अभियान में महिलाओं की सुरक्षा और परीक्षा पेपर लीक के मुद्दे शामिल हैं, जिन्हें भाजपा ने राजनीतिक मंच पर जोर-शोर से उठाया है। इसके अलावा, उदयपुर में कन्हैया लाल हत्याकांड चुनावी चर्चाओं में छाया हुआ है, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संकेत दिया है कि हिंदुत्व के स्वर राजस्थान में चुनाव की दिशा तय करेंगे।

भाजपा की रणनीति स्पष्ट है, कि ध्रुवीकरण की संभावना वाले मामलों से परहेज नहीं किया जाएगा, बल्कि उन्हें बढ़ावा दिया जाएगा, उनका मानना है कि इससे उनका आधार मजबूत होगा। दूसरे मोर्चे पर, हनुमान बेनीवाल की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी), निर्वाचन क्षेत्रों में काफी संख्या में उम्मीदवार उतार रही है, जो भाजपा के सीधे दावेदार के रूप में खड़ी है, उसकी नजर जाट वोटों पर है, जो ऐतिहासिक रूप से कांग्रेस का वोट बैंक रहा है।

इस बहुआयामी राजनीतिक हाथापाई के बीच, आम आदमी पार्टी (आप) कोई बड़ा खतरा पैदा किए बिना वोट शेयर में सेंध लगाएगी, जबकि बहुजन समाज पार्टी (बसपा), अपने स्थानीय समर्थन के साथ, संभावित रूप से अपना कब्ज़ा बरकरार रख सकती है। असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम के मुस्लिम बहुल इलाकों में मैदान में उतरने के फैसले से यह अनुमान लगाया गया है कि इससे विपक्षी वोटों को विभाजित करके भाजपा को मदद मिलेगी।

इस प्रकार एक जटिल चुनावी मुकाबले के लिए मंच तैयार हो गया है। यदि कांग्रेस और भाजपा स्पष्ट बहुमत हासिल करने में विफल रहती हैं, तो निर्दलीय और छोटे दल किंगमेकर के रूप में उभर सकते हैं। सभी वर्गों में वोटों का यह संभावित विखंडन एक ऐसे परिदृश्य का संकेत देता है, जहां भाजपा आसानी से जीत हासिल कर सकती है, भले ही मामूली अंतर से।

इस चुनाव में हिंदुत्व, अच्छे केंद्रीय शासन और राष्ट्रवाद के लहर पर सवार हो भाजपा कांग्रेस से आगे निकल सकती है। हालाँकि, विजय मार्च थोड़ी छोटी होने का अनुमान है, अब आगे तो जनता मालिक है।

TFI का समर्थन करें:

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें।

यह भी देखें:

Tags: AIMIMआम आदमी पार्टीकांग्रेसचुनावभारतीय जनता पार्टीराजस्थानराजस्थान विधानसभा चुनावविधानसभा
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

“मैं आहत हूँ” डीपफेक विडियो पर छलका रश्मिका मंदाना का दर्द

अगली पोस्ट

नीतीश कुमार की अश्लील टिप्पणी पर पीएम मोदी का पलटवार

संबंधित पोस्ट

Farooq Abdullah Mata Vaishno Devi Darshan
Uncategorized

माता वैष्णो देवी से फारूक अब्दुल्ला ने क्या मांगा? PM मोदी के काम को बताया बूस्टर डोज

11 June 2025

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 11 साल के कार्यकाल के दौरान जम्मू-कश्मीर विकास के राह पर आगे बढ़ रहा है। घाटी में अब वंदे भारत ट्रेन...

Mahua Moitra Pinaki Mishra
Uncategorized

65 के पिनाकी मिश्रा की हुईं 50 की महुआ मोइत्रा, गठबंधन पर क्यों हो रही इन विवादों की चर्चा?

5 June 2025

जब बात नशे की हो तो देश में पारंपरिक महुआ शराब का नाम आ ही जाता है। एक ऐसा पेड़ जो कई गुणों से भरपूर...

Rahul Gandhi British Citizenship Case
Uncategorized

10 दिन में पता चल जाएगा राहुल गांधी ब्रिटिश हैं या नहीं? हाईकोर्ट ने मांगा जवाब

21 April 2025

इलाहाबाद हाईकोर्ट (Allahabad High Court) की लखनऊ बेंच ने आज Rahul Gandhi की ब्रिटिश नागरिकता के मामले पर सुनवाई की है। कोर्ट ने केंद्र सरकार...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

when the God leaves the temple to be with his devotees.

when the God leaves the temple to be with his devotees.

00:05:31

R.P. Singh Exposes AAP: Following Indira's Model of Separatist Appeasement?

00:11:04

kamakhya Devi and the Power of Menstruation: Ambubachi Mela Explained.

00:04:47

From love to murder- how five plots took down raja raghuvanshi

00:04:38

Marriage gone murderous: expert explains the gruesome murder case.

00:13:01
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited