अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न होने के बाद से ही पूरे देश में दिवाली जैसा माहौल हो गया. भक्तों की बरसों की प्रतिक्षा खत्म हो गई है और अब वो सिर्फ अपने भगवान के दर्शनों को तरस रहे हैं। प्राण प्रतिष्ठा के आज पहले दिन सुबह से ही राम मंदिर में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। कड़ाके की सर्दी के बीच सुबह तड़के तीन बजे से ही मंदिर के सामने भक्तों का जुटना शुरू हो गया है. रामलला के दर्शनों के लिए भारी भीड़ उमड़ पड़ी है।
अयोध्या में प्रभु रामलला के दर्शनों के लिए सुबह तीन बजे से ही मंदिर के सामने श्रद्धालु जुटने लगे हैं। इस हाड़ कंपा देने वाली ठंड में भी वो बस किसी भी तरह अपने भगवान का दर्शन करना चाहते हैं।
राम मंदिर के सामने की तस्वीरें भी सामने आई हैं, जहां रात से ही मंदिर के द्वार पर बड़ी संख्या में लोगों को इकट्ठा होना देखा जा सकता है। लोग लगातार जय श्री राम और सियावर राम चंद्र की जय के जयकारे लगा रहे हैं।
राम मंदिर के उद्घाटन के बाद लोगों के मन में भक्ति का सैलाब उमड़ रहा है। राम मंदिर का मुख्य द्वार खुलते ही भक्त जय श्री राम के जयकारे लगाते हुए मंदिर में रामलला के दर्शनों और पूजा अर्चना के लिए उत्साहित दिखाई दिए। भारी संख्या में श्रद्धालु मंदिर पहुँच हैं। जिससे प्रशासन को व्यवस्था संभालने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
अयोध्या में भक्तों के जन-सैलाब की वजह से दर्शन में अव्यवस्था की खबर सुनते ही सीएम योगी आदित्यनाथ लखनऊ से हेलिकॉप्टर से अयोध्या पहुंचे और भीड़ और इंतजाम का हवाई निरीक्षण किया। उत्तर प्रदेश गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय प्रसाद और डीजी (विधि-व्यवस्था) प्रशांत कुमार मंदिर परिसर में हैं। दोनों टॉप अफसर भक्तों की भीड़ और दर्शन की व्यवस्था के बीच संतुलन बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने कहा, प्राण प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या नगरी दिव्य दिख रही है। इस समय त्रेतायुग की झलक देखने को मिल रही है। अयोध्या श्रद्धालुओं के जत्थों से भर गई है। यहां सुबह से अब तक तीन लाख के करीब भक्त दर्शन कर चुके हैं और इतने ही बाकी हैं। पुजारी ने कहा, इतने भक्त आए हैं कि आज सबको दर्शन नहीं मिल पाएगा।
डीएम ने संभाला मोर्चा
अयोध्या के डीएम नितीश कुमार ने भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए एडीएम समेत 15 मजिस्ट्रेट की ड्यूटी लगा दी है। कुछ को मंदिर परिसर के अंदर तो कुछ को बाहर भक्तों के रामलला दर्शन सुलभ कराने के काम पर लगाया गया है।
एडीएम जितेंद्र कुशवाहा को पूरे मंदिर परिसर की कमान सौंपी गई है। दर्शन के मुख्य द्वार और उसके आस-पास दो मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं। बाकी 12 मजिस्ट्रेस दो-दो की जोड़ी में बिड़ला धर्मशाला तिराहा, बिड़ला धर्मशाला से मुख्य प्रवेश द्वार, बिड़ला धर्मशाला से लता मंगेशकर चौक, श्रृंगार हाट तिराहा, लता मंगेशकर चौक से धर्मपथ और उदया चौराहा से बिड़ला तिराहा तक के इलाकों में तैनात किए गए हैं।
राम लला का दर्शन करने के लिए तेलंगाना से लेकर नैनीताल और असम से लेकर महाराष्ट्र तक के भक्त पहुंचे हुए हैं। बिहार झारखंड उड़ीसा के भक्तों का भी जमावड़ा लगा हुआ है। राजस्थान और पश्चिम बंगाल से भी बड़ी संख्या में राम भक्त आए हैं।
प्रशासनिक सूत्रों की माने तो अब तक तीन लाख लोग भगवान राम के दर्शन कर चुके हैं। जबकि अभी लाखों भक्त जन्मभूमि पथ पर दर्शन के लिए लालयित हैं। दिन भर राम लला की एक झलक पाने के लिए राम भक्त सुरक्षा में लगे जवानों से जूझते रहे।
सुरक्षा सुनिश्चित करने में एनडीआरएफ की भूमिका
राष्ट्रीय आपदा राहत बल (एनडीआरएफ) ने राम मंदिर में भक्तों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। भारी भीड़ की उम्मीद और आपात स्थिति की संभावना को देखते हुए, उत्तर प्रदेश सरकार ने एनडीआरएफ की तीन विशेष टीमों को शामिल किया।
बाढ़ जल बचाव (एफडब्ल्यूआर) में विशेषज्ञता वाली पहली टीम ने अयोध्या में बहने वाली सरयू नदी के तटों पर कमान संभाली। कुशल गोताखोरों, जीवनरक्षक नौकाओं और जीवनरक्षकों से सुसज्जित सुरक्षाबलों की टीम ने पानी से संबंधित किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए चौबीसों घंटे निगरानी सुनिश्चित करेगी।
दूसरी टीम केमिकल बायोलॉजिकल रेडियोलॉजिकल और न्यूक्लियर (सीबीआरएन) आपात स्थितियों पर ध्यान केंद्रित करेगी। मंदिर परिसर के पास स्थित, इस टीम के पास किसी भी रासायनिक या जैविक खतरे से निपटने के लिए स्टैंडबाय में इन एक वाहन है, जो इन सब खतरों से निपटने के लिए उपयोगी है।
तीसरी टीम कोलैप्स स्ट्रक्चर सर्च एंड रेस्क्यू (सीएसएसआर) में विशेषज्ञता रखती है। भूकंप या भगदड़ जैसी आपदाओं की स्थिति में, इस टीम को रणनीतिक रूप से मंदिर के द्वार के पास रखा गया है। इस टीम द्वारा किसी भी परिस्थिति के लिए तैयार रहने के लिए स्थानीय प्रशासन के साथ मॉक ड्रिल भी की गई है।
भीड़ के चलते प्रशासन बेबस
राम मंदिर परिसर में चेक पोस्ट पर अब लोगों की चेकिंग नहीं हो रही है। लोग बिना जांच के ही आगे बढ़ रहे हैं। प्रशासन बेबस नजर आ रहा है।
भीड़ को मैनेज करने के लिए RAF कमांडोज ने मोर्चा संभाला
रामलला परिसर में पुलिस के साथ अब RAF कमांडोज को तैनात किया गया है। कमांडोज ने भीड़ को मैनेज करने के लिए सुरक्षा घेरा बना लिया है।
लोग बैरिकेडिंग फांद कर आगे बढ़ रहे, व्यवस्था नाकाफी
मंदिर के सामने लोग बेकाबू हो रहे हैं। बैरिकेडिंग फांद कर आगे बढ़ रहे हैं। पुलिस वाले रोक रहे हैं इसके बावजूद भीड़ मान नहीं रही है।
प्रबंधन/ पुलिस के पास मोबाइल रखने की व्यवस्था नहीं
राम मंदिर पहुंच रहे दर्शनार्थियों के मोबाइल हजारों की संख्या में है। इसे जमा करने की व्यवस्था अभी पुलिस और प्रबंधन के पास नहीं है। राम जन्मभूमि परिसर की सुरक्षा में तैनात एक अधिकारी का कहना है कि जो लोग मोबाइल लेकर पहुंच जा रहे हैं, उन पर रोक लगाया जाना अभी संभव नहीं हो पा रहा है।
क्या है दर्शन का समय
भगवान राम लला के दर्शन के इच्छुक भक्तों के लिए, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र वेबसाइट ने विशिष्ट समय स्लॉट प्रदान किए हैं। सुबह का स्लॉट सुबह 7 बजे से 11:30 बजे तक और दोपहर का स्लॉट दोपहर 2 बजे से शाम 7 बजे तक का है। इस दौरान आप मंदिर में दर्शन कर पाएंगे।