प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26 फरवरी को एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए देश के रेलवे ढांचे को मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण योजना का शुभारंभ किया। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से लगभग 41,000 करोड़ रुपये की लागत से 2000 रेलवे बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इसका मुख्य उद्देश्य रेलवे स्टेशनों को विश्वस्तरीय सुविधाओं से लैस बनाना है।
मोदी ने दिया रेलवे को महत्व
प्रधानमंत्री मोदी ने हमेशा रेलवे स्टेशनों के विकास और उनकी सेवाओं में सुधार को महत्व दिया है। उनके इस प्रयास के तहत, अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत 553 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखी जाएगी। इसमें पूर्व मध्य रेल के 38 स्टेशनों में से बिहार में 22, झारखंड में 14 और उत्तरप्रदेश में 3 स्टेशन शामिल हैं।
इसके साथ ही, देशभर में 1585 से अधिक नवनिर्मित रोड ओवर ब्रिज और आरयूबी/एलएचएस का उद्घाटन भी किया गया है। इससे रेलवे स्टेशनों के संचार को मजबूती मिलेगी और यात्रियों को सुरक्षित और अधिक सुगम यात्रा का अनुभव होगा। इस योजना के अंतर्गत, पूर्व मध्य रेल के अंतर्गत आने वाले विभिन्न रेलवे स्टेशनों का विकास भी सम्मिलित है।
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19 हजार करोड़ का आएगा खर्च
27 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैले इन स्टेशनों का 19,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से पुनर्विकास किया जाएगा। ये स्टेशन शहर के दोनों किनारों को एकीकृत करते हुए ‘सिटी सेंटर’ के रूप में कार्य करेंगे।
मिलेगी बेहतर सुविधाएं
इन सुधारित स्टेशनों में आधुनिक यात्री सुविधाएं होंगी, जैसे छत प्लाजा, सुंदर भूदृश्य, इंटर मॉडल कनेक्टिविटी, बेहतर आधुनिक अग्रभाग, बच्चों के खेलने का क्षेत्र, कियोस्क, फूड कोर्ट, आदि। इन्हें पर्यावरण अनुकूल और दिव्यांग अनुकूल के रूप में पुनर्विकसित किया जाएगा, और उनका डिजाइन स्थानीय संस्कृति, विरासत और वास्तुकला से प्रेरित होगा।
उत्तर प्रदेश में भी प्रधानमंत्री मोदी ने गोमती नगर स्टेशन का उद्घाटन किया है, जिसे लगभग 385 करोड़ रुपये की कुल लागत से पुनर्विकास किया गया है। यहां भी आधुनिक यात्री सुविधाएं हैं, जैसे एयर कॉनकोर्स, कंजेशन फ्री सर्कुलेशन, फूड कोर्ट और पार्किंग स्थान। इससे यात्रियों को सुगमता और सुरक्षा के साथ आरामदायक यात्रा का अनुभव होगा। इन उत्कृष्ट प्रोजेक्ट्स के माध्यम से, भारतीय रेलवे सेवाओं को नई ऊर्जा और गति मिलेगी, जो देश के साथ ही यात्रियों को भी लाभान्वित करेगी।
1500 रोड ओवर ब्रिज और अंडरपास का हुआ शिलान्यास
प्रधानमंत्री ने इस दौरान 1500 रोड ओवर ब्रिज और अंडरपास का शिलान्यास और उद्घाटन किया। इन परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित किया गया है। ये रोड ओवर ब्रिज और अंडरपास देश के 24 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैले हैं, और इन परियोजनाओं की कुल लागत लगभग 21,520 करोड़ रुपये है।
इन परियोजनाओं के माध्यम से भीड़भाड़ कम होगी, सुरक्षा और कनेक्टिविटी में सुधार होगा, और रेल यात्रा की क्षमता और दक्षता में वृद्धि होगी। ये परियोजनाएं भारतीय सड़क और रेल परिवहन को मजबूती से जोड़ने का एक महत्वपूर्ण कदम हैं। यहाँ, न केवल यातायात को आसानी से संचालित किया जा सकेगा, बल्कि यह सुनिश्चित करेगा कि जनता को उनके गंतव्यों तक सुरक्षित और तेजी से पहुँचाया जा सके।
इन परियोजनाओं के उद्घाटन से न केवल सड़क और रेल यात्रा में सुधार होगा, बल्कि ये अवसरों की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण हैं। ये योजनाएं न केवल अधिक रोजगार सृजित करेंगी, बल्कि स्थानीय विकास को भी प्रोत्साहित करेंगी और नए उद्योगों के लिए अवसर प्रदान करेंगी।
अमृत भारत स्टेशन योजना का कॉन्सेप्ट
अमृत भारत स्टेशन योजना दीर्घकालिक दृष्टि से निरंतर आधार पर स्टेशनों के विकास की परिकल्पना करती है। इस योजना का उद्देश्य रेलवे स्टेशनों के लिए मास्टर प्लान तैयार करना और सुविधाओं को बढ़ाने के लिए चरणों में मास्टर प्लान को लागू करना है।
विभिन्न ग्रेड/प्रकार के वेटिंग हॉल को क्लब किया जाएगा और अच्छे कैफेटेरिया/रिटेल आदि सहित सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। सभी श्रेणियों के स्टेशनों पर उच्च स्तरीय प्लेटफार्म उपलब्ध कराए जाएंगे।
सड़कों को चौड़ा करके, अवांछित संरचनाओं को हटाकर, उचित रूप से डिज़ाइन किए गए साइनेज, पृथक पैदल पथ, सुनियोजित पार्किंग क्षेत्र, बेहतर प्रकाश व्यवस्था आदि द्वारा सुगम पहुंच सुनिश्चित करने के लिए स्टेशन के पहुंच मार्गों में सुधार किया जाएगा। स्टेशनों पर दिव्यांगजनों के लिए सुविधाएं भी प्रदान की जाएंगी। यह योजना नई सुविधाओं की शुरूआत के साथ-साथ मौजूदा सुविधाओं के उन्नयन और प्रतिस्थापन को पूरा करेगी।
2000 से अधिक रेलवे बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन भारत के आधुनिक और कुशल परिवहन नेटवर्क के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम का प्रतीक है।
नवाचार, समावेशिता और स्थिरता पर ध्यान देने के साथ, ये परियोजनाएं सभी नागरिकों के लिए एक उज्जवल और अधिक समृद्ध भविष्य की नींव रखेंगी। जैसे-जैसे भारत इस परिवर्तनकारी यात्रा पर आगे बढ़ रहा है, विकसित भारत विकसित रेलवे कार्यक्रम के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता अटूट बनी हुई है, जो राष्ट्र को प्रगति और समृद्धि की ओर अग्रसर करने का वादा करती है।