प्रधानमंत्री मोदी का गुजरात दौरा: उत्कृष्टता की दिशा में एक नया कदम।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 फरवरी अर्थात आज गुजरात दौरे पर हैं। गुजरात में पीएम ने विकास की कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं का शुभारंभ किया है।

गुजरात, पीएम मोदी, विकास

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 फरवरी अर्थात आज गुजरात दौरे पर हैं। गुजरात में पीएम ने विकास की कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं का शुभारंभ किया है। उन्होंने इस दौरान विभिन्न क्षेत्रों में 44 हजार करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। उल्लेखनीय है कि फरवरी महीने में दूसरी बार प्रधानमंत्री गुजरात की जनता को विकास कार्यों का उपहार देने जा रहे हैं। हाल ही में 10 फरवरी को प्रधानमंत्री ने वर्चुअली लगभग 1 लाख से अधिक आवासों का लोकर्पण और शिलान्यास किया था।  

2 नए न्यूक्लियर पावर प्लान्ट्स होंगे देश को समर्पित

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गुजरात को समर्पित किए गए विकास कार्यों में एक महत्वपूर्ण परियोजना है तापी के काकरापार में स्थित दो नए न्यूक्लियर पावर प्लांट का उद्घाटन। यह प्लांट 700 मेगावाट की क्षमता के साथ है और यह स्वच्छ और सतत ऊर्जा का उपयोग करते हैं, जो राज्य को शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जन की दिशा में अग्रसर करेगा।

यह प्रोजेक्ट भारतीय परमाणु ऊर्जा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है, क्योंकि इससे भारत की ऊर्जा स्वावलंबनता में वृद्धि होगी। काकरापार परमाणु ऊर्जा परियोजना (KAPP-3) में यह नवीनतम यूनिट भारत के परमाणु ऊर्जा क्षेत्र में एक उदाहरण स्थापित करेगा। यह प्रेशराइज्ड हेवी वॉटर रिएक्टर (PHWR), जो भारतीय वैज्ञानिकों और इंजीनियरों द्वारा डिजाइन किया गया है, अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप है और उच्च स्तर की सुरक्षा प्रणालियों का उपयोग करता है। 

और पढ़ें:- महिला सुरक्षा: सरकार ने की अंब्रेला योजना की घोषणा

वडोदरा-मुंबई एक्सप्रेस वे एक भाग का लोकार्पण-शिलान्यास

गुजरात सरकार की प्रमुख प्राथमिकताओं में से एक है राज्य में मजबूत रोड-नेटवर्क को उपलब्ध कराना। इस दिशा में, राज्य के वडोदरा-मुंबई एक्सप्रेसवे के तीन भागों का निर्माण कार्य पूरा हो गया है।

पहला भाग, जो लगभग 31 किलोमीटर लंबा है, मनुबर से सांपा तक फैलता है और इसका निर्माण लगभग ₹2400 करोड़ की लागत से किया गया है। दूसरा भाग, जो लगभग 32 किलोमीटर लंबा है, सांपा से पादरा तक फैलता है और इसकी लागत लगभग ₹3200 करोड़ है। तीसरा भाग, जो लगभग 23 किलोमीटर लंबा है, पादरा से वडोदरा तक फैलता है और इसकी लागत लगभग ₹4300 करोड़ है। इस तरह से, इन NHAI की विकास परियोजनाओं की कुल लागत ₹10 हजार करोड़ से अधिक है।

ये परियोजनाएँ राज्य के सड़क नेटवर्क को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी, जो स्थानीय लोगों के लिए यातायात को सुगम और अधिक सुरक्षित बनाएगा।

5040 करोड़ से अधिक के विकास कार्यों का उद्घाटन-शिलान्यास 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सूरत महानगर पालिका, सूरत अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी, और ड्रीम सिटी के विकास कार्यों को मिलाकर 5000 करोड़ से अधिक के विकास कार्यों का शिलान्यास और उद्घाटन करने की घोषणा की है। इसमें 3000 करोड़ से अधिक की लागत से 41 विकास कार्यों का शिलान्यास होगा और 2000 करोड़ से अधिक की लागत से 18 विकास परियोजनाओं का उद्घाटन शामिल होगा।

इन कार्यों में शामिल हैं:

ये कई महत्वपूर्ण विकास कार्य हैं जो सूरत और उसके आस-पास क्षेत्रों के लिए आवश्यक हैं। इन परियोजनाओं के माध्यम से, सरकार स्थानीय लोगों के जीवन को सुधारने और उनके आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।

10 विभिन्न विभागों के विकास कार्यों का भी होगा लोकार्पण-शिलान्यास

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने गुजरात दौरे के दौरान दक्षिणी गुजरात के 11 जिलों—वडोदरा, नवसारी, भरुच, तापी, वलसाड, पंचमहाल, सूरत, छोटाउदेपुर, दाहोद, महिसागर, और नर्मदा में 10 विभिन्न विभागों के 5400 करोड़ रुपये से अधिक के विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे।

इन जिलों में ऊर्जा और पेट्रोकेमिकल्स, मार्ग और निर्माण, जल संसाधन और जल वितरण, आदिवासी विकास, श्रम और रोजगार, गृह, शहरी विकास, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, और पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के अनेक विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास होगा।

इस लंबी श्रृंखला में, रेलवे के भी 1100 करोड़ रुपये से अधिक के विकास कार्य शामिल हैं। ये परियोजनाएँ दक्षिणी गुजरात के कई जिलों को लाभ पहुँचाएंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस कार्यक्रम से दक्षिण गुजरात के विकास में एक नया उत्साह और प्रगति का दृष्टिकोण आएगा। यह प्रोजेक्ट्स समाज के हर वर्ग को समृद्धि और सुविधा की नयी दिशा में ले जाएंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गुजरात दौरा राजनीतिक और सामाजिक महत्व का होना निष्कर्षित है। उनके इस दौरे का प्राथमिक उद्देश्य राज्य के विकास को बढ़ावा देना, समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों के साथ संवाद बढ़ाना, और सरकारी योजनाओं और परियोजनाओं के लाभ को आम जनता तक पहुंचाना है।

ओर पढ़ें:- धमाकों से कमल खिलने तक: 370 के बाद PM मोदी ने कैसे बदला जम्मू-कश्मीर का भाग्य?

Exit mobile version