आम आदमी पार्टी के लिए इससे जरूरी क्षण शायद ही फिर कभी आये कि उनकी पार्टी के संस्थापक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया गया। ऐसी स्थिति में जहां देशभर के सभी प्रमुख आप नेता दिल्ली में इकट्ठे होकर आगे की रणनीति बना रहे है ऐसे में अरविंद केजरीवाल के सबसे खास नेता राघव चड्ढा की एक तस्वीर ने बड़ा बवाल खड़ा कर दिया है।
वहीं, दूसरी ओर राघव चड्ढा के यूनाइटेड किंगडम में खालिस्तान आंदोलन की समर्थक माने जाने वाली ब्रिटेन की नेता प्रीत गिल से मुलाकात को लेकर भाजपा नेता अमित मालवीय ने राघव चड्ढा पर कई आरोप लगाते हुए सीएम केजरिवाल की पत्नी से सवाल किए हैं।
राघव चड्ढा की यह मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब सोशल मीडिया पर एक असत्यापित वीडियो सामने आया था जिसमें खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नून ने आरोप लगाया था कि आप पार्टी को 2014 और 2022 के बीच खालिस्तानी समूहों से 16 मिलियन डॉलर (लगभग 133.54 करोड़ रुपये) मिले थे।
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प्रीत कौर गिल से राघव चड्ढा की मुलाकात
पिछले हफ्ते, जब दिल्ली के मुख्यमंत्री और AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को दिल्ली शराब उत्पाद शुल्क नीति मामले में प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने गिरफ्तार किया था तब पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा लंदन में थे। वह कथित तौर पर मार्च की शुरुआत से यूके में हैं, समाचार एजेंसी पीटीआई ने बताया थै कि उनकी रेटिनल डिटैचमेंट की विट्रोक्टोमी सर्जरी की जा रही थी।
लेकिन 21 मार्च को, ब्रिटिश लेबर पार्टी की सांसद प्रीत कौर गिल ने ब्रिटिश संसद में चड्ढा से मुलाकात की एक तस्वीर पोस्ट की, जहां उन्होंने “वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा” पर चर्चा की।
बीजेपी ने चड्ढा पर साधा निशाना
यह स्पष्ट नहीं है कि दोनों ने क्या चर्चा की या क्या कोई चर्चा हुई भी, लेकिन भाजपा ने तुरंत ब्रिटिश लेबर पार्टी के सांसद के साथ उनकी मुलाकात पर सवाल उठा दिया।
भाजपा के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल को यह बताना चाहिए कि आप सांसद राघव चड्ढा ब्रिटिश लेबर सांसद प्रीत के गिल के साथ क्या कर रहे थे? “जो खुले तौर पर खालिस्तानी अलगाववाद की वकालत करती हैं, यूके में खालिस्तान के लिए धन जुटाती हैं, लंदन में इंडिया हाउस के बाहर हिंसक विरोध प्रदर्शन, अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लगातार भारत विरोधी, मोदी विरोधी, हिंदू विरोधी चीजें पोस्ट करती हैं?
कौन हैं प्रीत गिल?
51 वर्षीय प्रीत गिल ब्रिटेन की पहली सिख महिला सांसद हैं। इनका सही नाम प्रीत कौर शेरगिल है। 21 नवंबर 1972 को उनका जन्म इंग्लैंड के बर्मिंघम में हुआ था, लेकिन उनकी जड़ें भारतीय हैं। प्रीत गिल ब्रिटिश लेबर पार्टी की नेता है। 2017 से वे बर्मिंघम के एजबेस्टन की सांसद हैं और 2023 से प्राइमरी केयर एंड पब्लिक हेल्थ मिनिस्टर हैं।
प्रीत गिल का खालिस्तानी कनेक्शन
गिल खालिस्तान के कथित समर्थन के लिए भारतीय जांच का विषय रही हैं। इससे पहले फरवरी में उन्होंने हाउस ऑफ कॉमन्स में आरोप लगाया था कि भारत से संबंध रखने वाले एजेंट ब्रिटेन में सिखों को निशाना बना रहे हैं। गिल ने उल्लेख किया कि कुछ ब्रिटिश सिख भी “अंतरराष्ट्रीय दमन” की “हिट लिस्ट” में थे, और ब्रिटिश सरकार की प्रतिक्रिया के बारे में सुरक्षा मंत्री टॉम तुगेंदट से सवाल किया।
2020 में, वह कंजर्वेटिव सांसद रमिंदर सिंह रेंजर के साथ एक्स पर एक सार्वजनिक विवाद में भी शामिल हुई थीं, जिन्होंने उस समय पोस्ट किया था कि ब्रिटिश प्रधान मंत्री बोरिस जॉनसन खालिस्तान का समर्थन नहीं करते हैं। इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, गिल ने संयुक्त राष्ट्र के चार्टर में निहित आत्मनिर्णय के सिद्धांत का हवाला देते हुए तुरंत उन्हें चुनौती दी।
अतीत में, ब्रिटिश नागरिक जगतार सिंह जोहल उर्फ जग्गी जोहल की रिहाई की मांग करने के लिए भी उन्हें भारत में आलोचना का सामना करना पड़ा था। जोहल फिलहाल पंजाब में लक्षित हत्याओं में शामिल होने के आरोप में दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है।
दिसंबर 2021 में भी उन्हें आलोचना का सामना करना पड़ा जब उन्होंने एक ट्वीट पोस्ट किया, जिसे बाद में उन्होंने हटा दिया, जिसमें अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में मारे गए अज्ञात युवक को “हिंदू आतंकवादी” कहा गया था। प्रीत कई बार सार्वजनिक रूप से जाने-माने खालिस्तानी आतंकवादियों के साथ दिखाई देती हैं।
राघव चड्ढा ने दी सफाई
वहीं, AAP ने इस मामले पर चुप्पी साध रखी है, चड्ढा ने खुद कहा कि उन्होंने हाउस ऑफ कॉमन्स में प्रधान मंत्री के प्रश्न सत्र में भाग लेने के अलावा किसी से कोई बैठक नहीं की है। लेकिन उन्होंने कहा कि कुछ सांसदों और मिलने वालों ने फोटो के लिए उनसे संपर्क किया था।
कुमार विश्वास ने भी लगाए थे आरोप
2022 में पंजाब विधानसभा चुनाव के 4 दिन पहले आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता, कवि और कथा वाचक कुमार विश्वास ने दिल्ली CM अरविंद केजरीवाल पर गंभीर आरोप लगाया था। कुमार विश्वास ने कहा कि अरविंद केजरीवाल खालिस्तान समर्थक है, वो आदमी सत्ता के लिए किसी भी हद तक जा सकता है।
उन्होंने कहा था कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल हमेशा से ही खालिस्तान के समर्थन में रहे हैं। जब मैं उनके साथ था तो वह मुझे अपनी योजनाओं के बारे में बताते रहते थे। एक दिन उन्होंने मुझसे कहा- मैं या तो पंजाब राज्य का सीएम बनूंगा या फिर आजाद राष्ट्र का पहला पीएम बनूंगा। विश्वास ने कहा कि केजरीवाल को अलगाववादियों की मदद लेने में भी कोई परहेज नहीं है।
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