लोकसभा चुनावों की कड़वाहट भूल हरियाणा चुनावों के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और बीजेपी एक साथ आ चुके हैं।
रविवार को बीजेपी के वॉर रूम 11 अशोक रोड पर भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ पदाधिकारियों के बीच एक अहम बैठक हुई। बताया गया कि करीब 6 घंटे तक चली इस मैराथन बैठक में आगामी हरियाणा चुनावों को लेकर विस्तार से चर्चा हुई। सूत्रों की माने तो इस बैठक में RSS ने हरियाणा चुनावों के लिए बीजेपी को एक अहम मंत्र दिया है। जानकारी के मुताबिक संघ की तरफ से बीजेपी को ज्यादा से ज्यादा युवा चेहरों को मौका दिए जाने की बात रखी गई है। बताया गया कि बैठक में इस बात पर भी चर्चा हुई कि जिन सीनियर नेताओं, सिटिंग विधायकों की रिपोर्ट ठीक नहीं है। उन्हें टिकट न दिया जाए।
और अगर बीजेपी RSS की तरफ से दिए गए प्रस्ताव को मानती है, तो करीब आधे वर्तमान विधायकों का पत्ता कट सकता है और पार्टी इनकी जगह नए और युवा चेहरों को मौका दे सकती है।
इस बैठक में संघ की तरफ से सह सरकार्यवाह अरुण कुमार और दूसरे वरिष्ठ प्रचारक शामिल हुए थे, जबकि बीजेपी की तरफ से राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, केंद्रीय मंत्री एवं प्रदेश चुनाव प्रभारी धर्मेन्द्र प्रधान, और चुनाव सह प्रभारी बिप्लब देब, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मोहन लाल बड़ोली, प्रदेश प्रभारी सतीश पुनिया, सह प्रभारी सुरेंद्र नागर और संगठन महामंत्री फणींद्रनाथ भी शामिल हुए थे। हरियाणा संघ के सह सरकार्यवाह अरुण कुमार की कर्मभूमि भी रही है, ऐसे में मौजूदा सियासी परिदृश्य को देखते हुए RSS भी नहीं चाहती कि यहां बीजेपी और उसकी पकड़ कमजोर हो, ऐसे में संघ पुरानी कड़वाहट को भूलकर बीजेपी के साथ आने को तैयार है, ताकि हरियाणा में जीत की हैट्रिक लगाई जा सके।