सीबीआई की स्टेटस रिपोर्ट सील करने का आदेश
सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई की स्टेटस रिपोर्ट को दोबारा सील करने का आदेश दिया। अब इस केस की अगली सुनवाई 5 सितंबर को होगी। सुप्रीम कोर्ट ने डॉक्टरों को तुरंत काम पर लौटने को कहा है। सुप्रीम कोर्ट ने बंगाल सरकार को आदेश देते हुए कहा कि प्रदर्शनकारी डॉक्टरों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होनी चाहिए। शीर्ष कोर्ट ने नेशनल टास्क फोर्स में रेजिडेंट डॉक्टर को शामिल करने का आदेश दिया। साथ ही, इसने डॉक्टरों, खासकर दूरदराज के इलाकों में काम करने वाले डॉक्टरों से काम पर लौटने का आग्रह किया। कोर्ट ने राजनेताओं को भी इस मामले का राजनीतिकरण नहीं करने का आदेश दिया।
छात्रावास में हुई तोड़फोड़ की पुलिस कर रही जांच
कोलकाता पुलिस विरोध प्रदर्शन के बाद छात्रावास में हुई तोड़फोड़ की जांच कर रही है। रिकॉर्ड से पता चला है कि आरोपी का पॉलीग्राफ टेस्ट कराने का अनुरोध एसीजेएम सियालदह को सौंपा गया है। एसीजेएम सियालदह 23 अगस्त, 2024 को शाम 5 बजे से पहले इस आवेदन पर आदेश पारित करेंगे।
एफआईआर दर्ज करने में देरी पर पुलिस को लगाई फटकार
सीजेआई ने बंगाल सरकार की जमकर खिंचाई की। सीजेआई चंद्रचूड़ ने ममता सरकार से पूछा कि आखिर क्या कारण है कि एफआईआर दर्ज करने में 14 घंटे की देरी हुई है? क्या आप तत्कालीन प्रिंसिपल संदीप घोष को बचाने की कोशिश कर रहे हैं? जब उन्होंने इस्तीफा दिया तो आपने उनको दूसरा कॉलेज दे दिया आखिर क्यों?
दुष्कर्म एवं हत्या के मामले में पुलिस घिरती नजर आ रही है। पुलिस की लापरवाही पर सुप्रीम कोर्ट ने ममता सरकार को आज फटकार तो लगाई ही, साथ ही सीजेआई की पीठ ने कोलकाता पुलिस के अधिकारी को अगली सुनवाई में आने का भी निर्देश दिया है। कोर्ट ने कहा जो भी पुलिस के अधिकारी डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या की पहली एंट्री की थी, सभी को अगली सुनवाई में आना होगा।
रीजनल केस डायरी सीबीआई को कैसे दे सकते: सिब्बल
जस्टिस पादरीवाला ने कपिल सिब्बल (ममता सरकार के वकील) को जमकर फटकार लगाई। जस्टिस पादरीवाला ने पंचनामा की रिपोर्ट पर सरकार को डांट लगाई। इस पर सिब्बल ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट दिखाते हुए कहा कि इस सूची में ( अन नेचुरल डेथ) रिपोर्ट का समय और नंबर दर्ज है। यहां तक कि जांच रिपोर्ट में भी यह है। सभी केस डायरी में भी है। सिब्बल की दलील के बाद बेंच ने दस्तावेजों की जांच करने को कहा।
पंचनामा को लेकर सुप्रीम कोर्ट में घिरी ममता सरकार
शीर्ष कोर्ट के जज बंगाल सरकार से लगातार सवाल पूछ रहें हैं, जिसका जवाब देने में सरकार के वकील के पसीने छूट रहे हैं। जस्टिस पादरीवाला ने पश्चिम बंगाल सरकार से पूछा- ठीक है, हमें बताइए कि जांच पंचनामा कब किया गया? इस पर ममता सरकार की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने जवाब दिया। फिर कोर्ट ने कहा कि हमारे पास जो रिपोर्ट है, उससे पता चलता है कि जांच पंचनामा और पोस्टमार्टम के बाद ही अन नेचुरल देथ दर्ज किया गया है। फिर सिब्बल बोले नहीं सर ऐसा नहीं है।
परिजन के बीमार होने पर सरकारी अस्पताल के फर्श पर सोया था: सीजेआई
कोर्ट में सुनवाई के दौरान मुख्य न्यायाधीश चंद्रचूड़ ने कहा कि जब परिवार में कोई बीमार था, तब मैं सरकारी अस्पताल के फर्श पर सोया था। हम सभी जानते हैं कि डॉक्टर 36 घंटे से ज़्यादा काम करते हैं। इस पर सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि समिति में शामिल सभी डॉक्टर स्वयं कभी न कभी इन सब से गुज़रे हैं।
सीबीआई का खुलासा अंतिम संस्कार के बाद दर्ज की एफआईआर
कोलकाता मर्डर केस में सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट में बड़ा खुलासा किया है। जांच एजेंसी ने बताया कि पीड़िता डॉक्टर की अंतिम संस्कार के बाद पुलिस ने दर्ज की थी एफआईआर साथ ही डॉक्टरों के दबाव में घटना स्थल का वीडियोग्राफी किया गया था।
विश्व नाथ झा।