ये स्वतंत्रता लेबनान के लिए कुछ चुनौतियां भी लेकर आई थी। दरअसल उस वक्त लेबनान धार्मिक आधार पर बुरी तरह बंटा हुआ देश था। इस छोटे से देश में करीब डेढ़ दर्जन धर्म थे, लेकिन मुस्लिम और ईसाई दो सबसे बड़े धार्मिक समूह थे।
TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    मंदिरों के चढ़ावे से कॉलेज बनवाएगी DMK सरकार लेकिन चर्च और मस्जिद के साथ ऐसा करने की हिम्मत है?

    मंदिरों के चढ़ावे से कॉलेज बनवाएगी DMK सरकार लेकिन चर्च और मस्जिद के साथ ऐसा करने की हिम्मत है?

    आप की अराजक राजनीति ने वैश्विक मंच पर भारत को किया शर्मिंदा: विदेश मंत्रालय ने पंजाब के सीएम के बयान को नकारा

    पंजाब के सीएम मान पर सख्त हुआ विदेश मंत्रालय, कहा- AAP की राजनीति ने देश को किया ‘शर्मिंदा’

    ममता का बेतुका आक्रोश: बंगाल जल रहा, दीदी चलीं दिल्ली की ओर

    ममता का बेतुका आक्रोश: बंगाल जल रहा, दीदी की नजर दिल्ली की ओर

    संजय गांधी पर सवाल, थरूर ने कांग्रेस के भीतर की कलह खोल दी!

    संजय गांधी पर सवाल, थरूर ने कांग्रेस के भीतर की कलह खोल दी!

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    विदेशी निवेश एक्सपर्ट मनु सेठ

    बदलते भारत में युवाओं के लिए क्या हैं मौके? जानें विदेशी निवेश एक्सपर्ट मनु सेठ की राय

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    हरियाणा में 1.18 लाख कर्मचारियों की सैलरी में 5% की बढ़ोतरी, आदेश जारी

    हरियाणा में 1.18 लाख कर्मचारियों की सैलरी में 5% की बढ़ोतरी, आदेश जारी

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    सनातन के नकली रखवालों की अब खैर नही: उत्तराखंड में शुरू हुआ ‘ऑपरेशन कालनेमि’

    सनातन के नकली रखवालों की अब खैर नही: उत्तराखंड में शुरू हुआ ‘ऑपरेशन कालनेमि’

    अब राफेल की जासूसी पर उतरा चीन, ग्रीस में चार चीनी नागरिकों गिरफ्तार, खींची रहे थे तस्वीरें

    अब राफेल की जासूसी पर उतरा चीन, ग्रीस में 4 चीनी नागरिक गिरफ्तार; खींच रहे थे तस्वीरें

    अमेरिका और रूस के F-35A, Su-57E के प्रस्ताव को ठुकराएगा भारत, FGFA आधारित स्टील्थ लड़ाकू विमानों को चुनने की संभावना

    अमेरिका और रूस के F-35A, Su-57E के प्रस्ताव को ठुकराएगा भारत! इस स्टेल्थ जेट पर है नज़र

    केरल सरकार ने पाक जासूस को बनाया राज्य अतिथि! भाजपा ने विजयन की आलोचना की

    पाक जासूस ज्योति मल्होत्रा को केरल की वामपंथी सरकार ने दी थी फंडिंग, बनाया था ‘राज्य अतिथि’

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    भारत को नहीं करना चाहिए पश्चिम का अनुकरण

    भारत को नहीं करना चाहिए पश्चिमी सभ्यता का अनुकरण

    आप की अराजक राजनीति ने वैश्विक मंच पर भारत को किया शर्मिंदा: विदेश मंत्रालय ने पंजाब के सीएम के बयान को नकारा

    पंजाब के सीएम मान पर सख्त हुआ विदेश मंत्रालय, कहा- AAP की राजनीति ने देश को किया ‘शर्मिंदा’

    तालिबान राज में 45 साल के शख्स को बेची गई 6 साल की बच्ची (चित्र: amu.tv)

    शादी के लिए 45 साल के शख्स को बेची गई 6 साल की बच्ची, तालिबान बोला- 9 साल की होने तक…

    अब राफेल की जासूसी पर उतरा चीन, ग्रीस में चार चीनी नागरिकों गिरफ्तार, खींची रहे थे तस्वीरें

    अब राफेल की जासूसी पर उतरा चीन, ग्रीस में 4 चीनी नागरिक गिरफ्तार; खींच रहे थे तस्वीरें

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    आक्रमणकारियों की जगह आदर्शों का प्रयोग: वास्तविक भारतीय नायकों का सम्मान करती है कक्षा 8 की नई एनसीईआरटी पुस्तक

    आक्रमणकारियों की जगह आदर्शों का प्रयोग: वास्तविक भारतीय नायकों का सम्मान करती है कक्षा 8 की नई एनसीईआरटी पुस्तक

    धर्म और जाति से अलग पले-बढ़े बच्चे ही कल का भविष्य: केरल हाईकोर्ट के जस्टिस वीजी अरुण

    धर्म और जाति से अलग पले-बढ़े बच्चे ही कल का भविष्य: जस्टिस वीजी अरुण

    कांवड़ यात्रा: उत्तर प्रदेश में हो रहीं भव्य तैयारियां, दुकानों और होटलों पर लगेंगे नेम प्लेट, लागू होंगे ये नियम

    कांवड़ यात्रा: उत्तर प्रदेश में हो रहीं भव्य तैयारियां, दुकानों और होटलों पर लगेंगे नेम प्लेट, लागू होंगे ये नियम

    अब कैंची धाम के लिए भी होगा ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन, श्रद्धालुओं को मिलेंगी ये सुविधाएं

    अब कैंची धाम के लिए भी होगा ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन, श्रद्धालुओं को मिलेंगी ये सुविधाएं

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    एलन मस्क और राष्ट्रपति तैयप एर्दोआन

    मस्क की कंपनी के AI चैटबॉट Grok ने ऐसा क्या कहा कि तुर्की ने कंटेंट कर दिया बैन?

    जमीयत ने अदालत का रुख किया, दिल्ली हाईकोर्ट ने रोक लगाई: क्या 'उदयपुर फाइलें' इतनी वास्तविक हैं कि उन्हें संभालना मुश्किल है?

    ‘उदयपुर फाइल्स’ पर रोक को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंचा जमीयत; ‘सिर तन से जुदा’ हो पर खामोश रहे हिंदू?

    बिना फोन नंबर और इंटरनेट के भी होंगे मेसेज: जानें WhatsApp को टक्कर देने आए Bitchat की विशेषताएं

    बिना फोन नंबर और इंटरनेट के भी होंगे मेसेज: जानें WhatsApp को टक्कर देने आए Bitchat की विशेषताएं

    ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ के सेट से वायरल हुई स्मृति ईरानी की तस्वीर, 12 साल बाद टीवी पर तुलसी की वापसी

    ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ के सेट से वायरल हुई स्मृति ईरानी की तस्वीर, 12 साल बाद टीवी पर तुलसी की वापसी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    मंदिरों के चढ़ावे से कॉलेज बनवाएगी DMK सरकार लेकिन चर्च और मस्जिद के साथ ऐसा करने की हिम्मत है?

    मंदिरों के चढ़ावे से कॉलेज बनवाएगी DMK सरकार लेकिन चर्च और मस्जिद के साथ ऐसा करने की हिम्मत है?

    आप की अराजक राजनीति ने वैश्विक मंच पर भारत को किया शर्मिंदा: विदेश मंत्रालय ने पंजाब के सीएम के बयान को नकारा

    पंजाब के सीएम मान पर सख्त हुआ विदेश मंत्रालय, कहा- AAP की राजनीति ने देश को किया ‘शर्मिंदा’

    ममता का बेतुका आक्रोश: बंगाल जल रहा, दीदी चलीं दिल्ली की ओर

    ममता का बेतुका आक्रोश: बंगाल जल रहा, दीदी की नजर दिल्ली की ओर

    संजय गांधी पर सवाल, थरूर ने कांग्रेस के भीतर की कलह खोल दी!

    संजय गांधी पर सवाल, थरूर ने कांग्रेस के भीतर की कलह खोल दी!

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    विदेशी निवेश एक्सपर्ट मनु सेठ

    बदलते भारत में युवाओं के लिए क्या हैं मौके? जानें विदेशी निवेश एक्सपर्ट मनु सेठ की राय

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    हरियाणा में 1.18 लाख कर्मचारियों की सैलरी में 5% की बढ़ोतरी, आदेश जारी

    हरियाणा में 1.18 लाख कर्मचारियों की सैलरी में 5% की बढ़ोतरी, आदेश जारी

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    सनातन के नकली रखवालों की अब खैर नही: उत्तराखंड में शुरू हुआ ‘ऑपरेशन कालनेमि’

    सनातन के नकली रखवालों की अब खैर नही: उत्तराखंड में शुरू हुआ ‘ऑपरेशन कालनेमि’

    अब राफेल की जासूसी पर उतरा चीन, ग्रीस में चार चीनी नागरिकों गिरफ्तार, खींची रहे थे तस्वीरें

    अब राफेल की जासूसी पर उतरा चीन, ग्रीस में 4 चीनी नागरिक गिरफ्तार; खींच रहे थे तस्वीरें

    अमेरिका और रूस के F-35A, Su-57E के प्रस्ताव को ठुकराएगा भारत, FGFA आधारित स्टील्थ लड़ाकू विमानों को चुनने की संभावना

    अमेरिका और रूस के F-35A, Su-57E के प्रस्ताव को ठुकराएगा भारत! इस स्टेल्थ जेट पर है नज़र

    केरल सरकार ने पाक जासूस को बनाया राज्य अतिथि! भाजपा ने विजयन की आलोचना की

    पाक जासूस ज्योति मल्होत्रा को केरल की वामपंथी सरकार ने दी थी फंडिंग, बनाया था ‘राज्य अतिथि’

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    भारत को नहीं करना चाहिए पश्चिम का अनुकरण

    भारत को नहीं करना चाहिए पश्चिमी सभ्यता का अनुकरण

    आप की अराजक राजनीति ने वैश्विक मंच पर भारत को किया शर्मिंदा: विदेश मंत्रालय ने पंजाब के सीएम के बयान को नकारा

    पंजाब के सीएम मान पर सख्त हुआ विदेश मंत्रालय, कहा- AAP की राजनीति ने देश को किया ‘शर्मिंदा’

    तालिबान राज में 45 साल के शख्स को बेची गई 6 साल की बच्ची (चित्र: amu.tv)

    शादी के लिए 45 साल के शख्स को बेची गई 6 साल की बच्ची, तालिबान बोला- 9 साल की होने तक…

    अब राफेल की जासूसी पर उतरा चीन, ग्रीस में चार चीनी नागरिकों गिरफ्तार, खींची रहे थे तस्वीरें

    अब राफेल की जासूसी पर उतरा चीन, ग्रीस में 4 चीनी नागरिक गिरफ्तार; खींच रहे थे तस्वीरें

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    आक्रमणकारियों की जगह आदर्शों का प्रयोग: वास्तविक भारतीय नायकों का सम्मान करती है कक्षा 8 की नई एनसीईआरटी पुस्तक

    आक्रमणकारियों की जगह आदर्शों का प्रयोग: वास्तविक भारतीय नायकों का सम्मान करती है कक्षा 8 की नई एनसीईआरटी पुस्तक

    धर्म और जाति से अलग पले-बढ़े बच्चे ही कल का भविष्य: केरल हाईकोर्ट के जस्टिस वीजी अरुण

    धर्म और जाति से अलग पले-बढ़े बच्चे ही कल का भविष्य: जस्टिस वीजी अरुण

    कांवड़ यात्रा: उत्तर प्रदेश में हो रहीं भव्य तैयारियां, दुकानों और होटलों पर लगेंगे नेम प्लेट, लागू होंगे ये नियम

    कांवड़ यात्रा: उत्तर प्रदेश में हो रहीं भव्य तैयारियां, दुकानों और होटलों पर लगेंगे नेम प्लेट, लागू होंगे ये नियम

    अब कैंची धाम के लिए भी होगा ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन, श्रद्धालुओं को मिलेंगी ये सुविधाएं

    अब कैंची धाम के लिए भी होगा ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन, श्रद्धालुओं को मिलेंगी ये सुविधाएं

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    एलन मस्क और राष्ट्रपति तैयप एर्दोआन

    मस्क की कंपनी के AI चैटबॉट Grok ने ऐसा क्या कहा कि तुर्की ने कंटेंट कर दिया बैन?

    जमीयत ने अदालत का रुख किया, दिल्ली हाईकोर्ट ने रोक लगाई: क्या 'उदयपुर फाइलें' इतनी वास्तविक हैं कि उन्हें संभालना मुश्किल है?

    ‘उदयपुर फाइल्स’ पर रोक को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंचा जमीयत; ‘सिर तन से जुदा’ हो पर खामोश रहे हिंदू?

    बिना फोन नंबर और इंटरनेट के भी होंगे मेसेज: जानें WhatsApp को टक्कर देने आए Bitchat की विशेषताएं

    बिना फोन नंबर और इंटरनेट के भी होंगे मेसेज: जानें WhatsApp को टक्कर देने आए Bitchat की विशेषताएं

    ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ के सेट से वायरल हुई स्मृति ईरानी की तस्वीर, 12 साल बाद टीवी पर तुलसी की वापसी

    ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ के सेट से वायरल हुई स्मृति ईरानी की तस्वीर, 12 साल बाद टीवी पर तुलसी की वापसी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

जिसकी होती थी पेरिस से तुलना, वो कैसे बन गया Ghost City? ‘आरक्षण’ के चक्कर में तबाह हो गया लेबनान

मजहबी समूहों को साधते-साधते पकड़ ली बर्बादी की राह

Sambhrant Mishra द्वारा Sambhrant Mishra
28 September 2024
in भू-राजनीति, विश्व
लेबनान, मिडल ईस्ट

लेबनान में तबाही के दृश्य, कभी हुआ करता था सुंदर देश

Share on FacebookShare on X

“लेबनान के हालात नर्क से भी बदतर हैं, हम उसे दूसरा गाजा नहीं बनने दे सकते हैं” – UN चीफ एंटेनियो गुटेरस का ये बयान लेबनान की वर्तमान स्थिति के बारे में काफी कुछ स्पष्ट कर देता है।

 

संबंधितपोस्ट

कैसे मोसाद की ‘ब्लैक लेडी’ ने खामेनेई तक बनाई पहुंच, इज़रायल को दिए न्यूक्लियर ठिकानों के पते

बेअसर रहा अमेरिकी हमला?: CNN की रिपोर्ट में दावा कहा- ईरान में नहीं नष्ट हुआ ऐनरिच यूरेनियम; ट्रंप ने दी प्रतिक्रिया

ईरान के समर्थन में लिखे गए सोनिया गांधी के लेख पर भड़का इज़रायल

और लोड करें

वस्तुत: लेबनान से जो तस्वीरें आ रही हैं, वो भी कुछ ऐसा ही बताती हैं। मिसाइलों के हमलों, बम धमाकों, खंडहर इमारतों और उनसे निकलते धुएं को देखकर आपको बेरूत और गाजा की तस्वीरों में खास अंतर नहीं प्रतीत होगा। दरअसल ये तस्वीरें इजराइल और हमास के बीच जारी जंग में हिजबुल्लाह की एंट्री की देन हैं।

हमास-इजराइल की जंग में हिजबुल्लाह की एंट्री

बीती 7 अक्टूबर को हमास के आतंकियों ने इजराइल पर हमला किया था। इस नृशंस हमले के बाद इजराइल ने हमास के खिलाफ युद्ध की शुरुआत कर दी। वैसे ये लड़ाई हमास और इजराइल के बीच थी, लेकिन इस्लामी उम्माह के नाम पर हिजबुल्लाह भी लड़ाई में कूद पड़ा और इजराइल के सामने एक नया फ्रंट भी खुल गया।
लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि गाजा पट्टी को खंडहर बनाने के बाद इजराइल ने अपना फोकस लेबनान की तरफ शिफ्ट कर दिया है, जैसे अब इजराइल हमास से पहले हिजबुल्लाह को खत्म कर देना चाहता है और इसीलिए पेजर और वॉकीटॉकी अटैक के जरिए हिजबुल्लाह को निशाना बनाने के बाद इजराइल लेबनान में 400 से ज्यादा मिसाइलें दाग चुका है, इन हमलों में अब तक 600 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, कई हजार लोग घायल हैं, जबकि कई लाख लोग युद्ध के भय से विस्थापित हो चुके हैं।

युद्धग्रस्त और हिंसाग्रस्त इस देश में वैसे तो लेबनानी पाउंड चलता है, लेकिन स्थिति कुछ इस प्रकार है कि हमारा एक रुपये लेबनान में करीब एक हजार 95 रुपयों के आसपास है और एक अमेरिकी डॉलर करीब 90 हजार लेबनानी पाउंड के बराबर। फिलहाल लेबनान में न खाने को खाना है, न रोजगार और न ही शांति।

कैसे Ghost City बन गया Paris of the Middle East बेरूत

लेकिन बेरूत हमेशा ऐसा बारूदी सा शहर नहीं था। एक वक्त था जब बेरूत इतना समृद्ध और खूबसूरत था कि इसे पेरिस ऑफ द मिडिल ईस्ट कहा जाता था। लेकिन अब लेबनान एक बर्बाद देश है, जिसके उबरने की कहीं से कोई उम्मीद नजर नहीं आती। लेबनान की इस बर्बादी की वजह इजराइल के हमलों से कहीं अधिक, वो स्वयं है। इसकी वजह है यहां राजनीति का मजहबीकरण या यूं कहें कि तुष्टिकरण या आरक्षण।
भूमध्य सागर के पूर्वी छोर पर बसा लेबनान इजराइल का पड़ोसी है, और दोनो देश एक ही समुद्री रेखा को साझा करते हैं। लेबनान पर 15 सदी से लेकर 19 सदी तक तकरीबन 332 वर्षों तक ऑटोमन साम्राज्य का शासन रहा। वर्ष 1920 में यानी प्रथम विश्व युद्ध के परिणामस्वरूप ऑटोमन साम्राज्य का पतन हो गया, लेबनान को स्वतंत्रता तो मिली, लेकिन ये स्वतंत्रता क्षणिक थी और जल्दी ही लेबनान पर फ्रांस का शासन हो गया। हालांकि बाद में द्वितीय विश्वयुद्ध में फ्रांस की कमजोर स्थिति का फायदा उठाते हुए लेबनान ने खुद को स्वतंत्र राष्ट्र घोषित कर दिया।

धार्मिक समूहों को साधने में बिखर गया लेबनान!

ये स्वतंत्रता लेबनान के लिए कुछ चुनौतियां भी लेकर आई थी। दरअसल उस वक्त लेबनान धार्मिक आधार पर बुरी तरह बंटा हुआ देश था। इस छोटे से देश में करीब डेढ़ दर्जन धर्म थे, लेकिन मुस्लिम और ईसाई दो सबसे बड़े धार्मिक समूह थे।

मुस्लिमों की संख्या करीब 56% थी, जबकि 35% ईसाई आबादी थी। हालांकि मुस्लिम आबादी भी दो वर्गों- शिया और सुन्नी में विभाजित थी और दोनों की ही जनसंख्या में हिस्सेदारी तकरीबन 28-28% है। यानी लेबनान की डेमोग्राफी को मुख्य रूप से तीन हिस्सों में बांटा जा सकता है – ईसाई, शिया और सुन्नी। इन तीनों समुदायों और इनके नेताओं के बीच काफी मतभेद भी थे। ऐसे में 1943 में इनके बीच एक समझौता हुआ और इस समझौते के अनुसार इन तीनों धार्मिक गुटों के बीच सत्ता का विभाजन कर दिया गया।

समझौते के अनुसार, सुन्नियों को प्रधानमंत्री का पद मिला, जबकि ईसाई को राष्ट्रपति और शिया गुट को असेंबली के स्पीकर का पद प्राप्त हुआ। हालांकि टेक्निकली कम आबादी के बावजूद ईसाई जो कि ज्यादा संपन्न थे, उन्हें सत्ता में ज्यादा हिस्सेदारी मिली।

संसद में सीटों की संख्या ईसाइयों और मुसलमानों के बीच विभाजित है और प्रत्येक धर्म के भीतर विभिन्न संप्रदायों के बीच उनकी संख्या के अनुरूप विभाजित है। सरकारी पद और सार्वजनिक क्षेत्र के पद भी इसी प्रकार से बांटे गए हैं।

लेकिन यहां धार्मिक समूह आस्था से कहीं ज्यादा राजनीतिक शक्ति जुटाने के एक उपकरण के रूप में अधिक कार्य करते हैं। तीनों महत्वपूर्ण धार्मिक धड़ों में इस बात की कश्मकश रही है कि कौन अधिक शक्ति प्राप्त कर सकता है और अपने समुदाय के लिए अधिक कार्य कर सकता है और दुर्भाग्य से अक्सर ऐसा अन्य समुदायों और राष्ट्रीय हितों की कीमत पर होता है। लेकिन ये कोटा सिस्टम ही लेबनान की बर्बादी की वजह बन गया। हुआ यूं कि वक्त के साथ इन तीनों धड़ों के बीच मतभेद इतने बढ़ते गए कि किसी फैसले के लिए इनका एक साथ आना लगभग असंभव ही हो गया।

अगर कोई एक धड़ा कोई फैसला ले भी ले, तो बाकी के गुटों के विरोध की वजह से उसे कार्यान्वित करना मुश्किल हो जाता है। निर्णय हीनता की स्थिति कुछ ऐसी रही कि लेबनान की सरकार कभी भी बड़े फैसले ले ही नहीं सकी, तीनों नेता बस अपने अपने वर्ग के हितों को साधने, उनके तुष्टिकरण में ही जुटे रहे, और लेबनान पिछड़ता चला गया।

लेबनान में गृहयुद्ध की शुरुआत और बर्बादी का अंतहीन सिलसिला

वर्ष 1975 में चले एक लंबे सिविल वॉर ने स्थितियों को और भयावह बना दिया, हुआ ये कि इजराइल के साथ युद्ध के बाद से ही बड़ी संख्या में फिलिस्तीनी वेस्टबैंक और गाजा के इलाके से भागकर लेबनान आने लगे। इस विस्थापन से लेबनान के शिया परेशान हो गए, उन्हें लगा कि अगर फिलिस्तीनी जो कि सुन्नी अरब हैं, वो ऐसे ही लेबनान में आते रहे तो शिया हाशिये पर चले जाएंगे। कुछ यही डर ईसाइयों को भी था कि अगर ऐसा ही रहा तो वो अल्पसंख्यक हो जाएंगे और सत्ता से नियंत्रण खो देंगे।
जल्दी ही लेबनान में अलग अलग धर्मों की मिलीशिया सेनाएं बन गईं और आपस में मारकाट शुरू कर दी। ये गृहयुद्ध 15 वर्षों तक जारी रहा और जब थमा तब तक करीब 15 हजार लेबनानियों की जान जा चुकी थी, जबकि कई लाख बेघर हो चुके थे।

हिजबुल्लाह का जन्म और लेबनान की तबाही की शुरुआत

हालांकि बाद में शांति समझौते के मुताबिक ये सभी लड़ाकें नेता बन गए और लेबनान की सरकार चलाने लगे और इसी गृह युद्ध के बाद शिया लड़ाकों का संगठन हिजबुल्लाह अस्तित्व में आया। 1979 की इस्लामिक क्रांत के बाद ईरान ने एक तरह से हिजबुल्लाह को गोद ले लिया, तब से ही हिजबुल्लाह और इजराइल के बीच लड़ाइयां जारी हैं।

1982 में इजराइल हिजबुल्लाह को खत्म करने के लिए लेबनान के भीतर तक घुस गया, लेकिन करीब 20 सालों तक चली लड़ाई के बाद आखिरकार उसे ये जंग बेनतीजा छोड़कर वापस लौटना पड़ा। 2006 में दोनों के बीच एक बार फिर भीषण युद्ध हुआ, जब हिजबुल्लाह ने इजराइल पर अटैक कर दिया था और अब इजराइल के एक बार फिर लेबनान के अंदर दाखिल होने को तैयार है। ताकि हिजबुल्लाह से निपटा जा सके।
जरा सोचिए इजराइल की ये लड़ाई हिजबुल्लाह के साथ है, लेकिन हिजबुल्लाह से लड़ने के लिए वो बार बार लेबनान के अंदर घुस जाता है और लेबनान की सेनाएं या सरकार कुछ नहीं करती। न तो वो हिजबुल्लाह को मनमानी करने से रोक पाती हैं, और न ही इजराइल के खिलाफ युद्ध का ऐलान ही कर पाती है।
हिजबुल्लाह शिया गुट की तरफ से लेबनान की सरकार में भी शामिल है और वो राजनीतिक फैसलों में भी अपनी मनमर्जी चलाता है, बल्कि लेबनान के कुछ हिस्सों में वो अपनी समानांतर सरकार चलाता है।

कुल मिलाकर लेबनान की इस बर्बादी, निर्णयहीनता की वजह लेबनान की राजनीति का यही धार्मिक कोटा सिस्टम है, जिसकी वजह से लेबनान कभी एक देश की तरह रह ही नहीं पाया, सिर्फ धर्म के ठेकेदारों के बीच बंट कर रह गया, जिनके लिए उनके अपने हित ही अहम रहे, जबकि राष्ट्रीय हित गौड़ और इस बंटवारे में सबसे घाटे में लेबनान की जनता रही, जिसकी परवाह किसी को नहीं है, वो बेचारी दूसरों की लड़ाई में ही पिसती जा रही है।

स्रोत: Lebanon, लेबनान, Beirut, बेरुत, Israel, इजरायल, युद्ध, War, Middle East, मिडल ईस्ट, Hezbollah, हिज्बुल्ला
Tags: HezbollahIsraelLebanonMiddle EastWarइजरायलमध्य पूर्वयुद्धलेबनानहिज्बुल्ला
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

तिरुपति: आस्था और धर्म की ‘घोषणा’ में घालमेल, जगन रेड्डी इन सवालों के जवाब दें

अगली पोस्ट

विजय के प्रतीक महाराजा उनके लिए ‘काफिर का बुत’, इसीलिए बार-बार अपमान? उन्हें अब तक खटकती है रणजीत सिंह की अफगान विजय

संबंधित पोस्ट

भारत को नहीं करना चाहिए पश्चिम का अनुकरण
भारत

भारत को नहीं करना चाहिए पश्चिमी सभ्यता का अनुकरण

11 July 2025

भारत को पश्चिम की नकल नहीं करनी चाहिए, जिसकी मूल्य प्रणालियां, व्यक्तिवाद, उपभोक्तावाद और सांस्कृतिक पतन में निहित हैं, उनके समाजों को खंडित कर रही...

आप की अराजक राजनीति ने वैश्विक मंच पर भारत को किया शर्मिंदा: विदेश मंत्रालय ने पंजाब के सीएम के बयान को नकारा
राजनीति

पंजाब के सीएम मान पर सख्त हुआ विदेश मंत्रालय, कहा- AAP की राजनीति ने देश को किया ‘शर्मिंदा’

11 July 2025

विदेश मंत्रालय (MEA) ने कड़े और स्पष्ट बयान में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पांच देशों के राजनयिक दौरे का...

तालिबान राज में 45 साल के शख्स को बेची गई 6 साल की बच्ची (चित्र: amu.tv)
विश्व

शादी के लिए 45 साल के शख्स को बेची गई 6 साल की बच्ची, तालिबान बोला- 9 साल की होने तक…

11 July 2025

एक बार फिर तालिबान के अधीन अफगानिस्तान से मानवता को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है। अमेरिका स्थित अफगान आउटलेट Amu.tv ने सूत्रों...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Hindu girl r@ped, burned with cigarettes and forced to convert to Islam

Hindu girl r@ped, burned with cigarettes and forced to convert to Islam

00:03:31

Delhi’s Trump Card: Kejriwal Wants a Nobel for Surviving Politics

00:05:03

Team B of DMK? The Truth About Actor Vijay’s Party

00:07:45

Rs 15,000 cr gone? Saif Ali Khan's crown crushed by enemy property law

00:04:40

Siddaramaiah Sparks Vaccine Theory to Hide Congress Chaos?

00:09:21
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप
MASHABLE IS A GLOBAL, MULTI-PLATFORM MEDIA AND ENTERTAINMENT COMPANY. FOR MORE QUERIES AND NEWS, CONTACT US AT info@mashablepartners.com


©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited