सिलीगुड़ी, दार्जिलिंग: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में रेप-मर्डर कांड के बाद पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार विपक्ष के निशाने पर है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बीजेपी भी लगातार सवाल पूछ रही है। इस बीच राज्य विधानसभा में नेता विपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने ममता बनर्जी पर तीखा हमला किया है। बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी ने ममता बनर्जी को अल्पसंख्यकों का मुख्यमंत्री करार दिया है। यही नहीं सुवेंदु ने ममता बनर्जी पर गुंडों को संरक्षण देने और पुलिस को गुंडा बनाने का भी आरोप लगाया है।
‘एक महीने से लड़ाई लड़ रहे हैं डॉक्टर’
सिलीगुड़ी में सुवेंदु अधिकारी ने कहा, ‘मुसलमान वोट और पुलिस की वजह से ममता बनर्जी बंगाल की सत्ता में हैं। ममता बनर्जी कुछ भी सच नहीं कहती हैं। वे सिर्फ अल्पसंख्यकों की मुख्यमंत्री हैं। जो डॉक्टर एक महीने से लड़ाई लड़ रहे हैं, उन्हें किसी के सलाह की जरूरत नहीं है। ममता बनर्जी ने पूरे बंगाल में पुलिस को गुंडा बना दिया है और गुंडों को संरक्षण देना उनका काम है। नंदीग्राम में मेरे सामने वे चुनाव लड़ी थीं। उन्हें शर्म नहीं है, वे नंदीग्राम में चुनाव हारीं, इसके बावजूद मुख्यमंत्री बन गईं। मैंने पहले भी कहा है कि बंगाल में स्वास्थ्य विभाग में बेहद भ्रष्टाचार है।‘
ट्रेनी डॉक्टर से दरिंदगी पर उबाल
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज के सेमिनार हॉल में 9 अगस्त की सुबह एक ट्रेनी डॉक्टर का शव मिला था। महिला ट्रेनी डॉक्टर की ड्यूटी थी और वह वहीं सेमिनार हॉल में रात में सो गई थी। पुलिस की जांच में सामने आया कि ट्रेनी डॉक्टर के साथ बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई। कोलकाता पुलिस ने इस घटना के अगले ही दिन संजय रॉय नाम के शख्स को गिरफ्तार किया। वही इस मामले में मुख्य आरोपी है। इस घटना के बाद कोलकाता समेत पूरे देश में लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। ट्रेनी डॉक्टर के लिए इंसाफ की इस लड़ाई में सड़क पर कैंडल मार्च से लेकर जबरदस्त विरोध प्रदर्शन देखने को मिला। कोलकाता हाई कोर्ट ने 13 अगस्त को कोलकाता पुलिस को इस केस की जांच सीबीआई को सौंपने का आदेश दिया। आरजी कर मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल को घटना के बाद हटा दिया गया और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने उनकी सदस्यता को निलंबित कर दिया।
संजय रॉय का डीएनए हुआ मैच
सीबीआई जांच में आरोपी संजय रॉय का डीएनए मृतका के डीएनए से मैच कर गया है। सीबीआई ने इस केस में 100 से ज्यादा लोगों के बयान दर्ज करने के साथ ही 10 लोगों का पॉलीग्राफ टेस्ट भी कराया था। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में भी याचिका दाखिल की गई है। सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को 17 सितंबर तक स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने को कहा है। कोर्ट ने बंगाल सरकार को निर्देश दिया है कि राज्य के डॉक्टरों को काम के लिए सुरक्षित और सुविधाजनक माहौल मिलना चाहिए। बंगाल सरकार ने कोर्ट में कहा था कि डॉक्टरों की हड़ताल के चलते 6 लाख मरीज प्रभावित हुए हैं और इलाज न मिलने से 23 मरीजों की मौत हो चुकी है।