कुश्ती से संन्यास लेने के बाद विनेश फोगाट अब राजनीति के अखाड़े में हैं। पेरिस ओलंपिक में वह पदक जीतने के करीब पहुंचकर भी खाली हाथ रह गई थीं। इस बीच पूर्व सॉलिसिटर जनरल और वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे ने विनेश पर बड़ा दावा किया है। हरीश साल्वे ने एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा है कि संयुक्त रूप से रजत पदक देने की अपील को इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (आईसीजे) में चुनौती देने से विनेश ने उन्हें रोका था। कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट यानी सीएएस ने विनेश की अर्जी खारिज की थी। विनेश पेरिस ओलंपिक में 50 किलो कुश्ती के फाइनल में पहुंच गई थीं लेकिन तय सीमा से ज्यादा वजन होने की वजह से उन्हें फाइनल से ठीक पहले अयोग्य घोषित किया गया था। इसके बाद इवेंट में पदक की रेस से विनेश बाहर हो गई थीं।
मैंने प्रस्ताव दिया पर वो केस आगे नहीं बढ़ाना चाहती थीं: साल्वे
अंग्रेजी न्यूज चैनल टाइम्स नाउ से बातचीत में हरीश साल्वे ने कहा, ‘केस की शुरुआत में सामंजस्य की कमी थी। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि भारतीय ओलंपिक संघ की ओर से नियुक्त लॉ फर्म को एथलीट (विनेश फोगाट) द्वारा नियुक्त वकीलों ने कहा था कि हम आपके साथ कुछ भी शेयर नहीं करेंगे। हम आपको कुछ भी नहीं देंगे। बहुत देर से हमें सब कुछ मिल सका। हालांकि हमने कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन में कड़ी लड़ाई लड़ी। मैंने विनेश फोगाट को प्रस्ताव दिया कि हम इस फैसले को स्विस कोर्ट (आईसीजे) में चैलेंज कर सकते हैं। लेकिन वकीलों ने मुझसे कहा कि वह केस को आगे नहीं बढ़ाना चाहती थीं।‘
विनेश ने IOA-सरकार पर मदद नहीं देने का लगाया था आरोप
सीएएस में विनेश को संयुक्त रूप से सिल्वर मेडल देने की अपील की गई थी। यहां कुलभूषण जाधव का आईसीजे में केस लड़ने वाले हरीश साल्वे ने भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की ओर से विनेश के लिए पैरवी की। सीएएस की सुनवाई में विनेश के पक्ष में फैसला नहीं आया था। हाल ही में राजनीति में एंट्री के बाद विनेश ने दावा किया कि आईओए अध्यक्ष पीटी उषा और भारतीय कुश्ती महासंघ को निशाने पर लिया था। विनेश ने आरोप लगाया था कि मोदी सरकार और भारतीय ओलंपिक संघ ने उनकी कोई मदद नहीं की। पेरिस ओलंपिक में 50 किलोग्राम कुश्ती के फाइनल से पहले 100 ग्राम वजन ज्यादा पाए जाने के बाद विनेश डिस्क्वालिफाई हो गई थीं। इसके बाद उन्होंने 8 अगस्त को कुश्ती से संन्यास की घोषणा की थी।
कांग्रेस में विनेश, जुलाना सीट से मैदान में
हरियाणा में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले रेसलर विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया ने कांग्रेस पार्टी ज्वाइन की है। कांग्रेस ने विनेश को जुलाना सीट से उम्मीदवार बनाया है। हरियाणा में विधानसभा की 90 सीटें हैं। विनेश फोगाट के खिलाफ बीजेपी ने कैप्टन योगेश बैरागी को उम्मीदवार बनाया है। बैरागी हरियाणा में भारतीय जनता युवा मोर्चा के उपाध्यक्ष और बीजेपी खेल प्रकोष्ठ के सह संयोजक भी हैं। सफीदो के रहने वाले बैरागी एयर इंडिया के सीनियर पायलट हैं और कोरोना के दौरान वंदे भारत मिशन में उन्होंने सक्रिय योगदान दिया था।