भारतीय महिला क्रिकेट टीम की पूर्व खिलाड़ी नीतू डेविड को आईसीसी (ICC) ने ‘हॉल ऑफ फेम’ में शामिल किया है। नीतू महिला क्रिकेट टीम की मुख्य चयनकर्ता भी हैं। नीतू डेविड के अलावा आईसीसी ने इंग्लैंड के पूर्व कप्तान एलिस्टर कुक और अफ्रीकी दिग्गज एबी डिविलियर्स को भी हॉल ऑफ फेम में शामिल किया है। पूर्व कप्तान डायना एडुल्जी के बाद नीतू डेविड दूसरी भारतीय महिला हैं, जिन्हें हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया है।
कैसा रहा है नीतू डेविड का करियर
दिग्गज लेग स्पिनर रहीं नीतू डेविड भारतीय महिला क्रिकेट टीम की मुख्य चयनकर्ता भी हैं। वह भारत के लिए वनडे क्रिकेट में सबसे अधिक विकेट लेने वाली गेंदबाजों की सूची में दूसरे स्थान पर हैं। यही नहीं, टेस्ट क्रिकेट में किसी महिला द्वारा की गई सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी का रिकॉर्ड (53/8) भी नीतू के ही नाम है। क्रिकेट से उनके सन्यास के 16 साल बाद भी यह रिकॉर्ड आज तक कोई नहीं तोड़ पाया है।
आंकड़ों पर नजर डालें तो नीतू डेविड ने भारत के लिए 97 वनडे मैच खेले हैं। इसमें उन्होंने 2.82 की बेहतरीन इकॉनमी से 141 विकेट हासिल किए। वहीं, 10 टेस्ट मैचों में 41 विकेट अपने नाम किए। इसके अलावा नीतू वनडे क्रिकेट में 100 विकेट हासिल करने वाली पहली भारतीय गेंदबाज हैं। नीतू की गेंदबाजी के दम पर ही भारत ने पहली बार साल 2005 के वनडे विश्व कप के फाइनल में जगह बनाई थी।
‘हॉल ऑफ फेम’ में शामिल होने पर क्या बोलीं नीतू
आईसीसी की प्रेस रिलीज के अनुसार, हॉल ऑफ फेम में शामिल होने के बाद नीतू डेविड ने कहा है, “आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल होना मेरे लिए एक सम्मान की बात है। मैं इसे अपनी राष्ट्रीय टीम की जर्सी पहनने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए सबसे बड़ी उपलब्धि मानती हूं।”
नीतू ने आगे कहा, “क्रिकेट के प्रति जीवन समर्पित करने के बाद मुझे यह सम्मान मिला है। यहां तक पहुंचने की मेरी यात्रा बेहद खास है। अब तक के सबसे महान खिलाड़ियों के साथ हॉल ऑफ फेम अवॉर्ड पाना सौभाग्य की बात है और मैं इस विशिष्ट क्लब का हिस्सा बनकर रोमांचित हूं।”